ऑटो में चुड़ैल के साथ Your Dreams द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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ऑटो में चुड़ैल के साथ


दोस्तों एक दिन मेरे बॉस ने मुझे कुछ जरुरी काम से रोक लिया और रात के 1:30 बजे बोला “हार्दिक आप को हमारे पेम्पलेट अभी प्रेस पर देने जाना है और दुसरे जो कार्ड्स है उन पर प्रिंटिंग मिस्टेक को चेक करना है “|
रात को 2 बजे में प्रेस जाने के लिए ऑफिस से निकला | मेने ऑटो वाले को रोककर वहा जाने के लिए कहा | रास्ते में मैंने मोबाइल की टोर्च चालु करके प्रिंटिंग में गलती को चेक करने लग गया | हमारे प्रेस से पहले शिलाज क्रासिंग आया | वहा पर दो औरते खडी थी | मैंने ध्यान नहीं दिया और अपने काम में लगा रहा | उन औरतो ने ऑटो वाले को को क्रासिंग के पार छोड़ने के लिए बोला | ऑटो वाला मान गया और वो दोनों औरते मेरे बाजू में बैठ गयी | जैसे ही क्रासिंग पास आया उसमे से एक औरत वही उतर गयी | मै इन सब बातो पर ध्यान नहीं दे रहा था |
फिर से ऑटो चल पड़ा | अब उस दुसरी औरत ने मेरे पैर पर उसका पाँव रखा और बोलने लगी “भैया आपने उस औरत के पाँव देखे ” मैंने कहा “नहीं क्यू क्या हुआ ” वो बोलने लगी “उसके दोनों पाँव उल्टे थे ” मै बोला “तो उसमे क्या हुआ ” वो बोली “मेरे भी दोनों पाँव उल्टे है ” उसके पांवो की तरफ देखते ही मै और ड्राईवर दोनों बेहोश हो गये और सुबह 4 बजे जब बेहोशी से उठे तो मेरे दोस्त को फ़ोन करके मुझे ले जाने के लिए बुलाया | उस वाकिये के बाद मै 15 दिन तक बीमार रहा | आज भी वो ऑटो में चुड़ैल की घटना को नहीं भूल पाया

भूत का साया
इस बात को ८ साल हो चुके है, तब मेरी मामी की तबियत बहुत ज्यादा ख़राब हो गयी थी! वो उलटी सीदी हरकते करती थी और किसी को भी कुछ भी बोल देती थी! हमने बहुत से डाक्टर्स को दिखाया लेकिन कुछ फायदा नहीं हुआ! फिर हमारे ही किसी रिश्तेदार ने हमे बताया की इन पर चुड़ैल का साया है और इन्हें बालाजी ले जाना पड़ेगा! घरवाले बिना देरी किये बालाजी के लिए रवाना हो गए! बालाजी पहुचते ही मामी गाड़ी से उतरके दौड़ती हुई अन्दर चली गयी, बाकी घरवाले भी उनके पीछे पीछे चले गए! वहां जाकर पता चला की मामाजी ने अपने बगीचे में एक पेड़ कटवाया था, जिस पर चुड़ैल और उसके बच्चे रहते थे! अब वह उनका घर तोड़ने आयी थी मगर वहाँ थोडा समझाने पर वह मान गयी! उसने अपने भूखे बच्चो के लिए दूध माँगा! मामा भाग कर दूध ले आये और जेसे ही उसे दूध देना चाहा उसने मना कर दिया और कहा मेरे बच्चे मीठा दूध पियेंगे! मामा ने सामने से जलेबी खरीदी और दूध में ड़ाल दी! इसके बाद चुड़ैल ने जंगल में पेड़ लगाने को कहा और साथ ही साथ चार साल तक रोज उसके नीचे दूध रखने को कहा! इसके बाद मामी ठीक होने लगी और सब वापस आ गए, पर वापस आते वक़्त मामी फिर से कुछ अजीब सी हरकते करने लगी! घरवाले बुरी तरह परेशान हो गए! पूछने पर पता चला की अब ये किसी और भूत का साया है! उसने बताया की मेरे मामा को कुछ साल पहले एक सपना आया करता था, सपने में उनसे एक आदमी पानी माँगा करता था! भूत ने बताया की वोह वही आदमी है! इसके बाद क्या हुआ काफी पूछने पर भी किसी ने कुछ नहीं बताया मगर मामी बिलकुल ठीक थी जिसकी सबको तसल्ली थी!

