द सिक्स्थ सेंस... - 9 रितेश एम. भटनागर... शब्दकार द्वारा थ्रिलर में हिंदी पीडीएफ

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द सिक्स्थ सेंस... - 9

थोड़ी देर तक कुछ सोचने के बाद मिलिंद झटके से अपनी कुर्सी से उठा और उदय से बोला- इंस्पेक्टर उदय चलिये.. आप मेरे साथ चलिये सिद्धिविनायक अपार्टमेंट..!!

इसके बाद मिलिंद अपने साथ उदय और अपने थाने के दो हवलदारों और उदय के साथ आयी उसकी पुलिस टीम को लेकर उस सिद्धिविनायक अपार्टमेंट के लिये निकल गया जहां सुहासी का फ्लैट था, वहां जाकर मिलिंद ने उस सिद्धिविनायक अपार्टमेंट की सोसायटी के ट्रस्टी से मुलाकात करी और उसे सारी बात जब बतायी तो वो सुहासी के फ्लैट का दरवाजा खोलने के लिये तैयार हो गया, फ्लैट में अंदर जाकर मिलिंद ने अपने साथ आये इंस्पेक्टर उदय और बाकि के पुलिस वालों के साथ जब फ्लैट में थोड़ी छानबीन करी तो उन्हें सुहासी और उसके मां बाप की लेटेस्ट फोटो हाथ लग गयी इसके बाद इन लोगों ने सुहासी के मां बाप के बारे में पड़ोसियों से जब पूछताछ करी तो पता चला सुहासी के पापा का नाम अशोक वर्धन और मां का नाम मधु वर्धन है और सुहासी उनकी अकेली संतान है, इसके अलावा पुलिस टीम ने अशोक वर्धन और मधु वर्धन का मोबाइल नंबर भी उनके पड़ोसियों से ले लिया, इसके अलावा उन लोगों ने वर्धन परिवार के पड़ोसियों और सिद्धिविनायक अपार्टमेंट के ट्रस्टी से ये भी कहा कि अगर अशोक, मधु या सुहासी में से कोई भी अपने फ्लैट में आता है तो बिना देर किये वो लोग पुलिस को कॉल करें और इसके लिये मिलिंद ने अपना मोबाइल नंबर भी उन लोगों को दे दिया |

वहां से निकलने के बाद मिलिंद और उदय अपनी अपनी टीमों के साथ जब वापस वरसोवा थाने पंहुचे तो मिलिंद ने उदय से कहा- तो उदय साहब आप कब तक हैं यहां मुंबई में?

उदय बोला- हम आज शाम की फ्लाइट से ही वापस जा रहे हैं और फिर मुझे अब यहां रुकने का कोई फायदा नहीं दिख रहा बाकि मिस्टर एंड मिसेज वर्धन के जो मोबाइल नंबर हमें मिले हैं वो आप मुझे दे दो तो मैं उनकी कॉल डिटेल निकलवा कर जरा ये पता लगाने की कोशिश करता हूं कि उनकी लास्ट लोकेशन क्या थी ताकि इस केस में कहीं से तो हम आगे बढ़ें वैसे भी अभी तक कुछ ऐसा हुआ है कि जब जब लगता है कि हम इस केस में एक कदम आगे बढ़ रहे हैं तब तब हम दो कदम पीछे खिसक जाते हैं |

मिलिंद ने कहा- आप चिंता मत करिये यहां मुंबई से कोई भी इन्फॉर्मेशन मुझे मिलती है तो मैं आपको तुरंत बताता हूं और रही बात उनके नंबर देने की तो अब ये केस मेरा भी है क्योंकि मेरे थाने के अंडर आने वाले सिद्धिविनायक अपार्टमेंट के एक फ्लैट में रहने वाले एक मुंबईकर परिवार के मिसिंग होने का मामला है ये, तो मुझे भी इस मामले पर नजर बनाकर रखनी होगी इसलिये आप निश्चिंत होकर दिल्ली जाइये और यकीन रखिये कि आपके दिल्ली पंहुचने तक मैं इन नंबरों की कॉल डिटेल्स निकलवा कर आपको वॉट्सएप पर भेज दूंगा..!!

इसके बाद मिलिंद से इस केस में साथ देने का आश्वासन पाकर उदय ने उससे विदा ली और मुंबई एयरपोर्ट के लिये निकल गया और वहां से दिल्ली की फ्लाइट में बैठकर उदय और उसकी टीम दिल्ली पंहुच गये, दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरने के ठीक बाद जैसे ही उदय ने अपना मोबाइल फ्लाइट मोड से हटाकर जनरल मोड पर लगाया वैसे ही उसने देखा कि उसके वॉट्सएप पर इंस्पेक्टर मिलिंद का मैसेज आया हुआ है, उसने वो मैसेज खोल कर जब देखा तो वो मिस्टर एंड मिसेज वर्धन के कॉल डिटेल का ही मैसेज था, जितनी बेसब्री से उदय को इंतजार था कि वो कितनी जल्दी दिल्ली पंहुचकर अपना फोन जनरल मोड पर लगाये शायद उतनी ही जल्दी मिलिंद को भी थी ये सोचकर कि कितनी जल्दी उसका भेजा वॉट्सएप मैसेज उदय के मोबाइल पर डिलीवर हो और उसके वॉट्सएप विंडो में एक टिक दो टिक में बदले और उसके बाद वो दो टिक ब्लू हो जायें इसीलिये जैसे ही उदय ने वो मैसेज खोलकर देखा वैसे ही उसके नंबर पर मिलिंद का कॉल आ गया, उदय ने जैसे ही फोन रिसीव किया वैसे ही बिना हाय हैलो बोले बड़ा एक्साइटेड से हुये लहजे में मिलिंद ने कहा- देखा उदय साहब मैंने कहा था ना कि हो ना हो उस लड़के राजवीर की इस हालत के जिम्मेदार मिस्टर और मिसेज वर्धन ही हैं, आपने शायद अभी तक कॉल डिटेल्स देखी नहीं होंगी इसलिये मैं ही बता देता हूं कि मिस्टर एंड मिसेज वर्धन का फोन लास्ट बार जहां बंद हुआ था वो जगह थी.... नई दिल्ली का इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट...!! और इंटरनेशनल एयरपोर्ट कोई क्यों जायेगा ये आप अच्छी तरह से जानते हैं..!!

क्रमशः