बदलाव Anonymous द्वारा सामाजिक कहानियां में हिंदी पीडीएफ

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बदलाव

एक औरत अपनी पड़ोस की औरत के साथ बेटी हुई कह रही है ''अरे बहन फलानी औरत कितनी बदल गई है , उसका आदमी जब से एक सेठ के काम करने लगा है और चार पैसे क्या कमाने लग गए उनके तो बोल ही बदल गए है।आपने भी अक्सर अपने आसपास के लोगों को यह कहते हुए सुना होगा कि ''अरे वह कितना बदल गया'' पर सच बात तो यह है कि हम सब बदल गए हैं। एक बार जीव विज्ञान के अध्यापक ने में बतलाया था कि इस दुनिया में परिवर्तन के अलावा भी स्थाई नहीं है , आसान शब्दों में कहा जाए तो बदलाव हमेशा होता ही रहता है अब चाहे वह सामाजिक हो ,राजनीतिक हो ,आर्थिक हो या व्यक्तिगत बदलाव हो।

अब बात करी जाए व्यक्तित्व बदलाव की तो पहले हमारे यहां आस पड़ोस के घरों के छत आपस में जुड़े हुए होते थे यानी कि एक ही छतो से होते हुए हम किसी के घरों में भी चले जाते थे और दूसरा बुरा भी नहीं मानता था ,वह अपने घर आने को सौभाग्य ही समझता था घंटे तक औरतों का छत पर बतलाना हो या बच्चों का साथ खेलना हो या फिर घर के बड़ों का राष्ट्र की किसी समस्या पर चर्चा करना यह सब चलता ही रहता था।

अब बात शुरू ही हो गई है तो क्यों ना बात करें पारिवारिक बदलाव की, लेकिन इसका जैसे ही मन में विचार आता है तो गाने की एक लाइन याद आती है कि '' वह दिन भी क्या दिन थे " मतलब जब गर्मियों की छुट्टियां आती थी तब जब हम नानी के घर में सब इकट्ठा होते थे तो वह दो महीने किस तरह से गुजरते थे उसकी व्याख्या ही नहीं कर सकते मतलब चचेरे भाई बहनों का एक साथ जमा होना, तरह-तरह के इनडोर व आउटडोर गेम खेलना, साथ सोना-जागना, साथ खाना -पीना सब मजेदार हुआ करता था।

अब सब कुछ बदल गया है आस-पड़ोस की छतो पर दीवारें खड़ी हो गई औरतों का आपस में बतलाना बंद हो गया, बच्चों का खेलना बंद हो गया, घर के बड़ों का राष्ट्र चर्चा करना बंद हो गया और चचेरे भाई बहनों का नानी के घर आना बंद हो गया। अब सब कुछ बदल गया।
आम नागरिक होने के नाते हमें यह कभी नहीं सोचना चाहिए कि यह कितना बदल गया वह कितना बदल गया बल्कि हमें यह सोचना चाहिए कि हम सब बदल गए और जिंदगी में आगे बढ़ना चाहिए क्योंकि एक रास्ता है जिंदगी थम गए तो कुछ नहीं... थमना तो हम सब को जब है जब जिंदगी ही पुरी हो जाये, और जिंदगी पूरी कब होगी? यह हम मे से कोई भी नही जानता है।
इस लिए जिंदगी के हर एक पल को उत्सुकता के साथ जिए।
मेरी आप सब के लिए ऊपर वाले से यही दुआ है कि आप यु ही हँसते रहे ,मुस्कुराते रहे , जीते रहे और बदलते रहे क्योकी इस दुनिया मे कुछ भी स्थाई नही है सिर्फ और सिर्फ बदलाव के सिवा। इसलिए बदलाव तो जरुरी है पर किसी से ताल्लुक तोड़कर नही....