** ओम नमः शिवाय **
** इश्क़ होना ही था part- 16 **
अभी तक हमने देखा की अक्षत और शिव दोनों अहाना से मदद मांगते है और अहाना एक ग्रुप बनाती है जिसमे दिया, मिताली, शिव, अक्षत, नितिन, और वो खुद भी होती है...
शिव जो अहाना से ठीक से बात भी नहीं करता था वो अहाना से माफ़ी भी मांगता है और उसे मदद के लिए सुक्रिया भी करता है फिर दोनों बहोत सारी बाते भी करते है...
अक्षत जो का से दिया के मेसेज का इंतज़ार कर रहा था वो इंतज़ार करते करते ही सो जाता है...
सुभे अक्षत की आँख किसी के बात करने की आवाज से खुलती है। अक्षत अगड़ाई लेता है और फिर अपने ब्लेंकेट से बहार देखता है तो शिव किसी से धीरे धीरे बात कर रहा था...
" शिव तुम इतनी सुभे किसे बात कर रहे हो..."
अक्षत बोलता है...
"अरे वो... वो हेना..."
जब शिव जो फोन पे बात कर रहा था वो अक्षत की आवाज सुन कर अटक अटक कर बोलता है...
" हां बोल..."
अक्षत बोलता है...
"मीतू का फोन है..."
शिव जल्दी से बोलता है...
" हां तो मुझे देतो मुझे काम था मिताली का..."
अक्षत बोलता है...
" तू खुद ही फोन कर लेना अभी मुझे बात करने दे..."
शिव ये बोल कर जल्दी से रूम के बहार चला जाता है...
तभी अक्षत की फोन रिंग बजती है ये देख कर अक्षत जब अपने फोन में देखता है तो उसमे मिताली नाम देखता है फिर जल्दी से फोन उठा लेता है...
"उठे या नहीं..."
मिताली बोलती है...
" बस तुम्हारे फोन आने से ही उठा..."
अक्षत बोलता है...
"चलो अच्छा हुआ और बता दिया से कुछ बात हुई..."
मिताली बोलती है...
" अरे अभी तो उसने ग्रुप में ही मेसेज नहीं किया तो में कैसे उसे सिद्ध ही मेसेज करू..."
अक्षत उदास हो कर बोलता है...
" कोई नहीं थोडासा ही तो इंतज़ार करना है तुम्हे..."
मिताली बोलती है...
" हां और बता नितिन जीजू कैसे है...?"
अक्षत बोलता है...
"बस वो भी ठीक है और वो थोड़ी देर पहले ही कुछ काम से बहार गए है...."
मिताली बोलती है...
अक्षत जो मिताली को कल की सारी बाते बताता है और शिव के बारे में भी की उसने क्या किया...
वो दोनों पता नहीं इतने क्यों जागते है,
वैसे शिव कहा है...?
मेने उसे कॉल किया था पर व्यस्त आ रहा था..."
मिताली बोलती है...
"में तुम बाद में कॉल करती हु नितिन आ गए..."
मिताली बोलती है और अक्षत कुछ बोले उसे पहले ही मिताली बोलती है...
" कोई बात नहीं..."
अक्षत बोलता है और फोन रख देता है...
" तो शिव अभी किसे बात कर रहा था और कल भी वो बहार ही था सायद मेरे सोने के बाद ही आया होगा..."
अक्षत अपने मन में सोचता है और तैयार होने के लिए चला जाता है...
शिव और अक्षत सबके साथ बेथ कर नास्ता कर रहे थे...
" शिव वो मिताली का फोन आया था और वो तुमसे बात करनी थी..."
अक्षत बोलता है...
" हां वो... वो कर लूंगा में बात..."
शिव जल्दी जल्दी बोलता है और काम का बहाना कर के जल्दी से वहा से चला जाता है...
" अब इसे हुआ क्या है...."
अक्षत अपने मन में सोचता है...
पूरा दिन सही जो अक्षत से बच बच कर ही चल रहा था कही वो उसे सुबह के कॉल के बारे में कुछ ना पूछ ले...
शिव जो टेरेस पर किसी से बात कर रहा था तभी कोई उसके कंथे पर हाथ रखता है वो जब वो पीछे देखता है तो वो अक्षत होता है...
"आज पुरे दिन तू मिला ही नहीं और अभी किसे बात कर रहा है...."
अक्षत बोलता है...
" अरे वो एक दोस्त था..."
शिव बोलता है और तभी अक्षत को किसीका कॉल आता है...
" तू रुक में बात कर लेता हु..."
अक्षत बोलता है और दूसरी साइड देख कर बात करही रहा था, तभी निचे बाइक की आवाज आती है जब वो देखता है तो शिव कही जा रहा था...
"अरे अब ये कहा गया..."
अक्षत बोलता है और रूम में चला जाता है...
शिव जो अभी भी फोन चालू था सामने से एक लड़की जो जोर जोर से हस रही थी...
"अरे तुम अपने ही भाई से इतना क्यों भाग रहे हो और उस बता दोना..."
वो लड़की बोलती है...
" अगर उसे तुम्हारे बारे में पता चला तो बहोत सवाल जवाब करेगा और फिर चिढ़ाएगा वो अलग..."
शिव बोलता है...
अक्षत जो रूम में बेथ कर कब से शिव का ही इंतेज़ार कर रहा था...
" ये लड़का भी ना पता नहीं कहा चला गया... "
अक्षत सोचता है और थोड़ी देर में वही उसकी आंख लग जाती है...
शिव जो धीरे से दरवाजा खोलता है और तभी देखता है की अक्षत सुकून से सो रहा है...
"हाये मेरा भाई कितना क्यूट लग रहा है..."
शिव बोलता है और और उसके बाजु में ही सो जाता है...
अक्षत जिसकी सुभे आंख खुलती है तो अपने बाजु में शिव को सोता देखता है...
" ये रात को कब आया...?"
अक्षत सोचने लगता है और फिर जल्दी तैयार होने चला जाता है...
जब वो बाथरूम से बहार आता है तभ शिव को जगाने लगता है...
"चल जल्दी उठ जा मिताली आने वाली है..."
अक्षत बोलता है और शिव उठ अगडाईया लेने लगता है...
तभी शिव के फोन में किसीका मेसेज आता है, शिव अक्षत को देखता है और मुस्कुराता है...
" हस क्यों रहा है... "
अक्षत बोलता है और शिव को देखता है...
शिव जल्दी से अपना फोन हाथ में लेता है और अक्षत कुछ समज पाए उसे पहले ही वो बाथरूम में चला जाता है...
" २ दिन से इसे हुआ क्या है...
मुझसे भाग ही रहा है..."
अक्षत सोचन लगता है और बहार जा कर मिताली के आने के लिए तैयारियां करने लगता है...
"वो लड़की कोन है और अक्षत क्या पता लगा पायेगा की शिव क्या छुपा रहा है...?"
" अक्षत से पहले क्या शिव की लव स्टोरी शुरू हो जाएगी...?"
अक्षत और दिया की इस कहानी में आगे क्या होगा ये जाने के लिए बने रहिये मेरे साथ ....
इश्क़ होना ही था ....
अगर मेरी कहानी आपको पसंद आये तो मुझे कमेन्ट कर के जरूर बताना ...
इश्क़ होना ही था का part - 16 आपके सामने 25 January को आ जायेगा ...