दिवानगी की हद - 4 Bhut द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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दिवानगी की हद - 4

क्रिशा को किसी भी चीज़ का होश नहीं था, उस लड़के साम ने देखती रही
उस लड़के ने क्रिशा की ओर अपना हाथ बढ़ाया "hi I am Rajat" क्रिशा अभी भी उसे देख ही रही थी, नूपुर ने क्रिशा को चुटकी काटी तब जा के क्रिशा होश में आयी, क्रिशा ने रजत कि ओर अपना हाथ बढ़ाया " hello I am kreesha"
रजत : I am really sorry
क्रिशा: किस लिए ??
रजत : आज सुबह के लिए
क्रिशा के चेहरे के हावभाव से लग रहा था कि वो कुछ जानती ही नहीं थी, इसलिए क्रिशा ने आगे कुछ नहीं बोला;
रजत : आज सुबह आप रास्ते पर अकेली थी, मेरी गाड़ी वहां से गुजरी थी और आप में लिफ्ट मांगी थी, याद आया ???
क्रिशा : ओह, तो वो आप थे जिसने एक लड़की को बीच सड़क पर अकेली देख कर भी गाड़ी नहीं रोकी थी
( क्रिशा अपने मन में: ये तो बड़ा बत्तमीज आदमी है, दिखने में तो शरीफ खानदान को लग रहा था, और दिखता भी कितना handsom है, पर क्या फायदा अगर इसमें manners ही ना हों तो )
क्रिशा : एक तो जान बुच के गाड़ी नहीं रोकते और उप्पर से sorry बोल देते है, तो क्या आप अच्छे बन गए ???
रजत : I am sorry, मेरा ऐसा कोई intension नहीं था पर उस टाइम पर में खुद जल्दी में था तो मुझे आपको देख कर भी अनदेखा करना पड़ा।

क्रिशा कुछ मन में सोच रही होती है

क्रिशा : it's ok
रजत : bye
निशांत : hii I निशांत, please join us
( क्रिशा तो खुशी से झूम उठी )
रजत : thanks निशांत but मेरी अभी important meeting है, you guy's carry on
दिशा, राज, नूपुर, पलक,निशांत : nice to meet you, bye
क्रिशा खुश थी पर वो सोच रही थी कि इतना भी क्या जरूरी काम था जो एक लड़की की मदद ना कर सके,

सब दोस्तो ने मिल कर बहुत सारी बातें की फिर सब एक दूसरे को अलविदा कह के चल ने लगे, क्रिशा पलक के साथ थी क्योंकि क्रिशा के पास गाड़ी नहीं थी, पलक क्रिशा को उसके घर छोड़ के अपने घर के लिए निकल ने पड़ी,

क्रिशा के मम्मी पापा आपस में बात कर रहे थे, क्रिशा ने पूरी बात नहीं सुनी उसकी मम्मी उसके पापा से कह रही थी कि "अब तो क्रिशा को मानना है पड़ेगा "
पर क्रिशा पूरी बात समझ चुकी थी,

क्रिशा : मम्मी आपको कितनी बार बोला कि मेरे लिए लड़के देखना बंद कर दो, मुझे जब कोई अच्छा लड़का मिल जाएगा का तो आपको खुद बता दूंगी,

क्रिशा गुस्सा करके अपने रूम मे चली गई
क्रिशा के पापा : तुम्हे पता है ना पिछली बार क्या हुआ था, क्यों जबरदस्ती कर रही हो उसके साथ
क्रिशा की मम्मी : मुझे पता है क्या हुआ था पर उसके डर से लड़का देखना बंद तो नहीं कर सकते।

क्रिशा अपने कमरे में जाकर कब्बट में से अपने कपड़े निकाल कर सीधा नाहने चली गई,
गुस्से में shower के नीचे खड़ी हो कर उस incidence के बारे में सोच रही थी जब वो लड़का देखने गई थी,

अब आगे...............