चेक मेट - 5 Saumil Kikani द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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चेक मेट - 5

Episode 5

डॉ नेहा अपने क्लिनिक पे कुछ काम के लिए आती है, वो अपने केबिन का लोक अभी खोल ही रही थी के वह पीछे से कुछ सरसराहट हुई , वो कुछ समज पाती और पीछे देख कर कुछ देख पाती उससे पहले उसके सर के पिछले हिस्से पर जोर से एक हमला होता है और दर्द के मारे सर पर हाथ रख देती है और कुछ ही सेकण्ड्स में वो बेहोश हो जाती है ओर फर्श पर गिर जाती है , उस समय पे नेहा एक धुंधली सी छया देखती ओर फिर सम्पूर्ण तरीके से बेहोश हो जाती है।
वो छाया लोक खोल कर अंदर जाती है और रूम के लेफ्ट साइड की दीवाल को छू कर खड़े अलमारी को ओपन करती है , जिस में से एक File निकालती है जिस पर "CONFIDENCIAL" लिखा है, और वो लेके वॉपस बहार निकल जाती हे।

यहा प्रदीप के घर मे अजीब सा असमंजस का माहौल है। कालरा नाम का कोई आदमी ही नही है ये जान कर सुमित भौचक रह जाता है और प्रश्नार्थ भरी नजरोंसे राठोड की और देखता है।

राठोड: आप के कहने के मुताबिक हमने कालरा को ट्रेस किया और हमे क्या मिला जानते है? कालरा does not exist.

सुमित: What?

राठोड: yes mr Sumit, इस सिंडिकेट में कालरा नाम का कोई व्यक्ति है ही नही।

सुमित: ये कैसे हो सकता है? प्रदीप ने ही ये नाम मुजे बताया था?!

राठोड(हल्का सा मुस्कुरा कर): और आप ने इसे भी सच मान लिया जैसे गुलाम की कहानी के बारे में मान लिया था?

सुमित: (थोड़ा सा चिढ़ कर) वो कहानी नही सच है, और इस बारे में आप की भी कोई गलती हो सकती है ना?

राठोड: seriously आप ऐसा मानते है। ? हमने हमारे बेस्ट आदमी लगाए है और हमारे informers इस मे best है।

सुमित: Pardom Mr Rathod, लेकिन हमारी बेस्ट टीम पिछले 30 सालों से दाऊद के पीछे पड़ी है, letest news के हिसाब से उसे कोरोना positiv आया है और वो कराची की किस होस्पिटल में, कोन से वोर्ड में, कोनसे डॉक्टर की निगरानी मे है ये सब पता है फिर भी क्या उखाड़ लिया हमने।

राठोड(थोड़ा सा नरम हो जाता है): लेकिन इस मे ऐसा नही है। हमने आपने जो स्मगलर्स को पकड़ा , उस से पहले जितने स्मगलर्स पकड़े गए उन सब को राउंड अप किया और उन मेसे किसी को भी कालरा का "क"नही पता और मि सुमित पिछले पांच सालों से भी हम लोग हाथ घीस नही रहे है ।

सुमित: अरे नही सर , मेने कब ऐसा कहा, लेकिन में एक एस्पेक्ट की बात कर रहा था।

(राठोड थोड़ा सोचने के बाद)

राठोड: tell me one thing, आप ने प्रदीप को जब एरेस्ट किया, जब आप ने उन्हें इंट्रोगेट किया उस से पहले किसी भी लेंडिंग के दरमियान किसी भी इंसान के मुह से कालरा का नाम सुना था?

सुमित: नही सर। लेकिन जब मैने प्रदीप का ईन्ट्रोगेट किया तब उसके जवाब में मुजे ये नाम मिला और मैने अपने इन्फॉर्मर को काम पे लगाया , he has an hawk eye.

राठोड: क्या नाम है?

सुमित: फिरदौस.

राठोड: तो क्या कहा आप के फिरदौस ने?

सुमित: अभी तक तो कुछ नही.

राठोड( मुस्कुरा कर): क्यो, बाज की नज़र कमजोर हो गई?

सुमित: (हस्ते हुए) नही सर। सुबह से जब से आप आये है मेरा फोन आपके पास है। और silent पर है। क्या पता उसने कोल किये भी होंगे लेकिन ...

