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पर्दा - 3

इंसपेक्टर सुभास ..फोन निकाल कर नम्बर डायल करता है

इंसपेक्टर सुभास चंद्रशेखर
शहर से बाहर जाने वाले सारे रास्ते मे फोर्स लगा दो सीमा का गिडनैपर बच के बाहर जाने ना पाये... हर छोटी बडी गाडियो को चेक करो किसी को छोडना नही ......

इंसपेक्टर सुभास फोन कट कर के अपने सब साथीओ को लेके गाडी मे बैठ जाता है ,समीम भी उनको गेट तक छोडने आता है !

इंसपेक्टर सुभास
समीम चचा किसी का फोन आये तो हमको खबर करना ...तुम परेशान मत हो हम सब सीमा को बचा लेंगें...बस तुमको कुछ खबर मिले हमको बताना....

इंसपेक्टर सुभास गाडी स्टार्ट करके चला जाता है ....समीम भी अपने बेटी को तलाश करने के लिये निकल गया ....

समीम
सीमा सीमा ......सीमा कहा हो ..आ जाओ मेरी प्यारी बेटिया आ जाओ ....वापस .....कहा चली गई हो अपने अब्बा से नाराज हो के ..

समीम हर गली हर चौराहे मे पागल की तरह भागता रहता है पर सीमा कही नही मिलती है आखिर मे थाक कर अपने घर के पास के ही चौराहे के किनारे मे लगे बरगद के पेड मे टेक लगा कर बैठ जाता है..थकी होने के वजह से और गहरी नीन्द के वजह से वही सो जाता है..सुबह होती है गाडी की आवाज से समीम की आंख खुल जाती है ....

समीम
पता नही कैसे होगी मेरी लाडली ...क्या किये होंगे उसके साथ ..अल्लाह मेरी बिटिया की हिफाजत करना ...

समीम ढूनते ढूनते खयाल आता है ..सीमा के कुछ दोस्त वही पास के पडोस मे रहते है..समीम बिना देर किये सीमा के दोस्तो के घर पहुचता है...

समीम
दिक्शा बिटिया सीमा तुम्हारे साथ मे थी ना परसो के दिन..

दिक्शा
हा समीम चचा...हम लोगो के साथ थी हमने उसको घर तक ड्राॅप किया था...परसो...

समीम
बिटिया और कौन कौन था तुम लोगो के साथ...सीमा हमेशा तुम्हारे और तुम्हारे दोस्तो के बारे मे बताया करती थी...

तभी दिक्शा समीम की बात को बीच मे काटती है

दिक्शा
सीमा को क्या हुआ है. आप परेशान लग रहे हो...समीम चचा ...

दिक्शा समीम को दिलासा देती है

दिक्शा
चचा सीमा को क्या हुआ है...परसो तो सही थी सीमा ..बहुत खुश थी वो..बोल रही थी अपने पापा को बहुत प्यार करती हु....मेरे पापा सारे दुनिया के पापा से अच्छे है...

समीम दिक्शा की बात सुन कर रो देता है
दिक्शा ये देख कर परेशान हो जाती है...

समीम
( हल्की हल्की आवाज मे सीमा कि बात को
दोहराता है)
मेरे पापा दुनिया के बेस्ट पापा है...मेरी बिटिया कितनी समझदार हो गई हम को पता नही चला...

दिक्शा फिर समीम से सीमा के बारे मे पुछती है

दिक्शा
समीम चचा सीमा को क्या हुआ है ....वो कहा है .....
वो ठीक तो है ना.....कुछ हुआ है क्या .......

समीम खामोश रहता है सिर्फ सीमा को सोचता रहता है...

समीम
सीमा मेरी प्यारी बिटिया ...कहा है तु ......तुझको देखे दो दिन हो गये है......

दिक्शा समीम से चुप कराती है...दिलाशा दे कर पुछती है..सीमा को...

दिक्शा
चचा सीमा को क्या हुआ है.... घबराए नही सीमा को कुछ नही होगा....पर सीमा कहा है......

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सीमा को क्या समीम ढून पाऐगा...क्या पुलिस और दिक्शा सीमा को तलाश कर पाऐंगे।
सीमा को किसने गिडनैप किया है।



जानने के लिये जुडे रहे मेरे इस मुवी की सिरीज पर्दा मे....



थैन्क यू.......

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