गुमनाम - मर्डर मिस्ट्री - 18 Kamal Patadiya द्वारा थ्रिलर में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें थ्रिलर किताबें गुमनाम - मर्डर मिस्ट्री - 18 गुमनाम - मर्डर मिस्ट्री - 18 Kamal Patadiya द्वारा हिंदी थ्रिलर (14) 1.4k 4.9k "इंस्पेक्टर अजय !!! आप अपनी रिवाल्वर वहीं जमीन पर रख दीजिए और अपने हाथ सिर के पीछे करके वहां पर ही खड़े रहिए।" पीछे से एक आवाज आती है और अजय मूडकर उस तरफ देखता है। "आपको दूसरे साथी ...और पढ़ेतलाश थी ना सर!!! वह यहां है। मेरे भाई ने सच कहा था उसका कोई भाई नहीं है क्योंकि रमाकांत दिवान की दूसरी संतान एक लड़की है और वो मैं हूं।" "आलिया............ तुम......?? तुम विक्रम की......?" "हां सर....!!! मैं हि विक्रम की बहन हूं, अब आप चुपचाप रिवाल्वर जमीन पर रख दीजिए।" अजय अपनी रिवाल्वर जमीन पर रखकर अपने हाथ कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें गुमनाम - मर्डर मिस्ट्री - 18 गुमनाम : मर्डर मिस्ट्री - उपन्यास Kamal Patadiya द्वारा हिंदी - थ्रिलर (224) 47.3k 129.7k Free Novels by Kamal Patadiya अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी Kamal Patadiya फॉलो