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प्यार इक्तर्फा

सुबह के 7 बजे थे मे बस अख़बार पढ़ते पढ़ते चाई का एक सिप लेने वाली थी की बारवाजे की घंटी बजी, ऊपर से आवाज भी दी " कोई है क्या plz help" आवाज किसी लड़के की थी दरवाजा खोला तो...., ये कनो मे लटके मोटे speakers, white jeans , aur yellow t shirt में एक लड़का खड़ा था, hello I m sam वैसे मेरा नम समीर है but आप मुझे सम बोल सकती है, मे यहा पे नाया हु आपके बाजु वाला flat rent पे लिया है, सुना है आप कॉफी बड़ी अच्छी बनती है ,
मुझे हसी छुट गयी बोला आ जाओ मैने कॉफी दी फिर बैठने को बोला पहले थोड़ा अजीब लगा दिल्ली जैसी city मे आजकल के जमाने मे ऐसे कोन किसी के घर जाता है?
पहले बहोत अजीब लगा लेकिन उसके जोक्स ने बहोत हसाया और फिर चला गया मे office के लिए निकल गयी, शाम को लिफ्ट मे फिर से sam से मुलाक़ात हो गयी बोल रहा था आप movie देखने चलोगी मैने ना मे सर हिलाया, रात को बेड पे लेती हुयी मे सोच रही थी ये कैसा इंसान है जो हमेशा खुश रहता है,
मे दिनभर अपने काम मे busy रहती फिर घर आकर कोई अच्छी किताब पढ़ती या फिर share marketing के news इतनाही कम होता था ना कोई दोस्त जो है कभी फोन पे बात होती रहती है लेकिन पहले की तरह मिलना जुलना नहीं रहता, मम्मी पापा भोपाल मे रहते थे मे दिल्ली मे जॉब के कारण CA complete करने के बाद दिल्ली shift हो गयी तब से अकेली रहती थी और , शादी की कोशिश हि थी अबतक जो मम्मी पापा force करते और हर बार की तरह कोई नाया नमूना सामने खड़ा हो जाता और मे रिजेक्ट कर देती ऐसे करते करते 5 साल बीत गये और उम्र तो नही रुक सकती , तो 32 कब हो गये पता हि नही चला...., सोचते सोचते नींद लग गयी और कब सुबह हो गयी पता हि नही चला में बस coffee बनाने हि वाली थी की इतने मे door bell बाजी वो समीर था hello mam good morning, सोचा बस आज आपको अपने हाथो की coffee की test करा दु तो चालो मुझे हसी आ गयी मैने बोला 2 min अभी आयी.......,
जैसे हि उसके flat पर कदम रखा तो देखा holl मे सब समान बिखरा पड़ा सोफे पर टॉवल, जमीन पर बिखरे chips के packets सब वैसा का वैसा हि था , मुझे देखकर sam सब समान समेटने लगा आईये बरखा जी आपका स्वागत है और coffee cup हाथ मे दे दिया तो बातो बातो जो coffee ख़तम हो गयी, चलो sam अब चलती हू office भी जाना है मुझे....
ठीक है चलो शाम को मिलते है,
अच्छा लगता था यु कोई बात करता था नही तो मेरी life बिल्कुल boring थी,
11 से लेकर 4 तक office और फिर कुछ न्यूज़ के साथ खाना और एक अच्छी किताब के साथ नींद और क्या था तन्हाई मिटाने के लिए बस हर शाम मम्मी पापा फोन पे बात करते और रिश्ते के बारे मे बताते बस यही था और क्या?
अब अच्छा लग रहा था यु कोई अंजन ऐसे बातें करता मेरे सामने फ्लैट मे एक और लड़की भी रहती थी वो lift मे कभी कबार मुस्कुरा लेती बस इतनी सी पहचान थी और अब ये sam हम प्लान करते और मूवी भी देखते घर मे हि वैसे मुझे छुट्टियाँ इतनी ज्यादा पसंद नही थी लेकिन अब लगने लगी थी ,
एक दिन हम ऐसेही tv देख रहे थे आपने कभी रेड color की sadi पहनी है बरखा जी ,
नहीं तो..... क्यू पूछ रहे हो ?
आपको बहोत अच्छी लगेगी,
अच्छा तो try करूंगी कभी ,
मे आपसे कुछ कहना चाहता हू शायद आपको बुरा लगे लेकिन मुझे बोलना है ,
क्या हुआ क्या बात है sam बोलो ?
आप बहोत खूबसूरत हो बरखा जी क्या आप मेरेसाथ date पे चल सकती हो एक दिन के लिए मे 1 week मे मुंबई चला जाऊंगा मेरी ट्रेनिंग ख़तम हो गयी है ,
मे हैरान परेशान सी हो गयी मे 32 साल की हू और तुम 26 के तुमको मेरे साथ date पे क्यू जाना है ?
देखों किसी की उम्र देख कर feelings नही आती......,
डरपोक मत बनो जो है उसे accept कर जीना सीख लो, अपने दिल की बात सुनो बरखा आप मुझे अच्छी लगती हो ,
sam तुम क्या बोल रहे हो तुम्हे पता है ,
हा पता है मुझे ,
उसका चेहरा टोमेटो की तरह लाल था और आँखे तो कुछ ज्यादाही सच बोल रही थी कुछ मिनट ऐसे हि देखकर फिर आँखों से हा बोल दिया date के लिए,
अगले दिन शाम को मे तैयार हो गयी उसके घर जाना था मेरे हाथ मे एक रेड rose का गुलदस्ता था और रेड sadi पहनी थी खुले बाल और डायमंड ear rings black hill वाली sandle और perfum की खुशबु के साथ मे तैयार थी कुछ दर बस यु हि अपने आप को mirror मे देख रही थी बहोत दिन बाद मे खुद को निहार रही थी क्या आज भी इतनी खूबसूरत दिखती हू ? और ये सवाल अपने आप से कर रही थी , हाथो मे गुलदस्ता लिए उसके फ्लैट के सामने खड़ी हो गयी बेल बजायी तो दरवाजा खोला sam हाथ पकड़ के अंदर ले गया अंदर का नजारा कुछ और हि था ,
black सूट के साथ हाथ मे सिल्वर color की घड़ी पहने स्मार्ट दिख रहा था, छोटे छोटे heart shape bloons पूरे रूम मे फैले हुए थे एक वाइट टेबल पे कुछ चॉकलेट्स और एक बोतल शैम्पियन की धीमी आवाज मे music थी जिसमे मेरा fav song चल रहा था "आँखों मे तेरी अजब सी अदाएं है" ये किसी मूवी की रोमांटिक सीन से कम नही था ,
आगे sam अपने घुटनोके बल बैठ गया और हाथ मे रेड rose लिए बैठ गया मेरा हाथ उसके हाथ मे था,
बरखा आप भीत अच्छी और बहोत खूबसूरत हो मेरी date accept करने के लिए थैंक यू , मैने हलका मुस्कुराया और rose ले लिया,
lets dance
couple dance करते समय उसका हाथ मेरी कमर पे था और मेरा उसके कंधे पे एक दूसरे की बाहों मे ऐसे खो गये थे की बस आज का दिन कभी खत्म ना हो.....

