गुमनाम - मर्डर मिस्ट्री - 18 Kamal Patadiya द्वारा क्राइम कहानी में हिंदी पीडीएफ

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गुमनाम - मर्डर मिस्ट्री - 18

"इंस्पेक्टर अजय !!! आप अपनी रिवाल्वर वहीं जमीन पर रख दीजिए और अपने हाथ सिर के पीछे करके वहां पर ही खड़े रहिए।" पीछे से एक आवाज आती है और अजय मूडकर उस तरफ देखता है।


"आपको दूसरे साथी की तलाश थी ना सर!!! वह यहां है। मेरे भाई ने सच कहा था उसका कोई भाई नहीं है क्योंकि रमाकांत दिवान की दूसरी संतान एक लड़की है और वो मैं हूं।"

"आलिया............ तुम......?? तुम विक्रम की......?"

"हां सर....!!! मैं हि विक्रम की बहन हूं, अब आप चुपचाप रिवाल्वर जमीन पर रख दीजिए।"

अजय अपनी रिवाल्वर जमीन पर रखकर अपने हाथ ऊपर करके वहां पर खडा हो जाता है। सब लोग हैरान और परेशान होकर आलिया की तरह देखते हैं, किसी को यकीन ही नहीं हो रहा था कि आलिया हि विक्रम की बहन है। रेहान शोक में गरकांव हो जाता है। जिसने उस पर सबसे ज्यादा भरोसा किया उसने ही उसको धोखा दिया।

"आलिया....?? तुम.....?? तुम यह क्या कह रही हो....?? तुम विक्रम की बहन हो?? इसका मतलब तुमने मुझे धोखा दिया??" रेहान हैरान परेशान होकर आलिया से पूछता है।

"I am sorry....Rehan....!!! मैंने तुमको फंसाने के लिए तुमसे प्यार का नाटक किया था। लेकिन तुमसे प्यार का नाटक करते करते मुझे तुमसे सच में प्यार हो गया है लेकिन मेरे लिए मेरा भाई भगवान समान है, मैं उसको इस हाल में अकेला नहीं छोड़ सकती। हो सके तो मुझे माफ कर देना।" आलिया कि आंखों मे रेहान को धोखा देने का अफसोस साफ-साफ झलक रहा था।

"इसका मतलब रेहान के साथ-साथ तुम्हें हम सब को भी अंधेरे में रखा?” रोशनी गुस्से से आलिया की तरफ देखकर बोलती है।

"तो वह तुम ही थी जो हम सबके घरों की जानकारीया विक्रम तक पहुंचाती थी।" रणबीर आश्चर्यचकित होकर आलिया से कहता है।

"घर का भेदी लंका ढाए।" पूजा मुँह बिगाड़कर आलिया से कहती है।

"देखा रेहान!!! तुम्हारे प्यार की कीमत हम सब को चुकानी पड़ रही है।" ईशान नाराज होकर रेहान से कहता हैं।

"भाई!!! इसमें रेहान की क्या गलती है? उसको थोड़ी ही पता था कि आलिया विक्रम की बहन है।" अनिरुद्ध ईशान को समझाते हुए कहता हैं।

"तुम लोगों को जो भी कहना चाहते हो, कह सकते हो उससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। हमने जो कुछ भी किया है उसका हमको कोई अफसोस नहीं है हमने अपने मां-बाप को श्रद्धांजलि दी है।" आलिया सबके नुकीले सवालों का जवाब देती है।

आलिया धीरे धीरे अपने भाई विक्रम के पास जाती है और उसके जख्मी हाथ को अपने हाथ में लेकर उसकी पट्टी ठीक करती हैं। विक्रम अपना दूसरे हाथ आलिया के सिर पर रखता है और कहता है कि

"छोटी....!!! यह तूने क्या किया?? मुझे सजा से बचाने के लिए तुमने अपने आपको बेनकाब कर दिया?? जाने दिया होता मुझे जेल में, ज्यादा से ज्यादा यह लोग क्या कर लेते? मुझे फांसी पर चढ़ा देते..... मुझे इतना दुख नहीं होता लेकिन आज मुझे बहुत दुख हो रहा है क्योंकि मेरी वजह से तुम्हारी जिंदगी बर्बाद होने जा रही है। हम लोग अब कानून से ज्यादा दूर तक भाग नहीं सकते। कभी ना कभी तो पुलिस हमे पकड़ लेगी। ये हम सबके लिए अच्छा होता अगर तुम सामने ना आती।" विक्रम की आंखों से आंसू छलकने लगते हैं।

