Mosquitoes 21 days of lockdown Rajendra singh bisht द्वारा हास्य कथाएं में हिंदी पीडीएफ

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Mosquitoes 21 days of lockdown

दोस्तों जैसा की आप सब जानतें है, वर्तमान समय में जिस तरह से एक कोरोना नाम के वायरस ने सारी दुनिया को अपनी मुट्ठी में जकड कर रक्खा हुआ है, उस समय एक दुनिया और भी है जहाँ पर इस कोरोना वायरस की वजह से चिंता का बात बनी हुई है
,इस बात का खुलासा हम अपनी एक हास्य कथा में करेंगें , आइये शुरू करते है ,
शाम होते हुए रात में बदलते हुए समय लगभग ८ बजे हुए है , टेलीविज़न पर हलकी आवाज में न्यूज़ रिपोर्टर अपनी न्यूज़ सुनाते हुए ,देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी पुरे देश को एक घटना के बारे में बतातें हुए ,कुछ घोषित करेंगे ,
डायलॉग .. देशवासियों आज रात , आज रात १२ बजे से ,पूरे देश में ,ध्यान से सुनिए ,आज रात १२ बजे से पुरे देश में सम्पूर्ण देश में सम्पूर्ण लॉक डाउन होने जा रहा है ,आज रात १२ बजे से घरो से बहार निकलने पर पूरी तरह पाबन्दी लगायी जा रही है ,
इस न्यूज़ को सुनते ही पुरे देश में हाहाकार मच गया ,वही दूसरी तरफ २ मच्छर जो की एक इंसान जो न्यूज़ देख रहा होता है उसके माथे पे बैठकर उसका खून चूस रहे होते है वो भी इस न्यूज़ को सुनकर, इस बात को बहुत सीरियस लेते हुए परेशान हो जातें है वो सोचने लगते है की अगर कोई भी घर से बाहर नहीं निकला तो उनको खून कहा से मिलेगा , वो मच्छर इस बात की खबर अपने इलाके में और मच्छरों को सुनाने के लिए चले जातें है ,रास्ते में वो मच्छर बात करते हुए ,अरे चन्तु ,हां बंटू ये आखिर है क्या चीज़ ,जो इंसान अपने घर से नहीं निकलेगा और तो और लोग अपने घरो के दरवाजे और खिड़किया अभी से बंद करे दे रहे ,अभी तो १२ भी नहीं बजे ,बंटू यार अपने प्रधानमंत्री की कोई इज़्ज़त नहीं करता , अपने इलाके में पहुंचकर जब वो अपने सरदार मच्छर से मिलने जातें है
तो २ दरबान मच्छर उनको अंदर जाने से मना कर देते है ,पूछने पर दरबान मच्छर बोलता है की सरदार अभी नहा रहे है ,उनसे अभी कोई नहीं मिल सकता ... इतना सुनने पर खबरि मच्छर उनसे अनुरोध करता है की बहुत जरूरी खबर है जो सरदार को बताना जरूरी है ,वो तब भी मना कर देते है ..
वो ज़बरदस्ती सरदार के इलाके में पहुंच जातें है ,वहाँ पहुंचकर वो देखते है की सरदार को उनकी २ रानियां जो सरदार को खून से नहला रही है , और सरदार अपने नहाने का खूब मज़ा लेते है खबरि मच्छर सरदार को आवाज लगाते हुए ,बादशाह भाई ,बादशाह भाई ,गुस्ताखी माफ़ हो
,आपसे एक बहुत ज़रूरी बात बतानी है इतने में सरदार उनकी तरफ देखता है सरदार को गुस्सा आ जाता है ,वो बोलता है कम्बख्त आज तक किसी की इतनी हिम्मत नहीं हुई जो बादशाह को नाहते हुए परेशान करे ,बादशाह तुम्हे इसकी सजा ज़रूर देगा ,ऐसा न करे बादशाह हम तो आपकी भलाई क लिए यहाँ आये है
,सरदार हस्ते हुए ,हहहहहह हहहहह ,अब तुम्हारे जैसे दो कौड़ी के मच्छर मेरी भलाई करेंगे ,मेरे टुकड़ो पर पलने वाले चुर्कुट अब निकल लो यहाँ से ,वरना तुम्हारा ही खून चूस लूंगा......वही खबरि मच्छर बादशाह के गुस्से से चिंतित हो जाते है ,वो बोलते है बादशाह भाई हमें अपनी बात बोलने का एक मौका दीजिये ,
