Secret Admirer - 67 books and stories free download online pdf in Hindi

Secret Admirer - Part 67


"यह बात मुझे पहले से क्यों नही पता थी?" कबीर ने पूछा।

"क्या? डांस के बारे में?" अमायरा ने जवाब दिया।

"हां। मुझे लगा था की तुम बस बच्चों को सिखाती हो।"

"मैं तब से डांस कर रही हूं जब से मैं खुद बच्ची थी।"

"मैने तुम्हे कभी डांस करते हुए क्यों नही देखा, सिवाय फैमिली गेटोगेदर में कैजुअल डांस के?"

"वोह इसलिए क्योंकि आपने पहले कभी मुझ पर इतना ध्यान ही नही दिया था। आप तो शादी से पहले यह भी नही जानते थे की मैं एक्जिस्ट भी करती हूं।" अमायरा ने जवाब दिया और तुरंत ही अफसोस करने लगी अपनी बात का। "आई.... आई एम सॉरी। मेरा कहने का यह मतलब नही था।"

"तुम्हे माफी मांगने की जरूरत नहीं है। आखिर तुम सही तोह कह रही हो। मैने पहले कभी ध्यान ही नही दिया; अपने में ही खोया रहता था। बट है! आई नो यू एक्सिस्टेड।" कबीर ने मज़ाक करते हुए कहा। वोह नही चाहता थी की किसी भी बात से उसकी इतनी खूबसूरत शाम बर्बाद हो जाए।

"मुझे ऐसा नही कहना चाहिए था। मैं जानती हूं की आप उन दिनों कितनी परेशानियों से जूझ रहे थे, कितने दुखी थे। और एक मैं हूं जो उन बातों पर कमेंट कर दिया।" अमायरा ने माफी मांगते हुए कहा।

"रिलैक्स अमायरा। मैने कहा ना तुम सही कह रही थी। हमारी शादी होने से पहले मैं बस तुम्हे नमिता आंटी की बेटी के तौर पर जनता था। शायद मैं कई बार तुम्हे यहां भी देखा था लेकिन तब मैं ज्यादा सोशलाइज नही था लोगों से जब तक की बहुत जरूरी ना हो, मैने तुमसे बात करना मिस कर दिया, और बाकी सब से भी जो उन दिनों मेरे सामने हुआ करते थे पर मैंने कभी ध्यान ही नही दिया। मैं उन सालों में बहुत बिज़ी था, दुनिया के सामने अपने आप को प्रूव करने के लिए। जब महिमा मेरी जिंदगी में आई तोह मैं थोड़ा उस तरफ झुक गया, लेकिन जब वोह मुझे झोड़ कर चली गई तब मैं वापिस अपनी दुनिया में चला गया जहां काम ही मेरी दुनिया थी। मैने दुनिया की परवाह नही की, और बस दिन रात काम में लगा रहा।" कबीर उसे बताना चाहता था की वोह उस वक्त क्या फील करता था और क्यूं। वोह उसे बताना चाहता था की वोह क्या है और कौन है।

"जब तुम मेरी जिंदगी आई, पहले मुझे बहुत गुस्सा आता था, क्योंकि मैं नही चाहता था की कोई भी मेरी पर्सनल लाइफ में इंटरफेयर करे और मुझे लगता था की तुम वोही कर रही हो। फिर हम दोस्त बन गए, मुझे थोड़ा रिलीफ लगा, पर मैं तब भी तुमसे जुड़ना नही चाहता था, तुम्हे कोई भी झूठी उम्मीद नही देना चाहता था की मैं तुम में इंटरेस्टेड हूं, इसलिए मैं तुमसे दूरी बनाए रखता था, डरता था की कहीं तुम मेरी दिल में महिमा की जगह न लेलो, इसलिए मैं तुमसे रिलेटेड किसी भी चीज़ पर ध्यान नहीं देता था, सिर्फ तुमसे दूरी बनाने के लिए, पर कितना बेवकूफ था मैं। मैने हर मुमकिन कोशिश की तुमसे दूर रहने की, और तब भी, मैं तुम्हारे करीब आता चला गया, मेरी सोच से भी ज्यादा करीब। और आज मुझे गिल्टी फील होता है की मैं तुम्हे ठीक से जानता भी नहीं, तुम्हारे नज़दीक आने की कोशिश भी नही की, कम से कम एक दोस्त को तोह अपने दोस्त के बारे में सब कुछ पता होता है। तब मैं तुमसे जुड़ी हर चीज़ से मुंह मोड़ लेता था। पर अब मुझे तुमसे जुड़ी हर बात जननी है। हर एक विचार जो तुम्हारे दिमाग में आता है और तुम डर से की कोई क्या सोचेगा, तुम उस विचार को झटक देती हो। और हर एक बड़ी से बड़ी विश और छोटी से छोटी विश जो तुमने दूसरों से छुपा कर रखी है, यह सोच कर की शायद यह कभी पूरी नहीं होगी। सबकुछ जानना है मुझे।"

