हैवान से मोहब्बत - 3 Alam Ansari द्वारा नाटक में हिंदी पीडीएफ

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हैवान से मोहब्बत - 3

विवाह

पर आर्य कल तानिया के इस सपने को भी तोड़ने वाला था। यह सोच कर ही तानिया की आँखों में आँसू आ गए। वह ऐसे ही आँसू बहाते हुए नींद के आगोश में कब चली गई उसे पता ही नहीं चला।।

अब आगे -

सुबह उठ कर आर्य अपनी रूटीन को फोलो करते हुए फ्रैश होकर जिम में चला गया। एक घंटे बाद वह जिम से वापस आ गया। फिर शाॅवर लेने वाॅशरूम में चला गया। तानिया अभी भी सो ही रही थी।

थोड़ी देर बाद वह रैडी होकर बाहर आ गया। व्हाइट और ब्लैक कलर के थ्री पीस सूट में वह बेहद हैंडसम लग रहा था। उसने ब्रेकफास्ट किया और एक सर्वेंट को तानिया का ख्याल रखने के लिए कह दिया। साथ में उसे कुछ इंस्ट्रक्टशन्स भी दिए, तानिया को रैडी करने के लिए।

फिर वह अपने आफिस के लिए निकल गया। कायदे से तो आज उसकी शादी होने वाली थी। इसलिए उसे शादी की तैयारियों में बिज़ी रहना चाहिए। पर आर्य सिंघानिया को उसका काम इन सब चीजों से सबसे ऊपर था। जिंदगी में उसे सिर्फ़ दो ही चीजों से मतलब था : एक तो अपना बिज़नैस और दूसरी उसकी फैमिली। इसके अलावा भी दुनिया में कोई चीज होती है, आर्य को शायद ही पता हो।।

प्यार जैसी चीज़ों का मतलब तो उसे दूर - दूर तक पता नहीं था। और न ही वह मतलब रखना चाहता था। क्योंकि उसे लगता था कि शायद उसे अवनी से प्यार हो जाए। क्योंकि अवनी का बिहेवियर उसके और उसके फैमिली के साथ बहुत ही स्वीट था। आज तक उसने अवनी का स्वीट जेस्चर ही देखा था। पर अवनी वह नहीं थी, जो आर्य और उसकी फैमिली को दिखाती थी। उसे आर्य से कोई मतलब नहीं था, मतलब था तो सिर्फ उसके नाम से, उसके पैसे से और उसकी इतनी बड़ी प्रौपर्टी से।।

जब उसे अवनी की असलियत का पता चला, उसी पल से उसे प्यार जैसे शब्द फेक लगने लगे। अब उसने डिसाइड कर लिया कि अब चाहे कुछ भी हो जाए। वह इन सब फीलिंग्स को अपने दिल में पनपने नहीं देगा। पर अगर उसे प्यार जैसी चीज़ों पर इंटरेस्ट नहीं है तो वह तानिया से शादी क्यों करना चाहता है। यह तो हमें आज शादी के बाद पता चलेगा।।

आर्य अपने आॅफिस चला गया।

जब तानिया उठी तो उसने सामने की तरफ देखा। एक सर्वेंट उसके सामने बैठी हुई थी। वह तानिया की तरफ देखते हुए बोली : " मैडम, आप फ्रैश हो जाइए। तब तक मैं आपके लिए ब्रेकफास्ट रैडी करवाती हूं। सर ने आपका ख्याल रखने के लिए कहा है, इसलिए आपको किसी भी चीज की जरूरत हो तो आप मुझे बोल सकती हैं।। "

तानिया मन ही मन बोली : " बड़े आए ख्याल रखने वाले। अगर इतना ही ख्याल रखना होता तो जबर्दस्ती मुझसे शादी क्यों करना चाहते हैं।। " पर उसने सर्वेंट की तरफ देखते हुए हाँ में सिर हिला दिया। और वाॅशरूम की तरफ फ्रैश होने के लिए चली गई।

थोड़ी देर बाद वह फ्रैश होकर और शाॅवर लेकर बाहर आ गई। बैड पर उसके लिए एक से एक एक्सपेंसिव ड्रैसेस रखे हुए थे। पर तानिया ने एक सिंपल - सा फ्राॅक ड्रैस पहन लिया। जिसमें वह काफी क्यूट लग रही थी। उसने ब्रेकफास्ट किया और वापस रूम में आकर सोफे पर आराम से बैठ गई।।