सरदार घुर्राते हुए ,जबान को लगाम दे , किसको मौका देना है और किसको नहीं ये यहाँ पे बादशाह तय करता है ,, खबरि मच्छर फिर भी उसने निवेदन करते है .तो बादशाह अपनी रानियों को वहा से जाने के लिए कहता है , फिर बोलता है बोलो चुर्कुट क्या बोलना चाहते हो, खबरि मच्छर--बादशाह भाई पूरा देश बंद हो गया .,,बादशाह--क्या कौन सी जेल में ? खबरि....बादशाह भाई जेल नहीं ,पूरा देश ही जेल बन गया ,बादशाह---मुर्ख पहेली मत बुझा ,,साफ़ साफ़ बता ,खबरि
मच्छर पूरी बात सरदार को बताते है जो भी उन्होंने देखि होती है ,सरदार ये सब बात सुनकर कुछ परेशान होने लगता है, वो अपने खबरि से अपने मंत्री मच्छर को बुलवाने का फैसला करता है उसका मंत्री मच्छर जिसका नाम हीरा होता है ,जो सरदार मच्छर का सलाहकार भी होता है ,मंत्री अपने ४ शातिर साथियों के साथ सरदार के इलाके में आता है ,और सरदार से मीटिंग करता है ,सरदार उसको पूरी घटना बताता है सरदार कुछ यु बोलता है की हमारे गुप्तचरों ने हमें ये बताया है साला कोई कोरोना वायरस आया है जिससे की पुरे देश में नरेंद्र ने लॉक डाउन करवाया है सबका आना जाना बंद करवा दिया गया है और कोई भी अपने घर से बहार नहीं निकल सकता ,और ऐसा है तो हमारा पूरा साम्राज्य जानता है की सरदार को रोज कितना खून चाहिए सब जानते है की हम अपना ये महल जो हमने कई हरामखोर मच्छरों से जीता है वो हम छोड़ कर कही नहीं जायेंगें, हमें अपनी सारी व्यवस्था यही चाहियें होती है और आज इस कोरोना की समाचार ने हमे बहुत चकित कर दिया है .और बहुत गुस्सा दिलाया है ,और वो यही बात अपने मंत्री को बताता है ,अगर ये २१ दिनों की बात है तो हम पर बहुत बड़ी मुसीबत आ पड़ी है. तो हीरा तुम मेरे सलाहकार ही नहीं मेरे मित्र भी हो ,तुम्हे मेरे लिए हर रोज २१ दिनों तक २ लीटर खून का इंतेज़ाम करना होगा ,अपनी पूरी कोशिश कर डालो ,मुझे न नहीं सुनना, अपने साथियो के साथ मिलकर मेरे लिए ये इंतेज़ाम तुम्हे करना होगा ,ज़रूरत पड़े तो तुम हमारी फ़ौज को भी अपने साथ ले जाओ.तुम अगर मेरा ये काम करवा दोगे तो हम तुम्हे २१ दिनों बाद अपनी आधी फ़ौज तुम्हारे नाम कर दूंगा ,और तुम अपने आप में बहुत बड़े महारथी बन जाओगे ,फिर शायद तुम्हे मेरी कभी जरुरत पड़े ...इतने में मंत्री हीरा कुछ शब्द बोलते हुए -- बादशाह ,बादशाह भाई में आपका हमेशा से बहुत बढ़ा सेवक रहा हूँ आपकी सेवा करना मेरा धरम है और मैं आपकी हमेशा सेवा करूँगा ( बादशाह मुस्कुराते हुए ) मंत्री अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए ,और मैं आपके लिए कुछ भी करने को तैयार हूँ ,मैं ज़मीन आसमान एक कर दूंगा ,लेकिन आपको कभी भी खून की कमी नहीं होने दूंगा ,में आपको वचन देता हूँ ,इतना कहकर मंत्री हीरा अपने ४ साथियो और कुछ चुर्कुट मच्छरों के टोली के साथ बादशाह की जय जय कार करते हुए वहां से निकल जाते है . बादशाह पीछे से हाथ हिलाते हुए बोलता है कामयाब होकर आना मेरे दोस्तों | आधी रात हो चुकी होती है बादशाह बैठे परेशान मूड में ,और उनके सामने उनकी पूरी सेना बैठी होती है , सोच रहा होता है की उसका मंत्री हीरा क्या कर रहा होगा आखिर ,वही दूसरी तरफ हीरा अपनी पूरी टोली के साथ रास्ते भर छानबीन करते