Chapter -10
(Possessive Demon )
थक कर सो रही सना की आंख एक आवाज़ सुन कर खुली । सना ने लेटे हुए ही मुड़ कर देखा डोर के पास आरिफ को देख कर सना ने कहा " हमे तंग मत करों आरिफ हम बहुत थक गए है हमे सोने दो"।
"आपा आपको तंग करने नहीं आए हम । अम्मी का मैसेज लेकर आए है , अम्मी पुछ रही है आप कॉलेज जाओगी या नहीं "। सना ने बंद आंखों से ही कहा " नहीं हम नहीं जायेंगें आज कॉलेज और प्लीज अब हमारे रूम में मत आना " सना की बातों पर आरिफ ने कहा " "हां हां सो जाओ खडूस आपा नहीं करूंगा आपको परेशान "। अपनी बात कह कर आरिफ चला गया। जहां एक तरफ सना थक हार कर सो रही थी । तो वहीं दुसरी तरफ किसी के चेहरे पर थकान दूर दूर तक नहीं थी।
अन्मय के सामने बैठे तीन लड़के जिनके चेहरे पर चोट के निशान और होठों के कोने से खून निकल रहा था। वो सभी रस्सी से बंधे चेयर पर बैठे थे। उनमें से एक ने अर्धमरी हालत में कहा " तु जानता नहीं है किस पर हाथ उठाया है तुने "। लड़के की बातों पर अन्मय ने कहा " क्या तु जानता है तुझे यहां कोन लेकर आया है "। "आशुतोष वाजपाई का नाम तो सुना होगा ना तुने उसका बेटा अजय वाजपाई हूं मैं " अजय की बात सुन कर अन्मय ने कहा " कुछ लोगों को बातों से नहीं लातो से ही समझते है " कहते हुए अन्मय ने अजय को थप्पड़ मारने के लिए अपना हाथ उठाया । तभी अंधेरा में खड़े शक्श की आवाज़ सुन कर अन्मय के हाथ हवा में ही रुक गए । आवाज़ की ओर सबने देखा जहां से वो आवाज़ आ रही थी । अर्जुन जो इतने देर से सब देख सुन रहा था वो अंधेरे से निकल कर रोशनी में आया ।
जैसे ही अजय ने अर्जुन का चेहरा देखा उसका चेहरा सफेद पड़ गया । उसके मुंह से धीरे से निकला" एएसआर "
फ्लैशबैक, पांच घण्टे पहले , सना you need take some rest " सना की नींद से बार बार पलके झपकती आंखो को देख कर राजू ने कहा । राजू की बातें सुन कर सना ने कहा " it's okay, sir i am fine " "No सना you needed " राजू के इस तरह फॉर्स करने पर सना कार की तरफ बढ़ गई । अंदर बैठते ही सना कुछ ही मिनटों में सो गई । राजू ने हल्का सा कार का डोर खोल कर देखा तो सना सो रही थी । सना को सोते हुए देख कर राजू ने अर्जुन जो कुछ दूरी पर खड़ा था उसे इशारा किया।
राजू वहीं कार के पास कार से टेक लगा कर खड़ा हो गया । इधर अर्जुन ने अपने स्लीव्स के बटन को खोल कर उसे कोहनी तक फोल्ड किया और उसके कदम उस ओर बढ़ गए जहां वो तीनों लड़के ड्रिंक कर रहे थे।
जहां वो तीनों लड़के बैठ कर ड्रिंक कर रहे थे उनके आस पास कोई नहीं था । रात गहराने की वजह से अंधेरा भी काफ़ी ज्यादा हो गया था। उनके हंसने और बाते करने की आवाज़ भी वहा गूंज रही थी। वो लड़के अभी भी सना के बारे में ही बातें कर रहे थे। । उसके बॉडी शेप और खुबसूरती के बारे में जैसे जैसे अर्जुन के कानों में उनकी बात पड़ रही थी । अर्जुन की मुठ्ठी कसती जा रही थी।
अपनी रिस्ट वॉच में टाईम देखते हुए अजय ने कहा " टाईम हो गया है चलो चल कर थोड़े मजे करते है " कहते हुए अजय उठा और जैसे ही पीछे मुड़ा उसे अपने सामने एक काली परछाई दिखी जो उसे ढंक रही थी। सामने खड़े शक्श का उन तीनों को ही चेहरा नहीं दिख रहा था। अजय ने लापरवाही से कहा " कोन है बे तु और हमारा रास्ता रोक कर क्यों खड़ा है " । अजय ने इतना कहा ही था के तभी अर्जुन का एक पंच उसके मुंह पर लगा । अजय के मुंह पर पंच पड़ते ही अजय निचे जा गिरा । तभी उसके दो दोस्तों ने अर्जुन