The Author Radha फॉलो Current Read एक लड़की - 3 By Radha हिंदी प्रेम कथाएँ Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books प्रेम और युद्ध - 5 अध्याय 5: आर्या और अर्जुन की यात्रा में एक नए मोड़ की शुरुआत... Krick और Nakchadi - 2 " कहानी मे अब क्रिक और नकचडी की दोस्ती प्रेम मे बदल गई थी। क... 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ऋषि ये सुन कर डर जाता है कि सच में उसने कॉलेज तो नही छोड़ दिया। वो पूरे दिन क्लास में पंछी का वैट करता है पर वो नही आती हैं ऐसे ही 2 दिन ओर निकल जाते हैं । ऋषि की घबराहट ओर बढ़ जाती है। अगले दिन सब गार्डन में बैठे होते हैं । तब ऋषि सोचता है मैं क्यों उसके बारे में इतना सोच रहा हू। एक बार तो मिली थी मुझे। ऐसा सोच कर वो दोस्तो के साथ हँसी मज़ाक करने लगता हैं। लेकिन वो अभी भी उस के बारे में सोच रहा होता है। अगले दिन पंछी कॉलेज आती है । वो आते ही सीधा क्लास चली जाती हैं। आज वो स्माइली के साथ बैठती हैं। ऋषि कॉलेज की छत पर बैठा था हर्ष उसके पास आता है और कहता है। ऋषि तुम यहाँ क्या कर रहे हो । क्लास चलो। क्लास स्टार्ट होने में है । ओर वो लड़की मुझे लगा उसने कॉलेज छोड़ दिया पर वो तो वापिस आ गयी। हर्ष के मुंह से ये बात सुन कर ऋषि अचानक से बहुत खुश हो जाता है और एक प्यारी सी मुस्कान देता है। मानो उसे सब कुछ मिल गया हो। और उछलते हुए हर्ष से कहता है चलो। क्लास चलते हैं लेट ना हो जाये। हर्ष को कुछ समझ नही आता ये हो क्या रहा है। ऋषि ओर हर्ष क्लास में आते हैं। पंछी उन दोनों को अपने सामने देख अचानक से घबराने लगती है (उन्हे देख कर उसे वो दिन याद आ जाता है )। ऋषि उसे देख कर समझ जाता है कि उनके सामने आते ही पंछी डर गई हैं। पंछी को खुद से डरता देख ऋषि को बहुत बुरा लगता है। लेकिन वो हर्ष का हाथ पकड़ कर बोलता है चलो यहाँ से। ओर वो दोनों बाहर आ जाते हैं। ऋषि हर्ष को छोड़ कर वापिस छत पर चल जाता है । और वो रोते हुए बोलता है - क्यों !!!!!!!!!!!! (उसके एक शब्द में ही बहुत दर्द था ) और ऋषि वहीं बैठ जाता हैं। और उसे उसकी बचपन की बाते याद आने लगती है। ‹ पिछला प्रकरणएक लड़की - 2 › अगला प्रकरण एक लड़की - 4 Download Our App