कुछ तो भयानक हुआ Stylish Aishwarya द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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कुछ तो भयानक हुआ

यह कहानी सारा और उसकी बहन रोज की हैं, दोनों एक दिन कहीं बार घुमने गयी थी. वहां पर कुछ ऐसा हुआ की दोनों मे से एक बहन गुम हो गई. फीर दूसरी बहन मेरे पास आयी. फिर मैंने किस प्रकार उसकी बहन को खोजा, वह तो आपको इस कहानी को पूरा पढने के बाद ही पता चलेगा. तो चलिए शुरू करते हैं….

हेल्लो! मेरा नाम पिके हैं, और मेरी टीम मेम्बर और मेरी दोस्त जेंसी, जो मेरी कैमरा वीमेन भी हैं.

मेरे पास एक लड़की का कॉल आया, उसने अपना नाम सारा बताया. उसने अपनी बहन के गुम हो जाने की खबर हमको दी थी. चलिए अब हम आपको उनसे लाइव मिलवाते हैं

पिके: हेल्लो सारा! मैं पिके बोल रहा हूँ. क्या तुम मुझे अपने बारे में विस्तार से बता सकती हो. ताकि हम तुम्हारी मदद करने में ज्यादा कम्फ़र्टेबल हो सके.

सारा: मैं और रोज हम दोनों सगी बहने हैं. हम दोनों गोयन्का हॉस्पिटल में नर्स का काम करती हैं. हम दोनों बहने अपने घर से दूर रहती है, हम हर शनिवार शाम को दोनों बहने कहीं बाहर घुमने जाती है.

इस शनिवार हमने कहीं लॉन्ग हिकिंग का प्लान बनाया. दोनों कुछ जरुरी सामान लेकर अपने घर से निकल पड़ी.

पिके: सारा तुम क्या यह बता सकती हो तुम अपने साथ क्या लेकर गयी और क्या पहन कर गयी थी?

सारा: हमने कुछ स्नेक्स, बिस्कुट और कोल्ड-ड्रिंक्स का सामान लिया, हम फॉर्मल सूट में ही थे. हम दोनों अपनी कार से ही गए थे.

पिके: क्या तुम मुझे वास्तविक लोकेशन भेज सकती हो, जहाँ पर तुम्हारी बहन तुम से अलग हुई थी.

सारा: मैं आपको वह लोकेशन मेल के जरिये भेजती हूँ.

पिके: क्या तुम मुझे विस्तार से बता सकती कि वहां पर क्या हुआ था?

सारा: जिस लोकेशन का मैंने आपको मेल किया हैं, ठीक वहीँ पर एक छोटी सी घाटी हैं, वहां पर हमारी गाड़ी बंद हो गई, और हमारी गाड़ी की हेडलाइट भी बंद हो गई. शायद हमारी कार की battery डिस्चार्ज हो गई थी.

कार मैं ड्राइव कर रही थी, तो रोज ने उतर कर देखा कि गाड़ी को क्या हुआ हैं. रोज गाड़ी के सामने गयी, और उसने कार के इंजन को देखने के लिए कवर को फ्लिप उप किया. आगे क्या हो रहा था, ये मुझे ठीक तरह से दिखाई नहीं दे रहा था.(hindi horror stories)

मैं अन्दर बैठी हुई उसका इंतज़ार कर रही थी, लेकिन बहुत देर से उसकी तरफ से कोई रिप्लाई नहीं आया. तो मैं भी उतर कर बाहर गयी. वहां मुझे रोज नहीं मिली. मैंने उसको बहुत आवाज़ लगाई, लेकिन वहां कोई नहीं था.

बहुत देर तक हेल्प के लिए किसी को बुलाने और इंतज़ार करने के बाद मुझे वहां से निकलना पड़ा. प्लीज आप मेरी बहन रोज को ढूंढ दीजिये.(इतना कहकर सारा फुटफुट कर रोने लगी)

पिके: सारा प्लीज तुम रोओ मत. अच्छे से हमारे सवालों के जवाब दो. ताकि हम तुम्हारी बहन रोज को ढूंढने में तुहारी मदद कर सके. अच्छा! तुम मुझे निश्चित समय बताओ कि यह घटना किस वक्त हुई.

सारा: रात को ठीक 11 बजे.

पिके: सारा क्या तुमको किसी पर शक हैं या तुम्हारा कोई पीछा कर रहा था या हो सकता हैं रोज तुम्हारे साथ प्रेंक कर रही हो.

सारा: वहां पूरी तरह से सुनसान था. हमारे पास दूर दूर तक कोई नहीं था और रही बात प्रैंक की तो ऐसा मजाक वह कभी नहीं करती.

पिके: अच्छा कल हम तुम्हारी बहन के लिए इन्क्वारी करेंगे. तो हम तुमको कल वापस इसके बारे में जानकारी देंगे.

👉 lap 2 अगले दिन की रात नौ बजे….

अगले दिन की रात को मैं और जेंसी दोनों ठीक उस जगह पर पहुँच गए, जहाँ पर रोज गुम हुई थी. मैंने और जेंसी ने ठीक प्रकार से सभी जगहों पर कैमरा लगा दिए थे. काफ़ी देर तक वहां इधर उधर ढूढने पर हमको कोई सुराख़ नहीं मिला. हम दोनों काफ़ी थक चुके थे. जेंसी वापस लौटने को बोल रही थी.