पर हमला किया । अर्जुन ने अपने दोनों हाथो से उन दोनों के पंच को अपनी मुठ्ठी में भर लिया और दोनों के हाथ को मरोड़ दिया । । दोनों की चीख सुन कर अजय जो अर्जुन का पंच खाते ही निचे गिर कर बेहोश हो गया था वो अपने होश में आया । अजय ने होश में आते ही देखा उसके दोस्त दर्द में तड़प रहे । उसने उन दोनों को बचाने के लिए अर्जुन पर अटैक किया पर अर्जुन ने उसे एक किक मारी और वो दूर जा गिरा । अर्जुन की जबान नहीं चल रही थी पर उसके हाथ और पैर खूब चल रहे थे। अर्जुन ने उन्हें इतनी बुरी तरह से मारा था की वो तीनों उठ कर खड़े भी नहीं हो पा रहे थे। उनके शरीर के कुछ हिस्सों से खून निकल रहा था। अर्जुन वापस अपनी कार के पास आ गया। अर्जुन को देख कर राजू ने कहा " हो गया सैटिस्फाईड तु " । । अर्जुन ने अपनी स्लीव्स के बटन लगाते हुए कहा " अभी नहीं "
अर्जुन की बातो पर राजू ने तेज आवाज में कहा " क्या ? अब क्या तु उन्हें मार कर ही मानेगा । देख तेरी मार खा कर वो वैसे ही एक महिने तक बेड से उठने नहीं वाले और तु अभी भी सैटिस्फाइड नहीं हुआ है "। राजू की बातों पर अर्जुन ने कहा " उन्हें लेकर आओ "। अर्जुन अपनी बात कह कर कार में बैठ गया । बाहर राजू खड़ा अर्जुन को मुंह बनाते हुए देख रहा था। राजू ने फ्रस्ट्रेशन में कहा " पहले इसे लड़की ही पसंद नहीं थी अब एक पसंद आ गई है तो इतना पजेसिव क्यों हो रहा है , अब तो मुझे भी डर लगने लगा है कहीं ये किसी दिन मुझे ही ना मारदे " राजू अपनी बात कह कर चला गया। अर्जुन कार में बैठा सना को देख रहा था जो अभी भी विंडो से टीक कर सो रही थी।
अर्जुन सना के थोड़ा नजदीक बैठ गया और उसके सिर को अपने एक हाथ से सहारा देते हुए उसे अपने कंधे पर रख लिया । अर्जुन ने तिरछी नजरों से सना को देखा और खुद से ही कहा " you are only mine , तुम्हें उस तरह से देखने का हक भी सिर्फ मेरा है " अर्जुन की बातों में भी पोसेसिवनेस साफ साफ झलक रही थी।
फ्लैशबैक एंड ,
अर्जुन को देख कर तीनों के ही होश उड़ गए थे । उनके मुंह वर्ड्स भी बहुत मुश्किल से निकल रहे थे। अर्जुन जब उनके सामने आया तो उसके दोनों हाथ पेंट की जेब में थे और उसकी आंखों में बहुत गुस्सा भरा हुआ था। वो अपनी काली भूरी आंखों से उन्हें घूर रहा था उसे देख कर ऐसा लग रहा था वो एक शेर हो और उसके सामने वो तीनों लोग उसके शिकार जिसे वो अभी चीर फाड़ डालेगा ।
अजय ने हिम्मत कर धीरे से अटंकते हुए कहा " हमने किया क्या है तुम हमें यहां क्यों लेकर आएं हों "। अर्जुन ने अपनी कॉल्ड आवाज में कहा " बहुत जल्द पता चल जाएगा तुने किया क्या है, अच्छे से ख्याल रखो इन सबका " अर्जुन ने अन्मय को देखते हुए कहा । अन्मय ने पलके झपका कर हां कहा ।
इधर सना अभी तक सो रही थी । सुरज सिर पर चढ़ गया था पर सना की नींद जैसे पुरी होने का नाम ही नहीं ले रही थी। फोन की रिंग सुन कर सना ने आंखे बंद किए हुए ही बेड पर अपना फ़ोन टटोला । प्लो के निचे रखा फोन सना के हाथ में आया । सना ने आंखे बंद किए हुए ही बिना नाम देखें कॉल पिक किया । दुसरी तरफ से एक चिंता भरी आवाज उभरी " सना तु ठिक है ना तु आज कॉलेज क्यों नहीं आई । मैं कब से तुझे कॉल कर रहा हुं , तेरा फोन क्यों नहीं लग रहा था" मोहित ने एक सांस में ही सब कह दिया। सना ने मोहित की आवाज पहचानते हुए उसकी बातों का जवाब देते हुए कहा " हम बहुत थक गए है मोहित हम सो रहे है , हम कल तुमसे बात करते है " अपनी बात कह कर बिना मोहित की बात सुने सना ने कॉल कट कर दिया। मोहित कॉल पर हैलो हैलो करता रह गया।