"शायद मैने यह सब कहने में देर कर दी है, और यही एक वजह हो की तुम्हे मुझे, मेरे प्यार पर यकीन करने में, और एक्सेप्ट करने में वक्त लग रहा हो। क्योंकि पहल मैने कभी तुम्हारे बारे में सोचा ही नहीं। मुझे तुम्हारे लिए यह फीलिंग्स कुछ समय पहले से हुई थी, पर तब मैं श्योर नही था। पर जब मैं श्योर हुआ तोह मैने सोचा की मुझे तुम्हे यह बात बता देना चाहिए। की मैं तुम्हे पागलों की तरह प्यार करता हूं, और मुझे तुम्हारे बारे में सब कुछ जानना है।"

"वैल, किसी के बारे में जानने के लिए उसे पागलों की तरह प्यार करने की जरूरत नहीं है। मुझे तो आपके बारे में सबकुछ हमेशा से पहले से ही पता था।" अमायरा ने चहकते हुए कहा।

"वैल, मैं तुम्हे इसके लिए शाबाशी नही दूंगा की तुम्हे मेरे बारे में सबकुछ पता था, यू स्टॉकर।" कबीर ने उसे चिढ़ाया और अमायरा ज़ोर से हँसने लगी। "वैसे, क्या सच में तुम श्योर हो की मुझसे प्यार नही करती?"

"मैं....मुझे लगता है की मुझे यह टेबल अब साफ कर देनी चाहिए। मैं यह बचे हुए लज़ानिया को फ्रिज में रख देती हूं। साहिल को तोह बहुत पसंद है, वोह खुश हो जायेगा कल।" अमायरा ने कुर्सी से उठते हुए कहा। वोह कबीर के सवाल का जवाब नही देना चाहती थी।

"है!, तुम्हे मुझसे भागने की जरूरत नहीं है, सिर्फ जवाब से बचने के लिए।" कबीर ने अमायरा का हाथ पकड़ लिया था।

"पर मैं...."

"शशशशशश....... डोंट रूइन ऑर डेट मिसीस मैहरा। अल्सो, कैन आई हैव डांस विद माय वाइफ?"

"अभी? पर म्यूजिक..."

"जरूरत नही है। कभी कभी एक दूसरे की दिल की धड़कन ही काफी होती है सुनने के लिए।" कबीर ने उसे बाहों में लेते हुए कहा और अमायरा मुस्कुराने लगी।

"क्या आप ऑफिस में बैठे बैठे यही सब सोचते रहते हैं? या फिर आप सच में किसी रोमांटिक मूवी के चीज़ी से डायलॉग लिखते हैं?"

