दिनेश- मना भी करू तो किस हक पर.... आप कभी बात नहीं मानते हो ना मेरी
हैप्पी- आई हेट यू
दिनेश- खाना खा लो ना यार प्लीज
हैप्पी- नहीं खाना
दिनेश- एक किस दो ना यार
हैप्पी- हैरी को दूंगी अब
दिनेश- देखा जब बात ही नहीं मानते तो मैं क्या बोलूं
हैप्पी- आप भी नहीं मानते
दिनेश- कभी मनाए ही नहीं आपने
हैप्पी- अगर मनाऊं तो मुझे क्या मिलेगा
दिनेश- शादी के अलावा सब कुछ
हैप्पी- यह गलत है
दिनेश- वह हक मेरे पास नहीं है हैप्पी इसलिए नहीं दे सकता
हैप्पी- तो मैं भी नहीं मनाऊंगी
दिनेश- उसके अलावा जो मांगो
हैप्पी- नहीं चाहिए और कुछ भी
दिनेश- मांग कर तो देखो
हैप्पी- नहीं... कल आपने झूठ क्यों बोला
दिनेश- कौन सा झूठ
हैप्पी कल ईद की छुट्टी थी ना
दिनेश- हा पर मेरे बोलने से आपको खुशी तो मिली ना
हैप्पी- झूठे हैं आप
दिनेश- इसलिए बोला कि मेरी हैप्पी बोलती रहती है मेरे लिए 1 दिन की छुट्टी नहीं ले सकते
हैप्पी- बस बस
दिनेश- छोड़ो ना
हैप्पी- छोड़ तो दिया है
दिनेश- एक किस दो ना
हैप्पी- नहीं अब हैरी को दूंगी.... अब जो भी करेगा हैरी ही करेगा
दिनेश- सब कुछ दे दो पर फोरहेड का किस तो मेरा ही रहेगा... उसमें किस करने का अधिकार सिर्फ मेरे पास है और वो मै किसी और को शेयर नहीं करने वाला
हैप्पी- क्यों
दिनेश- क्योंकि आप मेरी हैप्पी हो
हैप्पी- नहीं अब हम हैरी की मुस्कान हैं
दिनेश उदास होकर "सच में किस करोगे उसे"
हैप्पी- हा थोड़ी देर में आ रहा है वह
दिनेश- अगर वह आगे बढ़ना चाहे तो
हैप्पी- तो रोकूंगी नहीं
दिनेश- आपका अभी ऑपरेशन हुआ है दर्द होगा बहुत क्यों कर रहे हो ऐसा
हैप्पी- होने दो कुछ नहीं बोलूंगी
दिनेश- लड़के जोश में होश खो देते हैं क्यों करना चाहती हो आप ऐसा
हैप्पी- अब सब दर्द सह लूंगी
दिनेश- आपने खाना भी नहीं खाया कमजोर हो गई हो बहुत
हैप्पी- अब कोई फर्क नहीं पड़ता
दिनेश- मत करो ऐसा क्यों खुद को और तकलीफ देना चाहते हो
हैप्पी- कोई बात नहीं.... आपको क्यों फिक्र हो रही है मेरी... यही तो चाहते थे ना आप
दिनेश- सिर्फ मुझे दिखाने के लिए अपने आप को इतना बड़ा दर्द ना दो हैप्पी प्लीज
हैप्पी- हैरी का मैसेज आया है कि क्या लाए वह मेरे लिए तो मैंने बोल दिया जो प्यार से लाओगे
दिनेश- सॉरी भूल गया था आदत हो गई है ना आप हक जताने का इसलिए बोल दिया
हैप्पी- आई हेट यू
दिनेश- सॉरी हैप्पी मेरे हाथ में कुछ नहीं है वरना.....
