गिरते तो सबने देखा पर किसने दिया सहारा - 3 S Sinha द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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गिरते तो सबने देखा पर किसने दिया सहारा - 3

भाग - 3


पिछले अंक में आपने पढ़ा कैसे सिंगापुर एयरपोर्ट पर राहुल का सेल फोन मोना के फोन से बदला गया था , अब आगे पढ़िए …

कहानी - गिरते तो सबने देखा पर किसने दिया सहारा


कोलकाता में राहुल एक फाइव स्टार होटल में ठहरा . अगले दिन सुबह एक कम्पनी के साथ डील के सिलसिले में उसकी मीटिंग थी . वह मीटिंग हॉल में जाने ही वाला था कि मोना का फोन आया “ राहुलजी , आपकी वाइफ का अर्जेंट मेसेज है मैंने आपको फॉरवर्ड कर दिया है . वैसे मेरे फोन में इंटरनॅशनल कॉल की सुविधा है आप चाहें तो वाइफ से बात भी कर सकते हैं . आप मेसेज भी डायरेक्ट उसी फोन पर मांग सकते हैं ताकि जरूरी मेसेज समय पर आपको मिल सके . “


राहुल ने फोन पर मेसेज चेक किया , मेसेज उसके कजन शशि का था “ भाई , मधु को पेट में काफी दर्द था . मैं उसे ले कर दो घंटे पहले अस्पताल आया हूँ . मैं बाहर वेटिंग लॉबी में बैठा हूँ , मधु को डॉक्टर अंदर ले गयी है . डॉक्टर ने कहा कि चेक करने के बाद मुझे डिटेल इन्फॉर्म करेगी . मैं तुम्हें अपडेट भेजता रहूँगा ,भाई तुम घबराना नहीं . “

राहुल ने मेसेज के जवाब में लिखा “ मैं एक मीटिंग में रहूँगा . मीटिंग तो शाम तक चलेगी पर तीन घंटे बाद 45 मिनट का लंच ब्रेक है . उस समय तुम डायरेक्ट इसी फोन पर बात करना . बीच में जरूरत पड़ने पर मेसेज करना . तुम्हारा मेसेज पढ़ने के बाद जो जरूरी होगा मैं करूंगा . “


अभी राहुल के लंच ब्रेक में आधा घंटा बाकी था . सिंगापुर से शशि का मेसेज आया “ भाई , मुबारक हो . तुम एक बेटे के डैड बन गए हो . यहाँ स्थिति बिल्कुल कंट्रोल में है , चिंता नहीं करना . मैं मधु से मिल आया हूँ . सब ठीक है . तुमसे मीटिंग के बाद डिटेल में बात करता हूँ . “


लंच ब्रेक में सभी लोग डाइनिंग रूम में जाने लगे , राहुल को भी चलने का इशारा किया गया . उसने कहा “आप लोग चलें , मैं 10 मिनट में ज्वाइन करता हूँ . “


राहुल वहीँ अपनी कुर्सी पर बैठे कजन को फोन कर डिटेल बताने को कहा . कजन ने फोन पर बताया “ डॉक्टर ने कहा कि मधु का सीजीरियन कर बेबी की डिलीवरी जरूरी थी . बेबी का अम्बिकल कॉर्ड उसके गले में फँस रहा था . ऐसे में बेबी की जान को खतरा था . बच्चा प्रिमि है पर डरने की कोई बात नहीं है . फ़िलहाल बच्चे की देखभाल अस्पताल कर रहा है . डॉक्टर बोली है कि एक दो दिन अपनी निगरानी में रखेगी फिर मधु को दे दिया जायेगा . अब चिंता की कोई बात नहीं है . तुम अपना काम खत्म कर के आराम से आना , मधु ने कहा है . मैं समय समय पर अपडेट देता रहूँगा . मधु एक दो घंटे में अपनी केबिन में आ जाएगी तब उसका फोन भी एक्टिव होगा , तुम डायरेक्ट उस से बात कर सकते हो . “


राहुल ने मीटिंग के बाद मधु को फोन किया , वह बोली “ बधाई हो , दोबारा पापा बनने पर . “


राहुल ने उसे भी बधाई दी तब मधु बोली “ यहाँ सब ठीक है . मैंने बेटे की बस एक झलक देखी है . डॉक्टर ने कहा है कि प्रिमि बच्चा है , उसे एक दो दिन ऑब्जर्वेशन में रखना ठीक होगा . उम्मीद है कल या परसों बच्चा मुझे मिल जायेगा . तुम्हें किसी प्रकार की टेंशन लेने की जरूरत नहीं है . वो तो अच्छा है कि शशि पास में था . “


राहुल ने दूसरे दिन अपना काम खत्म कर लिया . उस दिन रात में उसने मोना को फोन किया “ मोना मैं कल सुबह की फ्लाइट से दिल्ली पहुँच रहा हूँ . दोपहर बाद मेरी सिंगापुर की फ्लाइट है . आप कहाँ मिलेंगी ताकि हम दोनों अपने फोन ले सकें . “


