Smile and Confidence - Natural beauty products for face Divya Modh द्वारा कुछ भी में हिंदी पीडीएफ

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Smile and Confidence - Natural beauty products for face

आज कल मार्केट में ब्यूटी प्रोडक्ट की मांग बहुत बढ़ रही है, और रोज नए नए ब्यूटी प्रोडक्ट आ भी रहे है उन्हें देख कर मेरे जहन में एक ख्याल आया कि खूबसूरत दिखना क्या इतना जरूरी है?? क्या खूबसूरत चहेरा इतना मायने रखता है की लोग उस के लिए इतने पैसे लुटाते है? अगर हा तो फिर हमे बचपन से ये क्यों सिखाया गया की चहेरा नहीं इंसान का दिल वज्यादा मायने रखता है।

मै ये सब सोच ही रही थी की मेरे एक दोस्त के बोले हुए शब्द मेरे कानोमे गूंजे उसने एक बार मुझसे कहा था कि अगर आपको किसी चीज का हुलिया ही पसंद न आए तो आप उस चीज के बारे में जानने क्यो जाओगे ? किसी कार का मॉडल पसंद आएगा तभी तो आप उसके फीचर्स जानने में दिलचस्पी दिखाओगे न।

हा जानती हूं कार और इंसान की बराबरी करना या एग्जाम्पल देना ठीक नहीं है लेकिन अगर यही बात हम इंसानों के बारे में सोचे तब भी कुछ हद तक ये सही है एक छोटी सी कहानी से समझते है।

चार्मी और पायल दोनों बहुत अच्छी दोस्त थी। एक साथ कॉलेज आती जाती थी । मगर चार्मी अपने नाम के मुताबिक चार्मिंग थी, खूबसूरत थी, और साथ ही साथ फैशन का अच्छा खासा ज्ञान भी रखती थी जो उसकी खूसूरती को चार चांद लगा देता था। वहीं दूसरी ओर पायल उसका चहेरा थोड़ा सांवला था फैशन का कुछ ज्यादा ज्ञान भी न था उसे। ऐसे में जब दोनों कोलेज के बाद नौकरी लेने गई तो चार्मी को नौकरी जल्दी मिल गई जब की पायल को नौकरी मिलने में देर लगी । नौकरी मिलने के बाद दोनों काम में व्यस्त हो गई इसलिए ज्यादा मिल नहीं पाते थे लेकिन जब भी मिलते थे पायल हमेशा अपने कलीग्स के साथ खींची हुई फोटोज चार्मी को दिखाती , ऑफिस में कितना मजा आ रहा है ये सारी बाते उसे बताती वहीं चार्मी अपने ऑफिस में अकेली पड़ गई है ये कहकर अफसोस जताया करती ।

चार्मी के कहेने से पायल ने अपने ऑफिस में उसकी नौकरी लगवा दी। यहां वआकर चार्मी थोड़े दिन खुश रही क्योंकि लोग उसे इतनी ही ऐहेमियत दे रहे थे जितनी उस के पुराने ऑफिस में शुरूआती दौर में उसे मिलती थी। लेकिन धीरे धीरे यहां भी पहले जैसा हाल होने लगा लोग एक दो महीने उससे ठीक से बात करते थे फिर इग्नोर करना शुरु कर देते थे, न कोई उसकी ड्रेस की तारीफ करता , न नेकलेस की न कोई उससे कुछ पूछता। ये बात चार्मी ने पायल को बताई तो उसने उसे आश्वासन देते हुए कहा यार ऑफिसो में तो ये सब होता रहेता है तू चिंता मत कर।

दूसरे दिन लंच ब्रेक में पायल को चार्मी की बात याद आई तो उसने अपने ग्रुप में सब से बात करी सब ने पायल को वएक ही बात बताई
यार वो चार्मी का सिर्फ रंग गोरा है और कोई मैनर्स है ही नहीं उस में अगर हम उसे देख के स्माइल भी करे तो ऐसे अकड़ती है जैसे कि दीपिका या माधुरी हो, हा यार हमेशा चहेरे पर घमंड लिए फिरती है । ये सारी बाते पायल ने चार्मी को बताई और उसे सलाह दी की वो सब से प्यार से बात करे तो लोग उससे भी वैसे ही बात करेंगे।

इस कहानी मे मैने यही दिखाने की कोशिश की है की चहेरे की खूसूरती भी मायने लगती है हा बस खूबसरती की व्याख्या बदल दी है कहानी में पायल सावली होने के बाद भी सब की चहेतीव है जब की चार्मी की हालत विपरीत है और उसकी वजह.. वजह कोई ब्यूटी प्रोडक्ट या फैशन नहीं मगर चहेरे के भाव है , एक के चहेरे पर हमेशा स्माइल और आत्मविश्वास रहेता था और दूसरे के चहेरे पर घमंड और गुस्सा ।

आपका स्किन कलर या ब्यूटी प्रोडक्ट केवल लोगो को एक पल के लिए आपकीव ओर आकर्षित कर सकते है जैसे चार्मी की ओर शुरुआत में सब आकर्षित होते थे लेकिन आपकी स्माइल और आत्मविश्वास खुशमिजाजी स्वभाव लोगो को आपसे जोड़े रखता है जैसे पायल के साथ हुआ।।

तो दोस्तो हमेशा अपनेव चहेरे की खूसूरती का ख्याल रखिए ब्यूटी प्रोडक्ट से नहीं नेचरल प्रोडेक्ट यानी के अपनी स्माइल और आत्मविश्वास से क्योंकि जैसे कार का फिका कलर किसी को उसकी तरफ आर्षित नहीं करता भले ही वो कार सबसे अच्छे फीचर्स वाली क्यो न हो वैसे ही मायूस , घमंडी चहेरा भी किसी को आकर्षित नहीं कर सकता फिर आप भी उस फिके रंग की कार को तरह लाख अच्छा दिल और दिमाग होने के बावजूद अकेले रहे जाओगे।।

A smile on the face can add sparkle to the brass jewelry, while the pride on the face can fade even the priceless pearl jewelry.

writen by- divya modh

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