कोई अपना सा अपने जैसा - 2 Ashish Dalal द्वारा नाटक में हिंदी पीडीएफ

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कोई अपना सा अपने जैसा - 2

कॉलेज कैम्पस में गॉगल्स को हीरो की अदा से सिर पर चढ़ाते हुए सीनियर्स के पाँच लड़को के समूह में से लीडर ने लाइन में लगे फर्स्ट इयर के विद्यार्थियों में से अंश से पूछा,

“अच्छा चल बता इंजीनियरिंग को हिन्दी में क्या कहते है ?”

अपने सामने बैठे सीनियर की बात सुनकर धीमे से बुदबुदाते हुए अंश का हाथ अपने जींस के जेब में रखे मोबाइल तक पहुँच गया ।

“इंजिनियरिंग इन हिन्दी..”

तभी उसके सामने बैठे उसके सीनियर्स में से एक ने उसे टोका,

“ऐ चूजे ! नो मोबाइल, नो गूगल ।”

अंश ने कुछ देर इधर उधर नजरें दौड़ा कर जवाब दिया ।

“आय डोन्ट नो मीनिंग ऑफ इंजीनियरिंग इन हिन्दी ।”

“यू डोन्ट नो चूजे ? इस अँग्रेज की औलाद को इंजीनियरिंग का हिन्दी मतलब नहीं पता ।” कहते हुए उसके आगे पीछे घूमते हुए एक सीनियर जोर से हँसा ।

“अच्छा चल छोड़ । तुझे एक बहुत ही आसान सा टास्क देते है । ले ये पकड़ ।” उसने अंश को एक कागज की पर्ची देते हुए कहा ।

“ये क्या है ?”

“खोलकर पढ़ ।”अंश के पूछने पर उसने उसके कंधे पर हाथ रखकर जवाब दिया ।

“नताशा शर्मा !” अंश ने पर्ची पर लिखा हुआ नाम पढ़ते हुए उसके सामने खड़े सीनियर को देखा ।

“इसे तुझे हिन्दी में आय लव यू कहना है।”

अपने सीनियर का जवाब सुन अंश चौंक गया ।

“व्हाट ? आय डोन्ट नो हर । हु इज नताशा शर्मा ?”

तभी ब्लू जींस और ऑफ व्हाइट टीशर्ट पहने लड़के ने जोर से कहा,

“हमें क्या पता ? खुद ही ढूँढ़ ले पर तेरे पास केवल २४ घण्टें है।”

और फिर सीनियर्स के लीडर ने फिर से धमकाते हुए अंश की कॉलर पकड़ते हुए कहा,

“अभी साढ़े ग्यारह बज रहे है । कल तक प्रपोज हो जाना चाहिए ।”

“आय कान्ट डू दिस ।” अंश ने उसका हाथ छिटकते हुए अकड़ते हुए जवाब दिया ।

“ओ चूजे ! ज्यादा पंख मत फड़फड़ा । अगर नताशा को प्रपोज नहीं किया तो कल सबके सामने तोहफा कबूल करवा देंगे।” अंश के इस व्यवहार पर गुस्से से तिलमिलाते हुए उसने धमकाया ।

“व्हाट ?”अंश उसके कहने का भाव नहीं समझ पाया ।

“थ्री इडियट न देखी हो तो देख लेना । चल अब भाग यहाँ से और जाकर अपनी होने वाली प्रेमिका को ढूँढ़।”कहते हुए उसने अंश के पीछे कुछ दूरी पर खड़े अगले विद्यार्थी को पुकारा, “नेक्स्ट।”

“थ्री इडियट वाला तोहफा कबूल मतलब बॉय ओनली इन अंडरवियर ! नो ! आय वील प्रीफर तो से आय लव यू टू नताशा शर्मा।” मन ही मन बुदबुदाता हुआ अंश वहाँ से आगे बढ़ गया ।

ooooo

“नताशा शर्मा... कौन होगी ? कैसी होगी ?” मन ही मन बुदबुदाता हुआ वह झाड़ियों के पीछे से निकलकर कॉलेज कैंपस के रोड़ पर आ गया । वह अपनी ही धुन में आगे बढ़ा जा रहा था कि उसकी नजर बगीचे से रोड़ की तरफ आती हुई दो लड़कियों पर जाकर ठहर गई । वह वहीं खड़े होकर उन दोनों लड़कियों को निहारने लगा ।

“क्या नाम बताया था उसने उसका ?”काले रंग के जींस के साथ फैशनेबल गुलाबी टॉप पहनी हुई शुचि ने अपने साथ चल रही अपनी क्लासमेट निधि से पूछा ।

“रोनित रॉय।” निधि ने अपने छोटे बालों की पोनी टेल बनाते हुए जवाब दिया ।

शुचि ने निधि से आगे पूछा, “नाम तो बड़ा अच्छा है पर तू कर पाएगी अगर मिल गया तो ?”

