क्या सर आप अब शान्त हो जाईये ना. और अब आप आ गए हो तो ऑफ़ कोर्स कुच ना कुच करेंगे. ईक्स पेक्टर मोहन ने कहा की...
चलो भाई कुच कर देने की क्षमता जागी है. देखते है. क्या करते हो तुम लोग..
{ वेल नगर के हाल चाल }
अरे उदेसिंग भाई क्या हुआ कहा जा रहे हो. इस छोटे से बच्चे को लेकर. और इत्ना लेट भाई थोडा संभाल कर जाना शहर मे दंगे बहुत होते है. आपको तो पता ही है. हमे बताने की जरूरत भी नही पड़ेगी. लेकिन फिर भी हम अपना फर्ज निभा रहे ये बता कर की ऐसे देर रात मे मत घुमिये. जिवन जोशी ने कहा...
बताने के लिए शुक्रिया भाई साहब लेकिन क्या करू मजबुरी है जाना पडेगा. मे इस बच्चे को संभाल नही पा रहा हू. दरअसल मेरि और मेरि बिवी की लडाई हो गई थी. तो वो मायके चली गई है. वही जा रहा हू. दुकान वाले ने कहा...
ठीक है लेकिन ध्यान से चले जाओ. वैसे चले जाओगे या मे आपको छोड कर आऊ. उदेसींग ने बोला जी शुक्रिया लेकिन मे चाल जाऊंगा. दुकान वाले ने कहा...
ठीक है तो फिर जल्दी जाओ..
उदेसींग की किस्मत खराब थी. वो डरते डरते जा ही रहा था की रास्ते मे कुच गुंडो ने उन पर हमला कर दिया. और उसके हाथो मे से उस बच्चे को छुड़वाने लगे. और आखरी मे वो गुंडे लोग उदेसींग के बच्चे को ले गए. उदेसींग चिल्ला ता हुआ रह गया. और कहने लगा की...
हे भगवान ये क्या हो गया मेरे बेटे को वो ले गया. अब क्या होगा. अरे बचाओ कौइ मेरे बेटे को. उतने मे पीछे से एक आदमी आया और उदेसींग को कहने लगा की...
अरे भाई साहब आप पुलिस की मदद लिजिये ना जाईये वहा अपनी समश्या बताईए. उदेसींग घबराय हुआ रोता हूअ बोला...
हा भाई सहाब मे जाता हू. और धन्यवाद मुझे ये सुझाव देने के लिए. उदेसींग दोड़ कर जाता है. वेल पुलिस स्टेशन और अपनी समश्या बताने लगा घबराते हुई हालत मे. ईक्स पेक्टर ने कहा...
अरे शान्त शान्त हो कर बताईए की क्या हुआ है. ठीक है. उदेसींग कहा की...
साहब साहब मे मे मेरि बेटे को कुच गुंडे चीन कर ले गए. महेर बानी कर के हमारा बेटा ढूंड कर दिजीये आपके आगे दो हाथ जोडते है. ईक्स पेक्टर मोहन ने कहा...
आप शांत हो जाओ और बे फिक्र हो अब हम जायेंगे और गुंडो को पकड़ेंगे. ईक्स पेक्टर मोहन ने राघव की तरफ इशारा किया की अब लिखो एफ.आई.आर. और रवि शर्मा और तमन्ना साह को अपने चलने को कहा...
रवि जी और तमन्ना जी हमारे साथ चलिये जल्दी हरि अप. कौन्स्टेबल राघव तुम इनका ध्यान रखो ठीक है. तीनो रवि और तमन्ना जाकर देखते है. की ये बच्चो को पकड़ कर कहा लेजाते है. राघव ने कहा की...
ओके सर जय हिन्द. ईक्स पेक्टर मोहन ने बोला...
जय हिन्द. और हा हमारे आने से पहले. यहा से ये भाई साहब जाने नही चहिये ठीक है. वरना खैर नही कीसि की. राघव ने कहा...
आप बे फिक्र रहिये सर हम है. आप जाईये हम अपना काम पूरी सिद्दत से करेंगे कौइ भी शिकायत का मौका नही देंगे..
थोडी देर के बाद ईक्स पेक्टर मोहन प्रसाद और सायबर एक्सपर्ट्स तमन्ना ऐंड रवि शर्मा पहुच जाते. वहा पे जहा पे इन गुंडे लोगो का अड्डा था. वो गुंडे लोग ना बच्चो को यहा पर लाकर अपने काम के लिए लिए इन बच्चो का इस्तेमाल करते है. ईक्स पेक्टर मोहन प्रसाद ने कहा की...
अरे रवि जी वो देखीये उस गुंडो का अड्डा. ओ गॉड ये मे क्या देख रहा हू रवि जी वहा ना छोटे छोटे बच्चे है. कई सारे और उन्के हलन चलन से. ऐसा लग रहा है की. बच्चो कौइ नुक्सान नही पहुचाय जा रहा है. लेकिन बच्चो को अपने धंदे के लिए तैयार किया जा रहा है. कौन्स्टेबल रवि शर्मा ने कहा की...
ज़रा हमे देखने दो तो सर. आखिर ये लोग क्या बला है. सायबर एक्सपर्ट तमन्ना साह ने कहा की...
लेकिन सर सबसे पेहला और जरुरी काम. सबूत होना जरुरी है. और इसे पहले की देरी हो जाये. फट से ना आप फोटोस क्लिक कर लो. ताकी आगे जाके यही गुंडे लोग हमे ना टोके सबूत के लिए. ईक्स पेक्टर मोहन प्रसाद ने कहा की...
वोव वैल डन तमन्ना जी. अच्छा रवि जी अपने मोबाइल फ़ोन से फोटोस क्लिक कर लिजिये और जल्दी किजीये. हमे उन्हे पकड़ ना भी है. रवि शर्मा ने कहा...
जी सर मेने वीडियो रिकॉर्ड कर लिया है. अब हम जा सकते है. ईक्स पेक्टर मोहन ने कहा अब हम जा सकते है. सो चलो हमारे पास टाईम बहुत कम है..
अरे नटू भाई जरा देखो ना कही पुलिस का चक्कर तो नही है. ना बहार अगर पुलिस आगई तो पकड़े जायेंंगे. इतना कहते ही वहा पे पुलिस आ गई और ईक्स पेक्टर मोहन ने कहा की...
खबर दार जो किसिने भागने की या चालाकी करने की कोशिश भी की तो. फ़ायर कर देंगे. विबिन ने कहा की...
अरे ओ ईक्स पेक्टर तुम हमे जानते नही हो. एक बार जान लोगे ना तो हमारे साथ गुश्ताकी करने की जरूरत नही पड़ेगी. ईक्स पेक्टर मोहन प्रसाद ने कहा की...
देखो ऐसा है. की कुच हमारे पुलिस वाले है जो पुलिस मे रह कर भी. तुम जैसे गुंडो का साथ देते है. लेकिन फिक्र मत करिये सब को देख लेंगे. लेकिन सबसे पहले जरुरी और महत्व पुर्ण काम. यू आर अंडर अर्रेस्ट.
《《《 वैल केस अभी तक सॉल्व नही हुआ अभी तो बाकी है. लेकिन आगे जान्ने के लिये पढते रहे जिन्दगी ज़िन्दाबाद. और जुडे रहे हमारे साथ 》》》