लव लाइफ - भाग 11 - डॉक्टर ओर लड़की .... Deeksha Vohra द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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लव लाइफ - भाग 11 - डॉक्टर ओर लड़की ....

डॉक्टर ओर लड़की ....

 

अक्षत को श्रेया की बहुत फिकर हो रही थी | वो आचानक से बेहोश हो गई थी | अक्षत श्रेया को होश मैं लाने की कोशिश करने लगा | पर फिर भी श्रेया को होशा नहीं आया | उसने जल्दी से ऋतिक को ऑफिस मैं बुलाया | ओर कहा | 

अक्षत : जल्दी से कार निकालो | श्रेया को हॉस्पिटल लेकर जाना है | 

ऋतिक : बॉस , इन्हें क्या हुआ | मैं अभी कार निकलवाता हूँ |

उसके बाद अक्षत ने श्रेया को गोद मैं उठाया , ओर उसे ऑफिस से ले गया | अक्षत की गोद मैं किसी लडकी को देख , सभी लोग आपस मैं बात करने लगे | 

एम्प्लोई 1 : ये क्या ? का मैं जो देख रहा हूँ , वो सच है ? बॉस की बाँहों मैं एक लड़की है ? 

एम्प्लोई 2 : ( लडकी ) हे भगवन ! क्या बॉस गे नहीं थे ? तो फिर ये क्या देख रही हूँ मैं ? 

लडकियों को श्रेया को देख कर उससे बहुत जलन हो रही थी | ओर लडके तो श्रेया का फेस देखना चाहते थे | श्रेया का चेहरा अक्षत की तरफ था | जिसकी वजह से , कोई भी उसका चेहरा नहीं देख पा रहा था | अक्षत ने नोटिस किया था | की जब भी वो श्रेया के करीब आता है , तो श्रेया कुछ अलग तरीके से , बिहेव करने लगती है | वो अभी इन सब के बारे मैं सोचना नहीं चाहता था | उसे इस वक्त सीएफ श्रेया की फिकर हो रही थी | कार मैं बैठते ही अक्षत ड्राईवर से बोला | 

अक्षत : जल्दी से हॉस्पिटल चलो | 

ड्राईवर अक्षत को देख कर कुछ पलों के लिए तो दंग ही रह गया | उसने पहली बार अक्षत को किसी के लिए इतना परेशान देखा था | वो भी एक लडकी के लिए | उसने कार स्टार्ट की | वो निकल गया | वो वो मन ही मन सोचने लगा | 

ड्राईवर : अक्षत बाबा की ज़िन्दगी मैं रंग भरने वाली शायद आ गई है | 

ऋतिक ओर ड्राईवर दोनों ही अक्षत को एखकर हैरान थे | पर दोनों अक्षत के लिए खुश भी थे | थोड़ी ही डियर मैं वो लोग हॉस्पिटल पहुंच गये | ऋतिक ने पहले ही हॉस्पिटल मैं इंतजाम करवा दिया था | श्रेया अभी तक होश मैं नही आई थी | ओर अब तो अक्षत को बहुत घबराहट हो रही थी | वो डॉक्टर से बोला | 

अक्षत : ये मेरी वाइफ है | जल्दी से देखो की इसे क्या हुआ है | बहुत टाइम हो गया | अभी तक इसे होश नहीं आया | 