दूसरी तरफ,

सिंघानिया मैंशन,

एक 23 साल का लड़का जो दिखने में बेहद हैंडसम लग रहा था। आर्य की तरह ही काली गहरी आँखें और खूबसूरत सा चेहरा। पर्सनैलिटी भी बहुत कमाल की थी उसकी। हाइट 5.11 और सैक्सी मस्कुलर बॉडी।

वह एक दूसरे लड़के की तरफ देखते हुए बोला : " अनय भाई... मुझे इस बात की बहुत खुशी हो रही है कि फाइनली आज भाई शादी करने वाले हैं। पर ये जान कर बहुत बुरा लग रहा है कि वो मेक अप की दुकान अवनी, मेरी भाभी बनने वाली है। पता नहीं भाई को उसमें क्या दिख गया। अपने मुंह में शुगर घोलने से कोई सचमुच का मीठा तो नहीं बन जाता न। पता नहीं मीठी - मीठी बातें करके क्या साबित करना चाहती है वो। जैसे कि हमें तो उसके बारे में पता ही नहीं चलेगा।। "

अनय उस लड़के के कंधे पर हाथ रख कर बोला : " हम कुछ कर भी तो नहीं सकते छोटे। वो आर्य को पसंद है, पर ये तो सिर्फ़ हम सब ही जानते हैं न कि वो आर्य के लायक नहीं है।। "

वह लड़का अनय की बातों में हाँ मिलाते हुए बोला : " भाई, वो आर्य भाई की वाइफ क्या उनकी सर्वेंट बनने के भी लायक नहीं है। ( अपने दोनों हाथों को जोड़ कर सामने की तरफ देखते हुए) हे भगवान काश वो चलती - फिरती मेक अप की दुकान मंडप छोड़ कर भाग जाए।। "

अनय : " छोटे ये क्या बोल रहे हो...?? अगर वो मंडप छोड़ कर भाग गई तो तुम्हारे भाई की शादी किससे होगी...?? "

" मैं क्या करूं भाई, एक तो वैसे भी वो मुझसे झेली नहीं जाती। शादी के बाद तो वह हमारे साथ ही रहेगी। पर मैं उसके साथ एडजस्ट नहीं कर पाऊंगा।। "

तभी एक सर्वेंट आकर उस लड़के को बुला कर ले जाता है।

यह लड़का है आर्य का छोटा भाई युवान सिंघानिया। उम्र 23 साल है, आर्य से 6 साल छोटा है। उसकी तरह ही खूबसूरत आँखें, खूबसूरत चेहरा और सैक्सी मस्कुलर बॉडी। छोटा होने के कारण यह आर्य का लाडला है। आर्य अपने भाई से बहुत प्यार करता है। पर जताता बहुत कम है। युवान भी अपने आर्य भाई से अपनी जान से ज्यादा प्यार करता है।।

युवान के साथ जो दूसरा लड़का था। वह है, अनय सिंह रजावत, आर्य का बेस्ट फ्रैंड और रजावत इंडस्ट्रीज़ का would be सीईओ। ये भी बेहद हैंडसम है।

आज आर्य की शादी होने वाली थी। इसलिए सब इसी की तैयारी में लगे हुए थे। आर्य के दादा जी मिस्टर चैतन्य सिंघानिया, बार - बार ये खबर ले रहे थे कि शादी की सारी तैयारियाँ हो गई है। युवान को भी उस सर्वेंट ने दादा जी के पास बुलाने के लिए आया था।

लिविंग रूम में अपनी छड़ी को पकड़े हुए एक बुजुर्ग। जिनकी उम्र 70 साल है। बेसब्री से चले जा रहे थे। युवान उनके पास आया। और उनकी बेसब्री को देखते हुए मजाकिया लहज़े में बोला : " क्या बात है बडी, आपकी एक्साइटमेंट लेवल देख कर तो लग रहा है कि आज शादी भाई की नहीं बल्कि आपकी होने वाली है।। "

यह सुन कर मिस्टर चैतन्य सिंघानिया, आर्य और युवान के दादा जी अपनी छड़ी दिखाते हुए युवान से बोले : " नालायक अपने दादा जी से ऐसी बातें करते हैं। मैं तेरी उम्र का तेरा यार नहीं हूं, तेरा दादा हूं, दादा...!! "

