बुनियाद (पार्ट 3) Kishanlal Sharma द्वारा सामाजिक कहानियां में हिंदी पीडीएफ

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बुनियाद (पार्ट 3)

अगर कोई जीवित है तो कहां है?वह सोचती तो बहुत थी लेकिन जवाब नही था।और यूं ही सोचते हुए दिन गुज़र रहे थे।एक दिन मारिया सुबह सोकर उठी।उसका जी मिचलाने लगा।उबकाई आने लगी।अचानक तबियत खराब होने पर उसे अपनी महामारी का ख्याल आया।और वह समझ गयी उसके दिन चढ़ गए है।इसका मतलब साफ था।उसके दिन चढ़ गए थे।उसके पैर भारी हो गए थे।अगर डेविड उसके साथ होता तो बाप बनने का समाचार सुनकर वह कितना खुश होता।लेकिन आज उस अनजान द्वीप पर उसके गर्भवती होने का समाचार सुनने वाला कोई नही था।
गर्भवती होने पर मारिया को खुशी के साथ दुख भी हुआ था।उस द्वीप पर अभी वह अकेली मानव थी।उसे इस बात की खुशी थी कि आने वाले समय मे वह इस द्वीप पर अकेली नही रहेगी।एक और मानव जो उसकी संतान होगी का इस द्वीप पर पदार्पण होगा।अभी उससे से बोलने वाला यहां कोई दूसरा नही था।लेकिन भविष्य में ऐसा नही होगा।
इस द्वीप पर दूसरा मानव उसकी कोख से जन्म लेगा।जिससे वह बात कर सकेगी।सुख दुख में वह उसके साथ होगी।अकेली होने पर समय बड़ी मुश्किल से बितता था।दो हो जाने पर समय आसानी से गुज़र जाया करेगा।इस निर्जन द्वीप पर उसकी सन्तान को बाप का प्यार नही मिलेगा।उसे कोई सुविधा एसो आराम भी यहां पर नही मिलेगा।उसकी सन्तान को भी उसी की तरह अभाव में जीवन बिताना होगा।जंगल मे भटकना होगा।
मारिया को चाहे जितना दुख हो वह नवजात को संसार मे आने से नही रोक सकती थी।उसके गर्भ में नए जीव ने स्थान बना लिया था।जो समय के साथ बढ़ता जा रहा था।सन्तान प्राप्ति की खुशी में उसे दिन जल्दी बीतते हुए नज़र आये।
समय पूरा होने पर एक रात को उसे प्रसव पीड़ा शुरू हो गयी।उसकी पीड़ा तड़प दर्द को देखने सुनने वाला वहां कोई नही था।पूरी रात दर्द से छटपटाने के बाद उसने भोर में एक लड़की को जन्म दिया था।
मारिया शिक्षित थी।सभ्य संसार की रहने वाली थी।अगर उसने अपने देश मे इस बच्ची को जन्म दिया होता तो उस बच्ची का सुंदर सा नाम रखती।पर निर्जन द्वीप पर जहां जंगल ही जंगल थ उसने बेटी का नाम जंगली रख दिया था।
जंगली जानवरों के साथ खेलते हुए और जंगल मे घूमते हुए बड़ी होने लगी।जब जंगली पांच साल की हो गयी तब उसे पढ़ाने का ख्याल आया।वैसे तो यहां पढ़ाने का कोई फायदा नही था।लेकिन मारिया ने सोचा।जंगली के सामने पूरी जिंदगी पड़ी है।हो सकता है भविष्य में उसे इस द्वीप से बाहर निकलने का मौका मिल जाये।सभ्य दुनिया मे जाने पर उसका शिक्षित होना बहुत काम आएगा।
मारिया ने देश,परिवार और समाज देखा था।लेकिन जंगली के लिये यह निर्जन द्वीप ही देश,परिवार और समाज था।जंगली ने यहां के सिवाय कुछ नही देखा था।
मारिया ने अपनी बेटी को अपने देश और उसके पिता के बारे में बताया था।वह कैसे यहां आयी इसके बारे में भी बताया था।इस द्वीप में लिखने पढ़ने का कोई साधन नही था।मारिया ने ज़मीन को स्लेट बनाकर जंगली को अक्षर ज्ञान कराना शुरू किया।जंगली के जन्म से पहले मारिया किसी से बात नही कर सकती थी।पर अब वह अकेली नही थी।उससे बात करने वाली उसकी बेटी थी।