शोहरत का घमंड - 29 shama parveen द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
  • स्वर : एक संगम या जंग

    एक लड़की पीले रंग का कुर्ता और सलवार पहने माता सरस्वती के मन...

  • जंगल - भाग 1

    "चलो " राहुल ने कहा... "बैठो, अगर तुम आयी हो, तो मेमसाहब अजल...

  • दीपोत्सव

    प्रभु श्री राम,सीता जी और लक्ष्मण जी अपने वनवास में आजकल दंड...

  • बैरी पिया.... - 47

    शिविका जाने लगी तो om prakash ne उसका हाथ पकड़ लिया ।" अरे क...

  • राइज ऑफ ज्ञानम

    ज्ञानम (प्रेरणादायक एवं स्वास्थ्य ज्ञान)उपवास करने और मन्दिर...

श्रेणी
शेयर करे

शोहरत का घमंड - 29

आर्यन चला जाता हैं और अरूण वही पर ही रहता है। अरुण को वहा पर देख कर आलिया डर जाती है और सोचती है कि अब ये कोन है जो यहा पर ही रह गया है।

तब अरूण बोलता है, "आपका नाम क्या है"।

तब आलिया बोलती है, "आलिया"।

तब अरूण बोलता है, "आर्यन मेरे मामा का बेटा है, वैसे आप यहां पर कब से काम कर रही है"

तब आलिया बोलती है, "मुझे यहां पर अभी एक महीना भी नहीं हुआ है"।

तब अरूण बोलता है, "ओह रियली अभी आपको एक महीना भी नही हुआ है"।

तब आलिया बोलती है, "जी"।

तब अरूण बोलता है, "कोई नहीं आप अपना काम आराम से करिए"।

तब आलिया आराम से काम करने लगती हैं।

उधर आलिया के पापा आलिया की मम्मी से बोलते हैं, "मुझे बिलकुल भी अच्छा नहीं लगता है कि मैं घर में बैठा रहता हूं और मेरी बेटी काम करने जाती है"

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "आप ऐसा क्यो सोचते हैं, देखिए आपकी तबीयत ठीक नहीं है इसलिए आप काम पर नहीं जाते है"।

तब आलिया के पापा बोलते है, "कब तक मै इस तबीयत का ड्रामा करके घर में बैठा रहूंगा और मेरी बेटी काम पर जायेगी "।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "आप ये क्या बोल रहे हैं आप कोई ड्रामा थोड़े ही कर रहे हैं, देखिए आपको देख कर ही आपकी बेटियो को हिम्मत मिलती है, अगर आप ही हिम्मत हार जायेगे तो आपकी बेटियो को कोन संभालेगा "।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "मे तो खुद ही बेसहारा हू मै क्या किसी का सहारा बनूंगा "।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "आप ऐसा क्यो बोल रहे हैं, एक बाप ही तो अपनी बेटी का सहारा होते है, और आपकी तो तीन तीन बेटियां हैं, और वक्त का क्या है कभी अच्छा होता है कभी बुरा, अभी हमारा अच्छा वक्त नही चल रहा है तो क्या हुआ, आगे जरुर हमारा अच्छा वक्त आएगा, मगर देखिए आप हिम्मत मत हारिए, क्योंकि अगर आप ही हिम्मत हार गए तो फिर हमारा क्या होगा, मैं आपकी बेटियो को केसे संभालूंगी "।

तब आलिया के पापा बोलते है, "तुम्हारे बोलने से मै हिम्मत तो कर लेता हूं मगर क्या करु मुझे कुछ समझ ही नही आता है कि क्या सही है और क्या गलत "।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "सही गलत आप भगवान पर छोड़ दीजिए, आप बस अपनी सेहत के बारे में सोचिए "।

उधर आर्यन मीटिंग से आ जाता हैं और अपने केबिन में जाता हैं तो देखता है कि अरूण वही पर ही होता है। तब आर्यन बोलता है, "क्या बात है तुम अभी तक यही पर ही हो "।

तब अरूण बोलता है, "हा भाई तुम्हारा ही इंतजार कर रहा हूं, और बताओ मीटिंग का क्या हुआ "।

तब आर्यन बोलता है, "ये कॉन्ट्रैक्ट मुझे मिल गया है "।

तब अरूण बोलता है, "congratulations bro, और पार्टी कहा है"।

तब आर्यन बोलता है, "वैट bro दे रहा हूं, वैसे थैंक्स आलिया क्योकी आज मुझे जो ये कॉन्ट्रैक्ट मिला है तुम्हारी वजह से ही मिला है, चलो आज मै अरुण के साथ तुम्हे भी पार्टी देता हूं "।

तब आलिया बोलती है, "नो थैंक्स मै किसी की पार्टी में नही जाती हू "।

ये सुनते ही दोनो शॉक हो जाते हैं कि ये क्या बोल रही है......