हैप्पी- सब कुछ आपके हाथ में है बस कुछ करना नहीं चाहते
दिनेश- हा सब कुछ मेरे ही हाथ में है लेकिन मेरे हाथ बंधे हुए हैं 😕
हैप्पी- ओके अब नहीं बोलूंगी आपको शादी के लिए कभी भी
"इतने सालों मैं मम्मी पापा ने जो मेरे लिए सहा है... खुद ना खाकर मुझे मेरी मनपसंद चीज खिलाया है.... मुझे जो चाहिए था वह सब दिलाया.... सब कुछ दिया है मुझे बिना मांगे.... अब मैं उनकी एक ख्वाहिश को कैसे तोड़ दूं.... क्या मैं जिंदा रह पाऊंगा" दिनेश के आंखों से आंसू नहीं रुक रहे थे......😭 मैं आपसे एक दिन मिलने आऊंगा हैप्पी अगर भगवान ने चाहा तो 😓
हैप्पी- पर अब मुझे नहीं मिला आपसे
दिनेश- अच्छी कोशिश है हैप्पी.. कैरीऑन आप कर सकते हो मुझे पता है.... मुझे मेरी गब्बर सिंह पर पूरा भरोसा है मैं भी आपको कमजोर नहीं करूंगा
हैप्पी- हा थैंक्यू
दिनेश- एक बात बोलूं मैं तो आपको बेकार बेकार निकनेम दिए हैं धा हैरी आपको बहुत प्यारा प्यारा निकनेम देगा
हैप्पी- हम्म
दिनेश- एक बात बोलूं घर वाले बोलते थे कि तू बस घर में शेर हैं घर से बाहर भीगी बिल्ली बन जाता है तेरी शादी बहुत ज्यादा बोलने वाले से कराएंगे जो सबके सामने बोल सके
हैप्पी- अच्छा ही है
दिनेश- सोचता हूं
हैप्पी- क्या
दिनेश- शादी नहीं करूंगा अकेले ही रहूंगा सारी दुनिया घुमाऊंगा
हैप्पी- आपकी लाइफ है जैसा ठीक लगे
दिनेश- हा लेकिन हम जो चाहते हैं वह कभी पूरा नहीं हो पाता..... जो भगवान जाता है वही पूरा होता है
हैप्पी- आज उस नर्स को भी हॉलीडे दे दिया जो मेरी देखभाल करती थी
दिनेश परेशान सा "ओह"
हैप्पी- हम्म
दिनेश- आ गया वो
हैप्पी- अभी नहीं
दिनेश- आपने तो बोला था यह सब शादी के बाद
हैप्पी- पता नहीं
दिनेश- जो करना है वह करो लेकिन मेरी हैप्पी अपने सेहत का ध्यान रखना
हैप्पी- नहीं... और बीमार हो जाऊं इसलिए तो यह सब करना है
दिनेश- ऐसा ना करो ना हैप्पी... मैं आपको क्या बोलूं यार
हैप्पी- कुछ नहीं... अब तमाशा देखो बस
दिनेश- यह कैसे जिद हैं हैप्पी
हैप्पी- पता नहीं
दिनेश- मैं जा रहा हूं भूख तो लगी नहीं, सो जाता हूं
हैप्पी- अभी रुको जब हैरी आएगा तब जाना
दिनेश- 😐 बोलो
हैप्पी- क्या
दिनेश- रोके हो तो कुछ बोलों
हैप्पी- बुरा लग रहा है आपको
दिनेश गुस्से से "मुंह तोड़ दूंगा आपका चुपचाप जो करना है वह करो, बात मत करो मुझसे,
हैप्पी- बताओ शा
दिनेश- नहीं बोलना.... बात तो सुनते नहीं हो फिर क्यों बोलूं
हैप्पी- ओके.... अब बोलो भी कुछ
दिनेश- क्या बोलूं आप ही बताओ
हैप्पी- कुछ भी
दिनेश- तू जो रूठा तो कौन हंसेगा....
हैप्पी- बाय यार
"ध्यान रखना मेरी... बच्ची नाजुक है तू... बहुत नादान भी... पागल तो हो ही.... नखरे भी बहुत हैं.... मनमानी तो करती ही हो... लेकिन जैसे भी हो बहुत प्यारी हो" दिनेश निराश सा बोला
हैप्पी- हैरी आ गया है बाय
दिनेश- पहली बार अपने आप को इतना कमजोर महसूस कर रहा था
हैप्पी- आते ही फोरहेड पर किस किया... रेडी होके तो ऐसे आया है.....
