Muskan ek adhuri prem kahani - 35 books and stories free download online pdf in Hindi

मुस्कान - एक अधूरी प्रेम कहानी - 35

हैप्पी- आपको जलन हो रही है क्या

दिनेश- सोने दो मुझे बहुत तंग करते हो

हैप्पी- नहीं

दिनेश- गुड नाइट बाय

हैप्पी- इतना तंग करती हूं आपको, तो चली जाती हूं

दिनेश- नहीं आजकल समय नहीं मिलता आराम करने को.. पढ़ाई करने की वजह से सो नहीं पाता ठीक से

हैप्पी- ओके अपर से अब हम भी सोने नहीं देते ना आपको

दिनेश- भूलाना मत अगर हमें कुछ हो जाए तो

हैप्पी गुस्से में- हाथ पैर काट कर खाई में फेंक दूंगी अगर ऐसा कुछ बोला तो

दिनेश- किसको

हैप्पी- पता नहीं अभी गुस्सा कंट्रोल नहीं हो रहा जाओ आप बाय

दिनेश- थक गया हूं यार इस जिंदगी से... शांति चाहिए मुझे

हैप्पी- और मुझसे भी... ठीक है अब शांति से बात करना... मुझे मैसेज करने की जरूरत नहीं

दिनेश- नहीं आपको तो अभी बहुत परेशान करना है

हैप्पी- नहीं

दिनेश- आज से आपका नाम भी शांति है

हैप्पी- सो जाओ आप... उठते ही मुझे मैसेज करने की जरूरत नहीं बाय

हैप्पी नाराज होकर चली गई वही दिनेश भी कुछ समय के लिए सो गया

कुछ देर बाद

दिनेश- नींद नहीं पड़ी

हैप्पी- अच्छा फिर इतनी देर क्या किए

दिनेश- सोने की कोशिश... अभी तो खाना बना रहा हूं दोपहर को भूख नहीं लगा था तो नहीं बनाया था अभी लगा तो बना रहा हूं फिर खाऊंगा.... खाना नहीं आपको 😜

हैप्पी- हम्म

दिनेश- पता है मैंने बिना शर्ट की फोटो लिया था आपको दिखाने के लिए

हैप्पी- अच्छा दिखाओ फिर कहां है फोटो

दिनेश- अच्छा बेटा मैं भी नहीं दिखाने वाला

हैप्पी- ओके

दिनेश- बच्चू छोड़ूंगा नहीं तुम्हें

हैप्पी- अच्छा पहले पकड़ कर तो दिखाओ फिर देख लेना

दिनेश- 😏

हैप्पी- हम्म

दिनेश- क्या कर रहे हो

हैप्पी- कुछ नहीं

दिनेश- बताओ क्या बात बुरी लगती है आपको मुझ में

हैप्पी- नहीं बताना मुझे कुछ

दिनेश- बताओ भी

हैप्पी- नहीं

दिनेश- इतनी नखरेबाज क्यों हो आप

हैप्पी- पता नहीं

दिनेश- अब बताओ भी क्या बात बुरी लगती है वरना वह काम रोज करूंगा

हैप्पी- कौन सा काम था

दिनेश- वह तो तुम्हें पता है ना कि आपको कौन सी बात बुरी लगती है मुझ में

हैप्पी- बताओ भी कौन सा काम रोज करोगे

दिनेश- जो आपको पसंद होगा

हैप्पी- ओके

दिनेश- बताती हो या दू... मुंह पर किस

हैप्पी- किस इज बेटर😉

दिनेश- 😏

हैप्पी- अब स्माइल करो

दिनेश- 😏 पहले सारी बोलो

हैप्पी- नहीं बात हुई आपकी

दिनेश- किस्से

हैप्पी- आपकी बेस्टी चीनू से

दिनेश- उनका ऑनलाइन एग्जाम चल रहा है रात को आएगी

हैप्पी -कहां की है वो

दिनेश- यही करीब 200 किलोमीटर दूर मेरे चाचा के शहर से हैं और उनकी दी की शादी यही हुआ है जहां मैं रहता हूं

