एक अधूरी प्रेम कहानी - 5 Akash Gupta द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

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एक अधूरी प्रेम कहानी - 5

Hii guys am Akash gupta हमेशा की तरह फिर से एक अधूरी प्रेम कहानी लेकर आया हूं आसा करता हु की पसंद आएगी

एक लड़का कई सालों से लाईलाज कैंसर से झूझ रहा था। बीमारी के कारण वह अपना अधिकांश समय घर पर ही गुजारा करता था। एक दिन उसने अपनी माँ से कहा, “माँ, मैं घर में रहते-रहते ऊब चूका हूँ…कुछ देर के लिए बाहर जाना चाहता हूँ।” माँ ने उसे बाहर जाने की अनुमति दे दी।

वह बाहर निकला और आसपास की गलियों में घूमने लगा। घूमते-घूमते वह एक सीडी स्टोर के सामने से गुजरा। वहां से गुजरते हुए वहां उसकी नजर वहां सीडी स्टोर के अंदर खड़ी एक लड़की पर पड़ी। उसे देखकर वह मंत्रमुग्ध हो गया, उसके कदम ठिठक गए, कुछ देर तक वही खड़ा होकर वह उसे देखता रहा और फिर हिम्मत जुटाकर सीडी स्टोर के अंदर चला गया।

स्टोर के विभिन्न शेल्फों का मुआयना करने के बाद वह उस लड़की की डेस्क पर पहुंचा और खड़ा हो गया। लड़की ने मुस्कुराते हुए पूछा, “मैं आपकी क्या मदद कर सकती हूँ।” यह दुनिया की सबसे खूबसूरत और प्यारी मुस्कान थी, जो वह लड़का देख रहा था। हिचकिचाते हुए उसने जवाब दिया, “ओ हाँ, वो मुझे एक सीडी खरीदनी है।”

पास की सेल्फ से एक सीडी उठाकर उसने डेस्क पर रख दी। लड़की ने उसे उसकी कीमत बताई और पूछा, “क्या इसे मैं एक पेपर में लपेटकर दे दूँ।” लड़के ने हामी भर दी। लड़की दूसरी डेस्क पर चली गई और कुछ देर में कागज में लपेटकर सीडी वापस ले आई। लड़के ने पैसे दिए और वापस घर आ गया।

उस दिन के बाद से वह हर रोज सीडी खरीदने के बहाने उस सीडी स्टोर में जाने लगा। वह बस उस लड़की की एक झलक देखना चाहता था। उससे कुछ देर बातें करना चाहता था। रोज वह एक सीडी खरीदता और वापस घर आकर उसे अपनी स्टडी टेबल पर रख देता था। धीरे- धीरे उस लड़की के प्रति उसका प्रेम बढ़ने लगा । वह अपनी दिल की बात उससे कहना चाहता था, लेकिन शर्मीलेपन के कारण लफ्ज़ जुबान पर नहीं आ पाते थे।

माँ उसकी दिल की बात भांप गई थी। पूछने पर सारी बात उसने अपनी माँ को बता दी। माँ ने उसे सलाह दी कि आज वह अपनी दिल की बात उस लड़की से कह दे। लड़के ने बड़ी हिम्मत जुटाई और सीधे सीडी स्टोर पर पहुंचा। लेकिन लड़की के सामने पहुंचकर वह फिरसे सहम गया। जब उसकी खरीदी हुई सीडी कागज में लपेटने के लिए लड़की दूसरी डेस्क पर गई, तब उसने जल्दी से एक कागज में अपन फ़ोन नंबर लिख दिया।

लड़की वपस आकर जब उसे सीडी देने लगी, तो नजर बचाकर उसने वह कागज उसकी डेस्क पर रख दिया। फिर तेजी से वह वहां से बाहर निकल गया। दूसरे दिन लड़का सीडी स्टोर में नहीं आया। लड़की को भी उसकी आदत हो गई थी। काफी देर इंतजार करने के बाद भी जब वह नहीं आया, तो उसने उसके दिए फ़ोन नंबर पर कॉल किया। कॉल लड़के की माँ ने रिसीव किया।

लड़के के बारे में पूछने पर माँ जोर-जोर से रोने लगी और बोली, “पिछले शाम को वह चल बसा, उसे कैंसर था।” सुनकर लड़की की आंखे डबडबा गई। उसने तुरंत माँ से उनके घर का पता पूछा और वहां पहुंच गई। माँ उसे अपने बेटे के कमरे में लेकर गई। कमरे में उसने देखा कि उसके सीडी स्टोर से खरीदी हुई सारी सीडीज़ लड़के के स्टडी टेबल पर वैसे ही रखी हुई थी, जैसी खरीदी गई थी। कोई भी सीडी खुली नहीं थी। लड़की उस कमरे में बैठकर बहुत रोइ। वह भी उस लड़के को चाहने लगी थी। अपनी दिल की बात उस तक पहुंचाने के लिए वह रोज कागज में लपेटकर अपने लव लेटर्स उस सीडी पैक में रखती थी, जो उस लड़के ने कभी खोले ही नहीं।

आसा करता हु की आप को कहानी पसंद आई होगी तो please like and follow and rating my book 🙏🙏