The Author Datta Shinde फॉलो Current Read नागिन का आखरी महायुध्द - भाग-३ By Datta Shinde हिंदी लघुकथा Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books मंजिले - भाग 3 (हलात ) ... राजा और दो पुत्रियाँ 1. बाल कहानी - अनोखा सिक्काएक राजा के दो पुत्रियाँ थीं । दोन... डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 76 अब आगे,राजवीर ने अपनी बात कही ही थी कि अब राजवीर के पी ए दीप... उजाले की ओर –संस्मरण नमस्कार स्नेही मित्रो आशा है दीपावली का त्योहार सबके लिए रोश... नफ़रत-ए-इश्क - 6 अग्निहोत्री इंडस्ट्रीजआसमान को छू ती हुई एक बड़ी सी इमारत के... श्रेणी लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी क्राइम कहानी उपन्यास Datta Shinde द्वारा हिंदी लघुकथा कुल प्रकरण : 4 शेयर करे नागिन का आखरी महायुध्द - भाग-३ (4) 1.6k 4.6k इस भाग मैं राधा को पुरी काहाणी देखणे को मिलने वाली हैं - तब राधा महातांडव करती है तब बोहत जोरसे हवा चलती हैं तब एक फोटो राधा के सामणे आती है तब वाहा पे एक किताब आती है और वो बोलती हैं ये फोटो नागराणी की हैं वो शेतान देश की थी लेकिन उनका मकसद नागमणी था इसलिए उन्होंने शिवाय के साथ शादी करलिइ लेकिन शिवाय के प्यार ने उन्हे एक अच्छी नागिन बनया लेकिन रावन ने उनको शिवजी के पास से शक्ती या लाने को कहा लेकिन तब चंद्रप्रभा को बच्ची होने वाली थी तब उन्होंने शक्ती या लेइ तब वो वापस लोटी तब चंद्रप्रभा बोलती हैं शिवाय मेरे पेट मैं बोहत दर्द हो रहा है तब शिवाय उसे वेद के पास ले गए तब शिवाय बाहर जाता हैं तब वेद जी आते हैं और वो बोलते हैं मुबारको बेटी होइ हैं तब चंद्रप्रभा बोलती हैं शिवाय हमे हमारी बेटी को भविष्य मैं भेजना होगा वाहा पे मेरी एक अच्छी दोस्त हैं तब वो भविष्य मैं जाते हैं और उनकी बेटी को दोस्त के पास देते है तब चंद्रप्रभा की दोस्त बोलती हैं नागराणी इसका नाम तो रखिये तब नागराणी बोलती हैं इसका नाम राधा होगा तब चंद्रप्रभा चली जाती है तब रावन बोलता है राधा तु आज मरेगी तब रावन शिवाय को मारदेता हैं तब राधा बोलती हैं रावन इस युग मैं तु मुझे भले ही मारदेगा लेकिन अगले जन्म मे तुझे मौत दुगी तब रावन बोलता है लेकिन अगले जन्म मैं तु एक साधारन लडकी रहेगी तब रावन राधा को अग्नी कोडं मैं डाल देता है तब उसे सारी शक्ती या मिल जाती है तब एक बडी नागिन आती है और उसे मार देती है तब राधा बोलती हैं इस जन्म मैं नागराणी वापस आएगी या नहीं तब वो किताब बोलती हैं वो मैं नहीं बता सकती तब राधा बोलती हैं ठिक है मुझे ये तो बतावो वो नागिन कोण हैं जो शिवजी के साथ आइ थी तब वो किताब बोलती हैं वो तुम्हे अंत मैं पता चल जाएगा तब वो किताब चली जाती है तब पंडित जी बोलते हैं राधा मैं तुम्हे एक बात बता देता हो कोई तो आएगा जो तुफान लाएगा और उसके बाद कोछ शेतान फिरसे आएगे लेकिन तुम्हारा साथ देने वो फिरसे आएगी और तुम्हारे इंतकाम मैं मदत करेगे और ये याद रखो अब से तुम्हारी लढाई बोहत कठीण होने वाली हैं तब राधा बोलती