"यह सब मेरे दिमाग में अपने आप आते हैं जब भी मैं तुम्हे देखता हूं। मैं तोह खुद ही हैरान हूं।" कबीर ने प्यार से कहा। वोह अब धीरे धीरे अपने ही दिल की धड़कन पर अमायरा के साथ डांस करने लगा था।

"आपको इतना स्टॉक करने के बाद भी मुझे आपके बारे में यह बात नही पता थी।" अमायरा ने जवाब दिया।

"तुम्हे सच में लगता है की मेरे बारे में सब कुछ जानती हो?" कबीर ने थोड़ा सीरियस होते हुए पूछा। वोह अभी भी उसके साथ सालसा कर रहा था।

"हां।"

"तोह तुम मुझे अपने बारे में सबकुछ क्यों नही बताती। मैं तुम्हारी पसंद, नापसंद सब जानता हूं। पर मुझसे जुड़ने से पहले तुम्हारी लाइफ क्या थी, तुम्हारे दोस्तों के बारे में, फैमिली के बारे में, तुम्हारे एक्स—ब्वॉयफ्रेंड के बारे में अगर था।" कबीर ने इस तरह से पूछा जैसे की वोह बस मरा जा रहा हो उसके बारे में जानने के लिए। इसलिए नही की वोह जेलस है, बल्कि इसलिए की पहले जो भी अमायरा के लिए मायने रखता है या था उसे सब जानना था। क्या वोह सपने देखा करती थी, क्या क्या उसने अपनी फैमिली की वजह से खोया था, और उसकी वजह से भी।

"वैल, मेरी लाइफ काफी सिंपल थी। आप मेरी फैमिली के बारे में तोह जानते ही हैं। आप मेरे फ्रेंड्स के बारे में भी जानते हैं। मेरे ज्यादा फ्रेंड्स तोह नही है। और जो दोस्त कॉलेज और एमबीए के दौरान बने थे, अब क्या कहूं, उन्हे एक्सेक्टली फ्रेंड्स तोह नही कह सकते। यह बात यहीं छोड़ दीजिए। पर मैने अनाथ आश्रम और एनजीओ ने बहुत अच्छे दोस्त बनाए थे। मुझे डांस करना पसंद है, पर उसे सिर्फ अपने तक ही रखना चाहती हूं, इसे प्रोफेशन नही बनाना चाहती। यह मैं सिर्फ अपने लिए करती हूं। किसी और के लिए नही। कुकिंग के बारे में यह कहूंगी की, मुझे बहुत पसंद है, और जैसा की अपने सजेस्ट किया था कई बार, मैं सोच रही हूं की एक दिन इसे अपना प्रोफेशन जरूर बनाऊं। कभी-कभी कुछ आईडिया में सोचती रहती हूं, पर फिलहाल मैं श्योर नहीं हूं। और बस यही मेरी जिंदगी है।"

"व्हाट? नो एक्स-ब्वॉयफ्रेंड? कबीर ने उत्सुकता से पूछा।

"क्या हो गया है आपको? क्या आपकी वाइफ बनने के लिए मेरा बॉयफ्रेंड होना जरूरी है?"

"नो नो नॉट अ बॉयफ्रेंड, बट अ एक्स-बॉयफ्रेंड। मैं बहुत पजेसिव हूं तुम्हारे लिए। और किसी को बर्दाश्त नही करूंगा हमारे बीच।" कबीर ने कहा और अमायरा मुस्कुराने लगी।

"एक था।" अमायरा ने कहा और कबीर बेसब्र होने लगा सब कुछ डिटेल में जानने के लिए, फुल स्टोरी। कौन था वोह, और क्या मायने रखता था अमायरा के लिए, और दोनो ने ब्रेक अप क्यों कर लिया, क्या ब्रेकअप कबीर और अमायरा की शादी की बात उठने से पहले हुआ था या बाद में, क्या अमायरा उससे प्यार करती थी, क्या उसने उसे खो दिया गौरव की तरह ही, उसकी वजह से। बहुत सारे सवाल उभर रहे थे कबीर के मन में पर वोह चाहता था की उसके पूछे बिना ही अमायरा उन सभी सवालों का जवाब दे दे।

"मैं नही जानती की वोह मुझे अपनी गर्ल फ्रेंड समझता भी था की नही। यह बहुत पुरानी बात है जब मैं स्कूल में थी। ट्वेल्थ स्टैंडर्ड में।"

