मिखाइल: एक रहस्य - 25 - केके रहस्य Hussain Chauhan द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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मिखाइल: एक रहस्य - 25 - केके रहस्य

आई जी प्रभु के साथ मिलकर जिस वक़्त रामदास भैयाजी की मौत की और उनके साथ हुई वारदात की गुत्थी सुलझाने में लगा था तब वह अपने मकसद को अंजाम तक पहुंचाने के लिये एक और कदम आगे बढ़ चुका था।

ह्यूस्टन, डलास, न्यू एंटोनियो की तुलना में ऑस्टिन में ड्रग्स बेचने वाली गैंग कम थी, क्रिप्स और न्यू ब्लड यह दोनों ऑस्टिन की ड्रग्स बेचने वाली प्रमुख दो गैंग थी जो ज़्यादातर स्कूल और कॉलेज के बच्चों को ही अपना शिकार बनाते थे। न्यू ब्लड का कारोबर ऑस्टिन के बाहर भी फैला हुआ था यहां यक कि, ऑस्टिन से ही उसका प्रमुख जोहनी डे शिकागो तक ड्रग्स की सप्लाई करता था।

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"वेलकम बैक ब्रदर" जोहनी डे जो अपने निजी दोस्तो के अलावा शायद ही किसी से मिलता था उसने यह कहते हुवे उसे गले लगा लिया।

"आय हेव हर्ड डेट धेय आर लुकिंग फ़ॉर यू।" जब वे दोनों अलग हुवे तो उसने जोहनी को आगाह करते हुवे कहा।

"यस, आय नो ब्रदर, आफ्टर धिस वर्क आय विल मूव फ्रॉम हियर।" जोहनी ने अपने काम को महत्ता देते हुवे कहा।

"नाव, धिस प्लेस इज़ नॉट सेफ फ़ॉर यू, लेट कम विथ मी एंड डोंट वरी अबाउट द वर्क, इट विल बी डन बाय द टाइम एन्ड फ्रॉम नाव आय विल टेक केर ऑफ धिस।" जोहनी उसे मना नही कर सका, जिन लोगो पर आंखें बंध करके वो भरोसा कर सकता था वो उनमें से एक था।

कुछ देर बाद वो दोनों वहां से निकल गया जहां पर वे पकड़े न जा सके।

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जिस दिन वे निकले ठीक उसी रात पुलिस द्वारा की गई कारवाई में जोहनी की गैंग के कुछ सदस्य मारे गए तो कुछ पुलिस द्वारा हिरासत में ले लिये गए। जोहनी के लिये यह समाचार एक दुःखद घटना थी। अब तो वह चाहकर भी लौट नही सकता था। अब सिर्फ उसका एक ही दोस्त रह गया था जिसके साथ वो भागा था।

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जोहनी डे के गैंग न्यू ब्लड के साथ घटी वारदात ने ऑस्टिन में थोड़े दिनों के लिये शांति का माहौल बना दिया था। न्यू ब्लड के राइवल क्रिप्स गैंग वाले भी कुछ दिन के लिये गायब हो चुके थे, ऐसा लग रहा था मानो ऑस्टिन एक क्राइम फ्री शहर बन चुका था, लेकिन ऐसा बिल्कुल ही नही था। न्यू ब्लड गैंग के साथ हुई पुलिस की मुठभेड़ को अभी तीन ही दिन हुवे थे कि, शहर के स्वीड हिल पार्क से न्यू ब्लड गैंग के लीडर जोहनी डे मृत अवस्था मे पाया गया। आस-पास रहने वाले नागरिकों ने इस बात की जानकारी पुलिस को दी।

पुलिस जब घटना स्थल पर पहुंची तो उन्होंने पाया कि, जोहनी डे पेड़ को अपनी पीठ के बल पर जमीन पर अपनी दोनों टांगे फैलाये हुवे बैठा था। उसे रस्सियों के बल पर बांधा गया था लेकिन उसके दोनों हाथ खुले हुवे थे। उसके दाएं हाथ पर ब्लेड से तीन बार अलग-अलग जगह पर काटा गया था और उन सब घांवो से उसके शरीर का सारा खून बह चुका था जिसके कारण उसकी मृत्यु हो चुकी थी। हाथों पर बने ब्लेड के निशान के अलावा उसके शरीर पे कोई भी ज़ख्म या कोई खरोच के निशान नही थे, जिससे पुलिस को यह यक़ीन हो गया था कि मरने और मारने वाले के बीच कोई हाथापाई नही हुई थी। उसे मारने से पहले कोई बेजान करनेवाले पदार्थ से बेहोश किया गया था और बाद में उसे पेड़ से बांध कर उसके हाथ की नसों को काट दिया गया था। जोहनी डे की मौत एक धीमी और बड़ी ही तकलीफ दायक रही होगी। अधिक जानकारी हेतु लाश को फोरेंसिक टीम के हवाले कर दिया गया। और सबूत के तौर पर जोहनी के जेब मे से पुलिस को एक खत के अलावा और कुछ नही मिला।

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It is said that life is nothing but the fruit of all your deeds, you get what you sow, and here we are. Many years back this dead man had started drugs business and just to become rich he had put many people to death even school kids and college students too. This the only justice their families were seeking for since many years. but you have always failed to justice. Today i did it not only for them but for myself too. The way he died he deserved it all. I am not a killer but I just want to help to clear the garbage like this from our society and I swear by the gods that I will always help you to clean the city.

Yours faithfully,
Mikhail Civic.

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जब क्राइम डिवीज़न के लेफ्टनेंट डग राइज़ ने यह खत पढा तो उन्हें जोहनी डे के मरने पर उतनी हैरानी नही हुई जितनी हैरानी उन्हें यह खत पढ़कर हुई। खत पर लिखी हुई लिखावट से साफ पता लगाया जा सकता था कि, वह खत कोई जल्दबाज़ी में नही लिखा गया था,एक योजना के चलते बड़े ही आराम और शांति से वह खत लिखा गया था। खत पढ़कर डग राइज़ को इतना तो पता चल ही चुका था कि, जोहनी डे का खून करनेवाला कोई सायको किलर नही था बल्कि एक बेहद ही शांत दिमाग वाला आदमी था जिसने बड़े ही अच्छे से अपनी सारी योजना को अंजाम दिया था। अब उसे सिर्फ पता लगाना था तो सिर्फ मिखाइल सिविक का, जिसने यह खत लिखा था। जोहनी डे की हत्या की गुत्थी अब मिखाइल सिविक को ढूंढकर ही सुलझाई जा सकती थी। डग ने अपने सारे अफसर और खबरियों को मिखाइल को ढूंढने में लगा दिया।

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