Unsolved Case - Part 6 Deeksha Vohra द्वारा जासूसी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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Unsolved Case - Part 6

एपिसोड 6 ( खुनी की तलाश )
सीन 1
जहाँ एक तरफ माया कूद को बचाने के रस्ते पर थी , वहीँ यहाँ ऑफिस मैं शौर्य को उस इन्सान का स्केच मिल गया था , जिसने पार्सल ऑफिस मैं पहुंचाया था | शौर्य , राजीव से कहता है ,,
शौर्य : राजीव , इस आदमी का पता लगाओ | मुझे इसके बारे मैं सब जानना है |
राजीव : शौर्य ये देखो , हमारे रिकॉर्ड मैं इसके बारे मैं पहले ही बताया है | इसका नाम है , मुकेष | ये पहले भी एक मर्डर के केस मैं जेल जा चूका है | पर इस वक्त वो अपनी सज़ा पूरी कर चूका है | ओर फ्री है |
शौर्य : इस सकत वो वहां मिलेगा | इसका कपि एड्रेस ? या फ़ोन नम्बर | कुछ है क्या ? हमारे पास ?
राजीव : हाँ , यहाँ नम्बर बही है , ओर इसका पता भी |
शौर्य : प्र्फक्त , चलो फिर | इससे मिलकर आते है |
ये कहते ही , शौर्य , राजीव ओर उसके साथ कुछ ओर लोग , मुकेश को धुंडने निकल जाते हैं | मुकेष ने कुछ साल पहले एक औरत का खून किया था | जिसकी सज़ा वो काट चूका था | कुछ ही साल पहले उसकी जसा पूरी हो गई थी |
सीन 2
टीम मुकेष के घर के बहर पहुंच चुकी थी | वो एक छोटा सा घर था | आसपास कोई ओर घर नहीं था | सिर्फ एक बार था | शौर्य को यकीन था की उसे यहाँ से माया का कोई न कोई क्लू जरूर मिलेगा | घर पर लॉक लगा था | तो उन्होंने किसिस टेल वाले को बुला कर वो लॉक खुलाया | राजीव अपने मुह पर हाथ रखते हुए बोला |
राजीव : हे भगवन ! यहाँ पर तो बहुत समेल है | रुको मैं दरवाज़ा खोलता हूँ |
जेएस ही वो सब अंदर गये , उन मैं से , एक ने तो आपने मुह पर हाथ रखा , ओर वो घर से बहर निकल गया | शौर्य , भी हैरान होकर घर के अंदर का नज़ारा देख रहा था | राजीव बोला |
राजीव : ओ माई गॉड | ये सब क्या है |
पूरी घर की दीवारें लाल थी | खून की बु पुरे घर मे फेली हुए थी | शौर्य बहुत ध्यान से घर को देख रहा था | वो इमागिन कर रहा था की यहाँ क्या क्या हुआ होगा | बच्चों की तस्वीरें , दीवारों पर लगी थी | वो बोला :
शौर्य : सर्च द हाउस |
सब लोग घर की तलाशी लेने मैं बिजी हो गये | तभी उन मैं से किसी एक को कुछ मिला | और उसने वो चीज़ शौर्य को दी | शौर्य बोला |
शौर्य : ये रिंग ? ये तो माया की है |
राजीव भी बोला |
राजीव : हाँ , ये तो तुम्हारी वीडिंग रिंग है | इसका ये मतलब है | की माया यहाँ आई थी | पर माया यहाँ क्या करने आई थी |
राजीव : मुझे पता है , की वो यहाँ क्या करने आई थी | उदय को बुलाओ | लास्ट टाइम उसी ने माया को देखा थ न |
थोड़ी देर ओर तलाशी लेने के बाद , वो सब वहां से चले गये |
सीन 3 ( ऑफिस मैं )
उदय : हाँ , माया लको आखिरी बार मैंने यहीं पर देख था | उसके बाद मेरी शिफ्ट खत्म हो गई थी |
शौर्य : तो तुम्हारे बाद , किसकी शिफ्ट थी ? क्या उसने माया का पिचा किया ?
