मुस्कान - एक अधूरी प्रेम कहानी - 22 DINESH DIVAKAR द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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मुस्कान - एक अधूरी प्रेम कहानी - 22

रीमा- मैं उस पागल को बहुत अच्छी तरह से जानती हूं आप बहुत स्पेशल हैं इसीलिए उसने आपको पसंद किया है बहुत प्यार करती हैं वह आपसे। पहली बार देखा है उसे किसी से इतनी ज्यादा मोहब्बत हुई है वह भी पहली बार मैं ही

दिनेश मुस्कुराता हुआ "हम्म"

रीमा- अगर आपकी शादी होती तो मेरी बहुत जमती आपके साथ

दिनेश- हा यह बात तो सही कहा आपने फिर दोनों मिलकर उसे बहुत तंग करते हैं

रीमा- जैसे मुस्कान और उसके जीजू मुझे परेशान करते हैं

दिनेश- हा लेकिन उसे अपने साइड के ही किसी लड़के को पसंद करना था पर उस पागल ने सात समुंदर पार से मुझे ढूंढ लिया

रीमा- हम्म क्योंकि उसे सब स्पेशल ही चाहिए

दिनेश- हा वैसे आप दोनों कैसे मिले

रीमा- स्कूल टाइम से साथ हैं

दिनेश- और वह आपके प्रिंस चार्मिंग उनसे भी स्कूल में मिले थे

रीमा- हांजी

दिनेश- पता है मैंने एक बार मजाक में बोला था कि मुझे रीमा का नंबर दे दो हम बात करेंगे तो डांटने लगी मुझे

रीमा- वह ऐसी ही है मुझे भी पहले किसी से बात नहीं करने देती थी

दिनेश- अच्छा ना खुद किसी से बात करो और ना दूसरे को करने दो

रीमा- बस जो उसका है उसे किसी के साथ शेयर करना उसे बिल्कुल भी पसंद नहीं है

दिनेश- जी अभी क्या कर रही है मैडम

रीमा- मुंह फुलाए देख रही है मुझे, बार-बार पूछ रही है क्या बात की

दिनेश- आप उसे जीभ दिखाकर परेशान करो एक बार

रीमा- मुक्का दिखा रही है 😁 मैंने बोला घर जाकर आपसे बात करूंगी सारी रात, तो बोलती हैं हाथ पैर तोड़ के इसी बेड पर एडमिट करवा दूंगी

दिनेश- आज ही ऑपरेशन हुआ है लेकिन मैडम को चैन नहीं कि आराम कर ले

रीमा- डॉक्टर भी बोलते हैं यह पहली ऐसी लड़की है जिसने हार नहीं मानी

दिनेश- 😊

रीमा- जब होश में आई तो पता क्या बोली

दिनेश- क्या बोली रीमा गब्बर इज बैक

दिनेश- सच में 🤭🤭🤭

रीमा- हा डॉक्टर भी हंसने लगे

दिनेश- मैं उसको गब्बर बोलता था जब वह बोलती थी कि मैं बहुत फाइट करती हूं बोलती थी तो

रीमा- मुझसे यह नहीं पूछा कि मैं कैसी हूं, आपका ही पूछा तो मैंने बोला मैं क्यों बताऊं

