चेक मेट - 9 Saumil Kikani द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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चेक मेट - 9

Episode 9

( सोलंकी को व्हॉट्स एप पे सूमित ओर उसकी पत्नी डॉ नेहा की तस्वीर गोयल भेजता है जो देख कर के उन्हें पता चलता है कि वो घटना स्थल यानी प्रदीप के घर जिन से मिले थे वो कोई और ही थी , यह जान कर दोनों अचंभित हो जाते है)

राठोड: इसका मतलब सूमित ने ये खेल बहुत ही लंबे टाइम से प्लान कर रखा था। और अगर ये फोटो वाली असली डॉ नेहा है तो नकली डॉ नेहा कोन थी जिसे असली डॉ की क्लिनिक में सुला दिया।?

सोलंकी: वो भी गोयल ढूंढ़ लेगा, थोड़ा सा ओर टाइम। सर ।

राठोड: हम्म.. इसका मतलब ये की कल कुछ ऐसा हुआ होगा।

(अब जो भी राठोड ओर सोलंको डिसकस करेंगे वो वर्चयुल एक्टिव होगा)

राठोड: तो हुआ ये होगा कि, सूमित ओर प्रदीप दोनों कुछ बाते डिसकस कर रहे होंगे। और असली डॉ नेहा ने उन्हें ड्रिंक सर्व किया होगा।

सोलंकी: उसी वख्त प्रदीप को कॉल आया और वो उठ के साइड में बात करने गया और दो तीन मिनिट की बात के बाद वो वापस आया।

राठोड: उतने वख्त में मोबाइल रेडिएशन ने उसका काम कर दिया। और कुछ 5 एक मिनिट में ही सर्किट फट गई ओर छाती और मुह से खून निकला।

सोलंकी: फिर डॉ नेहा ने लालच में आके सूमित पर कोई भारी चीज़ से हमला किया और वो आपने बताया वैसे टेक्निक यूज़ कर के यह से फरार हो गई।

राठोड: लेकिन गई कैसे। और कहा से? P M रिपोर्ट के अनुसार अगर मौत 10:45 को हुई तो नेहा को किसी ने जाते हुए देखा कैसे नही। क्या सब के दरवाजे बंध थे ?

सोलंकी: अगर बंध भी थे तो भी नीचे watchmen था cctv केमेरा थे, उसमे कुछ क्यों नही आया?

राठोड एकदम कन्फ्यूज़ हो जाता है। वो ध्यान से ,शांति से पहेले से सब कुछ याद करता है , सोचता है और तुरंत ही उसके दिमाग मे एक बिजली सा जटके से कुछ याद आता है।

राठोड: ट्रांसफॉर्मर ब्लास्ट। हा सोलंकी, ट्रान्सफर ब्लास्ट हुआ ,और पूरे एरिया में अंधेरा हो गया क्यो की earli morning थी। और उसी वख्त बहार से किसी ने टियर गेस भी डाला। और उसी वख्त किसी ने सूमित पे हमला किया।

सोलंकी; लेकिन न गोली लगी ना स्टेबिंग हुआ। कुछ ऐसा मिला नही।

राठोड: Right. ओर अभी हमे पता चला कि वी ज़िंदा है। लेकिन जब में उसे चेक करने गया था तब उसकी हार्टबीट बहुत लो थी।

सोलंकी: बिल्कुल। आखरी साँसे थी। कैसे भी बच जाए एम्ब्युलेंस में वो ही हम सोच रहे थे।

राठोड एक दम इर्रिटेट हो जाता है और फिर एक लंबि सास छोड़ कर शांति से सोचता है। की क्या हुआ होगा।

(अब वो जो सोचेगा उसे बोलते हुए सोचेगा और वो उसी के सामने visulaize होते देखे गा।)

Visulaization:

अचानक ट्रांसफॉर्म का धमाका होता है ओर तभी एक टियरगेस शैल कमरे में गिरता है और पूरे घर मे धुंआ धुंआ हो जाता है, जब राठोड ओर सोलंकी उससे जुज रहे होते है तब अंदर के कमरे में सूमित तुरंत हि एक छोटी सी बोटल निकाल के दवा पी लेता है और बचाओ बचाओ की चीखें निकालता है फिर तुरंत ही बेड शीट के नीचे के हिस्से मे से एक एलेट्रिक गन निकाल के अपनी छाती पे शॉट करता है , वो जटका माइल्ड होता है लेकिन साँसे धीमी करने के लिए काफी होता है बस उसीका फायदा सूमित लेता है और वो गन अपनी पेंट के जेब मे डाल देता है और कुछ ही सेकंड्स के बाद राठोड पहोचता है।

(और तुरंत ही राठोड की आंखे खुल जाती है)

सोलंकी: जो आप सोच रहे हो वो सही ही लग रहा है लेकिन इतना ताम जाम करने का वख्त कब मिला?

राठोड: शायद कल से ही उसने ये सब तैयारी कर रखी थी। एक एक स्टेप गिन के प्लान किया गया है। इसी लिए वो हमसे आगे है। एक साथ प्लान A और B दोनों एक्सीक्यूट कर रहा है।

तभी फिर से सोलंकी का फोन बजता है इस बार फिर सामने गोयल ही था, लेकिन इस बार की जानकारी सोलंकी के लिए सुखद थी। वो इन्फॉर्मेशन जान कर सोलंकी के चेहरे पे हल्की सी मुस्कुराहट आ गई। ये देख कर..

राठोड: क्या मिला?

सोलंकी: नकली नेहा की कुंडली। एक एस्पायरिंग एक्ट्रेस थी। स्ट्रगल कर रही थी। नाम कामिनी। सूमित ने उसका बड़ी सिफत से काम लिया।

राठोड (अपने पे ही कटाक्ष से हस्ते हुए): हम समझ रहे थे कि सूमित अभिमन्यु बन कर फसा है लेकिन उसी ने हमको अपने चक्रव्यू में फसा दिया। साला कस्टम ऑफिसर कम एक्टर ज्यादा निकला।

राठोड ओर सोलंकी दोनों एक दूसरे का चेहरा देख रहे थे। दोनों को समझ नही आ रहा था की अब आगे क्या किया जाए और किसे एपरोच किया जाए।

राठोड के लिए ये एक बेतहाशा नंगी शिकसत थी। वो अंदर ही अंदर भुन भुना रहा था।
।लेकिन कोई था जो उसके सामने आके उसे उसका जवाब देने वाला था।

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Saumil kikani
7016139402.