बुलेट बाबा मंदिर Gurpreet Singh HR02 द्वारा सामाजिक कहानियां में हिंदी पीडीएफ

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बुलेट बाबा मंदिर


मंदिर का नाम 'ओम बन्ना धाम' है। लोग इसे 'बुलेट बाबा मंदिर' के नाम से भी जानते हैं। दरअसल करीब 30 साल पहले इस गांव में ठाकुर जोग सिंह राठौड़ के बेटे ओम सिंह राठौड़ की एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। यह मंदिर उन्हीं ओम सिंह के नाम पर बनाया गया है।


भारत में अलग-अलग धर्मों के लोग अपनी आस्था के हिसाब से अपने धर्म के अराध्यों, देवी-देवताओं तथा महान विभूतियों की पूजा(Worship) करते हैं. भारत में लाखों मंदिर(Temple), मस्जिद(Mosques) और गुरुद्वारे(Gurudwara) हैं, जिनके प्रति लोगों की अपनी आस्था है. इसके अलावा कई बार लोग ऐसी चीजों के प्रति आस्था रखते हैं, जिसके बारे में जानकर आपको कई बार हैरानी हो सकती है.
आप सोच सकते हैं कि लोग बुलेट बाइक(Bullet Bike) के प्रति अपनी आस्था रखते हैं और उसकी पूजा(Bullet ki Pooja) करते हैं. सिर्फ यही नहीं बल्कि बुलेट बाइक का मंदिर(Bullet Temple) भी बनवाया गया है. सबसे मजेदार चीज तो यह है कि इस मंदिर में प्रसाद के रूप में लड्डू नहीं बल्कि शराब चढ़ाया जाता है और उसे लोगों में बांटा जाता है. यह मंदिर राजस्थान(Bullet Temple in Rajasthan) में है. इस बुलेट बाइक मंदिर के सामने से जो भी गुजरता है वो अपना सिर झुकाकर इसके प्रति अपनी आस्था प्रकट करता है.
इसे 'बुलेट बाबा का मंदिर' के नाम से जाना जाता है. यह मंदिर जोधपुर-पाली हाइवे से 20 किलोमीटर दूरी पर स्थित है. इस मंदिर के बनने की कहानी बड़ी खास है. बताया जाता है कि पाली शहर के पास स्थित चोटिला गांव के रहने वाले ओम बन्ना(Om Banna) नामक एक शख्स साल 1988 में बुलेट बाइक से अपने ससुराल से घर जा रहे थे. हालांकि दुर्भाग्यवश उनकी यह यात्रा पूरी नहीं हुई और रास्ते में एक सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई.
रिपोर्ट के अनुसार, ओम बन्ना(Om Banna) की बुलेट बाइक अनियंत्रित होकर एक बड़े पेड़ से टकरा गई थी. इस हादसे में ओम बन्ना की मौके पर ही मौत हो गई थी. एक्सीडेंट के बाद पुलिस जब वहां पर पहुंची तो ओम बन्ना के शव को दफनाने के बाद बाइक को जब्त कर थाने ले गई. हालांकि घटना स्थल से बुलेट बाइक थाने लाने के बाद पुलिस के होश उस वक्त उड़ गए, जब थाने से बाइक गायब हो गई. बाइक दोबारा से उसी जगह पहुंच गई थी, जहां एक्सीडेंट हुआ था.


हालांकि पहली बार पुलिस को लगा था कि शायद किसी व्यक्ति ने थाने की पार्किंग से बाइक चोरी कर उसे एक्सीडेंट वाली जगह पर पहुंचा दिया होगा. इसके बाद पुलिस वापस बाइक को थाने लेकर पहुंची, लेकिन अगले दिन फिर वही चमत्कार हुआ और बाइक एक्सीडेंट वाली जगह पर पहुंच गई. तीसरी बार भी पुलिस बाइक को थाने लेकर आई लेकिन तीसरी बार भी बाइक वहीं पहुंच गई. पुलिस कई बार ऐसा करने के बाद तंग आ गई और बुलेट को थाने पर ले जाकर चेन से बांध दिया.
पुलिस को लगा था कि बाइक को चेन से बांध दिए जाने के बाद इस बार वह वापस उसी जगह नहीं जाएगी, हालांकि इस बार भी पुलिस गलत थी. बाइक अगली सुबह फिर से एक्सीडेंट वाली जगह पर पहुंच गई. कई बार यह चीज होने के बाद स्थानीय निवासियों तथा पुलिस को यह ईश्वर का चमत्कार लगा. इसके बाद वहां के लोगों और पुलिस ने मिलकर उस बुलेट बाइक को एक्सीडेंट वाली जगह पर स्थापित कर दिया. सबसे ज्यादा चमत्कारिक घटना तो यह हुई कि जिस जगह पर बाइक स्थापित की गई थी, उसके बाद से वहां पर कभी कोई छोटा सा भी एक्सीडेंट नहीं हुआ. इसके बाद स्थानीय लोगों ने उस बुलेट बाइक की पूजा करनी शुरू कर दी तथा उसी जगह पर एक मंदिर बनवा दिया. अब लोग दूर दराज से आकर न सिर्फ बुलेट की पूजा करते हैं बल्कि एक्सिडेंट में मरे ओम बन्ना को भी पूजते हैं.क्योंकि यह कल्पना नहीं बल्कि सच्चाई है। राजस्थान में एक ऐसा गांव है, जहां मंदिर के अंदर भगवान की मूर्ति को नहीं बल्कि रॉयल एनफील्ड बुलेट 350 (Royal Enfield Bullet 350) को रखा गया है। खास बात यहां यह है कि इस बाइक की लोग दूर-दूर से पूजा करने आते हैं।

मंदिर का नाम 'ओम बन्ना धाम' है। लोग इसे 'बुलेट बाबा मंदिर' के नाम से भी जानते हैं। दरअसल करीब 30 साल पहले इस गांव में ठाकुर जोग सिंह राठौड़ के बेटे ओम सिंह राठौड़ की एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। यह मंदिर उन्हीं ओम सिंह के नाम पर बनाया गया है।