"क्या? स्कूल? क्या तुम मेरे साथ मजाक कर रही हो?" एक बार को कबीर डांस करते करते रुक गया।

"हां। इसमें कोई गलत बात है क्या, अंकल?" अमायरा मुस्कुरा पड़ी थी।

"तुम्हें नहीं लगता कि तुम्हें पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए था ना कि रोमांस पर।"

"सचमुच में अंकल जैसी बातें मत कीजिए। वोह बस इन्फेटुएशन था, इसमें रोमांस कहां से आ गया। और अच्छी पढ़ाई कर के मैं क्या हासिल कर रहीं हूं? मैं वही कर रही हूं जो मुझे पसंद है। मेरा काम मुझे ज्यादा पैसे तो नहीं देता लेकिन मुझे खुशियां बहुत देता है। इसलिए मुझे नही लगता की पढ़ाई करने से कोई फर्क पड़ता है क्योंकि मैं वोही कर रही हूं जो मैं हमेशा से करना चाहती थी। एनीवे आपको मेरी स्टोरी जाननी है या मेरी करियर काउंसलिंग करनी है?"

"आह्ह्ह्....ठीक है बोलो आगे।" कबीर ने अपनी एक आईब्रो ऊंचा करके कहा और एक बार फिर अपनी दिल की धड़कन की धुन पर अमायरा के साथ डांस करने लगा।

"तोह कहां थी मैं? हां, मिहिर के बारे में। उसने हमारा स्कूल इलेवंथ स्टैंडर्ड में ज्वाइन किया था और सभी लड़कियां उसके लिए क्रेजी थी। पर वोह मुझमें इंटरेस्टेड था, पूरा साल मेरे आगे पीछे घूमता रहा, और फिर मैंने उसे हां कर दिया जब हम ट्वेल्थ स्टैंडर्ड में पहुंच गए। हमारी बहुत क्यूट सी रिलेशनशिप थी, हूं दोनो साथ में लाइब्रेरी जाते थे और फुसफुसाते हुए बातें करते थे। ट्यूशन भी साथ में जाते थे। वोह मुझे मेरे घर से पिक करता था और बाद ने ड्रॉप भी करता था। हम रास्ते में लेमन सोडा पीते थे और भेलपुरी खाते थे। उस वक्त पॉकेट मनी बहुत कम और फिक्स्ड रहती थी। हम पॉकेट मनी से पैसे बचा कर एक दूसरे को कार्ड्स और सॉफ्ट टॉयज गिफ्ट करते थे। हम....."

"ओके....मुझे लगता है की बीना डिटेल्स के भी चलेगा।"

"पर आप तोह उसके बारे में जानना चाहते थे।"

"ठीक है, बताओ फिर आगे क्या हुआ?" कबीर ने एक गहरी सांस ली और सोचने लगा की अपनी डेट पर वोह क्यों एक टीनेजर की लव स्टोरी सुन रहा है।