उदय : पतानी सर | मैंने बहुत देर वेट किया था | पर मुझे ब्यूरो मैं रिपोर्ट करना था | तो मुझे जाना पड़ा | पर इ थिंक | तब तक माया की शिफ्ट भी खत्म हो चुकी थी | उसके बाद , वो घर ही गईं होंगी न ?
राजीव : नहीं , माया उस रात के बाद घर आई ही नहीं है |
तभी राजीव को एक कॉल आता है | और वो खुश होता हुआ फ़ोन मैं बात करते हुए कहता है | बहुत अच्छे | जल्दी से उसे यहाँ ले आओ |
राजीव : खुशखबरी | हमे मुकेश मिल गया | हमारे लोग उसे लेके आ रहे है |
सीन 4
राजीव और शौर्य के सामने एक आदमी बैठा था | शौर्य को पता था , की पहले भी खून कर चूका है | उस घर मैं इतना सारा खून देखने के बाद , उसे माया की फिकर हो रही थी | पर उसने माया की फोटो उस दीवार मैं नहीं देखि थी | तो शौर्य के पास अभी भी एक होप थी , की शायद माया अभी तक ठीक है | और उन्होंने किडनैपर्स का पता लगाने के लिए भी एक टीम लगा दी थी | पर अभी तक माया का कुछ पता नहीं चल पाया था | शौर्य बोला |
शौर्य : ( घम्भीर आवाज़ मैं ) माया कहाँ है ?
मुकेश अपने मुह से कुछ भी बोलने को तयार नहीं था | फिर राजीव आगे आया , और उससे बोला |
राजीव : देख , हमे तेरे सारे काले कारनामों के बारे मैं पता है | हमे पता है , की तुम पहले भी जेल जा चूका है | किसी के कत्ल के जुर्म मैं | तो ज्यादा मासूम बन्ने की जरूरत नहीं है | चुपचाप बता दे , की माया कहाँ है ?
राजीव की बात सुन , मुकेश थोडा सा परेशान लगने लगा | शौर्य ने उसमें वो बदलाव देख था | शौर्य बहुत डियर से उसे ओब्सेर्वे कर रहा था | तभी शुर्य ने उदय को अंदर बुला | और कहने लगा |
शौर्य : देखो , उदय | क्या ये व्ही आदमी है | जिसके साथ माया , उस घर मैं गई थी ?
उदय ने एक सेकंड भी नहीं लगाया बोलने मैं |
उदय : हाँ सर | ये वो वाही बार वाला आदमी है | जिसके साथ माया उस घर मैं गई थी | ओए उस के बाद क्या हुआ | किसी को कुछ भी नहीं पता |
उदय की बात सुन , वो आदमी झ्त्प्ताने लगा | वो हक्लेते हुए कहने लगा |
मुकेश : क्या ? क्या कह रहे हो तुम ? कोण सा बार ? कोन माया ? मैं किसी माया को नहीं जनता हूँ | तो तुम मेरा नाम लेना बंद कर दो |
तभी शौर्य ने उस आदमी के सामने लैपटॉप खोला , ओर उस रात्त बार की रिकॉर्डिंग दिखने लगा | शौर्य ने बार से उस रात की रिकॉर्डिंग मंगवा ली थी | हालाँकि शौर्य ने भी वो रिकॉर्डिंग देख ली थी | उसे तो उस आदमी पर बहुत गुस्सा आ रहा था | पर फिर भी उसने खुद पर कंट्रोल किया हुआ था |
क्लिफएंगर : क्या मुकेश , माया की कोई जानकारी देगा ? ओर क्या शौर्य माया को बचा पायेगी ? जानने के लिए इंतज़ार कीजिये , अगले भाग का | unsolved case