हुए ,देखता हुआ की कहीं से तो कोई उम्मीद दिखे जिससे बादशाह भाई की समस्या हल हो जाये , पुरे रास्ते में सन्नाटा छाया हुआ है फिर अचानक से उसकी नज़र एक अपार्टमेंट में एक रूम की तरफ पड़ती है ,और वो देखता है की उस रूम की खिड़की खुली होती है वो अपने साथियो के साथ खिड़की के करीब जाता है तो उनकी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहता ,वो सब देखते है की २ युवक जो की गहरी नींद में सो रहे होते है ,इतने में चुर्कुट मच्छरों की टोली बहुत ज़ोर ज़ोर से भिनभिनाते लगती है,ये सब सुनकर मंत्री हीरा बोलता है -- अरे बेवकूफो खामोश हो जाओ ,एक तो इतना अच्छा मौका मिला है इस लॉक डाउन के समय में ,और तुम सालो चुरकुटो अपनी ही रागें गा रहे हो ,यहाँ पे हम लोगो को बहुत ख़ामोशी से काम करना है इतने में हीरा सबको एक जुट करता है और सबसे बोलता है की तुम लोग एक एक करके अंदर जाओगे और खून से अपना पेट भर के आओगे ,उसके बाद मंत्री खिड़की के पास खड़ा हो जाता हो और एक एक करके सभी मच्छरों को खून चूसने के लिए अंदर भेजता रहता है उतने में हीरा का एक साथी जो उसका बहुत ख़ास होता है जब उसकी एक आंख फुट जाती है तब हीरा उसको ऑंखें नाम देता है, हीरा आंखें को कुछ इशारा करता है जिससे ऑंखें एक बोतल में अंदर से खून भर के अपने मंत्री को दे देता है ,और हीरा अपने साथी आंखे को अपने साथ बैठकर खून पीने को बोलता है , फिर हीरा अपने पॉकेट से एक दौराला ( शराब) की बोतल निकलता है और दोनों ही शराब और खून गिलास में भर भर के पीते है और नशे में हो जाते है , फिर हीरा अपने साथी ऑंखें को अपनी आप बीती सुनाता है ,जब हीरा बादशाह को राज्य जीतवाने के लिए उसने अपनी आंखें क़ुरबान कर दी थी , जिस वजह से वो बहुत कमज़ोर पड़ गया था | और किसी भी जगह पे अपनी हुकूमत नहीं कर सकता था , जिसका उसको बहुत मलाल था ,और बादशाह से उसी दिन का बदला लेने के लिए वो कबसे इंतज़ार कर रहा था,
अचानक हीरा अपनी एक आंख से देखता है की एक युवक जो की आल आउट लगा देता है ..इसके तुरंत बाद मंत्री हीरा सबको वहां से निकलने के लिए कहता है , वही निकलते हुए खिड़की की दूसरी तरफ कुछ मच्छर शराब और खून का मज़ा लेते है ,,ये सब देख कर हीरा गुस्सा जाता है और बोलता है ,बेवकूफो ये कोई मॉडल शॉप नहीं है निकालो यहाँ से जल्दी वरना सब आल आउट हो जाओगे ...वही दूसरी तरफ बादशाह अभी तक मंत्री से कोई खबर न आने की वजह से चिंता में है, बादशाह सोचता है की हीरा अभी तक कोई व्यवस्था कर पाया होगा की नहीं,आखिर उसकी अभी तक कोई खबर क्यों नहीं आयी ,ये सब सोचकर बादशाह अपने ४ साथियो को मंत्री का पता लगाने के लिए भेज देता है . हफ्ता बीत जाता है ,वही मंत्री अपनी पूरी टोली के साथ अपने और अपने साथियो के लिए खून की व्यवस्था करता रहता है जहाँ भी उसे मौका मिले वहाँ वहाँ वो खून पीना शुरू केर देता है, मंत्री देखता है की बादशाह के ४ साथी जो उसे ही ढूंढ रहे है , वो उन लोगो को भाई बादशाह के खिलाफ भड़का कर अपनी तरफ मिला लेता है, हीरा उनसे बोलता है की कब तक बादशाह के टुकड़ो में जियोगे ,अपने लिए जियों | बादशाह के तलवे न चाटो . वो तुम सबको बेवकूफ बना रहा है ,वो मजे करता है फिर तुम सबको सजा देता है , ये सब सुनकर