हैं आपका धन्यवाद तब राधा चली जाती है तब वो घर जाती है तब शिव बोलता है कहा गई थी तब राधा बोलती हैं मेरे दुसरे पती को मिलने गइ थी दिखता नहीं मंदिर गई थी तब शिव बोलता है तुम नागिन हो ना तो तुम्हे मंदिर जाना पडता हैं और ये मैं नहीं चाहता तुम अब से तुम मंदिर नहीं जाउगी इससे अच्छा तुम ये नागिन पद छोड दो और मेरे साथ खुशी खुशी राणी बनकर रहो तब राधा बोलती हैं चलो मेने मेरा पद छोड दिया तो तुम तुम्हारा शेतानी पद छोड दोगे तब शिव बोलता हैं ये हमारे नियमो के खिलाफ हैं तब राधा बोलती हैं तो मैं अपना पद क्यो छोडु मुझे ये वरदान शिवजी ने दिया हैं और तुम कोछ नहीं कर सकते तब राधा चली जाती है तब रावन बोलता है शिव आज कोई तो आने वाला हैं तब शिव बोलता है कोन तब एक लडका बोलता है शिव तु मुझे इतनी जलदी भुल गया तब शिव बोलता है महाकाल तुम तब महाकाल बोलता है शिव तुम्हारा अवतार बदल गया है क्या तब शिव बोलता हैं हा तब महाकाल बोलता है शिव आजसे तुम्हारा नाम भद्रकाल तब रावन बोलता है महाकाल इसका नाम क्यो बदला तब महाकाल बोलता है शिव भगवान का नाम है और वो भगवान मेरा शत्रू हैं तब वाहा पे एक लडकी आती है और वो बोलती हैं मैं फिरसे आगइ तब रावन बोलता है अरे मोरणी तब महाकाल बोलता है मोरणी स्वागत हैं तब वाहा पे राधा आती है और वो बोलती हैं शिव ये कोण हैं तब महाकाल बोलता हैं भद्रकाल ये लडकी कोण हैं तब भद्रकाल बोलता है ये मेरी पत्नी हैं तब महाकाल बोलता हैं इस नागिन को घरके बाहर निकालो तब भद्रकाल बोलता है राधा इस घरसे निकलो तब राधा बोलती हैं ठिक है तब राधा बोलती हैं महाकाल तुझे तो मैं देख लुगी लेकिन शिव तुझे नहीं छोडोगी तब राधा चली जाती है तब महाकाल बोलता हैं रावन चलो हमे उन्हे बोलाना हैं तब रावन बोलता है भद्रकाल चलो हमे तयारी करनी है तब तिनो एक पुजा करते हैं और कोछ मंत्र बोलते हैं तब बोहत हवा चलती हैं आग फेल जाती है तब महाकाल बोलता हैं हमारे देवता आगए तब रावन बोलता है येतो हमारे देवता हैं तब वो देवता बोलते हैं हमे एक जंग और लढणी हैं और वो जंग आखरी होगी दोसरी तरफ राधा बोलती हैं वो दोनो क्या केहरहे थे कोण आणेवाला हैं तब बोहत जोरसे आवाज आती है नागराणी बचाए तब राधा बोलती हैं कोई तो मुझे बोला रहा है तब बोहत हवा चलती हैं तब वाहा पे एक नागिन आती है और वो अपना असली रुप नहीं लेती तब राधा बोलती हैं आप कोण हैं तब वो नागिन बोलती हैं मै वही हो पिछले जन्म मैं उस रावन को मेने मार दिया था तब राधा बोलती हैं आप अपना असली रुप लेती क्यो नहीं तब वो नागिन बोलती हैं मैं अपना असली रुप अंत मैं दिखा सकती हो लेकिन मैं तुम्हे ये बताने आइ हो तुम्हे उसके पास वापस जाना है तब राधा बोलती हैं किसके पास तब वो नागिन बोलती हैं वो देखो तब एक फोटो सामने आती है तब वो नागिन बोलती हैं नंदिनी के पास राधा बोलती हैं हा मैं इसे जानती हो तब वो नागिन बोलती हैं एसे ही धिरे धिरे सारा सच तुम्हारे सामणे आएगा अब मैं तुम्हे उसके पास भेजती हो तब राधा चली जाती है तब नंदिनी बोलती हैं नागराणी आप तब