फ्रैंड जोन - प्यार की खट्टी-मीठी कहानी - पार्ट 5 Saurabh kumar Thakur द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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फ्रैंड जोन - प्यार की खट्टी-मीठी कहानी - पार्ट 5

और बता क्या हो रहा है? अगले ही क्षण रिया का ये मैसेज स्क्रीन पर पॉपअप हुआ । उसके रिप्लाई में सत्यम ने मैसेज किया- अरे कुछ नहीं बस ऐसे ही कुछ सोच रहा था कॉलेज और आगे की पढ़ाई के बारे में । अब चार साल काटने हैं ना कॉलेज में ।

हाँ ये तो है अब डेस्टिनी में हंसराज था तो आ गए, तू टेंशन मत ले, बहुत मज़ा आएगा। और रही बात चार साल की, तो वो भी देखते ही देखते गुजर जाएगा । खैर अभी तो शुरुआत हुई है । कॉलेज लाइफ की । रिया का ये रिप्लाई आया । अच्छा चलो मैं थोड़ा पढ़ने जा रहीं कल बात करते हैं, और हाँ कॉलेज जब भी जाना मुझे जरूर बताना, मैं भी आऊंगी । एक के बाद एक करके रिया का तीन मैसेज सत्यम के स्क्रीन पर पॉपअप हुआ । दोनों ने एक दूसरे को बाय बोला फिर भी रिया पढ़ने चली गई और सत्यम भी सोने की कोशिश करने लगा ।

थोड़ी देर बाद प्रिंस का कॉल; सत्यम ने फोन उठाया तो प्रिंस ने बोला और भाई क्या हो रहा है ? सत्यम ने मंद से स्वर में कहा कुछ नहीं यार सोने की कोशिश कर रहा था, नींद आ रही है दिन भर का थका हुआ हूँ! अच्छा और हमारी भाभी कैसी हैं ?प्रिंस ने चटपटे अंदाज में पूछा?

कौन सी भाभी ? किसकी भाभी ? कहाँ की भाभी ? सत्यम ने घबराते हुए पूछा........अरे यार वही लड़की जो तुझे कॉलेज में मिली थी मैं उसी के बारे में पूछ रहा हूँ इतनी जल्दी भूल गया ? प्रिंस ने कहा ।

देख माना तू मेरा दोस्त है, पर अपनी दोस्ती का गलत फायदा मत उठा एक लड़की क्या मिली कॉलेज में नॉर्मली उससे मैंने बात किया और तू तो उसे भाभी बना कर बैठ गया, यार मैं उसे अच्छे से जानता तक नहीं..... उसके बारे में मुझे कुछ नहीं पता; हमारी थोड़ी बात क्या हो गई तू तो उसे भाभी बना कर बैठ गया बहुत गलत बात है भाई ऐसा मत किया कर! सत्यम ने कहा ।

अच्छा भाई ठीक है नहीं बोलता भाभी पर वो तेरी दोस्त तो है ना प्रिंस ने पूछा ? नहीं यार बस थोड़ी बात हुई इसके अलावा और कुछ नहीं ।।। सत्यम ने कहा

और भाई तुम दोस्तों की समस्या क्या है यार ? एक लड़की से बात नहीं होती तुम तो भाभी बना कर बैठ जाते हो, और तू तो ऐसे मत बोला कर यार कभी गलती से हर्ट अटैक आ गया तो मैं तो मर ही जाऊंगा ।। सत्यम की ऐसी बातें सुनकर प्रिंस ने हँसते हुए कहा: अच्छा ठीक है भाई अब नहीं बोलूंगा मैं........खुश ? प्रिंस ने पूछा.........

गुड ऐसी बातें मत किया कर! और बता क्या हो रहा है ? और ठीक-ठाक सब सत्यम ने पूछा.....

हाँ! सोने ही जा रहा था तो सोचा कि तेरी कहानी कहाँ तक पहुँची, पूछ लूं ? ख़ैर! चल ठीक है मैं सोने जा रहा हूँ कल बात करता हूँ आराम से तेरे से मैं ! प्रिंस ने कहा ।

ठीक है चल गुड नाइट कल बात करते हैं कहते हुए सत्यम ने फोन काटा । मन ही मन मुस्काते हुए और प्रिंस की बातों को सोचते हुए उसे नींद आ गई ।

अगली सुबह उठते ही उसने सबसे पहले मोबाइल चेक किया, कहीं रिया का मैसेज तो नहीं आया । रिया का मैसेज नहीं आया हुआ देखकर बेचारा रुआँसा सा हो गया । करीब दो-ढाई घंटों से बैठा हुआ मैसेज का इंतजार करता हुआ सत्यम न जाने किस उधेड़बुन में खोया हुआ था, कि तभी उसे व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से पता चला कि कॉलेज में अगले सप्ताह से पढ़ाई शुरू होने वाली है । सत्यम की खुशी का ठिकाना ना रहा । अब तो रोज मिलना-जुलना होगा, साथ घूमेंगे, साथ पढ़ाई करेंगे, ना जाने किस-किस तरह की वह ख्यालों में खोने लगा ।

तभी तपाक से रिया का मैसेज मिला: अरे तूने देखा कॉलेज शुरू होने वाला है अपना । सत्यम ने फटाफट रिप्लाई करा हाँ! मैंने देखा कॉलेज अगले सप्ताह से शुरू होने वाला है; चलो अब मजा आएगा कॉलेज में ।

हाँ यार मैं भी कितने दिनों से इंतजार कर रही थी इन्हीं पलों का; कि कॉलेज जाएंगे, लाइब्रेरी में बैठेंगे, क्लास करेंगे, घूमेंगे, कैंटीन में खाएंगे, न जाने कितनी मस्ती होगी, नए-नए दोस्तों से मिलना-जुलना होगा और तेरे जैसा दोस्त हो तब तो और भी मजा आने वाला है । रिया का रिप्लाई आया ।

हाँ यार मजा तो बहुत आने वाला है, नई चीजें एक्सप्लोर करेंगे, बहुत घूमेंगे, और बताओ; क्या हो रहा है ? सत्यम ने पूछा

नहीं कुछ नहीं बस ऐसे ही अभी थोड़ी देर पहले उठी तो कॉलेज का मैसेज मिला, तो मैंने सोचा कि सप्तम को बता दूँ, और तेरा सब ठीक? रिया का मैसेज आया ।

हाँ मेरा भी सब बढ़िया है, सत्यम ने कहा । अच्छा चलो ठीक है जा रही हूँ कुछ काम है, मिलते हैं कॉलेज में, बाय, सी यू, रिया का मैसेज आया ।

ओके, बाय, सी यू इन कॉलेज ! कहते हुए सत्यम ने मोबाइल बगल में रखा और फिर से उन्हीं ख्यालों में खो गया ।।।




- सौरभ कुमार ठाकुर


रिया और सत्यम की कॉलेज लाइफ और पहली नजर के पहले प्यार की खट्टी- मीठी कहानी अगले पार्ट में आपके समक्ष होगी । कहानी को प्यार दीजिए और मुझे आशीर्वाद दीजिए ।


बाकी जीवन का एक और साल खत्म हो गया, थोड़ी खुशियाँ मिली तो थोड़ा रोया भी, एक नए साल को बर्बाद करने जा रहा हूँ, आप सबका आशीर्वाद अपेक्षित है........