वो भी मंत्री के साथ मिल जातें है , कोरोना वायरस का कहर बढ़ता रहता है, बादशाह की चिंताए बढ़ती रहती है क्यों की अब जो उसका ब्लड बैंक था वो धीरे धीरे कम होता रहता है , बादशाह की सारी सेना उसकी ब्लड बैंक के सहारे जीवित है,अब बादशाह ये सोचता है की अगर इस तरह चलता रहा तो उसके लिए खून कम पड जायेगा ,और फिर हीरा का भी कुछ अता पता नहीं ,वो कहाँ है और कब तक उसके लिए खून लेकर आएगा ,उधर हीरा की चतुराई और दिमाग के वजह से सब मच्छरों को खून मिल रहा था उसके साथ सभी मच्छर बहुत खुश नज़र आ रहे है ,हीरा को कोई नुकसान न हो करके उसने सभी मच्छरों को मास्क पहनाया हुआ था और उसका पालन करने को बोला था , हीरा आंखे को समझा रहा था की बादशाह अब धीरे धीरे कमज़ोर हो रहा होगा ,अब वो समय आ गया है जब बादशाह अपने लिए ही गड्ढा खोदेगा ,और धीरे धीरे वो ख़तम हो जायेगा और मुझे मालूम है आगे वो क्या करने वाला है ,उसकी एक एक हरकत से में वाक़िफ़ हूँ आंखे हीरा की बात सुन ही रहा होता है की अचानक वो देखता है की एक मच्छर ये सब सुन रहा होता है वो बिना मास्क होता है वो तुरंत समझ जाता है की ये बादशाह का खास मच्छर { कालू ) है और इसने हम लोगो की बात सुन ली है वो ये बात हीरा को बताता है , ऑंखें उसे देखता है की तब तक वो भागना शुरू केर देता है ,ऑंखें भी अपने कुछ साथियो के साथ कालू को पकड़ने के लिए उसके पीछे भागने लगता है, ये सब देखकर हीरा परेशान हो जाता है वो सोचता है ये सब अगर बादशाह को पता चल जायेगा तो उसका सपना कभी पूरा नहीं हो पायेगा ,और शायद वो अपनी जान भी गवा दे| रात का समय बादशाह के इलाके में सन्नाटा छाया हुआ था ,बादशाह देखता है की सभी मच्छर मौन होकर सो जातें है कहीं से भी कोई आवाज नहीं आती है ..वो खुद को कमजोर महसूस करता है , वो सबसे पहले ब्लड बैंक की तरफ देखता है की आखिर उसके पास अभी कितना खून बचा है, उसे देखकर वो निराश हो जाता है,तभी वो चुप चाप सोये हुए मच्छरों की तरफ जाता है ,और एक एक के वो उन मच्छरों से अपनी खून की प्यास बुझाता है .और उनकी लाशें बिछा देता है ,उसकी प्यास बुझने पर वो भी आराम करने चला जाता है सुबह जब होता है तो बहुत जोर जोर से आवाज़े सुनकर बादशाह की नींद खुल जाती है .. तभी २ मच्छर बादशाह के सामने आते है .बोलते है हम बर्बाद हो गये बादशाह भाई ,बर्बाद , बादशाह - अरे कौन सा पहाड़ टूट गया जो मेरी नींद हराम कर दी तुम लोगो ने , बादशाह भाई आप अभी इसी वक़्त हमारे साथ चलिए ,और खुद अपनी आँखों से देख लीजिये आपके महल में क्या हुआ है ,बादशाह बोलता है चलो ,हम भी देखते है आखिर हुआ क्या है .बादशाह अपने राज दरबार से बहार निकल कर देखता है की हजारो की तादाद में मच्छर मरे पडे है और उनके बॉडी में बिलकुल भी खून नहीं है और सब सुख चुके है ,,बादशाह ये सब देखता है तो उसे उसकी रात वाली करतूत याद आ जाती है इसलिए बहुत देर तक देखने का नाटक करता है ,कुछ बोलता नहीं है चुप चाप खड़ा रहता है , कुछ देर यही खड़ा रहने के बाद वो सबसे पूछता है ये सब कैसे हुआ ? एक मच्छर आकर ये बोलता है की बादशाह भाई जितना भी हम देख और सुन रहे है उस हिसाब से हमें लग रहा है इन सबको कोरोना होने की वजह से ये सब मर गए है ,,और हमलोगो ने ये फैसला