दिनेश- ठीक बोले फिर क्या बोली

रीमा- तो दादागिरी करने लगी 😏

दिनेश- 😂

रीमा- सच में पता नहीं क्या होगा इसका

दिनेश- हा भगवान ही जाने

रीमा- किसी को हर्ट नहीं कर सकती मूवी देखती है तो खुद भी रोने लग जाती हैं

दिनेश- हा बहुत सेंसिटिव है मेरी हैप्पी

रीमा- उपर से तो ऐसे दिखाती है जैसे बहुत हार्ड है पर अंदर से बहुत सॉफ्ट है

दिनेश- हम्म आई नो जिससे भी इस लड़की की शादी होगी वह बहुत खुशनसीब होगा

रीमा- हा बट पता नहीं अब करेगी या नहीं

दिनेश- हम्म मुझे भूलाकर अपनी जिंदगी में आगे बढ़ जाए मैं इसमें भी बहुत खुश रहूंगा

रीमा- बात वो नहीं है

दिनेश- फिर

रीमा- कैसे बताऊं अब

दिनेश- बताइए ना

हैप्पी- नहीं आप मुस्कान से जब बात करोगे तो उसी से पूछ लेना

दिनेश- वह बताती नहीं आप बताइए ना

रीमा- अभी तो उसे भी नहीं पता

दिनेश- खैर चलिए ठीक है मैं उन्हीं से पूछ लूंगा

रीमा- हम्म

दिनेश- अब तो हम फ्रेंड बन गए हैं

रीमा- हांजी

दिनेश- पता है मेरी सीनियर का भी नाम रीमा है प्यारा नाम है

रीमा- यह बात मुस्कान को मत बताइएगा मेरा नाम ही बदल देगी 😅

दिनेश- ओके 😂

रीमा- घर जा रही हूं अब बाद में बात करती हूं

दिनेश- हा आप भी परेशान हो गई होगी इस पागल के चक्कर में जाइए आप घर

रीमा- नहीं बस वो खुश है तो मुझे भी अच्छा लगता है मेरी मदर इन लॉ भी बहुत प्यार करती है मुस्कान से तो बस उन्हें ही लेने जा रही हूं

दिनेश- हम्म चाहे कितने भी फाइट करे, नखरे दिखाए, है तो अपनी प्यारी मुस्कान ही

हैप्पी- जब तक देखेगी नहीं अच्छा नहीं लगेगा उनको... हां जी चलिए बात करते थे बाद में बाय

दिनेश- हा जाइए आप आराम से

रीमा- एक बात और जो भी बात हुई हमारे बीच में ही रहनी चाहिए

दिनेश- आप टेंशन ना लो यह टॉप सीक्रेट रहेगा

कुछ देर बाद

हैप्पी- हेलो जान क्या टॉप सीक्रेट रखना है
और यह रीमा जी क्या है... बताओ जल्दी क्या चल रहा है... ओ हेलो छोड़ने वाली नहीं हूं.... डॉक्टर साहब बताओ भी... क्या क्या बताया इस रीमा की बच्ची ने... यार टाइम कम है बोलो भी... खाना खाया... एक बार ठीक होने दो मुझे फिर दोनों की बैंड बजाऊंगी... बहुत सीक्रेट रख रहे हो ना दोनों के दोनों... देखना बच्चू क्या हालत करती हूं.... क्या हुआ कुछ बोल क्यों नहीं रहे... ठीक तो हो ना... ओए बन्नी

दिनेश थोड़ा काम कर रहा था इसलिए मैसेज नहीं दिखा उसे थोड़ी देर बाद उसने मैसेज देखा तो मैसेज किया

दिनेश- ओह सॉरी हैप्पी मैं खाना बनाने चला गया था कैसी हो आप

रीमा- नाराज हो गई है आपसे और मुझसे भी... खाना खा रही थी ऐसे ही छोड़ दिया

दिनेश- अरे बाप रे मुझे क्या पता था वह मैसेज करेगी मैं बाजार गया था वहां से आकर फिर खाना बनाने लग गया हूं

रीमा- पता नहीं अब क्या आफत लाएगी यह लड़की भाई को बोल कर मुझे रात को अपने पास रख लिया है

दिनेश- ओह

रीमा- बार-बार बोल रही है ब्लॉक करो आपको

दिनेश- उसका हर बार का यही नाटक है देख कर रहिएगा आप कहीं हैप्पी आपके हाथ पैर ना तोड़ दे गुस्से में

