नागिन का इंतकाम Datta Shinde द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

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नागिन का इंतकाम

हम काहाणी शुरु करते हे नंदिनी और ‌‌राज शिवमंदिर मे होते हे तब कोछ शेतान उन्हे मार देते है तब वाहा पे नागेश्वरी आती है तब वो मोहिनी को उठा लेती हे तब वो बोलती हे शिवजी इसे मे संभालो गी इसे सारी शक्ती या मिलने तक मे इसे संभालो गी और इसका इतिहास इसे ही बताना होगा दस साल बाद एक लडकी काम पर जारही थी तब कोछ लडके उसे छेड रहे थे तब वो अपना असली रूप लेकर उन्हे डराती हे तब वाहा पे एक लडका आता हे और वो बोलता हे मोहिनी एसे अपना असली रूप नही लेना चाहिए अब इनको पता चल गया तब मोहिनी बोलती हे मोहित अब तोम ही मार डालो तब मोहित उन्हे मार देता हे तब मोहिनी बोलती हे मोहित चलो तब वो खाना खाने जाते हे तब मोहिनी बोलती हे मोहित पाच दिन बाद हमारी शादी हे तब हम दोनो पती पत्नी होगे तब मोहिनी को नागेश्वरी का फोन आता हे तब नागेश्वरी बोलती हे घर आवो तब मोहिनी चली जाती है तब नागेश्वरी बोलती हे मे जारही हो तब मोहिनी बोलती हे कहा तब नागेश्वरी बोलती हे अपने घर तब नागेश्वरी बोलती हे मे तुम्हारी मा नही हो तुम्हारी मा का नाम नंदिनी हे और बाबा का नाम राज हे तब नागेश्वरी चली जाती है तब मोहिनी शिवमंदिर जाती हे तब वो बोलती हे शिवजी मुझे आज मेरे प्रश्नन का उत्तर चाहिए ये मेरा इतिहास क्या है और मेरे मा बाबा के कातिल कोण हे तब पंडित जी बोलते है मोहिनी तुम्हे पर्वत के शिवमंदिर मे जाना है वाहा पे सारे प्रश्ननो का उत्तर तुम्हे मिलेगा तब मोहिनी चली जाती है तब उसे एक किताब मिलती है तब वो किताब बोलती हे नंदिनी एक आदिनागराणी थी ये हे उनकी तसबीर और उनके पती तब वो किताब बोलती हे उन्हे राधिका, राघव, और मिना इन सबने नंदिनी और राज को मार दिया तब मोहिनी बोलती हे लेकिन किस लिये तब वो बोलती हे नागमणी केलिए तब मोहिनी बोलती हे मुझे पता हे वो कहा मिलेगे तब मोहिनी चली जाती है तब मोहित बोलता हे तोम कहा गइ थी आज हमारी शादी हे तब मोहिनी तयार होने जाती हे तब शादी हो जाती है दोसरे दिन राधिका बोलती हे मोहिनी और मोहित चलो हमे मंदिर जाना है तब वो चले जाते हे तब राधिका बोलती हे मोहिनी ये शेरसिंग बाबा हे ये बोहत शक्ती शाली थे और इनकी मुर्ती सिर्फ इस गोफा मे ही हे तब राधिका बोलती हे चलो तब सब चले जाते हे तब राघव बोलता हे कल साल का आखरी दिन हे तो पार्टी होने चाहिए तब मोहित बोलता हे पार्टी होगी दोसरे दिन पार्टी शुरू हो जाती है तब सब बोलते है मोहित और मोहिनी डान्स करो तब वो करते हे तब मिना बाथरोम जाती हे तब मोहिनी उसके पिछे जाती हे तब वो उसे मार देती है तब मोहिनी बोलती हे मोहित इधर आवो ये देखो तब मोहीत बोलता हे मिना तब वो सब मिना को Hospital ले जाते हे तब वो मर जाती हे तब मोहिनी राघव को बोलती हे ये लो पानी तब राघव मर जाता है तब राधिका बोलती हे ये सब हो क्या रहा है सब मरते जारहे हे . दो महिने बाद मोहिनी और मोहित शिवमंदिर होते हे तब राधिका बोलती हे मेने सब देखलिया