Dusari Aurat - 1 books and stories free download online pdf in Hindi

दूसरी औरत - 1

रसोई में खड़े खड़े कब गैस पर से दूध उफन गया उसे पता ही नहीं लगा। पता उसे तब लगा जब उसे दूध जलने की महक आई।आजकल ऐसे ही तो ख्यालों में खो जाती है वो जिससे कभी तो सब्जी जल जाती है या कभी वो चीज़े इधर उधर रख कर भूल जाती है। कई बार तो घर वालों के सामने उसे अपनी इस नई आदत की वजह से शर्मिंदा होना पड़ता है। सच ही है सब उसकी गलतियों को ही देखते है कोई ये समझने की कोशिश नहीं करते कि क्यों हो रहा है आजकल उसके साथ ये सब क्यों वो अपने मन को केंद्रित नहीं कर पा रही है। 😔
अभी कल की ही तो बात है जब इस घर में वो दुल्हन बन कर आई थी। कितनी उम्मीदें थी उसे इस रिश्ते से जैसे की हर एक लड़की की होती है। कितनी खुश थीं वो की अब उसका भी कोई अपना है जो उसे भी प्यार करेगा । अपना वक्त देगा उसे ।बच्चो की तरह उसकी देखभाल करेगा। और वो दोनो अपनी अलग ही दुनिया जीयेंगे। पर वो सब सपना ही रह गया उसके लिए🥲 वो कहते है ना चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात।
बिल्कुल यही तो हुआ कंवल के साथ जब श्रेयस के साथ उसकी शादी हुई थी तब कितना खुश रखता था श्रेयस उसे।
कितना प्यार करता था वो कंवल को ।पर ये प्यार की खुमारी कुछ दिनों की ही रही और फिर जो श्रेयस अपनी कंवल को अपनी दुनिया समझता था आज वही दुनिया उसे बोरिंग लगने लगी। शुरुआत में श्रेयस कंवल से बातें करने के बहाने ढूंढता था। पर अब वो उससे छुटकारा पाने के बहाने ढूंढता है।
शायद हर वैवाहिक जीवन की यही कहानी होती है की शुरुआत में तो उनके रिश्ते में ताज़गी रहती है और फिर वही ताज़गी उनके रिश्ते में ख़त्म हो जाती है ऊबने लगता है पति अपनी पत्नी से । ऐसा ही हुआ कंवल के साथ धीरे धीरे श्रेयस उससे दूर जाने लगा। उससे ऐसे बचने लगा की कंवल के सामने आने पर उसे बात नहीं करनी पड़े। कंवल को भी श्रेयस की अपने प्रति उदासीनता अब दिखाई देने लग गई थी। वो इसका कारण भी नहीं समझ पा रही थी। उसने अब अपना पूरा ध्यान अपने पति श्रेयस पर लगाना शुरू कर दिया। श्रेयस का हर काम वो अपने हाथों से कर के देने लगी। उसकी मनपसंद खाने से लेकर उसे क्या चीज़ पसंद है क्या नहीं उस पर भी उसने अपना ध्यान देने लगी। पर फिर भी श्रेयस को उसका ये प्यार नहीं दिखाई दिया। बल्कि वो कंवल से और दूर होता गया। कंवल समझ नहीं पा रही थी की ऐसी क्या कमी है उसने जो श्रेयस उससे दूर होता चला जा रहा है। जो श्रेयस उसके बिना रह नहीं पाता था अब वो देर रात को घर पर आने लगा। कभी कभी तो वो रात रात भर वो गायब रहता ।कंवल सारी रात भूखी प्यासी उसका इंतजार करती पर श्रेयस का कोई अता पता नहीं होता। अब कंवल को शक होने लगा

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