"फिर, हमारे स्कूल बंद हो गए फाइनल एग्जाम की तैयारी के लिए, और हमारा मिलना बंद हो गया क्योंकि हम पढ़ाई में बिज़ी हो गए। हम कभी कबार ही मिलते थे उन दिनों क्योंकि उसके पापा बहुत स्ट्रिक्ट थे पढ़ाई को लेकर। एग्जाम्स के बाद उसने कुछ एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करना शुरू कर दिया और एक बार फिर हमारा मिलना जुलना ना हो पाया। उसके बाद मैने अपना कॉलेज ज्वाइन कर लिया और उसने दिल्ली में ज्वाइन कर लिया। उसने मुझसे प्रोमिस किया की हम हमेशा टच में रहेंगे और अपने रिलेशनशिप को कभी टूटने नही देंगे। उसने कोशिश भी की, वोह दो तीन महीनो तक हर महीने मुंबई आता था मुझसे मिलने पर मुझे ऐसा लगा की मैं ही तैयार नहीं थी उस रिलेशनशिप के लिए। जो भी उस वक्त स्कूल में रहा वोह प्यार नही इन्फेचुएशन था, शायद क्लास फैलो के प्रेशर की वजह से, क्योंकि सभी चाहते थे की मैं हां कर दूं। पर उस से दूर रहने के बाद मैने रिलाइज किया की मैं उसे बिलकुल भी मिस नही करती, और अपने आप को बेवजह एक झूठे रिश्ते में बांध रखा है। जब वोह मुझसे लास्ट टाइम मिला था, तोह उसने मुझे किस करने की कोशिश की जो की उसने ऐसी हरकत पहले कभी नही की थी, पर मैने मना कर दिया और के दिया की हम इस रिश्ते को और आगे नही बढ़ा सकते। उसे लगा की मैं इसलिए मना कर रही हूं क्योंकि मैं फिजिकल इंटीमेसी नही चाहती और वोह मेरे लिए वेट करेगा इब तक की मैं रेडी नही हो जाती, पर वोह इसलिए था क्योंकि मैं उसके बारे में कुछ फील ही नही करती थी। मैने उसका बहुत दिल दुखाया था लेकिन मैं जानती थी की मैने सही किया है उसे इस बंधन से आज़ाद कर के। उसकी लास्ट मंथ शादी फिक्स हो गई थी, उसने हमारे स्कूल एलुमनी ग्रुप पर मैसेज किया था। मुझे बहुत खुशी है की वोह अपनी जिंदगी में खुश है।"

"बस यही थी मेरी स्टोरी। उसके बाद मैं अपनी पढ़ाई में बिज़ी हो गई, जैसा आप चाहते थे, अंकल। और घर में जो भी मॉम के साथ मेरा मन मुटाव चल रहा था वोह मुझे किसी और चीज़ पर सोचने के लिए वक्त ही नही देता था की मैं किसी और लड़के के बारे में सोचूं। तोह यही थी मेरी स्टोरी। मुझे उम्मीद है एक आप सैटिस्फाईड तोह होंगे।" अमायरा ने बोलना बंद किया और कबीर ने राहत की सांस ली यह सोच कर की उसके ब्रेकअप में कबीर का कोई हाथ नहीं है, यानी की उसकी वजह से अमायरा का ब्रेकअप नही हुआ था और अमायरा अपने डिसीजन से खुश थी। और उसे यह भी समझ आ गया था की अमायरा किस में इतनी इनेक्सपीरियंस क्यों है। उसने फिर राहत की सांस ली।

"तुम्हे उसकी सगाई में जाना चाहिए। तुम्हे अपने पुराने सभी दोस्तों से वापिस कनेक्ट होना चाहिए।"

"हां, पर यह सब अब पुरानी बातें हैं। मैं नही जानती की अब वोह सह मुझसे मिलना भी चाहते होंगे या नहीं। मेरे काफी सारे दोस्त उस वक्त मुझसे गुस्सा हो गए थे क्योंकि मैने मिहिर से अपना रिलेशनशिप तोड़ दिया था। सिर्फ कुछ ही मुझे समझे थे की इस रिश्ते में रह कर मैं उसे और अपने आप को धोखा दूंगी। मैं कुछ से बात तोह करती हूं पर आमने सामने मिलने से डरती हूं।"

"मत डरो। तुमने जो किया था सही किया था। अब फिर से मिलने का प्लान बनाओ और मिलो सब से। तुम्हे अच्छा लगेगा।"

"शायद। मैं सोचूंगी इस बारे में शादी के बाद। अभी के लिए, क्या हम यह डांस यहीं बंद कर सकते हैं? मैं आपका दिल तो नही तोड़ना चाहती, लेकिन आप बहुत ही बुरे डांसर हैं।"

"ठीक है, शादी के बाद जरूर मिलना। और हां मुझे तुम्हारे साथ डांस करना बहुत पसंद है, तुम्हे करीब से पकड़ना बहुत पसंद है, भले ही मैं बुरा डांस करता हूं। और मुझे नही पता की मुझे तुम्हारा कौनसा हेयर स्टाइल पसंद है, तुम्हारे खुले बाल जो लहराते हुए इधर उधर फ्रीली मूव करते हैं या फिर यह ऊंचा जूड़ा जिसकी वजह से मुझे तुम्हारी पीठ पर हाथ रखने का मौका मिल जाता है।" कबीर ने उसकी पीठ पर हाथ फेरते हुए कहा और अमायरा उसे घूरने लगी।