था अब तोम मरोगे तब मोहिनी उसे मारने कि कोशीश करती है तब राधिका उसे मारती हे तब राधिका सफेरे को बोलाती हे तब सफेरा बिन बजाता हे तब नागेश्वरी आती है और उसे मार देती है तब उसकी बिन तोड देती है तब उसकी जान जाती हे तब नागेश्वरी मोहिनी को उठाती हे तब वाहा पे बानी आती है तब नागेश्वरी बोलती हे बानी इसे रोकना तब मोहिनी शिवजी के पास जाती हे तब नागेश्वरी कोछ तो मंत्र बोलती हे तब मोहिनी को उसकी सारी शक्ती या मिल जाती हे तब मोहिनी राधिका को मार देती है तब शिवमंदिर सोने मे बदल जाता है तब वाहा पे एक किताब आती है वो मोहिनी की पिछले जन्म की काहाणी बताती हे एक गाव था जनतपुर वाहा पे एक महाराज रहेते थे तब वाहा पे उसकी बेटी राजेश्वरी आती है तब वो बोलती हे बाबा मुझे बाहर घुमणे जाना है तब महाराज बोलते है तो जावो तब वो चली जाती है तब वो सबको देखती हे तब एक लडका आता हे और राजेश्वरी को बोलता हे राजेश्वरी मे तुमसे बोहत प्यार करता हो तब राजेश्वरी बोलती हे मे भी तब शेरसिंग सोन लेता हे तब वो महाराज के पास जाता है और बोलता हे महाराज आप मेरी शादी राजेश्वरी से करा रहे है और राजेश्वरी को कोई और पंसद हे तब महाराज बोलते है सैनिको भैरव को बोलावो तब भैरव आता हे तब महाराज बोलते है दो दिन मे तोम दोनो मे प्रतियोगिता होगी जो जितेगा वो राजेश्वरी से शादी करेगा तब राजेश्वरी बोलती हे भैरव तुम्हे सारी शक्ती या मिल गइ हे ना तब भैरव बोलता हे नही तब राजेश्वरी बोलती हे मे तुम्हे शक्ती या दोगी दोसरे दिन प्रतियोगिता शुरु होती हे तब बोहत लढाई होती हे तब भैरव जित जाता है तब राजा बोलते है राजेश्वरी की शादी भैरव से होगी तब शेरसिंग महाराज को मार देता हे तब राजेश्वरी अपना असली रूप लेती हे और उसे मार ती है तब राजेश्वरी और भैरव भाग जाते हे तब वो खाई के पास आते है तब शेरसिंग बोलता हे अब क्या करोगी तब राजेश्वरी शेरसिंग को त्रिशुल से मार देती है तब शेरसिंग भैरव को निचे गिरा देता हे तब राजेश्वरी भी कोद जाती हे तब वो किताब बोलती हे ये काहाणी थी तब वाहा पे शेरसिंग आता हे तब वो मोहिनी को बोलता हे पिछले जन्म में तुमणे मुझे मार दिया था लेकिन इस बार नही तब मोहिनी शेरसिंग को बोहत मारती हे लेकिन उसे कोछ भी नहीं होता तब शेरसिंग मोहिनी को मार ता हे तब मोहित मंत्र बोलता हे तब मोहिनी और मोहित गायब हो जाते हैं तब वो शिव पार्वती बन जाते हे तब वो उसे मार देते है और उसे जमिन मे गाड देते हे तब मोहिनी और मोहित अपने असली रूप मे आते है तब नागेश्वरी और बानी बोलती हे अब वक्त आगया हे तुम्हे नागराणी बनाने का लेकिन हम तुम्हे वो हक नही देगे वो नंदिनी देगी तब मोहिनी बोलती हे मा तब नंदिनी उसे नागराणी बना देती है तब मोहिनी नागमणी अर्पण कर देती है तब नंदिनी बोलती हे हम सब चलते है अब इस काहाणी का अंत हो गया है वो चले जाते हे तब मोहित को कोई तो मार देता हे तब मोहिनी बोलती हे मोहित तब कोई तो मोहिनी को भी मार देता हे तब मोहित गायब हो जाता है तब वाहा पे मोहिनी गिरी होती हे तब मोहिनी बोलती हे मोहित तुमणे तब मोहिनी मर जाती हे The End.