प्रेम के रंग - 8 - मुझे माफ़ करदो Your Dreams द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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प्रेम के रंग - 8 - मुझे माफ़ करदो

मुझे माफ़ करदो
कॉलेज में पढ़ने वाले अमित और मल्लिका एक दूसरे से बेहद प्यार करते थे। एक दिन मल्लिका अपने कॉलेज से हाफ-डे में ही निकल गई। कॉलेज से बाहर आने के बाद उसने अमित को फ़ोन किया और कहा की वह कॉलेज के बाहर गेट पर उसका इंतजार कर रहा है और उसे अपने बाइक से घर छोड़ दे। अमित ने मल्लिका से कहा, “ओके, मैं 5 मिनट में आता हूँ तुम वेट करो। मल्लिका पिछले 25 मिनट से कॉलेज के बाहर खड़ी रही। लेकिन अमित नहीं आया। गुस्से से लाल मल्लिका ने देखा की पुरे 30 मिनट बाद अमित बाइक लेकर उसके पास आया। मल्लिका ने कहा, “अब क्यों आए हो? चले जाओ यहाँ से। मैं खुद चली जाऊँगी। अमित ने मुस्कुराते हुए कहा, “अच्छा चलो भी अब, I Am Sorry. अमित ने Sorry बोला तो मल्लिका बस थोड़ा मुस्कुराई और उसके बाइक पर बैठ गई। लेकिन मल्लिका अब नोटिस करने लगी थी की अमित अक्सर उससे किसी भी गलती को लेकर बस Sorry बोल देता है। उससे आगे ज्यादा नहीं बोलता। मल्लिका ने यह भी नोटिस किया था की अमित ऐसा किसी भी Explanation से बचने के लिए करता है। उसके किसी भी गलती के लिए उसे ज्यादा Explain न करना पड़े, इसलिए अमित फट से Sorry बोल देता था। जबकि अमित ऐसा पहले कभी नहीं करता था। अमित और मल्लिका के बीच ऐसा बहुत दिनों तक चला। अब तो मल्लिका भी अमित के इन Sorry से तंग आ चुकी थी। वह सोचती थी की I Am Sorry बोल देने से सब कुछ ठीक नहीं हो जाता। लेकिन अमित सायद यह बात समझने के लिए तैयार नहीं था। मल्लिका ने काफी कोशिश की अमित की समझाने की पर वह नहीं समझा। आखिरकार मल्लिका ने फैसला कर लिया की वह इस रिलेशनशिप को खतम कर देगी, क्यूंकि मल्लिका का मानना था की एक लव रिलेशनशिप सिर्फ एक Sorry से नहीं चलता। मल्लिका ने अमित का फ़ोन ही उठाना बंध कर दिया था। इस बात को 2 महीने बीत चुके थे, लेकिन मल्लिका अमित से इतना प्यार करती थी की वह उसे भुला नहीं पाई। फिर एक दिन मल्लिका अमित से मिलने के लिए उसके कॉलेज के बाहर उसका इंतजार करती रहा, जहाँ उसे पता चला की अमित 1 महीने से कॉलेज नहीं आया। मल्लिका घबरा गई, उसने अमित को फ़ोन लगाया तो उसका नंबर भी बंध आ रहा था। घबराई हुई मल्लिका अमित के बेस्ट फ्रेंड के पास गई। वहां उसे पता चला की अमित पिछले 1 महीने से हॉस्पिटल में है। मल्लिका भागती हुई अमित के पास पहुँची, जहाँ उसने देखा की अमित बेड पर लेटा हुआ है और बड़ी मुश्किल से वह कुछ बोल पा रहा है। अमित को देखकर मल्लिका रोने लगी मल्लिका को देख अमित के आँखों में भी आंसू आ गए। फिर बड़ी मुश्किल से अमित ने मल्लिका से कहा, “I Am Sorry” और फिर आंखे बंध कर ली। उसके बाद अमित ने कभी आंखे नहीं खोली। कुछ दिनों बाद अमित की माँ उसके कुछ लेटर लेकर मल्लिका के पास आई। लेटर में लिखा था, मेरी प्यारी मल्लिका, बार-बार तुम्हे Sorry बोलना मुझे भी अच्छा नहीं लगता। जब तुमने कॉलेज के बाहर 30 मिनट तक मेरा इंतजार करती रही उस दिन मैं जान बूझकर लेट नहीं आया था, बल्कि उस दिन मेरे सीने में बहुत दर्द हो रहा था और जिसके बजह से मैं अचानक ही बेहोश हो गया। और जैसे ही मुझे होश आया मैं तुम्हारे पास आ पहुँचा। उस दिन मैंने तुम्हे इसलिए कुछ नहीं बताया, क्यूंकि मुझे पता था तुम टेंशन में आ जाओगी। उसके बाद भी जब-जब मैंने तुम्हे Sorry बोला, उसके पीछे भी बजह वही थी। मेरे दिल में होल है और इसका पता मुझे कुछ दिन पहले ही पता चला। मैं भी तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और करता रहूँगा। काश भगवान मुझे थोड़ी और जिंदगी दे पाते, ताकि मैं तुम्हारे साथ थोड़ी और वक़्त बिता पाता। खेर, मेरे Sorry बोलने की बजह से अगर मैंने तुम्हे दुःख पहुँचाया तो मुझे माफ़ कर देना…… I Am Sorry मल्लिका……I Am Sorry मल्लिका…… लेटर को पढ़ने के बाद मल्लिका के आँखों से आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे थे। दोस्तों इस दर्द भरी कहानी में एक बात तो हमें पता चलती है की हमें हमेशा अपने करीबी और प्यार करने वालों को समझने और समझाने के लिए थोड़ा वक़्त देना चाहिए। अगर आपके दोस्त या प्रेमी आपसे खुलके कुछ बोल नहीं पा रहे है तो आपको उन्हें समझने की कोशिश करनी चाहिए। वरना कही देर न हो जाए और आप खुद को दोष देते रहे।