"और तुम्हारी यह गर्दन जिस पर मुझे अभी किस करने का मन कर रहा है।" कबीर ने उसकी गर्दन के पास फुसफुसाते हुए कहा। वोह अपनी नाक को उसकी गर्दन पर सहलाने लगा। उसकी चेन के ऊपर ही उसकी गर्दन पर धीरे से चूम लिया। अचानक ही उसे खुशी होने लगी की अमायरा ने यह मंगलसूत्र पहना हुआ है। जबकि उसे पहले इस बात से कोई फर्क नही पढ़ता था। शायद उसे इस बात से यह एहसास हो रहा था की अमायरा धीरे धीरे उनके रिश्ते को एक्सेप्ट करने लगी है। जबकि अमायरा इस वक्त कबीर के एहसासों ने खोई हुई थी, उसने कबीर की कस कर पकड़ा हुआ था, उसे विश्वास ही नहीं था की वोह ज्यादा देर तक अपने पैरों पर खड़ी रह पाएगी की नही। कबीर ने अमायरा की गर्दन के हर एक जगह पर किस किया और अमायरा बिना प्रोटेस्ट किए कबीर के एहसासों में खोती रही। कबीर उसके चेहरे की तरफ बढ़ने लगा। उसने बड़ी ही शिद्दत से उसके चेहरे को कई जगह चूम लिया और फिर गहरी सांस लेते हुए उसके माथे से अपना माथा टिका दिया।

"मुझे रुकने के लिए कहो अमायरा। मुझे अपने पे काबू नहीं है। क्या कर दिया है तुमने मेरे साथ?" कबीर ने धीरे से कहा और अमायरा ने उसे गले लगा लिया। कबीर ने भी उसे कस कर बाहों में भर लिया यह यकीन दिलाने के लिए की वोह कभी भी उसे अपने से दूर नही करेगा, कभी भी नही।

"मैं जा कर चेंज कर लेती हूं।" अमायरा को समझ नही आ रहा था की अब क्या कहे, बड़ी मुश्किल से उसके मुंह से यह शब्द निकले। कबीर ने उसे ऐसे ही बाहों में भरे ही हां कह दिया लेकिन छोड़ा नहीं। कुछ देर बाद उसने अपने हाथ ढीले छोड़ दिए। अमायरा ने अपनी आंखों में हजारों एहसास लिए कबीर की आंखों में देखा और फिर शर्मा कर बाथरूम में भाग गई। कबीर उसे तब तक देखता रहा जब तक की वोह उसकी आंखो से ओझल नहीं हो गई और दरवाज़ा बंद नही हो गया।

"तुम जानती हो की तुम मुझसे बहुत प्यार करती हो, बस मान ना नही चाह रही हो।" कबीर ने बंद दरवाज़े की ओर देखते हुए कहा और मुस्कुरा गया। उसने महसूस किया की आज का दिन उसका वेस्ट नही गया।

"अमायरा।"

"हम्मम!"

"शादी कब है?"

"वोह आपका भाई भी है, आपको नही पता की उसकी शादी कब है?"

"मैं साहिल की बात नही कर रहा।"

"तोह आप किसकी बात कर रहें हैं, इतनी रात को? मैं इस वक्त पहेलियां बुझाने के मूड में नही हूं। मुझे सोना है। मैं बहुत थक गई हूं। सुहाना ने मुझे आज मॉल में बहुत घुमाया है। मैने कभी अपनी शादी के लिए इतनी शॉपिंग नही की थी, पर ऐसा लगता है की उसने डिसाइड किया है की अपनी शादी के लिए पूरा मार्केट ही खरीद ले।" अमायरा ने बड़बड़ाए हुए कहा। वोह अभी भी आंखे बंद किए हुए कबीर के सीने पर सिर रख कर लेटी हुई थी और कबीर ने उसे कंफरटेबली बाहों में भर रखा था।

"अगर तुम इतनी थक गई थी, तोह तुमने खाना क्यूं बनाया था?"

