"बेनाम शायरी"
💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐
सुबह को शाम और शाम को रात लिख देता है।
वो खुदा जिंदगी को बेवफाओं नाम लिख देता है।।
💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐
खुशनुमा चहेरे अक्सर खामोश रहते है।
दर्द के कारनामें को गुमशुदा ही सहते है।।
💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐
नजाकत कुछ इस कदर रखते है वो अपनी आंखो पे।झुकाकर अपनी पलके हमारी सांसे छीन ले जाते है।।
💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐
उनकी नशीली आंखो से शाही रूआब झलकता है।
फिर सामने खड़ा हर शख्स पानी पानी सा लगता है।।
💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐
कुछ इस कदर आपके लफ्ज़ चुभते है दिलमे।
मुस्कुराती दिखे है आंखे, कई सदमे है दिल में।।
💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐
ख्वाबों के आगे भी एक जहान मिलता है। ऊंचे होंसलो से ही तो आसमान मिलता है।।
💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐
ये उमड़े हुए आंसुओ को सैलाब न समझो, बेनाम।
ये आग का जलजला है हस्तियां मिटा के जाएगा।।
💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐
जब जब खुला है दिल बस दर्द ही पाया है।किसने देखी है जन्नत ये सब मोह माया है।।
💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐
एक रूह से दूसरी रूह का ऐहसास दोस्ती।
मुश्किलों घड़ी में हिम्मत की सांस दोस्ती।।
💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐
ऐ जिंदगी कुछ तहरीरें अब उस नाम की दे।
या पूरा वक्त उसके साथ दे या सारी शाम दे।।
💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐
ये सर से सरकती चुनरी भी कमाल है।
देखकर न जाने कितने दिल बेहाल है।।
💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐
मौत हर किसी को नहीं मारती है जनाब।
कत्ल तो अक्षर खामोशियां कर जाती है।।
💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐
वो तोड़ते गए हमें बहलने के लिए।
हम सहते गए बस संभलने के लिए।।
💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐
जाहिर कर दिया हमारा नाम आंखो ने।
मुंह तो आज भी चुनरी के तले ढंका रहा।।
💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐
मशरुफी का आलम ना ही पूछो साहब।
उनकी यादों में खोए है खुली आंखो से।।
💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐
तकदीर देखिए जनाब मेरे तसव्वुर की।
नींद भी उनकी यादों के भरोसे पर है।।
💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐
कमबख्त रोकलो ये हंसी को सामने से।
आज भी दिल हमारा बेकाबू हो जाता है।।
💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐
कुछ लफ्जो से इजहार कर लिया करो।
ये नैनों का झुकना हमें तड़पा जाता है।।
💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐
नाम आज सौदागरों में लिखा जाता है।
एक वक्त था जब हम दिलो के राजा थे।।
💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐
मैंने कभी उन्हें बेवक्त आजमाया नहीं।
उन्हे लगा कि मुझे उन्होंने पाया नहीं।।
💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐
लफ़्ज़ों को तो फिर भी सुलझा लेते हम।
इन आंखों में कहानियां हजार निकली।।
💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐
दौर ऐ शिकायत अब गुजर चुका है जनाब।
उन्हे वक्त नहीं मेरे लिए, मैं उनमें मसरूफ हूं।।
💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐
By : Er.Bhargav Joshi "Benaam"
💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐 💐💐
[क्रमशः]