हैप्पी- मिले हैं आप उससे कभी

दिनेश- नहीं मिला अभी तक

हैप्पी- ओके वीडियो कॉल पर बात हुई कभी

दिनेश- ना मुझे ही शर्म आती है बस काल पर बात होता है

हैप्पी- ओके मुझसे तो आती नहीं ना

दिनेश- नहीं क्योंकि पता है मुझे, आप कभी करोगे ही नहीं वीडियो कॉल

हैप्पी- ओह हम्म

दिनेश- नॉर्मल कॉल तो होता नहीं मैडम से वीडियो कॉल कहां से करोगे.... बोला था एक बार जान पहचान तो हो जाए फिर सीधे कॉल पर बात करेंगे याद है या भूल गए

हैप्पी- हम्म आप हमारी चैट पढ़ते रहते हैं क्या

दिनेश- नहीं सब याद रहता है मुझे... वैसे स्टोरी तैयार हो रही है उसमें बताऊंगा कि आप मुझे कितना तंग करते थे

हैप्पी- अच्छा जल्दी करो ना आप... वेट नहीं हो रहा अब

दिनेश- हां कोशिश कर रहा हूं चलो अब मुझे मनाओ ना हैप्पी

हैप्पी- मुझे नहीं आता... आपको ही मनाना पड़ेगा जब भी मैं नाराज हो जाऊं

दिनेश- फिर क्या आता है

हैप्पी- बस नाराज होना और आपको प्यार करना😘

दिनेश- किसी दिन इतना नाराज हो जाऊंगा कभी मैसेज ही ना करूं तो

हैप्पी- तो समझ जाना है कि मर गई उस दिन

दिनेश 🙄 सर दर्द कर रहा है हैप्पी मेरा हेडेक भी हो रहा है

हैप्पी- तो सो जाओ ना थोड़ी देर सारा दिन मोबाइल चलाते हो तो यही होगा ना

दिनेश- आप मेरी बात नहीं मानती इसलिए हो रहा है

हैप्पी- अच्छा फिर तो आदत डाल लो

दिनेश- अच्छा पता है मुझे टाइफाइड हुआ था 1 साल पहले अभी भी लगता है वह ठीक नहीं हुआ उस टाइम मेरा वेट काफी घट गया था

हैप्पी- ओह फिर टेस्ट करवा लेना था ना

दिनेश- हा जब भी परेशान होता हूं तो हेडेक स्टार्ट हो जाता है

हैप्पी- क्यों होते हो आप परेशान

दिनेश- छोड़ो ना किसी और दिन बताऊंगा

हैप्पी- ओके

दिनेश- घर में सब मेरी ही पसंद से सब कुछ लिया जाता है

हैप्पी- तो शादी का भी बोलो ना

दिनेश- चाहे कोई भी हो लेकिन आज मुझसे बिना पूछे मेरे पसंद के बिना कोई सामान घर में लिया गया है 😐

हैप्पी- ओह बेबी टेंशन क्यों ले रहे हो आप... यहां हो इसलिए उन्होंने लिया होगा परेशान ना हुआ करो ना

दिनेश- पता नहीं आंखों से आंसू क्यों निकल रहें हैं

हैप्पी परेशान होते हुए "क्यों रो रहे हैं चुप हो जाओ ना बेबी"

दिनेश रोते हुए "यही तो एक सहारा है इसे कैसे रोक सकता हूं"

हैप्पी- प्लीज चुप हो जाओ ना

दिनेश- आज ना रोको

हैप्पी- मेरे लिए चुप हो जाओ ना

दिनेश- पता है मैं पापा को कभी गले नहीं लगा पाया ना ही मम्मी को

हैप्पी- क्यों यार ऐसा नहीं होता जब मन करे गले लगा लेना चाहिए मैं पता नहीं कितनी बार मम्मी पापा को भाइयों को गले लगा चुकी हूं

दिनेश- इतनी हिम्मत ही नहीं कि अपना प्यार दिखा सकूं

हैप्पी- प्यार दिखाने के लिए हिम्मत नहीं प्यार होने की जरूरत होती है

जिंदगी की राहों में फिर से हम अकेले हैं.. भीड़ है कयामत की और यह हम अकेले हैं 'दिनेश अपने भावनाओं को कंट्रोल नहीं कर पा रहा था"