"मैं आपके लिए खाना बनाना चाहती थी। मुझे अच्छा लगता है आपके लिए कुछ करना, वैसे ही जैसे आप मेरे लिए कुछ ना कुछ करते रहते हैं। और साथ ही, मैं हमारी डेट वेस्ट नहीं होने दे सकती थी।" अमायरा ने कहते हुए हल्की सी आंखें खोली और एक प्यारी मुस्कुराहट से कबीर को देखने लगी फिर तुरंत ही अपनी आंखें वापिस बंद कर दी।

"तुमने हमारी शादी के समय कोई शॉपिंग नही की थी ना क्योंकि तुम खुश नही थी, है ना?" कबीर ने पूछा और अमायरा ने एक बार में ही अपनी आंखें खोला और अपना सिर ऊपर कर देखने लगी।

"आप क्या बात कर रहें हैं?"

"तुम जानती हो की मैं क्या बात कर रहा हूं। तुम खुश नही थी।" कबीर ने सीधे सीधे कहा।

"मैं नही थी खुश, पर अब हूं। अपनी जिंदगी में इतनी खुश कभी नही रही, आप जानते हैं।"

"आर यू श्योर?"

अमायरा ने अपना सिर उठाया और कबीर के गाल पर चूम लिया।

"आपको मेरी ज़रूरत नही है यह बताने के लिए की आप मेरे लिए क्या मायने रखते हैं और क्या क्या खुशियां आपने मुझे दी हैं।"अमायरा ने अपनी उंगली कबीर के चेहरे पर फेरते हुए कहा और कबीर मुस्कुराने लगा।

"मुझे तोह यकीन ही नहीं हो रहा की तुम इतनी मैच्योर हो, सो परफेक्ट, जबकि खुद एक बच्ची हो।" कबीर ने कमेंट करते हुए कहा और अमायरा हँसने लगी।

"यह तोह सच है। मिरेकल्स कभी कभी दुनिया में हो जाते हैं। अब बताइए, आप किसके बारे में बात कर रहे थे? किसकी शादी?"

"तुम्हारा दोस्त मोहित।"

"मेरा दोस्त? मोहित? कौन? ओह!..... आपका मतलब मिहिर, मेरा एक्स-बॉयफ्रेंड।" अमायरा ने कहा और कबीर अपनी आंखें मटकाने लगा।

"हां। वोही। मोहित, मिहिर, क्या फर्क पड़ता है। मैं बस चाहता हूं की तुम उसकी वेडिंग अटेंड करो, जब भी हो और अपने पुराने दोस्तों से वापिस कनेक्ट करो।"

"पर मुझे नही लगता की वोह जल्द ही शादी करने वाला है। मेरा मतलब है को वोह शायद मेरे उम्र का है या मुझसे एक साल बड़ा होगा, वोह इतनी जल्दी शादी क्यूं करेगा।"

"तुमने इतनी जल्दी शादी क्यूं की?" कबीर ने जवाब के बदले सवाल पूछ दिया।

"मेरे अपने कुछ रीजंस थे। और आप तोह जानते ही हैं की इंडिया में जिस उम्र में लडको की शादी होती है उससे कम उम्र में ही लड़कियों की शादी हो जाति है। और मुझे लगता है की वोह बस उसके साथ इंगेज हुआ है लेकिन शादी कुछ साल बाद ही करगा। हमारे एक कॉमन फ्रेंड ने मुझे बताया था की वोह यूके जा रहा है हायर स्टडीज के लिए तोह वोह इतनी जल्दी शादी क्यूं प्लान करेगा।"

"ओके। अगर वोह तुम्हारी ही उम्र का है इसका मतलब वोह अभी बच्चा है।"

