लिविंग विथ डाय - 5 Makvana Bhavek द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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लिविंग विथ डाय - 5

लिविंग विथ डाय

भाग 05

 

हारुकी अपनी यादो से बाहर आता है और अपने आप से कहता हैं कि उसने मुझे मरने से पहले बताने का वादा किया था जो उसने तोड दिया, मैंने भी उसे उसकी बुक वापस लौटाने का वादा किया था जो मैं ने तोड दिया वो मर गही!

हारुकी साकुरा के फिनरल में नही जाता क्योकी उसके पास इस सच को स्वीकार करने की हिम्मत ही नहीं थी। 

हारूकी खुद से कहता है कि उसके मौत के दस दिन बाद जाकर मुझे होश आया मुझमे सच्चाई को स्वीकार करने लायक ताकत आ गई थी मैंने खुद को मजबूत किया इस कहानी के अंत की झेलने के लिए। 

इसके बाद वो साकुरा के घर जाता है और उसकी आत्मा की शांति के लिए प्रेय कहता है। वो उसकी मोम से कहता है मुझे आपसे कुछ कहना था, मुझे उसकी बीमारी के बारे में पता था। उसकी एक डायरी थी लिविंग विथ डाइ क्या आप मुझे उसे पढने दे सकती हैं?

साकुरा की मोम रोते हुए कहती है तो वह तुम ही थे! मुझे काफी खुशी हुई कि तुम आए मैंने तुम्हारा काफी इंतजार किया। इसके बाद वह साकुराकी की डायरी दे देती हैं और कहती हैं इसे साकुराने तुम्हारे लिए छोडी थी। साकुरान मुझे उसके मरने के बाद ही डायरी उस खास इंसान को देने को कहा था जिसे उसकी बीमारी के बारे में पता हो। उसने कहा था कि शायद उसे मेरे अंतिम संस्कार में आने में डर लगे पर चाहे कुछ भी हो वो इसे लेने एक दिन जरूर आएगा। 

इसके बाद हारुकी वह डायरी पढने लगता है उस डायरी में हारूकी की साकुरा के साथ बिताइ हर एक याद लिखी थी और साथ ही उसे और भी कई बाते जानने को मिलती है उसे पता चलता है कि वह सामने तो हमेशा बहुत खुश रहती थी और जिंदगी के हर एक पल को जीती थी जैसे उसे मरने से डर ही नही लगता यर पीठ पीछे वह अकेले में बहुत रोया करती थी और साथ ही उसमें लिखा था कि हारुकि को हग करके मुझे बहुत अच्छा फील हुआ था। मैं उसकी बाहों में रोने ही वाली थी कि तभी वहा पर क्योको आ गइ। बस यह सोचती हूँ कि काश वो दोनों दोस्त बन पाते!

इसके बाद उसने लिखा था कि जब हारुकी ने मुझे कहा उसे मेरी परवाह है तो मैं बहुत खुश हो गई थी इतनी खुश कि मैं घर आकर बहुत रोई अब मैं अपना बचा वक्त उसके साथ खुल कर जिउगी। इसके बाद के सारे पने खाली थे।

हारुकी बुक बंद करने लगता है तभी साकुरा की मोम उससे कहती है जरा ध्यान से देखो उसने तुम्हारे लिए कुछ और भी लिख रखा होगा!

हारुकि फिर से बुक खोल देेता है तो उसे कुछ पन्ने छोड़कर फिर से बहुत सी बातें लिखी हुई मिलती है।

वहा साकुरा उसे कह रही होती है फाइनली कुछ तुम्हारे लिए मैंने तुम्हारा नाम डायरी में कही नहीं लिखा है क्योकि तुमने मना कीया था। तुम कैसे हो? 

तो अब ये बूक तुम्हारी है मैंने यह पहले ही मोम को बता दीया है। मै ने काफि लोगों के लिए इस में मैसेज छोडे हुए है, हो सके तो उन लोगों को मेरे मैसेज दे देना। मुझे तुम्हारी फिक्र होस्पिटल में पहली बार मिलने से पहले से ही थी! मुझे खुशी है कि हम करीब आए, ऐसा समय कई बार आया जब मुझे लगा मुझे तुमसे प्यार है तुम्हें याद है जब हमने होस्पिटल में ट्रूथ और डेर खेला था, पता है तब मैं तुमसे क्या पूछती? 

में पूछती कि आज तक कभी भी तुमने मुझे मेरे नाम से क्यों नहीं पुकारा क्या इसलिए कि तुम्हें पता था कि मैं मरने वाली हू तो तुम मेरा नाम लेने से डरते थे, मैं बस कुछ ही पल तुम्हारी जिंदगी में हूं इसलिए तुम मुझे दोस्त या गलफ्रेंड बनाने से डरते थे है ना, अगर में सही हूं तो मेरी कब्र के पास जाकर एक फूल छोड जाना। 

शायद इसीलिए मैंने भी अपने आाप को तुम्हारा नाम लेने से हर बार रोका, क्या तुमने यह नोटिस किया था? मैं तुम पर बहुत भरोरा करती थी। 

बस इसी तरह की कुछ और भी बाते इस में लिख हूइ थी और आखीर में उसने लिखा था मैं तुम्हार ये पैंक्रियास खाना चाहती हूं।

इसके बाद हारुकी साकुरा की मोम को बोलता है कि क्या है यहा रो सकता हूं और उसके बाद वो बहुत जोर-जोर से रोने लगत है।

इसके बाद हारुकि उसकी मोम से वेसे रोने के लिए माफी मांगता है और वहा से चला जाता है।

इसने बाद हारुकी स्प्रिंग कैफे में बेढा होता है तभी वहा क्योको आती है और कहती है तुमने मुझे यहां क्यो बुलाया? 

वहा हारुकी उसे साकुरा की बिमारी के बारे में बताता हैं। क्योको को विश्वास नही होता है, हारुकी उसे साकुराकी लिविंग विथ डाय देता है क्योको उसे यढती है और वह भी जोर-जोर से रोने लग जाती है। 

वो कहती है साकुराने उसकी बीमारी के बारे में तुम्हें बताया मुझे नहीं! हारुकी कहता हे वो बस गलत जगह गलत वत्क में मारी गई अगर उसके साथ ऐसा नहीं हुआ होता वो तब भी...

ये सुनते क्योको उसे एक थप्पड मार देती है इसके बाद वो हारुकी पर गुस्सा करते हुए कहती है तुमने ये सब मुझसे क्यो छुयाया, में तुम्हें इसके लिए कभी माफ नहीं करूंगी और फिर वो वहा से चली जाती है थोडी देर बाद हारुकी भी उसके पीछे जाता है और कहता है कि मैं चाहता हूं कि तुम मुझे माफ कर दो और हम हमेशा के लिए दोस्त बन जाए!

एक साल बाद हारुकि और क्योको साकुरा की कब्र के पास होते है, हारुकि साकुरा से कहता की मुझे खुद को बदलने में पूरा एक साल लगा। तुम्हारे जाने के बाद ही मुझे जीवन जीने का असली मतलब पता लगा। 

इसके बाद क्योको उसे गम देती है इस पर हारुकि कहता हे तुमने गम खाना कब से शुरु किया? 

इस पर क्योको कहती है बस अभी अभी और उसे जल्दी आने की कहती है। 

हारुकी जाते जाते अपने मन में कहता है मुझे आज भी महसूस होता है कि तुम मेरे करीब हो और उमे साकुरा की क्रब से उसकी हंसने की आवाज आती है।

 

.....................समाप्त.....................