डॉक्टर ने अक्षत की तरफ देखा | जिसकी आँखों मैं श्रेया के लिए फिकर साफ़ साफ़ दिखाई दे रही थी | पर वो अक्षत से कुछ बोला नहीं | क्यूंकि वो अक्षत को बहुत अच्छे से जनता था | कोई भी अक्षत से बात करने से पहले ये सोच कर बात करता था , की शायद वो आखिरी बार बोल रहे हों | किसी को कुछ पता नही होता था , की कोण सी बात अक्षत को बुरी लग जाए | यानि , साफ़ शव्दों मैं अक्षत को चलता फिरता , मौत का देवता कहते थे लोग | फिर डॉक्टरज़ की टीम श्रेया को अपने साथ अंदर ले गई | वहीँ दोसोरी तरफ , सनी को अभी तक्क नहीं पता था , की अक्षत ऑफिस मैं नहीं है | वो किसी काम केलिए अक्षत के ऑफिस मैं आया | पर उसने देख की ऑफिस मैं तो अक्षत है ही नहीं | बल्कि एक लडकी ऑफिस मैं अक्षत के कंप्यूटर के साथ कुछ कर रही है | पर सनी को देख वो बोली | 

लडकी : हेल्लो सर | मैं शिवी | अक्षत सर की न्यू असिस्टेंट | 

सनी : क्या ? पर जहाँ तक मुझे पता है , भाई ने का असिस्टेंस तो ऋतिक है | तो तुम ....

शिवी : ओ ... हाँ आप बिलकुल सही कह रहे हो सर | मेरा कहने का मतलब था , की मैं ऋतिक सर की असिस्टेंस हूँ | पिछले हफ्ते ही जोइनिंग हुई है | 

सनी : अच्छा ... तो तुम बही के कंप्यूटर के साथ क्या कर रही हो ? 

शिवी : वो .. वो सर ने कहा था | की वो इसे ओपन करके क्लोज करना भूल गये थे | तो इसलिए मैं तो बीएस इसे बंद करने आई थी | ये लीजिये ,, हो भी गया | मैं चलती हूँ | 

शिवी को इस तरफ डर की व्ज्ग से हकलाते हुए देख , सनी को उस पर शक हो रहा हा | ओर तो ओर , उसे अच्छे से पता था , की अक्षत को उसका सिस्टम क्लोज करने के लिए , किसी की हेल्प की जरूरत तो है ही नही | वो दुनिया के किसी भी कोने से अपने सुस्तेम को चला भी सकता है | ओर उसे बंद भी कर सकता है | पर वो उस वक्त कुछ बोला नहीं | वो ऑफिस के बहर गया , ओर पता किया की अक्षत कहाँ है | तो उसे पता चला की , अक्षत किसी लडकी को अपनी बाँहों मैं उठा कर ऑफिस से जल्दी जल्दी में निकला है | सनी मन ही मन सोचने लगा | 

सनी : क्या ? इन सब ने भाई को किसी लडकी के साथ देखा ? ये कैसे हो सकता है ? ओ.... शायद ये भाभी होंगी | 

फिर सनी वापिस अपने ऑफिस चला गया | पर वो बार बार खुद को याद दिला रहा था , की उसे अक्षत को ऑफिस में देखि गई , उस लडकी के बारे मैं अक्षत को बताना है | 

वहीँ दूसरी तरफ , अक्षत डॉक्टर के केबिन मैं बैठा था | ओर डॉक्टर से बात कर रहा था | वो अभी अभी श्रेया को देख कर आ रहा था , उसे अभी तक होश नहीं आया था | अक्षत डॉक्टर से बोला | 

अक्षत : मेरी बीवी को क्या हुआ है ? अभी तक उसे होश क्यूँ नहीं आया ? 

डॉक्टर : देखिये मिस्टर जिंदल , मेरी बात ध्यान से सुनिए | अब मैं जो आपको बताने जा रहा हूँ , प्लीज़ , मेरी बात अच्छे से सुनना , ओर समझने की कोशिश करना | 

आखिर श्रेया को क्या हुआ था ? डॉक्टर अक्षत को क्या बताने वाला था ? ओर क्या शिवी , सच मैं अक्षत का कंप्यूटर सिस्टम सिर्फ बंद करने आई थी ,,, या इन सब के पीछे कोई साजिश थी ? इन सभी सवालों के जवाब जनन्ने के लिए ,,, मेरे साथ बने रहिये ,,, ओर पढ़िए ,,, लव लाइफ |