"यह तुम क्या कर रहे हो भाई!!! मैं इतनी खुदगर्ज नहीं हूं कि तुमको सजा होते हुए देखु और अपनी जिंदगी आराम से गुजारु। हमने सब मर्डर को साथ मे अंजाम दिया है तो अगर हमें सजा भी मिलती है तो हम साथ में ही जेल चले जाएंगे।" आलिया अपनी आंखों में आंसू लाकर विक्रम से कहती है।

अचानक, अजय विक्रम और आलिया की बातें सुनकर तालियां बजाता है। सब लोग अजय की इस हरकत से हैरान हो जाते हैं और उसकी तरफ देखते हैं। अजय विक्रम और आलिया की ओर देखकर कहता है की "वाह.... वाह... आज तक मैंने भाई बहन का इतना प्यार कभी भी नहीं देखा। तुम दोनों एक मिसाल हो जो एक दूसरे के लिए अपने आप को खतरे में डालने से पीछे नहीं हटते। तुम दोनों का प्यार देखकर मेरी भी आखें भर आई लेकिन मैं क्या करूं? आखिर मैं हूं तो एक कानून का रखवाला। मेरी बात को मानो और अपने आप को कानून के हवाले कर दो। तुम्हारे पास जो रिवाल्वर है वह मुझे दे दो Miss Aditi Diwan....उर्फ आलिया!!!"

अजय के मुंह से आलिया का नाम अदिति दिवान सुनकर सब लोग चौक जाते हैं।

"आपको मेरा असली नाम कैसे मालूम हुआ? इसका मतलब आपको सब कुछ पता था।"

"सब कुछ तो मालूम नहीं था लेकिन मेरे पास दो नाम थे पहला अर्जुन दिवान और दूसरा अदिति दिवान। मुझे यह पता नहीं था कि तुम हि अदिति दिवान हो लेकिन मुझे यह अंदाजा हो गया था कि वह तुमसे में से हि कोई एक है इसलिए मैंने विक्रम को मारने का नाटक किया ताकि मैं अदिति दिवान का चेहरा देख सकूं।"

"अजय सर!!! हम दोनों को जाने दीजिए, अब हम किसी का नुकसान नहीं चाहते हैं।"

"मैं जानता हूं इसलिए मैं कहता हूं कि तुम अपनी रिवाल्वर मेरे हवाले कर दो।"

"आलिया!!! तुम अजय सर की बात मान लो please!!! वो तुम्हें कुछ नहीं करेंगे। अब भी मैं तुम्हारे साथ में हूं।" रेहान आलिया को समझाने की कोशिश करता है। अभी भी आलिया के लिए उसका का प्यार उसकी आखों से झलक रहा था।

"नहीं रेहान!!! अजय सर हमें नहीं छोड़ेंगे, वह मेरे भाई को फांसी पर चढ़ा देंगे। मैं अपने भाई को बचाने के लिए कुछ भी कर सकती हू। मैं अपनी रिवाल्वर नहीं दूंगी।" आलिया रेहान को इनकार करते हुए कहती है।

"ठीक है आलिया!!! अगर यही तुम्हारा आखरी फैसला है तो जरा अपने पीछे मुड़ कर देख लो।" अजय अपने हाथों को अदब करते हुए बोलता है।

सब लोग आलिया और विक्रम के पीछे देखने की कोशिश करते हैं। आलिया और विक्रम दोनों पीछे मुड़कर देखते हैं तो वह दोनों दंग रह जाते हैं।

प्रिया अपने हाथों में रिवाल्वर लिए खड़ी होती है और उसका निशाना आलिया होती है। विक्रम आलिया को समझाते हुए उससे रिवाल्वर छीनकर अजय की ओर सरकाता है।

"प्रिया!!! तुम्हारे पास रिवाल्वर कहां से आई?" ईशान खुश होते हुए प्रिया से पूछता है।

