कोई अपना सा अपने जैसा - 3 Ashish Dalal द्वारा नाटक में हिंदी पीडीएफ

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कोई अपना सा अपने जैसा - 3

अंश के आगे पूछने पर शुचि ने उसे कहा, “देअर इज वन नताशा शर्मा – अवर लाइब्रेरियन । गो देअर एण्ड प्रपोज हर।”

अंश को जवाब देकर दोनों वहाँ से जाने लगी।

अंश अभी भी कन्फ्यूज्ड था । उसने फिर से शुचि से पूछा,

“आर यू श्योर ? कॉलेज में एक ही नताशा शर्मा है ?”

“मेन ! गो देअर एण्ड आस्क हर । वी डोन्ट नो।” वहाँ से आगे जाते हुए शुचि ने उसे जोर से जवाब दिया।

शुचि के साथ चलते हुए निधि उससे कह रही थी,

“ये रोनित रॉय कहाँ मिलेगा ? अगर कल तक न मिला तो पूरे एक हफ्ते तक तेल लगाकर दो चोटियां बाँधकर आना पड़ेगा।”

दोनों आपस में बातें करते हुए आगे बढ़ गई । अंश अपना सिर खुजलाता हुआ उन दोनों को जाते हुए अभी भी उनकी तरफ ही देख रहा था ।

तभी वहाँ तेज कदमों से चलता हुआ एक लड़का अंश के पास आया और उससे बोला,

“हैल्लो! आइ एम मनन तन्ना ।”

अपना इंट्रो देते हुए स्कीन टाइट गहरे नीले रंग की जींस और उस पर फैन्सी आसमानी रंग की टी शर्ट पहने हुए अंश के ही हमउम्र मनन ने अपना सीधा हाथ उसकी तरफ बढ़ाया ।

“मैं अंश गुलाटी ।” जवाब में अंश ने भी अपना हाथ आगे बढ़ा दिया ।

मनन ने बड़ी ही गर्मजोशी से अंश की हथेली दबा दी और बोला, “नाईस टू मीट यू।”

एक दूसरे का इंट्रो पाकर अंश अब मनन की तरफ कुछ और जानने के लिए देख रहा था ।

अंश के मन में उठ रहे सवाल को जैसे मनन ने भाँपते हुए उसके कुछ पूछे बिना ही जवाब दिया,

“सीनियर्स ने जो टास्क मुझे दिया है वह मुझे तुम्हारे साथ मिलकर पूरा करना है।”

अंश अब बड़ी ही हैरानी से मनन को देख रहा था,

“मतलब तुम्हें भी नताशा शर्मा को आय लव यू कहना है ?”

“नहीं। हमें लव ट्राई एंगल नहीं बनाना है ।” मनन ने मुस्कुराकर जवाब दिया ।

“तो, क्या करना है ?” अंश अब भी हैरानी से मनन को देख रहा था ।

मनन ने अंश को जवाब दिया,

“जब तुम उसे प्रपोज करोगे तो सबूत के तौर पर वह वीडियो मुझे बनानी है अपने मोबाइल से।”

“व्हॉट ?” मनन का जवाब सुन अंश चौंक उठा ।

मनन ने बात आगे बढ़ाते हुए अंश से पूछा, “हाँ ! सीनियर्स डोन्ट ट्रस्ट ऑन जूनियर्स । वैसे कुछ पता चला नताशा शर्मा का ?”

अंश ने कुछ देर पहले शुचि और निधि से हुई बात के बारे में मनन को बताते हुए कहा, “हाँ ! अभी दो लड़कियाँ गई इधर से । कह रही थी कि नताशा शर्मा लाईब्रेरियन है यहाँ की।”

“क्या ? तुम लाईब्रेरियन को प्रपोज करोगे ? कॉलेज लाइफ शुरू होने से पहले ही यहाँ से बाहर कर दिए जाओगे ।” मनन बड़बड़ाता हुआ अंश के साथ लाइब्रेरी की ओर जाने लगा ।

“कुछ नहीं होगा । अगर हम फँसेगे तो सीनियर्स को भी साथ लेकर डूबेंगे । नहीं किया तो सबके सामने अंडरवियर पहनकर खड़े रहने की इन्सल्ट सहन कर पाओगे ?” अंश ने सीनियर्स की तोहफा कबूल है वाली बात का मतलब अब समझते हुए मनन की बात का जवाब देते हुए उसकी तरफ देखा ।

अंश की बात सुनकर मनन मन की मन कुछ सोचकर मुस्कुरा दिया लेकिन अगले ही पल अपनी मुस्कुराहट को छिपाते हुए उसने अंश से पूछा, “पर मेम ने कम्प्लेन कर दी तो ?”

