Exploring East india and Bhutan-Chapter -18
बारहवां दिन
आज सुबह हम होटल से चेक आउट करके थिम्पू के लिए निकल लिए. मै और विनीता बीच वाली सीट पर व् मानसी पीछे वाली सीट पर बेठी हुई थी, और थोड़ा पेरशान नजर आ थी, क्योंकि थिम्पू में उसकी मीटिंग मिस्टर भसीन से होनी थी, और मीटिंग के रिजल्ट ने ही मानसी की आगे की राह तय करनी थी.
“नर्वस क्यों हो रही हो, तुम कोन सा इस जॉब के सहारे हो” विनीता ने प्यार से समझाया
“यही सोच रही थी, मिस्टर भसीन मानेगे या नही” मानसी गाडी की छत की तरफ देखते हुए बडबड़ाई
“मिस्टर भसीन माने या ना माने, इससे कोई फर्क नही पड़ता, भसीन नही तो कोई और मानेगा, भसीन के चैनल के अलावा भी और बहुत से न्यूज़ चैनल इस दुनिया में हैं, बस तुम अपनी प्रॉब्लम पर डटी रहो, मेरी गारंटी है, सॉल्यूशन तुम्हारे पास चल कर आयेगा” मेने हिम्मत बढाई
“मानसी एक बात बताओ, क्या तुम आशुतोष को पसंद करती हो” विनीता ने बात का रुख मोड़ते हुए पूछा
“पसंद तो पता नही, वो मुझे अच्छा लगता है, उसके साथ समय बिताना मुझे जरुर पसंद है”
“वो मुझे अच्छा लगता है” मेने चुटकी ली
”आशुतोष ही नहीं, एक बात जरूर है, बाई गॉड, इस यात्रा में मिलने वाले सभी अजनबी, मेरे गहरे दोस्त बनते जा रहे हैं” मानसी ने अपने कंठ को छू कर कहा
“आशुतोष को काल करो, बात जरुर आगे चलेगी“ विनीता ने राय दी.
“आज नही कल करूंगी” मानसी ने किसी गहरी सोच में खोते हुए कहा
“तो आज क्या करें”
“बड़े भैया, आज मुझे कल की कामयाबी के लिए आशीर्वाद दो”
“तुझे जहां-जहां जरूरत पड़ेगी, मेरा आशीर्वाद साथ रहेगा” मैंने दोनों हाथ उठाकर उसके सर पर रख दिए.
फुंटशोलिंग से थिम्फु की दूरी 150 km है, व् लगभग 5 घंटे का समय लगता है. सारा रास्ता पहाड़ी है, और रास्ते मे एक बहुत ही सुंदर जगह गेडू पड़ती है.
गेडू फुंटशोलिंग से मात्र 44 km की दूरी पर है, परन्तु 11500 ft की उचाई पर होने और सड़क तंग होने के कारण समय तो ज्यादा लग रहा था, परन्तु मजा पूरा आ रहा था. आसमान में व् सड़क के दोनों तरफ काले बदल छाये हुए थे,और काले बादलों के बीच से गुजरते हुए शरीर में रोमांच की लहर दोड रही थी.
गेडू की आबादी मुश्किल से 5000 के लगभग है, और यहां आमतौर पर काली घटाएं छाई रहती हैं, बादल सड़कों पर मटर गस्ती करते रहते हैं. दिन के तीन बजे के बाद गेडू से आगे का सफर आमतौर पर ड्राइवर लोग अवॉयड करते है, पर आप अवॉयड ना करें, अवश्य रुकें व मौसम का आनंद ले. यहां पर LHAMU RESTAURANT & BAR है, जिसमे चाय,कोफी, व्हिस्की, वाइन सब मिलती है. मौसम ठंडा था तो मेने दो स्माल पेग लिए व् लेडीज ने लार्ज कोफी ली .
चुखा डैम व्यू पॉइंट: गेडू से थिम्पू जाते समय रास्ते में चुखा डैम व्यू पॉइंट है. चुखा डैम वांगचु नदी पर चुखा सिटी में स्थित है. वांगचु नदी में थिम्पू, पारो व हा वेली (haa valley) का डिस्चार्ज आ कर मिल जाता है. चुखा भूटान की वाणिज्यिक और वित्तीय राजधानी मानी जाती है. स्टूडेंट्स की जानकारी के लिए, गेडू में ही भूटान का रॉयल विश्वविद्यालय, व् गेडु कॉलेज ऑफ बिजनेस स्टडीज स्थित है. यहां पर कुछ देर रुक कर चाय कॉफी ली, कुछ फोटो शूट किए व आगे चल दिये.
फुंटशोलिंग से थिम्पू का रास्ता वेसे तो लगभग पांच घंटे का है, परन्तु हम बीच में रुकते हुए आ रहे थे, तो शाम के सात बजे थिम्पू पहुंच कर सीधे होटल किसा विला में जा कर चेक इन किया. रिसेप्शन स्टाफ वेसे तो इंग्लिश स्पीकिंग था, पर काम चलाऊ हिंदी बोल लेते हैं.
Hotel Kisa Villa, Thimphu, Bhutan
यह भूटान के एकमात्र हवाई अड्डे पारो से लगभग 51 km की दूरी पर और फुंटशोलिंग से लगभग 176 km की दूरी पर थिम्पू में स्थित है. यहाँ होटल लेने का एक कारण ये था, की यहाँ से किंग प्लेस नजर आता है. होटल में आकर्षक गार्डन के साथ आधुनिक सुवधाओं से युक्त कमरे और उसके साथ अटैच्ड किचन आप का मन मोह लेते है. बस कमरों में सेफ डिपाजिट वोल्ट के सहूलियत नहीं है. सारे दिन की यात्रा की थकान को दूर करने के लिए, चेक इन के तुरंत बाद हम बार में आ कर जम गये.