किया है की जब तक कुछ सही नहीं होता हम सब यहाँ से दूसरी जगह चले जायेंगे ,,ये सब सुन कर बादशाह चौंक जाता है ,और बोलता है ,तुम लोग मेरी इज़ाज़त के बिना कहीं नहीं जा सकते ,तुम सब जानते हो यहाँ पर मेरी हुकूमत चलती है , उतने में एक मच्छर बोल पडा ,बादशाह भाई इसीलिए हम दूसरी जगह तलाश करना चाहते है ,जहाँ पर आपकी हुकूमत न चले और हम सब सुरक्षित रहे , फिर बादशाह बोलता है ,मुर्ख तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई ऐसा बोलने की ,बादशाह उसकी तरफ जाते हुए," तू जानता है इसकी क्या सजा देगा बादशाह " उतने में बादशाह सोचने लगता है की अगर उसने उस मच्छर पर अपना गुस्सा दिखाया तो सबको मुझ पर शक हो जायेगा ,फिर उसके पास कोई नहीं रुकेगा , उसके बाद बादशाह थोड़ा रिलैक्स हो जाता है और सारी सेना को समझाता है की मैं इस मुसीबत का पता लगाऊंगा .वो सारे मच्छरों को आश्वासन देता है की वो सब अब सुरक्षित है और उन्हें कोई नुकसान नहीं होगा ,बादशाह उनकी हिफाज़त करेगा , फिर बादशाह बोलता है की लॉक डाउन खुलने में अब कुछ दिन ही बचे है अब घबराने की ज़रुरत नहीं | ये सब सुनकर सब मच्छर उसके साथ रहने को तैयार हो जाते है .. समय गुजरता रहता है ,आज वो दिन आ गया है जब अगले दिन सुबह से लॉक डाउन खुलने को सारी दुनिया इंतज़ार कर रही है, वही ऑंखें अपने साथियो के साथ कालू का पीछा करते करते बादशाह के महल के पास पहुंच जाता है ,शाम के 7 बजे होते है कालू बादशाह के महल के बाहर थोड़ा आराम करने लगता है ,ऑंखें उसे दूर से देखता है वो सोचता है की अब इसको पकड़ना सही नहीं रहेगा ,मुझे वापस सरदार (हीरा) के पास जाना होगा और उन्हें सब बताना होगा की हम लोगो को ये जगह छोड़कर जाना होगा ,कहीं बहुत देर न हो जाये ,कल वैसे भी लॉक डाउन खुल ही जायेगा ,उससे पहले यहाँ से कहीं और निकल जाते है वो वापस हीरा के पास चला जाता और हीरा को पूरी बात बताता है.. हीरा ये सब सुनकर ज़रा सा भी देर न करते हुए वहाँ से निकले की तैयारी करता है,वही दूसरी तरफ कालू भी थोड़ा आराम करने के बाद सीधे बादशाह के दरबार में पहुंच जाता है ,और बादशाह बादशाह कहके शोर मचने लगता है ,बादशाह एकदम से उसकी नज़र के सामने आ जाता है ,बादशाह - बोलो कालू ,बादशाह भाई बादशाह भाई , आपको बहुत ज़रूरी खबर सुनानी है, बादशाह -- हम्म्म्म,कल से लॉक डाउन खुल रहा हैं यही न , कालू -- नहीं बादशाह भाई ,लॉक डाउन तो खुल ही रहा है , मैंने जो देखा और सुना ,वो आप सुनेंगे तो आपका दिमाग खराब हो जायेगा ...बादशाह - हूउउ ....... क्या बात है बोलो, कालू -- आपका मंत्री हीरा आपके साथ धोखा कर रहा है उसने आपकी फ़ौज को अपनी तरफ मिला लिया है और वो अब आपसे पिछले दिनों का बदला लेना चाहता है ये सब सुनते ही बादशाह आग बबूला हो जाता है,बादशाह-नाहीइइइइइइइ .... हीरा मेरा साथ बेवफाई ,हीरा...हराम खोर ! आज तेरा आखिरी दिन आ गया है अब तू नहीं बचेगा ,इतना बोलकर बादशाह अपने खून के टैंक में दो तीन डुबकी लगाता है और उसमे से खून पीकर खुद को मजबूत करता है , फिर वो अपने साथियो से कहता है की उसके साथ कोई नहीं चलेगा ,बादशाह -- आज मैं हीरा को बता दूंगा की बादशाह से टकराने का अंजाम क्या होता ,आज उसे अकेले बादशाह की ताक़त का अहसास हो जायेगा , आजा हीरा जितने लेकर आना है आजा ..