दुसरी तरफ एएसआर कॉरपोरेशन में , अर्जुन अपने आलिशान कैबिन में बैठा था उसके सामने वाली वॉल पर एक बहुत ही खुबसूरत पेंटिंग बनी थी। उसे देख कर ऐसा लग रहा था वो एक डिजिटल पेंटिंग हो वो वॉल भी कोइ आम वॉल नहीं लग रही थी। । अर्जुन की नज़रे उस पेंटिंग पर ही थी । तभी राजू उसके कैबिन में एंटर हुआ । राजू ने अंदर आते ही कहा " so what next , कहते हुए राजू अर्जुन की सामने वाली चेयर पर बैठ गया और आगे कहा " फॉरेन क्लाइंट से जो डील होने वाली थी " "वो हो गई है " अर्जुन ने राजू की बात को पुरा करते हुए कहा तो राजू ने कहा " पर कब, तु तो दो दिन से कोई काम ही नहीं कर रहा है " । अर्जुन ने राजू की बातों का जवाब देते हुए कहा " कल शाम को ही ये डील हो गई थी"। अर्जुन की बातें सुन राजू ने सोंचते हुए कहा " कल शाम तो सना हमारे साथ थी और उसके बाद ट्रेफिक के वजह से हमे रुकना पड़ा । फिर इसने ये डील कब फाइनल की होगी " राजू की सोंच पर फुल स्टॉप लगाते हुए अर्जुन ने कहा " तभी जब तु आगे बैठा बकवास कर रहा था"। राजू अर्जुन की बात सुन कर फिर चौंक गया और सोंचते हुए खुद से कहा " इसका मतलब पचास करोड़ की डील इसने 20 मिनट में फाइनल की , सब कहते है लड़की के लाईफ में आने से आदमी बर्बाद हो जाता है पर ये तो day by day और अमीर होता जा रहा है "।
राजू जो अभी भी अपने सोंच में डूबा हुआ था अर्जुन की आवाज सुन कर राजू अपनी सोंच से बाहर आया । अर्जुन अब अपनी जगह पर नहीं था राजू ने देखा तो अर्जुन उस पेंटिंग को देख रहा था जो वॉल पर बनी थी। अर्जुन ने कहा " तुझे एक वीक का टाईम दिया था ना पर अब सिर्फ़ दो दिन है तेरे पास । दो दिन में सना मुझे मेरे पास चाहिए " । अर्जुन की बातें सुन कर राजू को अपना गला सुखता फील हुआ। उसने जल्दी से कहा " ये मैं दो दिन में कैसे करूंगा । कम से कम दो महिने का तो टाईम दे यार " । अर्जुन ने मुड़ कर राजू को देखा तो राजू ने अर्जुन की घूरती आंखो को देख कर कहा " अच्छा ठीक है डरा मत सोंचता हूं मै कुछ " राजू ने कहा और चला गया ।
राजू के जाते ही अर्जुन वापस से उस पेंटिंग की तरफ मुड़ गया और अपनी जेब में रखा हाथ बाहर निकाला उसके हाथ में एक छोटा सा रिमोट था । रिमोट का बटन प्रेस करते ही वॉल पर बनी वो पेंटिंग एक खुबसूरत लड़की के चेहरे में बदल गई । जिसे अर्जुन अपनी दो रंग वाली आंखों से देख रहा था। हां हां वो खुबसूरत लड़की सना ही है । सना के होठों पर एक बड़ी सी स्माइल थी और उसका वो संगे मर मर के जैसा गोरा रंग उस पर उसके गाल पर वो छोटा सा काला तिल सना की खुबसूरती को और निखार रहा था। अर्जुन नजर भरके सना को देख रहा था उसकी आंखो में सना की तस्वीर दिख रही थी। अर्जुन ने अपना एक हाथ सना के चेहरे पर रखा और फेरने लगा "।
*******
❤️❤️❤️
क्या राजू सना को दो दिन में अर्जुन के पास ले आयेगा ? क्या होगा जब सना को अर्जुन के इरादों के बारे में पता चलेगा? क्या करेगा अर्जुन अब उन तीनों लड़कों के साथ ?
To be continued...
आगे की कहानी जानने के लिए पढ़ते रहिए " heartless demon " और बने रहिए कहानी पर।।
If you like my story then please give it a heart, share and comment. Also please don't forget to give it a positive review.
Thank you 🥰🥰🥰
See you in the next chapter till then take care...
Bye 👋 👋