एक दिन की बात थी महाशिवरात्रि का दिन था चारो ओर से रास्ते बंद थे क्योंकि मंदिर पर अधिक भीड़ होती है मै और मेरे मिलने वाले एक स्थान पर बैठे थे तो मैंने देखा की लड़के एक लड़की का पीछा कर रहे है मै धीरे से गया और ई रिक्शा मै बैठा लिया और कहा कहां जाना है आपको उन्होंने बताया की बिहारीपुरा मैने कहा ठीक है बैठ जाओ वो बैठे गए थोड़ी दूर ही चला था की उन तीनो शराबी लकड़ो मै से एक ई रिक्शा मै बैठे गया मैंने कहा भाई ये ई रिक्शा खाली नही लड़का क्या कहा मैने दोबारा से कहा भाई खाली नही किसी और मै बैठे जाओ इतने मै ही दो और आ गए और तीनो ने मारे पिटाई करनी शुरू कर दी मै अपना बचाव करते हुए वहा से निकल कर भाग गया 10 बजे का टाइम था एक ठेली वाला खड़ा था जो की गोल गप्पे बेच रहा था लड़की उसकी ठेली के पिछे जाकर छुप गई मैंने थोड़ी दूरी पर रुख कर 112 पर कॉल की कूच समय मै पुलिस वहा आ गई
पुलिस क्या हुआ कोन था
मैने कहा सर मैं हूं
पुलिस क्या नाम है
मैने कहा सर नीलकमल
पुलिस क्या बात हो गई ।
सर तीन लड़कों के ने मुझे बिना किसी बात मै मार पीट की
पुलिस कहा है वो लोग मैने कहा सर वो देखो सामने वाली गली मै है
पुलिस और मै वहा गए वो लोग देख कर गाड़ी स्टार्ट कर भाग गए
मैने कहा सर पकड़ो पुलिस अब तो वो निकल गए और तू क्या पुलिस को जादूगर समझ रहा की पकड़ लो वो तो भग गए
मुझे गुस्सा आया क्यों की मै पहले ही उन तीनो से पिट चुका था
फिर पुलिस भी अपना काम नही कर रही सही से मैने कहा गुस्से से मै कोई ई रिक्शा वाला नही हूं मैं एक वकील हूं पुलिस वाला गुस्से मै हा हा ठीक है तू होगा वकील जा जाकर तहरीर दिया थाने मै मैंने कहा ठीक है वो थोड़ी दूर चले गए और मै ई रिक्शा लेकर उन्ही तीनो लडको को ढूंढ ने लगा जी धर से गाड़ी गई थी
इतने मै ही 112 की गाड़ी वापस आई और उसमे से पुलिस वाला बोला चलो बताओ कहा देखना है मैने गुस्से से अब आप जाओ 10 मिनट हो गए अब तो वो निकल गए होंगे
तभी मै वापस उसी जगह आ गया जहा मेरे साथ घटना घटी थी
पीछे से आवाज आई भाई तुम मैने देखा सलमान तू
सलमान हा मै क्या बात हो गई क्या तुम्हारी लड़ाई हुई थी क्या
मैने कहा नही मुझे तो जबरन लड़ रहते थे क्यों की वो तीनो नशे मै थे मैं तो जनता भी नही हूं कौन थे सलमान मै जनता हूं कह कर चला गया बेचारी वो लड़की मेरे साथ थाने जाने लगी कहा आप वकील हो तो ये ई रिक्शा किस का है मैने कहा मेरी बाइक बड़े भइया लेकर गए थे मैं पानी की बोतल भरने जा रहा था इस मै
मानता हूं मैं वकील हूं इस का मतलब ई रिक्शा नही चला सकता हूं क्या मैं लड़की नही ऐसी बात नही है देखा नही है किसी को आज तक इतने में मै थाने पहुंच गया मैंने कहा लड़की से आप यही रहो मैं थाने मै तहरीर दे कर आता हूं लड़की मै भी चलती मैने कहा नही जरूरत होगी तो बुला लूंगा लड़की ठीक है
मै थाने मै गया सामने एक पुलिस वाला बैठा था जिस के कंधे पर 2 सितारे लगे है मैने कहा जय हिन्द सर वो बोले जय हिन्द बताओ क्या बात है मैने कहा एक तहरीर देने थी SI किस की