हैप्पी- क्या हुआ बाबू ऐसा क्यों बोल रहे हो

दिनेश- बस रोने का मन कर रहा है बहुत

हैप्पी- ओके बाय फिर... आप रो लो मैं जा रही हूं

दिनेश- किसी का कंधा चाहिए जी भर कर रोने के लिए

हैप्पी परेशान होती हुई "क्यों रोना है यार सब ठीक तो है प्लीज चुप हो जाओ ना😰"

दिनेश- नहीं मैं कहां रो रहा हूं

हैप्पी- चलो फेसवास करो उठकर... मुझे मेरी जान ऐसी नहीं चाहिए... हंसते हुए अच्छे लगते हैं आप

दिनेश- अब पता चला मुझे कि अकेले क्यों अच्छा लगता है मेरी जिंदगी ही अकेला हैं

हैप्पी- हो गया अकेले रहना है आपको... फाइन मैं क्यों हूं फिर यहां पर... रहो इधर बाय

दिनेश अपने आंसुओं को पोंछतू हुए "सुनो ना"

हैप्पी नराज सी बोली "नहीं सुनना कुछ आपको लगता है ना आप अकेले हो ठीक है फिर मैं कौन होती हू"

दिनेश- सब है मेरे लाइफ में, फिर मैं अकेला क्यों होऊंगा भला

हैप्पी- अभी तो बोला आपने... आप प्यार ही नहीं करते

दिनेश- रूको फेसवास करने दो मुझे

दिनेश फेसवास करने चला गया इधर

हैप्पी- ओके बाय अब मेरा मूड ऑफ हो गया

दिनेश फेसवास करके आया

दिनेश- हेलो यह टंकी का पानी अभी तक गर्म है मुंह धोने में भी मजा नहीं आया

हैप्पी- हम्म

दिनेश- सुनो ना

हैप्पी- हम्म

दिनेश- आप इतनी नखरेबाज क्यों हो

हैप्पी- पता नहीं

दिनेश- हा बस यही बोलना आता है हम्म, ना, नहीं, कुछ नहीं, पता नहीं

हैप्पी- हम्म

दिनेश- क्या पढ़ाते थे बच्चों को

हैप्पी- एबीसीडी

दिनेश- हम्म

हैप्पी- मूड ठीक हुआ आपका

दिनेश- कबका आपका मूड तो ठीक है ना

हैप्पी- नहीं

दिनेश- क्यों क्या हुआ मेरे बच्चे को क्यों मूड ऑफ है उसका

हैप्पी- पता नही

दिनेश- बताओगी क्या करूं जिससे आपका मूड ठीक हो जाए

हैप्पी- मुझे अकेला छोड़ दो

दिनेश- जी यह तो होने से रहा

हैप्पी- ब्रेकअप कर लो फिर

दिनेश- अचानक क्या हो गया आपको

हैप्पी- पता नहीं

दिनेश- मैंने कुछ गलत बोल दिया क्या

हैप्पी- हा.... आपको कोई फर्क नहीं पड़ता मेरे होने ना होने से

दिनेश- कैसे नहीं पड़ता

हैप्पी- बस बस अब सफाई मत दो

दिनेश- सॉरी ना बाबा मैं उस टाइम बहुत सैड हो गया था इसलिए मुंह से निकल गया

हैप्पी- कुछ भी हो.... सच ही तो बोला आपने मैं कौन हूं

दिनेश- क्या बोला मैंने

हैप्पी- कि आप अकेले हो

दिनेश- उसका मतलब कुछ और था

हैप्पी- जो भी था मुझे बुरा लगा

दिनेश- सॉरी ना बाबा

हैप्पी- नहीं सॉरी तो मुझे बोलना चाहिए

दिनेश- मेरे कहने का मतलब था कि कल से हॉस्पिटल जाऊंगा तो वहां अकेले हो जाऊंगा... डर लग रहा था इसलिए बोला अकेला हूं... क्योंकि आप सभी से ठीक से बात नहीं हो पाएगी तो अकेला हो जाऊंगा इसलिए बोला सबको मिस कर रहा था....

