आत्मा - प्रेतात्मा - 8 - कब्रिस्तान की चुड़ेल Rajveer Kotadiya । रावण । द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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आत्मा - प्रेतात्मा - 8 - कब्रिस्तान की चुड़ेल

एक समय की बात है एक गांव में सोनू नाम का एक सब्जियों का व्यापारी रहता था वह अपने खेत में सब्जियां लगाता था पर दिक्कत यह थी कि उसका खेत कब्रिस्तान के पास था गांव में खबर थी की एक चुड़ैल जिसके लंबे काले बाल और आंखें लाल थी रोज रात को अपने कब्र से निकलकर भटकती रहती थी सोनू गांव वालों को कहता है कि कभी-कभी तो मुझे भी सब्जियां तोड़ने में डर लगता है और इस तरह सोनू रोज सुबह-सुबह सब्जियां तोड़ता और पूरे गांव में भेजता और इस तरह वह अपनी जिंदगी का गुजर-बसर करता था और फिर 1 दिन सोनू कहता है अरे यार मैं तो भूल ही गया कि आज मुझको सब्जियों के नए बीज लाने थे फिर सोनू बाजार चला जाता है और वापस आते आते शाम हो जाती है और सोनू कहता है अरे यार आते आते तो शाम हो गई और वे कहते हैं कि मैं जल्दी-जल्दी सब्जियों के बीज खेत में डाल देता हूं फिर सोनू खेतों में बीज डालने लगता है और समय का पता नहीं चलता कि कब रात हो जाती है और तभी कब्रिस्तान से भयंकर भयंकर वाली आने लगती है भानु कब्रिस्तान में कोई भूतिया चुड़ैलों हो डर के मारे सोनू जल्दी-जल्दी काम करने लगता है और सब्जियों के बीज डालने लगता है इतने में ही सोनू के पीछे वह डरावनी चुड़ैल आकर खड़ी हो जाती है और चुड़ैल जोर जोर से हंसने लगती है चुड़ैल की भयंकर हंसी सुनकर जैसे ही सोनू पीछे मुड़ कर देखता है तो उसकी आंखें डर के मारे बाहर निकल जाती है और यह देख कर सोना जोर जोर से भागने लगता है और चिल्लाता है मगर फिर भी उसके पीछे उड़ने लगती है
और चुड़ैल सोनू को धक्का मार कर नीचे गिरा देती है
और फिर वह चुड़ैल सोनू की एक टांग पकड़ कर उसे खींच कर कब्रिस्तान की ओर ले जाने लगती है सोनू डर के मारे चिल्लाने लगता है बचाओ बचाओ कोई तो मुझे बचाओ नहीं तो आज मैं बिना कारण कहीं मर जाऊंगा और इस काली घणी रात में खेतों में कोई भी सोनू की आवाज नहीं सुनता और चुड़ैल सोनू को कबर अंदर ले जाती है वहां पर पहले ही बहुत सारी लाशें थी
वहीं दूसरी ओर सोनू के देर रात घर ना आने पर उसका पड़ोसी सोचता है इतनी देर कैसे लगी आज सोनू को घर आने में और मैं सोचता है कि जरूर सोनू किसी मुसीबत में है और यह सोचता है कि सोनू कहीं उसे घने बालों वाली चुड़ैल के हाथ तो नहीं लग गया यह सोचकर सोनू का पड़ोसी कुछ गांव वालों को साथ लेकर सोनू को तलाशने लगते हैं और सभी गांव वाले बातें करते हैं की हो चुड़ैल बहुत पुरानी और ताकतवर है वह हम सबको कच्चा खा जाएगी फिर गांव वाले हौसला करके कहते हैं कि हमें अपने पड़ोसी सोनू की मदद करनी चाहिए फिर एक आदमी बोलता है कि मैं एक सिद्धि प्राप्त बाबा को जाता हूं जोकि ऐसी बहुत सारी चुड़ैलों को ठिकाने लगा चुके हैं फिर सभी गांव वाले उस बाबा के पास जाते हैं और हमारे सोनू की जान बचाने में मदद करें और दूसरी तरफ कब्रिस्तान में वह चुड़ैल अपनी कब्र के अंदर सोनू को खाने की तैयारी कर रही होती है इतने में ही सोनू का पड़ोसी और वह गांव वाले सिद्धि प्राप्त बाबा के साथ उसे कब्रिस्तान में आ जाते हैं तभी जोरों की बारिश शुरू हो जाती है फिर बाबा बोलता है बाहर आ चुड़ैल इन मासूमों पर अपनी शक्ति क्या दिखाती है अगर हिम्मत है तो मेरा मुकाबला कर चुड़ैल आवाज सुनकर अपनी कब्र से बाहर होती है और देखती है कि वहां पर कुछ गांव वाले और उनके साथ बाबा होते हैं चुड़ैल हंसकर हा हा हा हा... आओ आओ तुम सबको यहां पर अपनी मौत खींच कर लाई है फिर वह चुड़ैल उन गांव वालों और बाबा पर हमला करने के लिए आगे बढ़ती है तभी मौका देख कर सोनू का पड़ोसी उस चुड़ैल की कबर में घुस जाता है और सोनू को सही सलामत देखता है यह देख कर सोनू बहुत खुश होता है और अपने पड़ोसी का धन्यवाद करता है फिर सोनू और उसका पड़ोसी उस कब्र से बाहर निकल आते हैं और दूसरी तरफ उस चुड़ैल और बाबा की लड़ाई हो रही होती है इससे पहले वह चुड़ैल अपनी बुरी शक्तियों का प्रयोग करती इससे पहले ही सिद्धि प्राप्त बाबा ने अपने मंत्र मार कर उस चुड़ैल को वहीं पर ही मिट्टी का पुतला बना दिया और यह नजारा देखकर सभी गांव वाले बाबा की जय जयकार करने लगते हैं और इतने में ही सोनू और उसका पड़ोसी गांव वालो के पास आ जाते हैं
सीख :- इस कहानी से हमें पता चलता है की बुराई कितनी भी ताकतवर हो अंता ईश्वर की शक्ति के सामने वह कुछ नहीं है हमेशा ही बुराई का अंत होता है।