लेकिन मैंने उसको 11 बजे तक इंतज़ार करने को कहा. हम दोनों को नींद की झपकिया आ रही थी. लेकिन मैं वहीँ पर खड़ा रहा और जेंसी कार के सहारे खड़ी नींद ले रही थी.

11 बज गए थे, हम दोनों ने कुछ समय बाद वहां से जाने का निश्चय किया. तभी अचानक मेरे सामने वाले कैमरे में मुझ कुछ हलचल दिखाई दी.

मैंने जल्दी से जेंसी को बुलाया, कि ध्यान से देखो यहाँ कोई हैं. हम दोनों पूरे ध्यान से कैमरे में नज़र रखने लग गए. हमको धीरे धीरे कुछ हमारे नजदीक आने की आवाज़ आ रही थी. अँधेरे से एक लड़की निकल कर आई और एक पेड़ के पास आकर खड़ी हो गई.

मैंने उसको आवाज़ दी, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया. वह लड़की पास खड़े पेड़ से अपना सर पिठने लगी.

मैंने जेंसी से पुछा वह ऐसा क्यों कर रही होगी. उसने बताया की शायद वह बहुत डर गयी होंगी.

हमने टोर्च करके अच्छे से उसको देखा और सारा के द्वारा भेजी गयी तस्वीर से मिलान किया. वह रोज ही थी.

हम दोनों उसके पास गए और उसको पकड़ कर, कार में बिठाया. हमने उससे बात करने की कोशिश की लेकिन वह कुछ नहीं बोली.

हमने सोचा शायद वह बहुत डर गयी होगी. इसलिए वह बेचारी कुछ बोल नहीं पा रही होंगी.

हम रोज को उसके घर पर लेकर गए. सार ने दरवाजा खोला, रोज को देखकर वह बहुत ही खुस हो गयी. वह रोज को अन्दर लेकर गयी. उसको पीने के लिए पानी दिया. और उसको पुछा की उसके साथ क्या हुआ था. लेकिन रोज कुछ नहीं बोली.

हम दोनों को वापस लौटना था इसलिए, मैंने सारा को आवाज़ लगाई. मैंने उसको बताया की हम रोज का इंटरव्यू करने के लिए कल सुबह यहाँ पर आयेंगे.
इतना कहकर हम वहां से चले गए.

👉 lap 3 अगली सुबह…

मैं और जेंसी दोनों टाइम पर वहां पहुँच गए. मैंने सारा को आवाज़ लगाई लेकिन कोई उत्तर नहीं मिला. हमने उसका कमरा भी चेक किया, लेकिन कोई नहीं मिला.

जेंसी को शक हुआ, और उसने बताया कि हमको कैमरा चेक करना चाहिए. मैंने पुछा कोंनसे कैमरा.

जेंसी ने बताया की कल रात को उसे रोज पर शक हुआ था. इसलिए दोनों बहनों के कमरे में कैमरे लगा दिए थे. इस काम के लिए मैंने जेंसी को शाबाशी दी.

जेंसी दोनों हिडन कैमरा को निकाल कर लायी और पीसी से कनेक्ट कर दिए.
रात को लगभग 2 बजे रोज उठी थी, और अपने कमरे से बाहर गयी थी. इस कैमरा में इसके अलावा कुछ नहीं था. दूसरा कैमरा में दो बजे रोज सारा के कमरे में गयी थी.

रोज ने चुपके से सारा के पैर पकड़े और उसको घसीटते हुए बाहर लेकर गयी. इसके बाद क्या हुआ, इसका पता लगाने के लिए हमारे पास कोई भी सबूत नहीं था. इसलिए हमने हमे अपनी तहकीकात को यही पर निरस्त कर दी.

लेकिन अगले दिन हम फिर ग्यारह बजे उस घाटी के पास और रात को दो बजे उस कमरे में काफ़ी देर तक रुके रहे. हमको लगा कि शायद कुछ हमारे हाथ लग जाये और पता चल सके की आखिर उन दोनों बहनों के साथ क्या हुआ था.
दुर्भाग्यवश हमको कुछ जाने को नहीं मिला.

दो दिन बाद…(horrar story in hindi)

दो दिन के बाद अख़बार में एक आर्टिकल आया था. जिसमे लिखा था कि गोयन्का हॉस्पिटल की नर्स का हुआ थ्रिल्लर किल्लिंग.

मैं और जेंसी उन दोनों बहनों के लिए बहुत दुखी हुए थे. पता नहीं उन दोनों बहनों के साथ क्या हुआ होगा. लेकिन जो कुछ भी हुआ होगा बहुत भयानक हुआ होगा.

क्या हमको इसकी तहकीकात आगे जारी रखनी चाहिए. क्या हैं इसकी पूरी मिस्ट्री , अगर आप जानने को इच्छुक हैं तो इसके पार्ट 2 के बारें में तो कमेंट कीजियेगा. हम इसका पार्ट 2 भी जलदो पेश करेंगे. आप पढ़ रहे है…