"मैं बच्ची नही हूं। इसमें मेरी कोई गलती नही है की आप ओल्ड अंकल हैं। आपका बर्थडे अभी ही निकला है और मुझे पता है अब आप कितने साल के हों गए हैं।" अमायरा ने कबीर को चिढ़ाते हुए कहा।

"हां। पर एक बार सोचो तो, जब तुम स्कूल से पास आउट हुई थी तब मैं किसी और से शादी करने वाला था।"

"हां। इसका मतलब यही है की मैं बच्ची नही हूं। बल्कि आप ही बूढ़े हो रहें हैं। आपके तोह अब तक बच्चे भी हो चुके होते अगर महिमा जिंदा होती अभी।" अमायरा ने बिना सोचे समझे कहा और फिर अपनी ही जीभ काट ली। "आई एम सॉरी। मुझे ऐसा नही कहना चाहिए था।"

"यू शुड बी सॉरी। तुम्हे कुछ बोलने से पहले ध्यान रखना चाहिए।" कबीर बोला और अमायरा डरने लगी।

"आप गुस्सा हो गए हैं? मैं तोह बस मज़ाक कर रही थी।"

"मैं गुस्सा नही हूं। पर एक बात बताओ, तुम्हे मेरे साथ अजीब लगता है? एक आदमी जो तुमसे उम्र में बहुत बड़ा है। और हां मेरा बर्थडे तुम्हे यह याद दिलाता है की मैं एक साल और बड़ा हो गया हूं। क्या यह तुम्हे परेशान करता है क्या अमायरा? क्या तुम्हे मुझे एक्सेप्ट करने में परेशानी हो रही है क्योंकि तुम मेरे जैसे इंसान को अपना लाइफ पार्टनर नही देख सकती? की तुम मुझे अपने लायक नही समझती?"

"नही। यह क्या कह रहें हैं आप? अगर आप एक साल बड़े होंगे तो मैं भी तो बड़ी होंगी। यह सब तो मेरे दिमाग में आया ही नहीं, कभी भी नही। बल्कि मैं तो आपके अलावा किसी और को अपनी जिंदगी में सोच भी नही सकती। एंड ऐज इस अ नंबर। जिस तरह से हम एक साथ रहते हैं, एक दूसरे को समझते हैं, इससे उम्र का क्या लेना देना? आपको ऐसा नहीं लगता?" अमायरा ने पूछा। वोह अभी भी अपने आप को कोस रही थी की उसने ऐसा क्यों बोल दिया था।

"वैल येस। पहले मुझे लगता था की हम एक दूसरे के लिए कंपेटिबल नही हैं पर अब ऐसा नहीं लगता।"

"हां। मैने कहीं पढ़ा था की आईडियली कपल्स के बीच में कंपेटिबिलिटी के लिए एक्जाक्टली सात साल का डिफरेंस होना चाहिए, साइंटिफिक रिसर्च के हिसाब से।" अमायरा को अब खुद पर कॉन्फिडेंस आने लगा था।

"रियली? ऐसा होता है? क्यूं?" कबीर हैरत में था।

"वैल, अकॉर्डिंग टू रिसर्च, आदमियों को मैच्योर होने में साथ साल ज्यादा लगता है लड़कियों के कंपेरिजन में, जो की एक्जेक्टली सात साल का गैप हैं। तोह उनके मुताबिक, अगर आदमी और औरत के बीच सात साल का गैप है, तोह उनका मेंटल लेवल सेम होगा। और हमारे बीच वोही एक्जैक्ट गैप है। सात साल का।" अमायरा ने उत्साह से एक्सप्लेन किया।

"मुझे नही पता की मुझे खुश होना चाहिए या गुस्सा होना चाहिए, तुम्हारे जैसा सेम मेंटल लेवल होने के लिए।" कबीर ने जवाब दिया।

"आपका कहने का क्या मतलब है? क्या मैं बेवकूफ हूं? माइंड यू मैं बहुत जल्द ट्वेंटीफाइव की होने वाली हूं।"








****
कहानी अभी जारी है...


अन्य रसप्रद विकल्प

शेयर करे

NEW REALESED