रीमा- खाना भी नहीं खा रही मेडिसिन भी नहीं लिया

दिनेश- हे भगवान फोन उसे दीजिए जरा

रीमा- अभी किसी की नहीं सुनेगी

दिनेश- एक बार दिजिए ना उसे

हैप्पी- आपसे तो बात नहीं करूंगी रीमा से ही करना बात अब

दिनेश- अरे जानू ऐसा क्यों बोल रही हो

हैप्पी- मर गई जानू

दिनेश- अरे बाबा बात तो सुनो ना यार प्लीज

हैप्पी- नहीं जो मर्जी आए करो

दिनेश- ऐसा क्यों कर रहे हो मैंने बोला था ना आराम करना और टाइम में दवाई और खाना खाना

हैप्पी- नहीं खाना कुछ भी अब मैसेज मत करना

दिनेश- अच्छा ऐसा है क्या

हैप्पी- हा

दिनेश- ओके मैंने जो खाना बनाया है उसे बाहर फेंक कर आता हूं गाय खाएगी उसे अब, वैसे भी दोपहर को भी नहीं खाया और सुबह भी कुछ नहीं खाया था अभी भी नहीं खाऊंगा तो क्या हो जाएगा

हैप्पी- देखो आप ऐसा नहीं कर सकते

दिनेश- आप मेरी बात नहीं मानोगे तो ऐसा ही करूंगा अभी ऑपरेशन हुए 12 घंटे भी नहीं हुए और आप ऐसा कर रहे हो, पता है मैं कितना परेशान था मेरी छोड़िए अपनी मां को देखिए बिचारी आपकी याद में बार-बार बेहोश हो जा रही थी

दिनेश- आपको किसने बोला

दिनेश- आपने मैसेज किया तो मैं बाजार से आकर बैठा था तभी सीनियर आ गए नोट्स देने उसे भगाकर खाना बनाना चाहा बहुत भूख लग रहा था तो खाना बनाने लगा यह सोच कर कि अब आपकी बेस्ट फ्रेंड घर आ गई है तो आपसे बात करने को नहीं मिलेगा जब मैसेज देखा तो लेट हो गया था

हैप्पी- खाना खाओ चुपचाप नहीं तो हाथ पैर तोड़ कर अपने साथ बेड पर लिटा दूंगी

दिनेश- पहले आप आओ फिर खाऊंगा, आपकी बेस्ट फ्रेंड बताएगी कि हां खा लिया आपने तब जाकर खाऊंगा और दवाई भी

हैप्पी- यह गलत बात है नाराज मैं हूं और हुकुम आप कर रहे हैं यह क्या बात हुई, मैं प्रॉमिस करती हूं खा लूंगी अब खा लो ना

दिनेश- जब तक आप की तबीयत ठीक नहीं हो जाती तब तक मेरी बात माननी पड़ेगी आपको

हैप्पी- नो वे

दिनेश- हा खाना खाओ टाइम पर और दवाई भी

हैप्पी- खडूस

दिनेश- ठीक हो जाओ फिर हुकुम चलाते रहना मैं कुछ नहीं बोलूंगा

हैप्पी- रीमा तो बचने नहीं वाली आज, खाना खाओ आप और रेस्ट करो

दिनेश- उसे कुछ मत करना वो बेचारी की कोई गलती नहीं है पहले आप बोलो कि खाना और दवाई टाइम पर लोगे हर दिन

हैप्पी- ओहो इतना प्यार ठीक है बाबा जी जो हुकुम आपका

दिनेश- हम्म

हैप्पी- खडूस कहीं के बाय

दिनेश- लव यू जानू

हैप्पी- रीमा‌ को दूं उसको बोलो यह सब बाय

दिनेश- आपको बोलूंगा आप मेरी जानू

हैप्पी- हूह बाय

हाय इस लड़की के नखरे उफ्फ.......

®®®DINESH DIVAKAR "MASTER"

कमेंट करके जरूर बताइएगा कि यह भाग कैसी लगी आपको, साथ ही अपने दोस्तों के साथ शेयर किजिए, प्रोत्साहन के लिए सिक्के भी भेजिएगा शर्माने की जरूरत नहीं है 😁 मिलते हैं अगले भाग में....... धन्यवाद 😊🤙