“ मुझे भी शाम की फ्लाइट से लखनऊ लौटना है . मैं आपसे एयरपोर्ट पर मिलूंगी . “


राहुल और मोना दोनों दिल्ली एयरपोर्ट पर मिले और उन्होंने फोन की अदला बदली की . दोनों में कुछ बातें हो रही थीं कि इसी बीच मोना को किसी का फोन आया . मोना ने राहुल को सॉरी कहा और वह फोन पर बात करने लगी “ रिया , तुमने जानबूझ कर अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारी है और अपने दामन में दाग लगा बैठी हो . तुम जिस राह पर चल रही हो उसका अंजाम अच्छा होने की उम्मीद नहीं है . पता नहीं तुम्हारे भाग्य में और क्या लिखा है . अच्छा मैं तुम्हें बाद में फोन करती हूँ . “


राहुल ने मोना से कहा “ मैंने आपको किसी रिया से बात करते सुना है . अगर बुरा न मानें तो क्या मैं जान सकता हूँ यह कौन रिया है . “


“ रिया मेरी कजन है . पर आपको किस रिया में दिलचस्पी है , मैं नहीं जानती हूँ . “


राहुल ने मोना से अपने स्कूल में अपने साथ पढ़ने वाली रिया का जिक्र किया . सौतेली माँ के चलते रिया के मामा के घर जाने की कहानी राहुल को पता था . उसके बाद की कहानी मोना ने संक्षेप में कहा “ कुछ महीनों तक रिया मामा के यहाँ ठीक से रही . मामा ने एक कॉलेज में उसका एडमिशन भी कराया था . मामा से उसे कोई शिकायत नहीं थी पर मामी उससे रोज लड़ा करती . उसने मामा का घर भी यह कह कर छोड़ दिया कि किसी सहेली के साथ रहेगी और मामा उसके खर्च के लिए कुछ पैसे दे दिया करे . वह अपनी सहेली के घर चली गयी . पर उस सहेली का चरित्र भी अच्छा नहीं था . अब मैं क्या बताऊँ आपको ? “


इतना बोलने के बाद वह रुक गयी तब राहुल ने कहा “ आप मुझसे आगे की बात बता सकती हैं . मैं किसी और से नहीं कहने जा रहा हूँ . “


“ अपनी फ्रेंड के यहाँ रिया एक लड़के के चक्कर में पड़ गयी और वह प्रेग्नेंट भी हुई . मामा ने किसी तरह उसका अबॉर्शन तो करवा दिया पर मामी उसे किसी कीमत पर रखने को तैयार न थी . उसके पापा और सौतेली माँ ने भी उसे घर में जगह न दी . फिर लौट कर वह उसी सहेली के यहाँ गयी . उसकी मदद से एक एजेंसी में नौकरी मिली पर वह नौकरी एस्कॉर्ट गर्ल की थी . इस सिलसिले में उसका हॉंगकॉंग , बैंकॉक आदि शहरों में आना जाना होता था . वही कभी कभी मुझे फोन करती रहती है पर उसका ठिकाना मुझे नहीं पता है . मैंने उसे इस धंधे से बाहर निकलने की सलाह दी तो वह बोली - “ मैं भी ये सब ख़ुशी से नहीं कर रही हूँ , इससे निकलना चाहती हूँ . कुछ और पैसे कमा कर जमा करूंगी फिर किसी अज्ञात शहर में सैटल करुँगी . मैं जितना जानती थी आपको बता चुकी हूँ . “


राहुल पूरी कहानी सुनने के बाद बोला “ हूँ , अब बात मेरी समझ में आयी . एक बार मुझे भी वह हॉंगकॉंग एयरपोर्ट पर दिखी थी . अच्छा अब मेरी फ्लाइट का समय हो चला है . रिया के बारे में और कोई जानकारी मिले तो प्लीज मुझे बता देंगी . “


“ आप क्या करेंगे जान कर ? “


“ उसका स्कूलमेट रहा हूँ . उसे इस धंधे से निकालने की कोशिश करूंगा . “ इतना बोल कर वह सिक्यूरिटी चेक के लिए चला गया .


राहुल सिंगापुर एयरपोर्ट से सीधे अस्पताल गया . उसके लौटने के समय भी मधु अस्पताल में ही थी . उसका बेटा उसके बेड के पास ही क्रिब ( पालना ) में सोया था . राहुल को देख कर मधु की आँखों से ख़ुशी के आंसू छलक कर उसके गालों पर लुढ़क पड़े . राहुल ने एक टिश्यू पेपर से उसके आंसू पोछे और चूम लिया .वह बेटे की तरफ उसे प्यार करने के लिए मुड़ा तब मधु ने उसे टोका “ वह अभी थोड़ी देर पहले सोया है , उसे ज्यादा छेड़ना नहीं .”


“ क्या अपने बेटे को मैं प्यार भी नहीं कर सकता हूँ ? “ बोल कर वह क्रिब के पास गया और उसने बेटे की ललाट को धीरे से चूम लिया .

क्रमशः


नोट - कहानी पूर्णतः काल्पनिक है .