स्टेट बंक ऑफ़ इंडिया socialem(the socialization) - 10 Nirav Vanshavalya द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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स्टेट बंक ऑफ़ इंडिया socialem(the socialization) - 10


राष्ट्र की सीमाओं के साथ विश्व जुड़ा हुआ है यह बात मान कर चलने वाला योगी कभी विनाश को प्राप्त नहीं करता. जब राष्ट्र अर्थपूर्ण बनता है तब उसके शुभ संसार को अवश्य मिलते हैं. अदैन्य के प्रफुग मैं
यह सारी बातें चिक चिक कर गाई गई है.

मुट्ठी ऊंचेरे बुद्धो की सुषुप्ति को आप आलस का नाम नहीं दे सकते. क्योंकि ऐसी सुषुप्ति कई बार भावि महान घटना के संकेत भी हो सकती है.


अदैन्य की सुषुप्ति भी कहीं ना कहीं ऐसा ही कुछ धारण करके बैठी है.


संसार जितने अपने चढ़ाव उतारो की आंच में आता है, उसके स्वर्ण अधिकार उतने ही अधिक हो जाते हैं.


किंतु विनाश, यह विनाश तो सर्वथा भिन्न वस्तु ही है.

जो किसी दुखद अनुभव से नहीं बल्कि, मिथ्याभिमान और गलतियों की श्रृंखला से उत्पन्न होता है.


ऐसा ही विनाश आज इंडोनेशिया की द्वार सीमा पर खड़ा है और प्रवेश काज ठनगना रहा है.


ब्राजील के नारकोटिक्स हेड क्वार्टर मैं एक फोन का रिसीवर उठता है और यहां अदैन्य के फोन की घंटी बजती है. अदैन्य ने रिसीवर उठाया और हेलो बोला.

कि तुरंत सामने से आवाज आई, या दिस इज ब्राजील.


अदैन्य ने तुरंत कहा ओहो बोलो क्या हुआ?


सामने वाला बोला मिस्टर रोए आपकी जरूरत पड़ सकती है. क्या आप ब्राज़ील आ सकते है.


अदैन्य ने कहां जी बिल्कुल मगर शायद मैं आपको ज्यादा समय दे ना पाऊं. तो..........

सामने वाले व्यक्ति ने कहा मिस्टर रोए आपका एक घंटा भी हमारे लिए बहुत होगा, फर्क सिर्फ इतना ही है कि वह फोन पर नहीं फेस टू फेस चाहिए.

अदैन्य ने कहा जी मैं अभी फ्लाइट बुक करवाता हूं.

सामने से आवाज आई थैंक यू वेरी मच.

कुछ ही घंटों बाद ब्राजील के नारकोटिक्स हेड क्वार्टर

के एक आलीशान कार्यालय मैं नारकोटिक्स के जनरल मिस्टर जेकोब क्राइस्ट और अदैन्य रॉय दोनों आमने सामने बैठे दिखाई दे रहै है.

जनरल ने अपने दराज में से एक फाइल निकाली और अपने पास पछाड़कर रखते हुए बोले मिस्टर रोए यह दुनिया बद से बदतर बनती जा रही है और ब्राजील उसमें सबसे ऊपर है.

अदैन्य को बुरा लगा मगर फिर भी वह मुस्कुराया और पूछा क्यों क्या हुआ मिस्टर जेकोब !

जनरल ने फाइल को अदैन्य के पास छोड़ा और कहां मिस्टर रोए इस फाइल को देख कर आप बता सकते हैं की बर्बादी कब आने वाली है?

अदैन्य ने फिर भी फाइल को देखा और पूछा लेकिन मिस्टर जेकोब यह तो बताइए कि हुआ क्या!

जैकब ने कहा ब्राजील खत्म हो चुका है. उसके सारे धंधे चौपट हो चुके और अंडरवर्ल्ड बाहर आ चुका है. अब ऐसे में क्या किया जाए कुछ समझ में नहीं आता. अब ऐसे में सिर्फ एक ही अंदेशा बचा है कि कब अंडरवर्ल्ड रोलिंग बनता है.

जरा आप इस फाइल पर नजर डालकर बताइए कि ऐसा सब कुछ कब होने वाला है?

अदैन्य ने फाइल को ऊपर ऊपर से देख कर पूछा इसमें स्टॉक एक्सचेंज का तो कोई जिक्र ही नहीं है!

जैकब ने कहा हां ब्राजील में स्टॉक एक्सचेंज कम ही है.

अदैन्य ने तुरंत जवाब देते हुए कहा मिस्टर जैकब यदि आपके देश में स्टॉक कल्चर नहीं है तो फिर आपको कोई नहीं बचा सकता.