"जब अजय मेरे हाथ पैर की रस्सियों को खोल रहे थे तब उसने चुपके से एक रिवाल्वर मेरे पास रख दी थी और मुझे इशारा कर दिया था। अजय के ईशारो को समझते हुए मैंने वह रिवाल्वर चुपचाप अपने पास रख ली थी। मैं जब तुम सबकी रस्सियाँ और पट्टियाँ खोल रही थी तब तुम सबकी रस्सियाँ टाइट बंधी हुई थी जबकि मैंने आलिया की रस्सियाँ खोली तब वह काफी ढीली थी इसलिए मुझे यह समझ में आ गया था कि जरूर दाल में कुछ काला है लेकिन मैं उस वक्त चुप रही और सब तमाशा देखती रही। जब तुम सब लोग आलिया से बात कर रहे थे तब मैं चुपचाप आलिया से नजर बचाकर पीछे की ओर चली गई।"

"वाह बहना!!! तुम्हारा क्या कहना!!! तुम भी जीजाजी की तरह चालक और होशियार होती जा रही हो।" ईशान की इस बात से सब लोगों के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है।

अजय कुर्सी पर बैठते हुए आलिया से पूछता है "अब आप की क्या कहानी है मिस आलिया जरा हम सबको भी तो बताओ। कैसे तुमने विक्रम का साथ देकर यह सब कारनामे को अंजाम दिया?"

आलिया अपनी आंखों में आंसूओ के साथ अपनी कहानी की शुरुआत करती है। "हमारी मां के मरने के बाद हम दोनों भाई बहन अकेले, हताश और मायूस हो गए थे। हम दोनों को कुछ समझ में नहीं आ रहा था क्योंकि हमारे दिलों में नफरत की आग जल चुकी थी जो दुश्मनों के खुन से ही बुझ सकती थी। हम दोनों ने दुश्मनों के घरों में घुसकर उन सबको मारने का फैसला किया।

इसके लिए हमने उनके बच्चो को follow करना शुरू कर दिया था। मुझे पता चला की Mr. रॉय के बेटे रेहान को डांस करने का शौक है और वो एक डांस क्लास में डांस सीखने जाता है। मैं भी वहां पर डांस सीखने जाने लगी। मैंने डांस सीखने के बहाने से उससे दोस्ती कर ली। धीरे धीरे हम दोनों की मुलाकाते होती गई और यह दोस्ती प्यार में बदल गई। मैंने रेहान को बताया था कि मेरे परिवार वाले लंदन में रहते है और मैं यहां भारतीय डांस पर रिसर्च करने आई हूं, मुझे डांस से लगाव है इसलिए मैं डांस सीखना चाहती हूं। रेहान मुझसे इतना प्यार करता था कि वह मेरी हर बात को मान लेता था और वह मुझसे कोई भी सवाल नहीं करता था।

शुरुआत में मेरे रेहान से प्यार करने का नाटक करती थी और यह नाटक करते-करते में उसके जीवन और उसके घर में दाखिल हो गई थी। रेहान ने मेरे प्यार की वजह से रोशनी से अपनी सगाई भी तोड़ दी थी जिसकी वजह से मि चड्ढा और मि. रॉय के बीच में झगड़ा हो गया था। मैं और विक्रम यही चाहते थे कि दुश्मनों के बीच दीवार खड़ी करके उनको तोड़ा जाए ताकि किसी को हम पर शक ना जाए।

मि. रॉय भी मेरे और रेहान के प्यार से खुश नहीं थे। वह रेहान की शादी रोशनी से हि करवाना चाहते थे लेकिन रेहान की जीद के सामने उन्हें झुकना पड़ा और मेरी और रेहान की सगाई उन्होंने करवा दी। इस तरह मैं रेहान की जिंदगी में और Bikers Gangs में शामिल हो गई थी। वो मैं ही थी जो सबके जिंदगी में क्या-क्या हो रहा है उसके पल-पल की जानकारियां विक्रम को दे रही थी जिससे विक्रम को सब दुश्मनों को मारने में आसानी हो गई थी।

हम सब दुश्मनों को मारकर यहां पर आकर अपना नया जीवन शुरू करना चाहते थे लेकिन अजय सर को इस बात की भनक लग गई थी कि विक्रम शिमला के आसपास के इलाकों में कहीं छुपा हुआ है इसलिए मुझे यहां पर सबके साथ आना पड़ा। यहां पर आकर मैं विक्रम को अपने सब locations की जानकारियां शेयर करने लगी थी जीससे विक्रम को हमारे सब locations के बारे मे पता चल जाता था। मेरे और विक्रम के पास बात करने के लिए अलग-अलग मोबाइल थे जीससे हम एक दूसरे के संपर्क में रहते थे।