हैप्पी- अच्छा ही है ना आदत छूट जाएगी मुझसे बात करने की

दिनेश- नहीं शाम को अपने रूम में वापस आ जाऊंगा फिर आपको परेशान करूंगा बहुत ज्यादा

हैप्पी- हम्म

दिनेश- सोचा है तुम्हें पलकों पर बिठा हूं पर तुम 70 किलो की हो यह दिल को कैसे समझाऊं 😜

हैप्पी- 50 की हूं मैं

दिनेश- सच में फिर ठीक है... अच्छा घर से फोन आ रहा है

हैप्पी- ओके बात कर लो आप

दिनेश..... नाना आप बताओ ना

हैप्पी- क्यों बात करो ना पहले मम्मी से

दिनेश- मैं दोनों काम साथ में करता हूं

हैप्पी प्यार से मुस्कुराते हुए "अच्छा जी"

दिनेश- हम्म

हैप्पी- शादी की बात करो ना

दिनेश- वही बात चल रही है

हैप्पी खुशी से "अच्छा सच्ची में" 😍

दिनेश- हा पर मेरी नही दी की शादी 😋

हैप्पी- अपनी शादी की बात कर रही हूं मैं... मेरे बारे में बताओ ना उनको

दिनेश- मैं सबसे छोटा हूं... सबसे पहले शादी थोड़ीना करूंगा... अगर आपके बारे में बताऊंगा तो पढ़ाई लिखाई बंद करके शादी करवा देंगे मेरी और मुझे अभी से शादी नहीं करना बाबा.... अभी तो मैं बच्चा हूं छोटा सा😌

हैप्पी- फिर हैरी से कर लेती हूं शादी

दिनेश- आपने तो पहले ही हां बोल दिया है ना

हैप्पी- हा बोला है शादी नहीं हुई

दिनेश- अच्छा जी

हैप्पी- हा फिर कर लेती हूं क्या बोलते हो आप

दिनेश- आपकी मर्जी है.. बंदर की फोटो दिखाना मुझे

हैप्पी- क्यों

दिनेश- देखूं तो क्या खास है उसमें

हैप्पी- हो जलन हो रही है आपको😝

दिनेश- 😏

हैप्पी- बोलो ना.... जलने की बदबू आ रही है मुझे कहीं से

दिनेश- 🙄

हैप्पी- क्या हुआ

दिनेश- आपको जल्दी है मुह तुड़वाने का

हैप्पी- नहीं

दिनेश- जाओ कर लो उस कलमुहे से जो करना है

हैप्पी- ओहो कार्ड सेंड कर दूंगी शादी का

दिनेश- हा क्यों नहीं जाऊंगा... मुझे रसगुल्ला बहुत पसंद है

हैप्पी- डांस भी करना पड़ेगा और जितने चाहे उतने रसगुल्ले खाना, हैरी को बोल दूंगी आप स्पेशल गेस्ट है मेरे तो सब अरेंजमेंट करवा देगा

दिनेश- हा मेरी साली साहिबा रीमा है उन्हीं के साथ डांस करूंगा

हैप्पी- हा बिल्कुल और मेरी फर्स्ट नाइट भी देख लेना.. है ना

दिनेश- बोलो तो बंदर की जगह मैं ही मना लूंगा आपके साथ फर्स्ट नाइट

हैप्पी- नो थैंक्स

दिनेश- फिर मुझे नहीं देखना कुछ मैं आपके मम्मी के पास जाकर उनकी गोद में सो जाऊंगा

हैप्पी- ओके डन

दिनेश- अब यह नाटक बंद करो 🙄 बड़े आए शादी करने वाले😏

लेकिन हैप्पी का कोई जवाब नहीं आया... दिनेश काफी रात तक हैप्पी के मैसेज का इंतजार कर रहा था कि तभी हैप्पी का मैसेज आया......

हैप्पी निराज स्वर में बोली "शादी की बात चल रही है मेरी और हैरी की"

®®®DINESH DIVAKAR"MASTER"

कमेंट करके जरूर बताइएगा कि यह भाग कैसी लगी आपको, साथ ही अपने दोस्तों के साथ शेयर किजिए, प्रोत्साहन के लिए सिक्के भी भेजिएगा शर्माने की जरूरत नहीं है 😁 मिलते हैं अगले भाग में....... धन्यवाद 😊🤙


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