राधा बोलती हैं नंदिनी क्या होवा तब नंदिनी बोलती हैं वो फिरसे आगया हैं तब राधा बोलती हैं कोन तब नंदिनी बोलती हैं वो देखिए तब राधा बोलती हैं तुम तब महेशा सुर बोलता है तुझे क्या लगा मुझे वो देवी मा मारदेगी तु मे मर जाउगा तब राधा बोलती हैं तेरा वध अब मैं कोरोगी तब महेशासुर बोलता है अब बडी जंग होने वाली हैं तब महेशासुर चला जाता हैं तब राधा बोलती हैं नंदिनी हमे अब तयार रहेना होगा क्यो की वो घडी आने वाली हैं तब राधा और नंदिनी शिवमंदिर मे आते है तब नंदिनी बोलती हैं राधा अब क्या करना है तब राधा बोलती हैं हमे ये जानना हैं वो कोन हैं जो हमारी मदत करने वाला हैं तब नंदिनी बोलती हैं इसका मतलब कोई तो आने वाला हैं तब राधा बोलती हैं हा इसका मतलब पेहले तोम आइ मतलब वो बोहत ही जलदी आणे वाला हैं तब राधा बोलती हैं सबसे पेहले हमे उस नागिन का इतिहास जानना हैं तब नंदिनी बोलती हैं ठिक है आप उस मंदिर जाए मैं याहा पे हो तब राधा चली जाती है तब नंदिनी राधा का रुप लेती हैं तब वो घर जाती है तब रावन बोलता है तोम याहा पे क्यो आइ हो तब देवता बोलता है आवो बेटी बेठो तब रावन बोलता है देवता आप क्या केहरहे हैं तब देवता नंदिनी को वंश मैं करते हैं तब देवता बोलता है रावन ये नागिन चंद्रप्रभा की बेटी हैं और चंद्रप्रभा के मरणे के बाद इसमे सारी शक्ती या आगइ तुम्हारे अंदर नहीं दोसरी तरफ राधा उस मंदिर मैं जाती है तब वाहा पे एक बडा नाग आता हैं और वो बोलता है तुम कहा जारही हो तब राधा बोलती हैं मुझे उस नागिन का इतिहास जानना हैं तब वो नाग बोलता है उनका इतिहास कोई नहीं जान सकता वो अंत मैं सबको मालुम पडेगा तब राधा बोलती हैं ठिक है तब राधा चली जाती है दोसरी तरफ नंदिनी को अग्नी कोडं मैं डाल देते है तब देवता बोलते हैं वो ये नागिन नहीं थी तब वाहा पे राधा आती है तब राधा बोलती हैं नंदिनी तब देवता बोलता है भद्रकाल उसे पकडो तब भद्रकाल बोलता है नहीं मैं इसका साथ दुगां तब देवता बोहत शेतानो को बुलाता हैं तब वो बोलता है उन दोन्हो को पकडो तब भद्रकाल और राधा भाग ते हैं और एक खाई के पास आते है तब देवता बोलता है अब क्या करोगे तब राधा बोलती हैं शिव हमे कोद ना होगा तब राधा बोलती हैं मैं हम दोनो की शक्ती या कभी भी किसीको पाने नहीं दोगी तब दोनो कोद जाते हैं तब रावन बोलता है नहीं तब देवता बोलता है रावन वो एक होगए तो हमेसे कोई नहीं बचेगा तब रावन बोलता है मैं देख के आता हो तब वो बोलता है देवता वो दोनो कही भी नहीं हैं तब देवता बोलता है हमे वो मनी चाहिए तब रावन बोलता है कोणसा तब देवता बोलता है राधा के शक्ती योका वो उसने छुपाया हैं तब रावन बोलता है मुझे पता हे वो मणी कहा हैं तब देवता बोलता है चलो दोसरी तरफ राधा बोलती हैं शिव हम इस जन्म नहीं मिले तो क्या होवा अगले जन्म मे हम एक साथ होगे तब दोनो एक पथर पे टकरा जाते हैं और पाणी मे गिरते हैं और दोनो मर जाते हैं ........ ‹ पिछला प्रकरणनागिन का आखरी महायुध्द - भाग-२ › अगला प्रकरण नागिन का आखरी महायुध्द - अंतिम भाग Download Our App