Hold Me Close - 29 Harshu द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
  • हीर... - 28

    जब किसी का इंतज़ार बड़ी बेसब्री से किया जाता है ना तब.. अचान...

  • नाम मे क्या रखा है

    मैं, सविता वर्मा, अब तक अपनी जिंदगी के साठ सावन देख चुकी थी।...

  • साथिया - 95

    "आओ मेरे साथ हम बैठकर बात करते है।" अबीर ने माही से कहा और स...

  • You Are My Choice - 20

    श्रेया का घरजय किचन प्लेटफार्म पे बैठ के सेब खा रहा था। "श्र...

  • मोमल : डायरी की गहराई - 10

    शाम की लालिमा ख़त्म हो कर अब अंधेरा छाने लगा था। परिंदे चहचह...

श्रेणी
शेयर करे

Hold Me Close - 29

अर्जुन के फोन पर एक मैसेज आता है जिसे देखकर उसकी आंखे गुस्से से लाल हो जाती है।
"क्या हुआ ?? तेरे रिएक्शन ऐसे क्यूं है ? ", तुषार ने पूछा

अर्जुन: "गन दे मेरी जल्दी से 😠।

अर्जुन की बात सुनकर तुषार ने अर्जुन में हाथों में गण दे दी और कहा – " तू पार्टी मैं जो एंप्लॉयी आए है उनपर ध्यान दे मैं अभी आया "

"लेकिन कुछ बताकर तो जाओ कहा जा रहा है ? रेवा का कुछ पता चला ? ",तुषार ने तेज आवाज मैं पूछा ।

"Yes I will handle don't worry ", अर्जुन ने कहा और भागते हुए वहा से चला गया ।

तो वही रूम मैं राहुल ने रेवा को बेड पर धक्का दे दिया। राहुल ने रेवा के चहरे को हाथ में पकड़ते हुए कहा – " आज की रात तुम कभी नही भूलोगी" इतना बोलकर राहुल रेवा के करीब जाने ही वाला था तभी पीछे से अर्जुन ने राहुल के सिर पर कांच का फ्लावर पॉट मार दिया। राहुल दर्द से कराह उठा ।
जब राहुल ने पीछे मुड़कर देखा तब अपने सामने अर्जुन को देखकर उसकी आंखे खुली की खुली रहे गई ।

"How dare you !", अर्जुन ने गुस्से मैं राहुल का सिर दीवार पर पीटते हुए कहा ।

तो वही रेवा इस सबकी वजह से पहली ही बहुत डरी हुई थी और अब अर्जुन का इतना गुस्सा देखकर रेवा जोर जोर से रोने लगी। रेवा ने इससे पहले कभी भी अर्जुन को इतने गुस्से मैं नही देखा था। अर्जुन अभी भी राहुल को पागलों की तरह मार रहा था। राहुल के नाक से भी अब खून निकलने लगा था। अर्जुन अब बस राहुल को जाने से मार देना चाहता था। अर्जुन ने राहुल के सिर पर गन प्वाइंट की । लेकिन तभी अर्जुन की नजर रेवा पर गई जो अपना चेहरा अपने हाथों मैं छुपाते हुए रोए जा रही थी।

"Are you ok? ",अर्जुन ने रेवा के करीब जाते हुए पूछा ।

"मैं...में बहुत डर गई थी । मुझे कुछ समझ नहीरहा था की मुझे क्या करना चाहिए । 🥺 ये मेरे साथ जबरदस्ती....", रेवा की आंखे कहते कहते फिर से नम हो गई और उसके आंखो से आसू बहने लगे। तो वही राहुल इतना मार खाने के वजह से लगभग बेहोश हो चुका था । रेवा के आंखों मैं इतना सारा दर्द देखने के बाद अर्जुन को इतना गुस्सा आ रहा था की वो राहुल को तड़पा तड़पा कर मार देना चाहता था लेकिन रेवा बहुत सेंसटिव थी इसलिए वो अपने गुस्से पर जितना हो सके उतना कंट्रोल करने की पूरी कोशिश कर रहा था।

"मैं आ गया हूं ना ! कुछ नही होगा तुम्हे !! सब ठीक है ",अर्जुन ने रेवा को अपने बाहों में भरा और उसे शांत करने लगा । तभी उसकी नजर रेवा ने गर्दन पर गई जहा किसके नाखून के निशान थे ।

"इस राहुल को तो मैं जान से मार दूंगा ", इसके पहले की अर्जुन शूट कर पाता पीछे से तुषार ने अर्जुन को रोकते हुए कहा –"क्या कर रहा है ! अगर इसे मार देगा तो उस आदमी के बारे मैं कैसा पता चलेगा जो रेवा के पीछे पड़ा है । पहले उस आदमी के बारे मैं तो जान लेते है यार!! "

"मैं...अगर मुझे मार दोगे तो उस आदमी के बारे मैं कभी पता नही चलेगा तुम्हे! तुम उसे कभी नही ढूंढ पाओगे ... इससे अच्छा तुम मुझे यहां से जाने दो", तुषार ने अपनी आंधी खुली आंखों के साथ कहा ।

"तुम्हारी कोई जरूरत नही है ! उसका पता मैं खुद लगा लूंगा । आज नही तो कल वो मेरे सामने जरूर आएगा । लेकिन आज तुझे यहां से जिंदा जाने नही दूंगा। ", अर्जुन ने कहा राहुल को ७/८ गोलियां मार दी । रेवा ये सब और सहन नही कर पा रही थी। रेवा वही अर्जुन के बाहों में बेहोश हो गई ।

"रेवा...are you ok? अपनी आंखे खोलो !! ", अर्जुन ने रेवा को बेड पर लिटाते हुए कहा ।

"बेहोश हो गई है वो... तू उसके सामने एक आदमी की जान लेगा वो भी इतनी बुरी तरह से तो वो बेहोश ही होगी ना ! एक काम कर उसे दूसरे रूम मैं लेकर जा मैं देखता हूं अब इस राहुल का क्या करना है ", तुषार ने चिड़ते हुए अर्जुन से कहा ।

अर्जुन: लाइट्स का क्या हुआ?

"काम शुरू है ! लाइट्स आ जायेंगी तू पहले रेवा को संभाल । वो यहां का खून खराबा देखकर फिर से बेहोश हो जायेगी ", तुषार की बात मानकर अर्जुन ने रेवा को अपनी बाहों में उठाया और दूसरे रूम मैं लेकर गया।