युवान मजाकिया लहज़े में बोला : " क्या बडी, आप भी। किसने कहा कि आप बूढ़े हो गए हैं। अभी तो आप बहुत यंग हैं। मैं तो आपको यही सजेस्ट करूंगा कि आप भी मेरे लिए एक खूबसूरत सी दादी माँ ले आओ।। "

चैतन्य जी युवान को एक छड़ी लगाते हुए बोले : " तू इस उम्र में भी मुझे अपनी दादी से पिटवाना चाहता है।। "

युवान साइड हटते हुए बोला : " बडी, दादी माँ तो अभी हैवन में होंगी। उन्हें क्या ही पता चलेगा कि आप यहाँ किसके साथ रास कर रहे हो...?? "

" रूक बेटा, आज तो तुझे मैं नहीं छोडूंगा। तू दिन ब दिन और बेशरम होता जा रहा है। " ( फिर ऊपर की तरफ देखते हुए बोले ) देख रही हो नीलम अपने पोते को।।"

युवान आगे - आगे और चैतन्य जी उसके पीछे अपना छड़ी लेकर दौड़ रहे थे। युवान बीच - बीच में जोर से बोल भी रहा था : " अरे कोई तो बचा लो, इस एंग्री यंग मैन से... नहीं तो आज ये अपनी छड़ी से मार - मार कर मुझे अधमरा कर देंगे। फिर इस हालत में मैं हैंडसम भी नहीं लगूंगा। और शादी में आयी कोई लड़की मुझे लाइन नहीं देगी। ओह गोड...मेरा तो लाॅस हो जाएगा...!! "

तभी युवान दौड़ते हुए एक 3 साल के क्यूट से बच्चे को देखता है। जो कि बिलकुल ही शांत होता है। वह उस बच्चे के पीछे छिपते हुए बोला : " Thank god वेदांश बेटा, आप अपने चाचू को बचाने के लिए आ गए।। "

चैतन्य जी सामने खड़े होकर बोले : " आज तो तू इस मासूम बच्चे का सहारा लेकर बच गया। पर हर बार तेरी किस्मत इतनी अच्छी नहीं रहेगी।। "

दोनों एक दूसरे की तरफ देख रहे थे तभी वह तीन साल का मासूम बच्चा चैतन्य जी के पास गया और बोला : " बले दादू... आप तातू को क्यों माल लहे थे...?? "

उसकी स्वीट सी आवाज़ को सुन कर तो कोई भी अपना गम भुला सकता था। चैतन्य जी अपने घुटने के बल बैठ गए और उसके सिर पर हाथ फेरते हुए बोले : " मेरे बच्चे, क्योंकि आपके चाचू बहुत बदमाशी कर रहे थे न इसलिए...!! "

यह कहते हुए दादा जी युवान के एक कान को पकड़ कर मरोड़ देते हैं।

" आहहहह... दादा जी, छोड़ दीजिए। बहुत दर्द हो रहा है। "

तभी एक लड़का वहाँ आ जाता है। दिखने में बेहद हैंडसम और डैशिंग लग रहा था। वह कैजुअल आउटफिट में था। सिंपल व्हाइट शर्ट और जींस पैंट में भी उसकी चार्मिंग पर्सनैलिटी उभर कर आ रही थी।

वह दोनों को इस तरह देख कर बोला : " क्या बात है, आज हमारे एंग्री यंग मैन की गाज़ अपने प्यारे पोते पर कैसे गिर गई...!! "

युवान : " विवेक भाई देखो न...आज हमारे बडी मुझे अधमरा करके ही छोड़ेंगे।। "

वह छोटा बच्चा जिसका नाम वेदांश है। विवेक के पास जाकर उसके पैरों पर लिपट जाता है। विवेक उसे प्यार से अपने गोद में उठा लेता है।

" कैसा है मेरा बेबी... आज तो तुम बहुत खुश होगे न... आज तुम्हारे डैड की शादी जो होने वाली है... आज वेदांश बेटा को उसकी मम्मा मिलने वाली हैं... आप खुश हो न बेटा...!! "

वेदांश ने अपने मासूम से चेहरे के साथ हाँ में सिर हिला दिया। पर उसके चेहरे पर मुस्कान अभी भी कोसों दूर थी।

