आज गर्मी बहुत थी और मेरा आखरी पेपर था पेपर जैसे ही पूरा हुआ में टीचर के हाथ में अपना पेपर देकर बाहर आई तो रोहन हमेशा की तरह मेरा बाहर इंतजार कर रहा था मुझे रोहन को देखकर बहुत ख़ुशी हुई कहते है लड़का लड़की कभी अच्छे दोस्त नही हो सकते इस दोस्ती के रिश्ते पर काफी सारी कहानिया लिखी गयी कुछ कुछ होता है फिल्म भी बनी और सुपर हिट भी गयी लेकिन लास्ट में लव स्टोरी ही बन जाती है लेकिन यहा बिलकुल ही अलग था हम दोनों एक दुसरे से बहुत ही ज्यादा प्यार करते थे लेकिन यहाँ ये प्यार वो वाला प्यार नही था जैसे एक girl friend boy friend में होता है यहाँ एक दोस्ती वाला प्यार था हम दोनों एक दुसरे का बहुत ध्यान रखते थे यहाँ तक की हम कपडे भी एक दुसरे की पसंद के पहनते थे हम अपने सरे काम एक दुसरे से पुच कर करते थे हमारे घरवाले हमारे सब दोस्त इस बात को मानते ही नही थे की हम सिर्फ अच्छे दोस्त है सब का दीमक उल्टा ही जाता था आज हमारा आखरी पेपर था और फिर हम सब को अलग अलग जो होजान था तो सब ने मिलकर आज विदाई पार्टी की तयारी कर रखी थी आज के बाद तो सब अपने अपने कामो में बिजी हो जायेगे किसी की शादी हो जाएगी कोई नोकरी कि तलाश करेंगे कोई अपने फादर का ही कारोबार संभालेगा और कोई विदेश सिफ्ट हो जायेगा सब ने अपना अपना प्लेन बना रखे है लेकिन आज की पार्टी में खूब मजा करने वाले है में और रोहन एक दुसरे के साथ पार्टी में जाते है रोहन काफी टाइम से मुझे कुछ बताने की कोशिश कर रहा था लेकिन बता नही रहा था ये मेने भी काफी टाइम नोटिस किया था आज भी वो नही बोल पाया मेने रोहन से पूछा भी की कोई बात है तो बताओ बोला नही यार तुझसे क्या छुपाउंगा तुझे तो मेरी सारी बात पता होती है मुझे भी लगा सायद कुछ नही है फिर भी मन मानने के लिए तयार नही हुआ हम दोनों में पार्टी में साथ डांस किया गाने गए खूब मजे करे हम दोनों खूब सारी बाते करते टाइम का पता ही नही लगता की कितना गुजर गया है पार्टी के ख़त्म होने के बाद सब चले गये लेकिन हम दोनों बैठकर बाते करने लगे लेकिन हमेशा की तरह वही हुआ जो होता आया है टाइम का पता ही नही चला कितना हो गया है तभी मम्मी की काल आती है कहा हो निशा बेटा कितना टाइम हो गया है तुम्हे अंदाजा भी है मेने तभी अपनी घडी में टाइम देखा हम दोनों वाकई में काफी लेट हो गये है ठीक है मम्मी बस अभी आ रही हु किस के साथ हो और कोन होगा मम्मी फ़िक्र मत करो रोहन है मेरे साथ रोहन ने मुझे घर ड्राप कर दिया में रोहन को बाय बोल कर गाड़ी से उतर कर अंदर जा ही रही थी इतना लेट कोन आता है बेटा टाइम देखा है तुमने कितना ज्यादा हो रहा है थक गयी हु तुम्हारे पापा को जवाब देते देते जब से ऑफिस से आये है कितनी ही बार तुम्हारे बारे में पूछ चुके है निशा आगयी पर निशा को तो किसी की फ़िक्र ही नही है ओहो मम्मा आप को पता है न जब में रोहन के साथ होती हु तो मुझे टाइम का पता नही चलता बेटा ये कब तक चलेगा आखिर तुम रोहन से बात क्यू नही करती हो शादी के बारे में व्हाट ये क्या बोल रही हो मम्मा में और रोहन सिर्फ अच्छे दोस्त है मेने कभी रोहन को इस नजर से नही देखा अगर तुम उस से ये बात नही करोगी तो में खुद बात करती हु ये क्या बोले जा रही हो मम्मा आप एसा सोच भी केसे सकती है अगर रोहन को इस बारे में पता चला तो वो क्या सोचेगा मेरे बारे में मम्मा आप भी हद करती है रोहन की फ़िक्र है तुम्हे और हमारी इज्जत की कोई फ़िक्र नही है ज़माने भर में लोग बाते करते है बेटा अब में तुम्हे केसे समझाऊ तुम्हारे पापा की कुछ इज्जत है सोसाइटी बस करो मम्मा अब में अपने कमरे में सोने जा रही हु अपने कमरे में जाकर निशा के दिमाक में मम्मी की यही बाते घुमती रही यार मम्मी एसा केसे सोच सकती है इन लोगो को केसे समझाऊ हम दोनों के बीच ऐसा कुछ नही है पर कोई मानने को ही तय्यार नही है छोड़ो ये सब सोचने वाले की हेडडक है में क्यू अपने सर में दर्द करू फालतू की बाते सोच कर अब में बहुत ज्यादा थक गयी हु सो जाती हु कल जल्दी भी तो उठाना है रोहन के साथ मूवी देखने जो जाना है