आज तुझे बादशाह से कोई नहीं बचा सकता .इतने में कालू बोलता है की बादशाह भाई इतनी जल्द बाज़ी मत करिये हम सब आपके साथ चलेंगें .बादशाह --- खामोश!!!. इतना कहकर वो बड़े गुस्से मैं अपने महल से निकल जाता है और हीरा को तलाश करने लगता है , उधर हीरा भी अपने सारे साथियों के साथ भाग रहा होता है, कुछ दूरी तय करने के बाद बादशाह को हीरा मिल ही जाता है वो देखता है हीरा और वो उसकी सेना जो हीरा ने अपनी तरफ मिला लिया है उनके साथ वो बहुत तेज़ी से भाग रहा होता है , तभी बादशाह हीरा को सामने से हमला करने का फैसला करता है ,फिर जैसे ही बादशाह हीरा के सामने आता है वैसे ही सब लोगो की हालत खराब हो जाती है ..और हीरा के साथी वापस बादशाह के साथ मिल जाते है और सब के सब डर के मारे बादशाह से माफ़ी मांगने लगते है , फिर बादशाह हस्ते हुए हहहहहहह हाहाहाहा देख लिया हीरा कमीने तुमने मेरी ताक़त , अब बोल साले क्या बोलेगा ,,ये बोलते हुए वो एक चुर्कुट मच्छर का गला पकड़ लेता है , बोलता है --ये सब गद्दार है मेरी नज़र में! अब इनकी सजा और तुम्हारी सजा एक ही है मौत, मौत ,फिर वो एक एक करके मच्छरों को मसल कर फेकने लगता है अब सब मच्छर बादशाह से जान की भीख मांगने लगता है बादशाह हुउउउउउ ,फिर वो हीरा की तरफ एक तुक देखने लगता है ..वो देखता है की हीरा और उसके साथी अभी भी अलग खड़े हुए है और वो लोग उससे माफ़ी नहीं मांग रहे ,,ये सब देखकर बादशाह बोलता है मुर्ख तू क्यों नहीं माफ़ी मांग रहा ,,,,वैसे भी तेरी सजा मौत है ,तू नहीं बचेगा अब ,ये बोलकर बादशाह उसकी तरफ तेज़ी से जाता है ,और हीरा भी लम्बी सांस लेकर अपने साथियो के साथ बादशाह की तरफ जाने लगता है ...हाआआआआ .हर तरफ मच्छरों की शोर की आवाज़े आती है वो दोनों ही एक दूसरे की तरफ बढ़ते जा रहें है की अचानक थोड़ी दूर पर एक घंटा घर होता है जहाँ पर ८ बजते ही वहां पर ज़ोर ज़ोर से अलार्म बजने लगता है , ट्टण ट्टण ट्टण
और फिर उसके नीचे लगा बड़ा सा एल सी डी चालू हो जाता हैं फिर उसमे से देश के प्रधानमंत्री की आवाज़ आती है ,सारे के सारे मच्छर वही पर रुक जाते है और न्यूज़ की तरफ ध्यान देने लगते हैं , मोदी --- लेकिन साथियों ये तय किया गया है भारत में लॉक डाउन अब ३ मई तक बढ़ाना पड़ेगा ..इतना सुनते ही सारे मच्छरों का दिमाग खराब हो जाता है ,कुछ मच्छर तो हस हस के पागल हो जातें है बाकि मच्छर अपना गुस्से में अपना आपा खो देते है और बादशाह पर सब के सब हमला कर देते है ,कुछ देर तक तो बादशाह फाइट करता है ,लेकिन ज्यादा मच्छर होने की वजह से ,वो हार जाता है .और बादशाह की मौत हो जाती है, ये सब दृश्य हीरा और ऑंखें देख रहे होते है ,उनको लगता है है की अब हमला उनपर होगा ,लेकिन ऐसा नहीं होता है ,सारे मच्छरों की टोली हीरा की पीछे चले जातें है और बोलते है की आज से आप हमारे सरदार हो ,हीरा समझ जाता है की ये सब खेल लॉक डाउन २ होने की वजह से हुआ है ......फिर हीरा अपनी सेना की तरफ देखता है ..और वो एक घर की तरफ अपनी ऊँगली से इशारा करता है .उस घर में रौशनी थी और और उसकी खिड़किया खुली हुई थी ..सब ये देखते ही हीरा के पीछे पीछे भिनभिनाते हुए निकल पड़ते है | समाप्त