चैतन्य जी : " हाँ मैं इस नालायक से शादी की तैयारियों की खबर लेने ही आया था। पर अपनी बचकानी हरकतों से इसने मुझे डिस्ट्रैक्ट कर दिया।। " उन्होंने युवान पर बिगड़ते हुए कहा। युवान जो अपने कानों को रब करने में लगा हुआ था, वह चैतन्य जी की तरफ देखने लगा।

विवेक वेदांश को गोद में लिए हुए ही बोला : " दादा जी, आप टेंशन मत लीजिए। मैंने सारी चीजें चैक कर ली है। सारी तैयारियाँ अच्छे से हो गई है, अब बस आर्य के दूल्हा बनने की बारी है।। "

चैतन्य जी : " चलो ठीक है... तुम सब तैयार हो जाओ। और अपने बिज़ी दोस्त को भी याद दिला देना कि कम से कम आज टाइम पर आ जाए। अगर वो भूल गया है तो आज उसकी शादी है।। "

विवेक : " डोन्ट वॉरी दादा जी। आप टेंशन मत लीजिए। वो टाइम पर रैडी हो जाएगा। इसकी जिम्मेदारी मैं और युवान लेते हैं।। "

चैतन्य जी : " ठीक है, मैं अब अनिल को देख कर आ रहा है। पता चला कि शादी हो रही है और दूल्हे का बाप ही मंडप में नहीं है।। "

यह कहते हुए चैतन्य जी वहाँ से जाने लगे।

तो वेदांश को गोद में लेने वाला यह लड़का है, विवेक सिंह ओबराॅय... आर्य का दूसरा बैस्ट फ्रैंड। आर्य, अनय और विवेक तीनों काॅलेज के टाइम से ही बेस्ट फ्रैंड्स हैं। विवेक, ओबराॅय इंटरप्राइजेस का सीईओ है। दिखने में बेहद हैंडसम और डैशिंग है।।

चैतन्य जी एक कमरे में जाते हैं, जहाँ एक 57 साल का आदमी अपने बैड पर लेट कर आराम से एक बुक पढ़ रहा होता है। उसे देख कर लग रहा था कि उसे आर्य की शादी की ज्यादा एक्साइटमेंट नहीं है। एक्साइटमेंट तो छोड़ो उसे देख कर लग रहा था कि उसे इस शादी में कोई इंटरेस्ट नहीं है।।

चैतन्य जी बैड पर बैठ जाते हैं और उनकी तरफ देखते हुए बोले : " अनिल बेटे, मैं ये क्या देख रहा हूँ। आज तुम्हारे बेटे की शादी है और एक तुम हो कि कमरे में पड़े हो।। "

अनिल जी : " पापा आप भी जानते हैं कि मुझे उसकी शादी में कोई दिलचस्पी नहीं है।। "

चैतन्य जी : " बेटा, मैं वो सब कुछ नहीं सुनना चाहता। तुम 15 मिनट में तैयार हो जाओ। तुम शादी में आ रहे बस।। "

अपना फैसला सुना कर चैतन्य जी उस कमरे से बाहर आ गए। अनिल जी में हिम्मत नहीं थी कि वे अपने डैड की बात को काट पाएं और वे उनका बहुत सम्मान भी करते थे। इसलिए शादी के लिए रैडी होने लगे।

तो ये शख्स हैं, चैतन्य जी के बड़े बेटे और आर्य - युवान के डैड मिस्टर अनिल सिंघानिया।

सभी शादी के लिए रैडी होकर नीचे हाॅल में इकट्ठे हो गए थे। शादी एक सेवेन स्टार होटल में होने वाली थी। सभी वहीं जाने वाले थे। आर्य सीधे वहीं रैडी होने वाला था। आज सभी एक थीम बेस्ड वैडिंग आउटफिट्स में थे। क्रीम कलर के कुर्ते और पजामे के कॉम्बिनेशन में आज सिंघानिया मैंशन के सभी आदमी कहर डा रहे थे। उनको एक साथ देख कर ऐसा लग रहा था जैसे आज ट्रैडिशनल वियर में सारे माॅडल्स रैंप वॉक करने वाले हों।

हैंडसम आदमियों की यह टोली आर्य की शादी के लिए होटल के लिए निकल गई।।

To be continued...

कैसा रिएक्शन होगा सबका, जब दुल्हन की जगह पर तानिया होगी...?? जानने के लिए पढ़ते रहिए " हैवान की मोहब्बत" और बने रहिए कहानी पर।।

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