आँखों मे डूबे हुए दो दिल शाम को और रंगिन बना रहे थे , sam ने मेरे right साइड वाले chicks के hair हटाकर हलके से गालों को चूमा पहली बार ऐसे किसी का touch महसूस कर रही थी , फिर एक लोग hugh हुआ ऐसा लग रहा था पुरी दुनिया से अलग हो कर एक अलग दुनिया मे है हम,.......
रात के 4 बजे मे अपने flat वापस आयी रात भर मेरे चेहरे पर मुस्कान ऐसे हि थी जो जाने का नम नही ले रही थी ,
सुबह sam जाने वाला था हमेशा के लिए सोचते सोचते नींद लग गयी , फिर बेल की आवाज सुनते नींद खुल गयी देखा तो वो sam था अपने पूरे समान के साथ जा रहे हो
हा मे सर हिलाया एक कॉफ़ी मिल सकती है ?
हा क्यू नही बैठो
कॉफ़ी खत्म होने के बाद कुछ इसतरह उसकी निगाहेँ मुझे देख रही थी अपना हाथ मेरे हाथो मे देकर पूछा miss करोगी मुझे मैने कहा बिल्कुल नही.....,
दोनो एक साथ हस पड़े ये कॉफ़ी बहोत याद आएगी मुझे और मुझे तुम्हारी आँखे sam 😊
एकदफा देखकर वो चला गया और मे दरवाजा बंद कर अंदर आ गयी अपने ओठों पे मुस्कान लिए mirror मे खुद को देखते हुए ये सोच रही थी ये क्या सिखा के चला गया प्यार क्या होता है ये समझाके चला गया, एक गुमनाम सी गुपचुप रहने वाली अपनी हि घर मे कैद रहने वाली लड़की हो फिर से ज़िंदा कर गया , इन 7 सालो मे मे अपने आपको आज bhot ज्यादा पसंद कर रही थी मुझे जाना था लोगों के बीच एक family मे ये accept कर रही थी , आखिर कब तक अकेली रहती , मैने phone उठाया पापा को call किया पापा मे आ रही हू भोपाल वापस और कल जिस लड़के की बात आप कर रहे थे उन्हे बुला लेना मे दिल से शादी के लिए तैयार हू ,...... सुनकर पापा बहोत खुश हुए.....

हमारी ज़िंदगि भी किसी गाने की तरह हि होती है A से लेकर B point तक और कभी कोई गाना इतना पसंद आता है की दर लगता है ये कभी खत्म नहो ऐसेही चलता रहे मेरी life मे वो sam था जो जिंदगी जीना दिखा गया मे क्या हू ये बोल गया अपने आप को दिखा गया ये क्या सिखा गया ........,
जिस मुस्कान के साथ मे भोपाल पोहोच गयी मम्मी पापा खुद सरप्राइज थे , और आज 6 महीने बाद मेरी शादी का दिन था
और मे वही रेड रोज आठ मे लेकर दुल्हन के लीबाज मे बैठी सोच रही थी क्या ये एकतरफा प्यार था जो कभी बोल ना पाया आज उस गुलाब की पंखुड़िया सुख गयी थी लेकिन उसकी खुशबु और प्यार वैसा हि था.........,

Piya ❤️


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