दिनेश- बचपन से जिसको चाहा वह आज सामने हैं तो खुश क्यों नहीं होगा
हैप्पी- हम्म
दिनेश- मैं जा रहा हूं अब हैरी आ गया ना फिर मेरी क्या जरूरत है
हैप्पी- हा बाय आज वाइन भी पियूंगी
दिनेश गुस्से में "भाड़ में जाओ"
हैप्पी- ओके चलोगे साथ
दिनेश- अपने हैरी को ही ले जाओ
हैप्पी- आप भी चलो ना
दिनेश- मैं क्या करूंगा कबाब में हड्डी बन कर
हैप्पी- हम्म ओके
दिनेश- कहां है वह हिटलर
हैप्पी- सामने बैठा है देख रहा है मुझे
दिनेश- उस दिन फाइट के बाद सॉरी किसने बोला था
हैप्पी- उसने ही, मैं कभी नहीं बोलती
दिनेश- हा आप झुकने वाली कहा... खैर बात करो फिर अपने हरि से मैं क्यों कबाब में हड्डी बनो बाय बाय
हैप्पी- ओके बाय.... अभी भी टाइम है बताओ क्या करूं... भाई आए हैं उसके साथ बाहर गया है हैरी... जल्दी बोलो
दिनेश- मैं क्या बोलूं बोल भी नहीं सकता ये सब मत करो खैर जैसी आपकी मर्जी
हैप्पी- सच्ची में कर लूं
दिनेश- मुझे नहीं पता अगर दोबारा पूछा ना तो मार खाओगे मेरे हाथों से 😤 अगर कल रोते हुए मेरे पास आए ना तो दोनों दात पहले तोड़ूंगा आपके 😒
हैप्पी- बोलो भी हा या नहीं... जल्दी बोलो... बताओ भी
दिनेश- मेरा दिमाग ना खराब करो आप🙄
हैप्पी- ओके बाय आई हेट यू..... अब कभी खाना नहीं खाऊंगी ना दवाई भी नहीं दूंगी
कुछ देर बाद
दिनेश परेशान सा "अब क्या हुआ"
हैप्पी- कुछ नहीं
दिनेश- बताओगे या नहीं क्या हुआ
हैप्पी- पता नहीं
दिनेश- क्या हुआ हिटलर आया था आपने....
हैप्पी- कुछ नहीं
दिनेश- यही बात मुझे आपकी अच्छी नहीं लगती बताओ ना...
हैप्पी- खाना खाया आपने
दिनेश- नहीं
हैप्पी- क्यों
दिनेश- भूख नहीं है
हैप्पी- अच्छा सच में
दिनेश- अब आप बताओगे कुछ
हैप्पी- नहीं
दिनेश- क्यों
हैप्पी- किस किया बस
दिनेश- कहां पर😢
हैप्पी- आपको क्या लगता है
दिनेश- अफकोर्स गाल पर या सर पर
हैप्पी- क्यों आपको ऐसा क्यों लगता है
दिनेश- क्योंकि मुझे मेरी हैप्पी पर पूरा भरोसा है वह ऐसा होने ही नहीं देगी
हैप्पी- अच्छा ओके
दिनेश- क्या बोला हिटलर ने
हैप्पी- अभी तक सोए नहीं रात 11 बज रहे हैं
दिनेश- सोचा आप बात करोगे इसलिए जग रहा हूं
हैप्पी- सो जाइए आप.... कुछ नहीं हुआ
दिनेश- सच्ची में ना
हैप्पी- हम्म
"मुझे तो पहले ही पता था मुझे जला रहे थे ना आप" दिनेश ने राहत की सांस ली
"नहीं अभी रात बाकी हैं कुछ भी हो सकता है..." हैप्पी गंभीर स्वर में बोली
क्या इनकी परेशानी कभी हल हो पाएगी........
®®®DINESH DIVAKAR"MASTER"
कमेंट करके जरूर बताइएगा कि यह भाग कैसी लगी आपको, साथ ही अपने दोस्तों के साथ शेयर किजिए, प्रोत्साहन के लिए सिक्के भी भेजिएगा शर्माने की जरूरत नहीं है 😁 मिलते हैं अगले भाग में....... धन्यवाद 😊🤙