The Author Harshu फॉलो Current Read Hold Me Close - 26 By Harshu हिंदी प्रेम कथाएँ Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books दरिंदा - भाग - 11 अल्पा को इस तरह अचानक अपने घर पर देखकर विनोद हैरान था उसे सम... तेरी मेरी यारी - 10 (10)मीडिया में करन के किडनैपिंग की खबर फैल जाने से किड... सामने वाले की पहचान आज के युग मैं जरूरी हैँ सामने वाले की पहचान उसकी भाषा मैं बो... नागेंद्र - भाग 7 गायत्री जी से हमें पता चलता है कि किस तरह से वर्धा ने उसकी प... डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 75 अब आगे,अपने बड़े पोते राजवीर की बात सुन कर कि वो कुछ दिन बाद... श्रेणी लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी क्राइम कहानी उपन्यास Harshu द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ कुल प्रकरण : 36 शेयर करे Hold Me Close - 26 (8) 4.4k 6.8k रेवा का मेसेज पढ़कर अर्जुन ने अपने सिर पर हाथ मार लिया।"ये लड़की मेरी बात क्यों नही मानती ! इसे डर नही लगता क्या ! ",अर्जुन बड़बड़ाया। लेकिन तभी तुषार ने उसके बगल में खड़े होते हुए कहा –"ऐसा नही है की उसे डर नही लगता उसे तुझ पर बहुत ज्यादा भरोसा है ना इसलिए " अर्जुन: तू बड़ा जानने लगा है उसे !! "हां मेरी लाडली इकलौती भाभी जो है !! अब ये सारी बाते छोड़िए मिस्टर अर्जुन सिंघानिया और जाइए अपनी स्वीट cute वाइफ को संभालिए ! All the best ", तुषार ने अर्जुन को धक्का देते हुए कहा। अर्जुन ने टेबल पर रखा हुआ मास्क उठाया । अर्जुन ने देखा की सभी लोग सब कुछ भूलकर डांस कर रहे थे । "कैसे बंदर की तरह डांस कर रहे है सभी लोग ! ये भी कोई तरीका है डांस करने का !! अब इस मैं रेवा को कैसे तलाशु में ! ", अर्जुन ने मन मैं ही कहा। कुछ लोग सब कुछ भूलकर अपनी ही दुनिया में मस्त डांस करने मैं लगे थे तो कुछ लोग कपल डांस करने मैं बिजी थे। अगर अब अगले 2 मिनट मैं मुझे रेवा नही मिली ना तो मैं पार्टी यही रोक दूंगा । इसकी तो हॉबी है मुझे परेशान करना । अर्जुन बड़बड़ाया। तो वही रेवा दूर से अर्जुन को देख रही थी जो उसे ढूंढने के लिए सच मैं बहुत एफर्ट्स ले रहा था । रेवा दूर से ही अर्जुन के मजे ले रही थी। मास्क लगाने की वजह से कोई किसका चेहरा नही देख पा रहा था। रेवा अर्जुन को देखकर अकेली ही मुस्करा रही थी लेकिन तभी उसे ऐसा महसूस हुआ की उसे ठीक पीछे कोई खड़ा है । रेवा पीछे मुड़कर देख पाती तभी किसीने उसके कानो मैं कहा –"looking hot! मुझे अकेले में मिल सकती हो रूम मैं ? " ये सब इतने जल्दबाजी में हुआ की रेवा को कुछ समझ ही नही आया की रिएक्ट कैसे करना है । जब रेवा ने पीछे पलटकर देखा तब तक वो शक्स वहा से चला गया था । रेवा के दिमाग और कानों में बार बार वो एक लाइन चल रही थी " looking hot ! अकेले में मिल सकती हो रूम में ! " डर की वजह से रेवा के हाथ पैर कांपने लगे । "कौन था वो !! मेरा वहम था क्या !! शायद मुझे यहां अकेले नही आना चाहिए था । इससे अच्छा मैं फूड काउंटर पर जाती हूं ! Atlest वहा ऐसा अंधेरा और भीड़ तो नही होगी ! ",रेवा ने सोचा और जल्दबाजी में फूड काउंटर की और चलने लगी । लेकिन तभी अर्जुन ने रेवा की बाजू को पकड़कर उसे अपनी ओर खींच लिया। "आप!! मैं तो डर गई थी ! ",रेवा ने एक गहरी सांस लेते हुए कहा । "तुम्हे मजा आता है क्या ? मुझे परेशान करने मैं ? कहा ना मैने तुम मेरे नजरों से दूर नही जाओगी ", अर्जुन ने रेवा को अपने ओर करीब खींचते हुए कहा। रेवा: हां वो... मैं..."डांस करना है ? If you don't mind", अर्जुन ने पूछा । अर्जुन के ऐसा बोलने पर रेवा को समझ नहीं आया की क्या जवाब दे । "सोचो मत ज्यादा !! फर्स्ट ऐंड लास्ट चांस है मुझ जैसे हैंडसम लड़के के साथ डांस करने का !! पता नही ये मौका फिर कब आएगा भी या नही! और अगर आता है तो ये नही पता की तब हम दोनो साथ होंगे या नहीं।", अर्जुन की इस बात पर रेवा ने जवाब दिया –"हां मुझे कोई प्रोब्लम नही है आपके साथ डांस करने मैं लेकिन ...कोई देख लेगा तो..." रेवा ने अपनी बात पूरी भी नही की थी लेकिन तभी अर्जुन ने रेवा की पीठ पर अपना हाथ रखा और डांस करने लगा। "कोई नही देखेगा ! इतने अंधेरे में कौन किसको नही पहेचानेगा । "अच्छा!! तो आपने मुझे कैसे पहचाना ? ", रेवा ने मासूमियत से पूछा। "तुम्हे मैं लाखों के भीड़ में भी पहचान सकता हूं । ये पार्टी हॉल मैं तुम्हे पहेचानना कोई बड़ी बात नही थी मेरे लिए । तुम्हारी ये मासूमियत से भरी आंखे ! इन्हे अच्छे से जानता हूं मैं... ",अर्जुन ने कहा लेकिन रेवा अर्जुन की ओर अभी भी सवाल भरी नजरों से देख रही थी । "आप क्या बोले ?? आप इतने धीमी आवाज मैं बोलते है की मुझे कुछ सुनाई ही नही देता !! " रेवा ने शिकायत करते हुए कहा । रेवा की इस बात पर अर्जुन ने रेवा की ओर थोड़े झुकते हुए कहा –"मेरी आवाज नही ! तुम्हारी हाइट छोटी है । मुश्किल से मेरे सीने तक आती हो तुम !! कैसे सुनाई देगा ? " "आप मजाक उड़ा रहे है मेरा !!", रेवा ने अपनी आंखे छोटी करते हुए पूछा । "Yes maybe! ", अर्जुन ने कहा और हसने लगा । रेवा ने एक बार बाकी सभी लोगो को देखा जो कपल डांस कर रहे थे । और फिर से अर्जुन के हाथों की तरफ देखा। अर्जुन : क्या देख रही हो ? रेवा : Nothing !! "तुम्हे कंफर्टेबल नही लगेगा अगर मैं तुम्हारी कमर पर हाथ रखूंगा ! मिल गया जवाब ???", अर्जुन की इस बात को सुनकर रेवा ने पूछा –"आपको सच मैं मेरी मन की आवाज सुनाई देती है क्या ?? " अर्जुन : of course! Yess "मेरी किस्मत बहुत अच्छी थी की आप मुझे मिल गए । अगर आपने उस रात मेरी मदद ना की होती तो नही पता आज मेरा क्या होता । शायद आपकी जगह कोई और होता तो मेरी मजबूरी का गलत फायदा उठा लिया होता लेकिन आप सबसे अलग है .. i feel safe around you 😊 ", रेवा ने मन मैं ही कहा । ‹ पिछला प्रकरणHold Me Close - 25 › अगला प्रकरण Hold Me Close - 27 Download Our App