तालाब में भूत
बात तब की है जब मैं 9 -10 साल का था! गर्मिओं की छुट्टिया थी! मैं अपने गाँव गया हुआ था! गाँव में मौज मस्ती के अलावा कोई काम नहीं होता था! शहर में वो आज़ादी नहीं मिलती थी जो गाँव में थी! गाँव के पास एक तालाब था, एक दिन मैंने अपने भाई को जो गाँव में ही रहता था, वहां चलने के लिए कहा! उसने बताया कि उस तालाब में भूत रहता है! वहां जायंगे तो मार पड़ेगी! मैंने कहा कि चुपके से जायंगे, किसी को पता नहीं चलेगा! अगले दिन दोपहर में जब सब घर पर आराम कर रहे थे तो हम दोनों चुपके से निकल पड़े! हमने मछली पकड़ने का सामान भी ले रखा था! तालाब में पहुँच कर हम मछली पकड़ने लगे!थोड़ी देर बाद मेरा भाई वहां से उठा और कहीं चला गया! मैं वहां अकेला रह गया! अचानक किसी ने मुझे जोर से पीछे से धक्का मारा! मै तालाब मै जा गिरा! तालाब ज्यादा गहरा नहीं था, मगर फिर भी मैं बाहर नहीं निकल पा रहा था, जैसे कोई मुझे अन्दर कि तरफ डुबा रहा हो! मेरी सांस फूलने लगी थी! इतने मे किसी ने मेरा हाथ पकड़ा और मुझे ऊपर खीच लिया! वह कोई और नहीं मेरी भाई ही था! थोड़ी देर में जब मैं सामान्य हुआ तो मैंने पूछा कि तुने मुझे धक्का क्यों दिया! उसने कसम खा के कहा कि उसने धक्का नहीं दिया था! उसके चेहरे से लग रहा था कि वो झूठ नहीं बोल रहा था! हम दोनों जल्दी से वहां से भाग गए और फिर दुबारा वहां नहीं गए!

मामी का भूत
ये कहानी मेरे मामा के गाव की है, वहा गाव में मेरे दो मामा और उनका परिवार रहा करता था. सब कुछ अच्छा चल रहा था., पर १ सड़क हादसे में मेरे बड़े मामा की मृत्यु हो गयी. इसके कुछ समय पश्चात् मेरी बड़ी मामी की मृत्यु भी हो गयी, इसके बाद मेरे छोटे मामा और उनका परिवार भी गाव का घर ख़ाली करके शहर आ गए. पर कुछ महीने बाद मेरे छोटे मामा को गाव के घर जाना पड़ा उसकी मरम्मत करवाने के लिए. उन्होंने गाव में मरम्मत का काम शुरू कर दिया. १ दिन शाम को मरम्मत का काम ख़त्म करके छोटे मामा रात के करीब ८ बजे छत पे खड़े थे. उन्होंने देखा की नीचे मेरी बड़ी मामी खुले बालो में आँगन में टहल रही है, ये नज़ारा देखके मेरे मामा की आंखे फटी की फटी रह गयी. वो तुरंत नीचे की और भागे, जेसे ही वो सीडीयो के पास पहुचे उन्होंने देखा की मेरी बड़ी मामी नीचे से चोथी सीडी पर बेठी थी और पीछे गर्दन करके उन्हें घूर रही है. ये देखके मेरे मामा बुरी तरह डर गए और अपना होश खो बेठे. इसके बाद उन्हें सुबह जब होश आया तो वो पड़ोसियों के घर चले गए उन्होंने पड़ोसियों को पूरा नज़ारा सुनाया. इसके बाद मेरे मामा की तबियत बुरी तरह ख़राब हो गयी वो जल्दी से शहर आ गए पर उस रात को कभी नहीं भूल पाए.

स्कूल में भूत
ये एक छोटा सा किस्सा है! जिस स्कूल में मै पढ़ता था वहां एक अफवाह थी कि ग्राउंड फ्लोर के टोइलेट में भूत रहता है! वहां कोई अकेला नहीं जाता था! कुछ बच्चे तो फर्स्ट फ्लोर में टोइलेट जाते थे! मगर भूत देखा किसी ने नहीं था! एक दिन मै अकेला ही टोइलेट गया! वहां कोई नहीं था! जब मैं वापिस जा रहा था, किसी ने मुझे पीछे से धक्का दिया! मै डर गया और बिना पीछे देखे तेज़ी से वहां से भाग गया! मुझे नहीं पता कि धक्का किसने मारा था पर मै फिर से वहां कभी अकेला नहीं गया!