The Author Pinku Juni फॉलो Current Read मेरी अकेली रात By Pinku Juni हिंदी प्रेरक कथा Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books हिरन और चूहा 1. आज्ञा पालन एक समय की बात है। रेगिस्तान के किनारे स्थित एक... अपराध ही अपराध - भाग 5 अध्याय 5 पिछला सारांश- एक करोड़ रूपया तिरुपति के दान पेटी मे... आखेट महल - 5 - 2 उसने युवक को यह भी बता दिया कि कोठी से भागने के पहले रात को... तमस ज्योति - 60 (अंतिम भाग) प्रकरण - ६०स्टूडियो में बैठे रोशनकुमारने कहा, "अपनी आंखों की... दादीमा की कहानियाँ - 3 *!! संगत का असर !!*~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~*आइंस्टीन के... श्रेणी लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी क्राइम कहानी शेयर करे मेरी अकेली रात (2) 1.7k 7k बस बस बस बस बस बस करो अब थक गईं हूँ ।मैं तुम से प्यार की उम्मीद रखना, अब नहीं शहा जाता की ख़ुदा कभी मेरी झोली मैं खुशियाँ डालेगा पर मैं ख़ुदा से नाराज नहीं हूँ, ख़ुदा जो करता है अपने बंदो के लिए हमेशा अच्छा ही करता है आज मैंने उस से बात ना करने की कसम ली है खुद से क्यू की उसे मेरे से चार साल बात करने के बाद एक दोस्त की तरह बात करनी है क्यूंकि उसको इस लॉकडाउन मैं गांव की कोई गौरी जो पसंद आ गईं है. पर अच्छा है रिश्ता एक अच्छे मोड़ पर टूटा है जहा मेरी भविष्य की वादा दूर हो गईं. खुदा करे उसको उसकी महोब्बत नसीब हो,एक को तो अपनी महोब्बत मिल सकेगी । पर मेरी लिए अच्छी बात है की मुझे एक भी मैसेज की उम्मीद नहीं रहेंगी खुदा करे उनको ख़ुदा की हर महर नसीब हो, जो हमें ना मिल सकी.आज के बाद अब हमारी बात नहीं होंगी तो उम्मीद भी कम होंगी दुनिया से, किस्मत का लिखा तो कब किसने बदला है ख़ुदा के आलावा, पर हम उनके बिना मरेगे भी नहीं, क्यू की हमारे पास हमारा सिविल सर्विस का सपना जो है जिन्दा रहने के लिए और उसे ही पूरा करना है सब बातों से दूर होकर प्यार तो जीवन मैं अनमोल है इसकी तोहीम करना मतलब सीधे ख़ुदा की तोहीम करने जैसा है जो मैं कभी नहीं कर सकती अपने जीवन मैं बस दुखी हूँ उन से दूर होने से, तकलीफ़ है चार साल के रिश्ते को कुछ क्षण मैं दरकिनार करना पर यही उचित है मेरे उज्ज्वल भविष्य के लिए.आज जैसी रात मेरे जीवन मैं कभी नहीं बस यही दुआ करती हूँ ख़ुदा से जीवनभरआज की रात कोई मिलो दूर उस चाँद जैसी है जो मेरे दिल की हर सांस पर घोर अंधेरा किये है अब नहीं रहा जा रहा आँखो के आंशुओ को रोके बिना ये बिचारे मेरे अपने है जो मेरे दुखी होने पर मेरे साथ नम हो लेते है पर क्या करू की उनकी याद ना आए की से कहु अपने मन की पीड़ा को जो समझ सके पर शायद कोई नहीं है मेरे पास ऐसा, पर अब नहीं रहा जा रहा आप के बिना कहा जाऊ, क्या करू, किस के पास रोए ये दुःख भरे गम के समंदर का उफ़ानज़ी नहीं लगता उनके बिना बहुत समझा रहे है इस पागल, नादान मन को, पर समय सबसे बड़ा मरहम है जो ख़ुदा ने सब को दिया है । समय रहते सब भर जाता है शायद हमारा भी भर जाए. ख़ुदा क्यू करेगा मेरे साथ बुरा भी उसकी ही एक दुआ मागने वाली बंदी हूँ उन सब की तरह तो मेरे साथ क्यू बुरा करेगा मेरा ख़ुदा पर कुछ अच्छा जरूर सोचा है मेरे ख़ुदा ने मेरे लिए जो इस जिंदगी से बहुत खूबसूरत हो ।आज की उदास भरी जिंदगी से कल का भविष्य खराब नहीं कर सकती इस लिया मैंने मेरे भविष्य के लिए उच्च रणनीति बना रखी है जो अब अस्त -बस्त ना होंगी कुछ हमारी गलतियां के कारण उन सब को दूर रखेगे खुद से और खुद के सपने से. आज की रात मेरे लिए बहुत मुश्किल भरी है जो शायद आज के समय से कुछ ज्यादा समय ले ले सुबह होने में, पर प्रकृति का नियम है काली रात के बात एक खूबसूरत सी सुबह जरूर आती हैतुम भी सुनो लड़की मेरे जैसी गलतियों के भवर में मत उलझना समय से पहले खुद को समाल लेना नहीं तो मेरे जैसे अकेली रात के भवर में फस जाओगी Download Our App