हमारे सब locations के आधार पर ही विक्रम ने एक-एक करके पूजा, अनिरुद्ध, रोशनी, रणवीर और ईशान को kidnap किया था। विक्रम ने हि अनिरुद्ध और रोशनी को kidnap करके उसीके mobile से ईशान और रणवीर को मैसेज किया था। किसी को हम पर शक ना हो इसलिए विक्रम ने मुझे भी message करके Traveller के बहार बुलाया था और kidnap करने का नाटक किया था। वो मैं हि थी जीसने प्रिया और मुस्कान को Traveller मैं बेहोश करके उनको kidnap किया था।

यकीन मानिए सर!!! हमारा ईरादा हमारे दोस्तों में से किसी को भी मारने का नहीं था, हमने यह सब इसलिए किया था क्योंकि हमारे दोस्त डरकर यहां से भाग जाए और हम दोनों यहां पर अपनी जिंदगी की नई शुरुआत कर सकें।"

"तुम्हारी कहानी बहुत ही दिलचस्प है लेकिन तुम दोनों यहां पर रहकर करना क्या चाहते थे?"

"हम दोनों यहां पर रहकर अपने पापा का सपना पूरा करना चाहते थे।"

"कैसा सपना....??"

हमारे पापा गरीब दर्दीयो के लिए दवाइयां बनाते थे, उसने उन दवाइयों के ऊपर एक पुस्तक लिखी थी जिसमें दवाइयों के बहुत सारे फार्मूले मौजूद थे। वो पुस्तक हमारे पास है, उस पुस्तक के सहारे हम अपने पापा की तरह यहां गरीब दर्दीयो की सेवा करना चाहते थे।"

"Interesting....... तुम सब लोगों का इसके बारे में क्या ख्याल है?" अजय सबसे विक्रम आलिया के बारे में राय जानना चाहता था।

"सर!!! विक्रम और आलिया की कहानी जानकर आलिया के लिए मेरा प्यार और बढ़ गया है। मैं उन दोनों का साथ देना चाहता हूं।" रेहान अपनी राय रखते हुए कहता है।

"मैं भी विक्रम का साथ देना चाहती हूं सर!!! हमारे अपनों ने विक्रम का घर छीनकर उनके परिवार को बेघर किया था। मैं यह घर खरीदकर विक्रम को सौंपना चाहती हूं और उसके साथ ही रहना चाहती हूं।" मुस्कान अपनी राय रखते हुए कहती है।

"मुझे लगता है विक्रम और आलिया को नई जिंदगी शुरू करने का एक और मौका देना चाहिए।" पुजा अपनी बात रखते हुए कहती है।

"मैं इन दोनों से नफरत करती थी लेकिन इन दोनों की कहानी सुनकर मुझे भी यही लगता है कि इन दोनों को दूसरा मौका मिलना चाहिए।" रोशनी अपनी बात रखती है।

"मैं रोशनी और सब की बातों से सहमत हूं... जीजाजी!!!" ईशान बीच में बोल पड़ता है।

"मेरा ख्याल से किसी को इस बात से एतराज नहीं होना चाहिए।... क्यों अनिरुद्ध?" रणवीर अपनी बात रखता है।

"हां जी!!! बिल्कुल....!!" अनिरुद्ध कहता है।

"मुझे लगता है तुम भी सभी लोगों की बात से सहमत हो प्रिया!!!" अजय प्रिया की ओर देखकर बोलता हैं।

"अजय!!! मुझे लगता है कि इन दोनों ने अपनी सजा पहले ही भुगत चूकी है। अब इन दोनों को आजाद कर देना चाहिए।"

"ठीक है फिर!!! इन दोनों को आझाद कर ही देते हैं।" अजय अपनी कुर्सी से उठकर विक्रम और आलिया की ओर रिवाल्वर ताकता है।

"यह तुम क्या कर रहे हो...अजय??" प्रिया चिल्लाती है।

सब लोग हैरान होकर अजय की ओर देखते हैं।

क्रमशः