मनन के सवाल का जवाब अंश ने पूरे कॉन्फिडेंस के साथ दिया, “कुछ नहीं होगा। मैं सम्हाल लूँगा सब ।”

दोनों बातें करते हुए पीछे मुड़कर लाइब्रेरी की तरफ बढ़ चले । कॉलेज की मेन बिल्डिंग के सामने बने एक बड़े से परिसर में वे दोनों घुस गए । मेन गेट से दस कदम की दूरी पर अन्दर की तरफ एक बड़ा सा हॉल था और हॉल के एंट्रेंस पर एक लम्बी लाइन लगी हुई थी । वे दोनों लाइन में खड़े विद्यार्थियों को नजरअंदाज कर अन्दर की तरफ जाने लगे ।

“ओ हीरो ! किधर जा रहा है । लाइन दिखाई नहीं दे रही है क्या ?” तभी लाइन में से एक आवाज उभरी ।

अंश ने बड़ी ही सरलता से जवाब दिया,

“मुझे लाइन वाला काम नहीं है।”

और वो मनन के साथ अन्दर जाने लगा ।

उस लड़के ने अंश को जवाब दिया, “ओय हीरो की औलाद ! बेवकूफ समझ रखा है क्या ? ये फर्स्ट ईयर वालों का लाइब्रेरी सेक्शन है और आज यहाँ फर्स्ट ईयर स्टूडेंट्स को केवल लाइब्रेरी कार्ड ही इश्यू हो रहे है तो तू अन्दर दूसरे कौन से काम से जा रहा है ?”

अंश ने नेता बन रहे उस लम्बे से लड़के की बात का जवाब बड़े ही आत्मविश्वास से जवाब दिया, “आय वांट टू मीट मिस शर्मा।”

वो लड़का अंश के मुँह से मिस शर्मा का नाम सुनकर चौंक गया, “मिस शर्मा ? क्यों भला ?”

अंश ने बड़ी ही चालकी से जवाब दिया, “पर्सनल काम है । आगे कुछ और पूछो इससे पहले बता देता हूँ कि मैं उनका करीबी रिश्तेदार हूँ।”

अंश का जवाब सुनकर उस लड़के ने उसका मजाक उड़ाते हुए जोर से हँसते हुए कहा, “बहन लगती है क्या मिस शर्मा तेरी?”

अंश ने फुल कॉन्फिडेंस से उस लड़के को जवाब दिया, “हाँ लगती है।”

अंश का आत्मविश्वास देखकर नेता बन रहे उस लड़के ने फिर कुछ नहीं कहा।

अंश मनन के साथ फुर्ती से अन्दर जाने लगा । उसके साथ चलते हुए मनन ने जिज्ञासावश धीमी आवाज में उससे पूछा,

“तू सच में मिस शर्मा को जानता है ?”

मनन की बात का जवाब देते हुए अंश ने उसके साथ चलते हुए कहा, “नो माय फ्रेण्ड । उससे यह नहीं कहता तो वो बेवजह बखेड़ा खड़ा करता और आसानी से अन्दर जाने नहीं देता ।”

तभी आगे चलकर दीवार के पास बैठे क्लर्क से उसने पूछा,

“मिस शर्मा कहाँ मिलेगी ?”

क्लर्क ने फाइलों में डूबे हुए जवाब दिया,

“उस रेक के पीछे दाँयी तरफ खिड़की के पास उनकी टेबल है।”

जवाब सुन वह अगले ही पल मिस शर्मा की टेबल के सामने जाकर खड़ा हो गया । उसके पीछे मनन मोबाइल निकालकर वीडियो शूट करने को तैयार था ।

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क्या अंश नताशा शर्मा को प्रपोज करेगा? क्या रिएक्शन होगा नताशा शर्मा का? क्या अंश और मनन कॉलेज से रेस्टिकेट कर दिए जाएँगे? सबकुछ जानने के लिए मिलते है इस धारावाहिक के अगले भाग में। तब तक अगर आपको ये भाग पसंद आया है तो किसी भी तरह की कंजूसी किए बिना लाइक और कमेंट्स जरुर कीजिए। आपका प्यार स्टोरी को आगे ले जाने के लिए बहुत जरूरी है।