The Author Datta Shinde फॉलो Current Read नागिन - का आखरी महायुध्द By Datta Shinde हिंदी लघुकथा Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books राजा और दो पुत्रियाँ 1. बाल कहानी - अनोखा सिक्काएक राजा के दो पुत्रियाँ थीं । दोन... डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 76 अब आगे,राजवीर ने अपनी बात कही ही थी कि अब राजवीर के पी ए दीप... उजाले की ओर –संस्मरण नमस्कार स्नेही मित्रो आशा है दीपावली का त्योहार सबके लिए रोश... नफ़रत-ए-इश्क - 6 अग्निहोत्री इंडस्ट्रीजआसमान को छू ती हुई एक बड़ी सी इमारत के... My Wife is Student ? - 23 स्वाति क्लास में आकर जल्दी से हिमांशु सर के नोट्स लिखने लगती... श्रेणी लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी क्राइम कहानी उपन्यास Datta Shinde द्वारा हिंदी लघुकथा कुल प्रकरण : 4 शेयर करे नागिन - का आखरी महायुध्द (7) 2.1k 5.5k काहाणी शुरु करते हैं ये काहाणी बोहत पुरानी हैं इस काहाणी में एक मंदिर हैं जो बोहत पुराना हैं लेकिन कोछ शेतान उस मंदिर को पाणा चाहाते हैं क्यो की वो मंदिर सोने का हैं तो काहाणी शुरु करते हैं एक गाव था उस गाव का नाम शिव गाव था इस गाव का नाम शिव इसलिए हैं क्यो की इस गाव मैं शिव शंभू विराज मान हैं एक मेहल था उस मेहल का राजा शिवाय था वो सबकी मदत करता था लेकिन आज उसने सबको बोलाया हैं तब शिवाय बोलता हैं सब सोनो हमारा शिवमंदिर को कोछ शेतान पाना चाहते हैं लेकिन हम एसा होने नहीं देगे क्यो की हमारे साथ चंद्रप्रभा हैं वो हमारे शिवमंदिर और नागमणी को बचाएगी तब गाववाले बोलते हैं लेकिन वो हमे केसे बचाएगी तब चंद्रप्रभा आती है तब सब बोलते साप ,साप तब शिवाय बोलता हैं डरो मत यही है चंद्रप्रभा ये एक नागिन हैं तब चंद्रप्रभा बोलती हैं शिवाय मैं शिवमंदिर की रक्षा करोगी लेकिन मुझे क्या मिलेगा तब शिवाय बोलता हैं तुम्हे क्या चाहिए तब चंद्रप्रभा बोलती हैं मुझे उस शिव से मिलना हैं तब शिवाय बोलता हैं ठिक है लेकिन तुम्हे अपना वादा याद रखना होगा तब शिवाय और चंद्रप्रभा शिवाजी के पास जाते हैं तब महादेव बोलते हैं शिवाय क्या होवा आज तोम मेरे पास आगए तब शिवाय बोलता हैं प्रभु इस नागिन को आपसे मिलना था तब महादेव बोलते हैं चंद्रप्रभा बोलो क्या समस्या हैं तब चंद्रप्रभा बोलती हैं मुझे बोहत सारी शक्ती या चाहिए जो किसीके भी पास नहीं होगी तब महादेव बोलते हैं तुम्हे एसा वरदान क्यो चाहिए तब चंद्रप्रभा बोलती हैं मुझे सबकी रक्षा और मदत करनी है तब महादेव बोलते हैं ठिक है लेकिन तुम इस शक्ती यो का गलत उपयोग किया तो तुम्हे अगले जन्म मैं कभी भी नागिन बनेना का वरदान नहीं मिलेगा तब शिवाय बोलता हैं चलो तब चंद्रप्रभा बोलती हैं अब मेरे पास बोहत शक्ती या आगइ हैं तब बोहत शेतान