निधि ने हँसते हुए जवाब दिया,

“एक्टिंग ही तो करनी है । उसे कौन सा मुझे लाइफ पार्टनर बनाना है।”

तभी शुचि की नजर कुछ दूरी पर खड़े अंश पर पड़ी और वह निधि से बोली, “उधर देख ! उससे जाकर पूछते है।”

निधि शुचि की बात का कुछ जवाब देती इससे पहले ही शुचि तेज कदमों से चलते हुए अंश के समीप पहुँच गई । निधि शुचि के पीछे ही थी ।

शुचि ने अंश के नजदीक आकर बिना किसी संकोच के कहा, “एस्क्युज मी !”

“य.. य...यस ?” अंश अचानक ही उन दोनों के अपने पास आकर खड़े होकर बात करने से सकपका गया ।

शुचि अंश की घबराहट भाँपते हुए मन ही मन हँस दी और उससे पूछा,

“इन विच फैकल्टी डू यू स्टडी ?”

“आय एम फर्स्ट ईयर स्टूडेंट इन कम्प्यूटर इंजीनियरिंग।” अंश अब तक सम्हल चुका था और उसने बड़ी ही शालीनता से उसकी बात का जवाब दिया ।

तभी अंश का जवाब सुनकर निधि ने शुचि के कान में धीरे से कहा,

“इसे नहीं पता होगा । यह भी फर्स्ट ईयर में ही है।”

शुचि ने निधि से कहा,

“पूछने में क्या हर्ज है निधि । शायद जानता हो ?”

निधि की बात का जवाब देकर शुचि ने अपनी बात आगे बढ़ाई, “डू यू नो रोनित रॉय ?”

अंश ने जवाब देने के बदले प्रश्न किया,

“इज ही इन कम्यूटर साइन्स ?”

अंश का सवाल सुनकर शुचि का स्वर कुछ धीमा पड़ गया और वो बोली, “वी डोन्ट नो । एक्च्युली हम दोनों फर्स्ट ईयर स्टूडेंट है और सीनियर्स ने हमें एक टास्क कम्प्लीट करने को दिया है।”

शुचि का जवाब सुनकर अंश उत्साह में आ गया और उत्साह के अतिरेक में बोल उठा, “आय लव यू !!!”

अचानक से ही शुचि का गोरा सा चेहरा गुस्से से लाल हो गया और वो अंश की तरफ देखकर चिल्लाई,

“व्हॉट ? हाऊ डेयर यू टू टेल मी दिस ?”

अंश ने स्पष्ट करते हुए आगे कहा,

“आय मीन .... आय लव यू वाला टास्क ?”

अंश का जवाब सुनकर शुचि को उसकी बात समझ में आई और उसने पूछा,

“हाँ, पर तुमको कैसे पता चला ?”

अंश ने कहा, “मुझे भी मेरे सीनियर्स ने यही टास्क दिया है । किसी नताशा शर्मा को हिंदी में आय लव यू कहकर प्रपोज करना है।”

अंश का जवाब सुन वे दोनों एक साथ जोर से बोल उठी, “नताशा शर्मा ?”

“तुम जानती हो नताशा शर्मा को ?” उन दोनों के चेहरे के भाव देखकर अंश को नताशा शर्मा के बारे में जानने की कुछ उम्मीद बंधी ।

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कौन है नताशा शर्मा ? क्या निधि और शुचि नताशा शर्मा को जानती है ? क्या अंश नताशा शर्मा को प्रपोज कर पाएगा ? सबकुछ जानने के लिए मिलते है इस धारावाहिक के अगले भाग में। तब तक अगर आपको ये भाग पसंद आया है तो किसी भी तरह की कंजूसी किए बिना लाइक और कमेंट्स जरुर कीजिए। आपका प्यार स्टोरी को आगे ले जाने के लिए बहुत जरूरी है।