मैने कहा मेरे साथ मार पीट की गई है पुलिस SI किस ने
मैने कहा मैं नही जानता
पुलिस SI फिर किस के खिलाफ दो गए
मैने कहा अज्ञात मै एफआईआर कराऊंगा ठीक है बराबर मै करा दो मै बराबर मै गया पुलिस हा क्या हुआ मैने कहा मेरे साथ मार पीट की गई पुलिस बिना किसी बात के मैने कहा हां पुलिस वाला सही सही बता मैने कहा जी बिना किसी बात के क्यों की वो लोग नशे मै थे
पुलिस वाले ने मुझे गली दे कर भगा दिया मै बाहर आया लड़की क्या हुआ
मैने कहा कूच नही एफआईआर हो गई है उनके फिलाफ मैने कहा आप को मै छोड़ देता हूं लड़की ठीक है
मैने लड़की को छोड़ दिया लड़की यदि मेरी जरूरत पड़े तो मुझे भी बोला लेना थाने गवाही दे के लिए लो मेरा नंबर लिख लो
मैने कहा ठीक है
मैने लड़की को सच नही बताया की एफआईआर नही लिखी गई मैं क्यों की उस की नजरो मै एक वकील हूं जो की सच था पर पुलिस वालो को मैने नही बताया इस लिए उन्होंने मुझे गली दे कर भगा दिया
अगले दिन मैं सलमान के यहां गया और मैने कहा सलमान कहा रहता है वो लड़का उसने बताया की उसकी दूध के डेरी है हमारे था वो भुस लेने आता है साला हरमी है मैने कहा कोई नही मुझे उसकी डेरी दिखा दे उसने खा ठीक है
उस ने मुझे डेरी दिखा दी मै डायरी पर गया वहा एक बुजुर्ग बैठे थे
मैने कहा नमस्ते जी बोलो नस्मते कोन मैने कहा ये डेरी फैलाने की है वो बोले नही अगली वाली है मैने पूछा क्या उनका एक लडका गोरा सा पतला पतला सा और सफेद रंग की गाड़ी है
वो बोले नही लड़का तो वही है पर गाड़ी उस पर नही फिर अचानक से बोले क्या काम था मैने कहा कुछ नहीं मेरे साथ रात वो तीन लोग थे बिना किसी बात के मार पीट कर के आए है
अच्छा देखलो बेटा अगला घर है मै आगे की तरफ जा ही रहा था अचानक मुझे रात वाली गाड़ी दिख गई मैंने वही सामने एक किराना की दुकान थी मैंने पूछा ये गाड़ी आपकी है क्या अंकल अंकल नही सामने वालो को है मैने कहा अच्छा अंकल क्यों क्या बात हो गई मैंने कहा कुछ नहीं रात इस गाड़ी मै तीन लोगो ने मेरे साथ बिना किसी बात के मार पीट की थी अंकल पुलिस को बुला कर लिया मैने कहा ठीक है उंकल एक तरफ मुझे गुस्सा आ रहा था एक तरफ सोच रहा था क्या करू मैं अपने घर गया और कोर्ट जाने के लिए तैयार होने लगा मैंने सोचा एफआईआर करा देना चाहिए मै दुबारा से थाने गया तो वहां मेरे द्वारा लिखी तहरीर ले ली गई और SI साहब बोले वकील साहब एफआईआर करवानी है क्या मैने कहां जी और उसी थाने मै जिसे मुझे गली देकर भगा दिया था उसी थाने मै SI साहब के द्वारा एफआईआर दर्ज करवाई गई धारा 323 मै
उस दिन मुझे पता चला की समाज मै इंसान की पहचान कपड़ो से की जाती है न की उसकी शिक्षा और विचारों से
पर मेरा माना है की एक अच्छे समाज के लिए कपड़ो से नही उस व्यक्ति के विचार और उस की शिक्षा से होनी चाहिए
खैर अभी आगे की करवाई कोर्ट मै होनी है ......