आते है तब शिवाय बोलता हैं चंद्रप्रभा चलो तब चंद्रप्रभा बोलती हैं उनसे तोम लढोगे मैं मंदिर की रक्षा करोगी तब शिवाय सबको मारता हैं तब चंद्रप्रभा बोलती हैं शिवाय मुझे तुमसे शादी करनी है तब शिवाय बोलता हैं मुझे भी तब दोनो शादी करते हैं तब दोनो सो जाते हैं तब चंद्रप्रभा उठती हैं और वो उस शेतान के पास जाती है और वो बोलती हैं रावन हमारा मकसद वो मंदिर नहीं वो नागमणी हैं तब रावन बोलता है हा लेकिन दुसरा काम शिवाय को मारना हैं तब चंद्रप्रभा बोलती हैं रावन तुम शिवाय को नहीं मार सकते अब वो मेरा पती हैं और गाव वालो को भी कोछ नहीं कर सकते तब रावन बोलता है ठिक है अब तो मै सबको मारके रहोगा देखता हो कोन बचाता हैं उन्हे तब चंद्रप्रभा बोलती हैं शिवाय ने तुम्हारे सारे शेतानो का मारदीया था तो तुम क्या चिज हो तब रावन बोलता है ठिक है अब ये देखते हैं इस खेल मैं कोन जितता हैं तु या मैं तब चंद्रप्रभा चली जाती है तब वाहा पे एक पंडित आता हैं और वो बोलता है रावन तुम्हे शक्ति या चाहिए तो इस नागिन को मारना होगा तब बोहत तुफान आता है तब रावन बोलता है उस नागिन का वक्त शुरु हो गया हैं तब चंद्रप्रभा शिवाय को बोलती हैं शिवाय हमे नागमणी कही और स्थापित करनी होगी और हमे वाहा पे नकली नागमणी रखनी होगी तब दोनो जाते हैं तब चंद्रप्रभा बोलती हैं ये कोनसी जगाह हैं तब शिवाय बोलता हैं ये एक गोफा हैं और याहा पे कोई भी नहीं आसकता तब दोनो मंदिर मे जाते हैं तब रावन बोलता है आवो देखो तुम्हारे सारे गाववालो को मैने मार दिया तब चंद्रप्रभा बोलती हैं अब तो मरेगा तब रावन चंद्रप्रभा की सारी शक्ती या छिन लेता हैं तब रावन बोलता है शिवाय ये तुम्हारी पत्नी थी ना इसिने मुझे बताया नागमणी कहा हैं तब चंद्रप्रभा बोलती हैं शिवाय मुझे माफ करदो तब रावन बोलता है चंद्रप्रभा इसे मारदे तब रावन शिवाय को मारदेता हैं तब रावन बोलता है चंद्रप्रभा क्यो रोरही हो वो तुम्हारा दुश्मन था उस दिन तुम मुझे इतना बोल रही थी क्यो की ये हमारी सारी बाते सोन रहा था तब रावन बोलता है ये हतियार देख रही हो तब चंद्रप्रभा बोलती हैं ये किस लिए तब रावन बोलता है तुम्हारे लिए तब रावन चंद्रप्रभा को मारदेता है और उसे अग्नी कोडं मैं डाल देता है और उसकी सारी शक्ती या लेता हैं तब चंद्रप्रभा बोलती हैं मैं वापस आवोगी और तुम्हे मारके रहोगी इस जन्म मैं एक बुरी नागिन थी लेकिन अगले जन्म मैं अच्छी नागिन बनकर तुम्हे मारदोगी तब रावन बोलता है सब मरगए तब वो उस गोफा में जाता हैं और नागमणी लेता हैं तब वाहा पे एक बडी नागिन आती है और उसे मारदेती हैं और रावन यही मर जाता हैं लेकिन ये नागिन कोन थी चंद्रप्रभा थी या कोई और था ये हम अगले भाग मैं देखेगे..............🖋️ › अगला प्रकरण नागिन का आखरी महायुध्द - भाग-२ Download Our App