(राठोड तेज़ नजरों से देखते हुए अपनी जेब से फोन निकालता है और देखता है तो 11 मिसकॉल दिखते है , यह देख कर..) ओह.. 11 मिसकोल्स , उसी के है, सोरी मि सुमित, आप का सोर्स मेरे जेब मे था। लीजिये , कीजिये बात, ओर जानिए क्या मिला है ।

(फोन लेके कोल करता है , दो तीन सेकण्ड्स में बाद सामने से कॉल रिसीव होता है)

सुमित: हा, फिरदौस, सुमित बोल रहा हु, (सामने से कुछ पूछा जाता है वो सुन के ...) नही , कोई तकलीफ नही हुई है, वो जो प्रदीप वाला केस चल रहा है ना उसमे था और फोन साइलेंट में था। कुछ पता चला? (सामने से कुछ बात होती है वो ध्यान से सुनता है और फिर..) एक मिनिट कोंन? तिवारी?.. हा... हा... अच्छा ok.. (फिर से कुछ कह जाता है और .. ) एक मिनिट रुक (हाथ फोन के स्पीकर पे रख कर राठोड को पूछते हुए) ये कोई शिवेंदु भटाचार्य ??

राठोड: (तुरतं ही) हा, मेरा लिड इनफॉर्मर है , क्यो?
सुमित(हाथो से सब्र करने को कहता है) हा, वो दिल्ही से एपोइंटेड है, अब सुन .. तूने जो कहा उसमे से एक भी बात गलत निक्ली तो तू जानता है तेरा क्या हाल करूँगा. (सामने से वापस कुछ बात होती है वो सुन कर) हा, जानता हु की आज तक तू गलत साबित नही हुआ लेकिन ये मामला थोड़ा पेचीदा है ईसिस लिए.. अच्छा अब तू काम पे लग , तेरा पेमेंट भिजवा दूँगा इस बार डबल. हा रख अब.

राठोड( सवालिया नजरो से): क्या पता चला?
सुमित(गर्व भरी मुस्कुराहट से) : मैने कहा था न सर , ये बाज नज़र वाला है. आप के शिवेंदु को ओर सोलंकी के तिवारी को मेरे फिरदौस ने ही कालरा के फेक identity के बारे में बताया था। लेकिन एक बात उसने सिर्फ मेरे लिए ही रखी थी लेकिन उसके लिए बिचारे को आप के दोनों महारथियो में बहोत पिटा। खेर वो बात थी कि कालरा सिर्फ एक नाम है व्यक्ति नही। व्यक्ति एक और नाम दो। कालरा मतलब खुद गुलाम मुर्तुज़ा अली।

राठोड: (आश्चर्य से ) क्या?? गुलाम खुद कालरा है?

सुमित: हा। The person with Multiple Identity. शायद इसी लिए हम साइड ट्रेक पर चले गए। शायद गुलाम इस सिंडिकेट को खुद ही कालरा के दूसरे नाम से ऑपरेट करता था, उसके सारे मेसेज उसके कॉन्टेक्ट्स को कालरा के नाम से ही पहोचते होंगे और वो कॉन्टेक्ट्स अपने लिंक्स को भेज ते होंगे।

राठोड: इतना कुछ फिरदौस को कैसे?
सुमित: जैसे आपके इंफॉर्मर्स घास मेसे तीली ढूंढ सकते है वैसे मेरा फिरदौस छोटी से जिंगे से लेकर शार्क पकड़ ने वाला मछवार है। और उसी ने कहा कि ये सारा मामला शायद गुलाम के चार मसकेटियर्स संभालते है।

राठोड: कोन कौन?

सुमित: इंडिया में शिवनारायण मुनिस्वामी, अफ़ग़ानिस्तान में अबास मजीद, फ्रांस में ओलीवर सिरानो, और रशिया में मोस्कोवॉय ओसोवाया.

राठोड: इसका मतलब ये हुआ की प्रदीप को शिवनारायण का कोल आया और वो मेसेज प्रदीप में अपने लिंक को फॉरवर्ड किया , और काम शुरू होने से पहले ही वो आपके हाथों पकड़े गए, अब काम ज़्यादा था, समय कम था और रिस्क भी ज़्यादा था इसी लिए प्रदीप की जगह किसी को रिप्लेस भी नही किया जा सकता था इसी लिए शिवनारायण ने खुद ही "हजीरा मिशन" का चार्ज संभाल लिया। और प्रदीप अब कांटा बन सकता था इसी लिए उसे.. हम्म..

सुमित: लेकिन प्रदीप को मौत हुई कैसे?

राठोड: उनकी जीवाडोरी से ही उनकी जीवन की डोर तोड़ दी.

सुमित: समजा नही सर.

राठोड: पेसमेकर से मौत हुई है।

सुमित: क्या? प्रदीप को पेसमेकर लगा था? वो तो शायद 35-38 के बीच का ही होगा।

राठोड: हा लेकिन दिल उम्र देख के तो कमज़ोर नही होता। ओर इसके केस में तो दिल को सपोर्ट करने वाला मशीन भी कमजोर निकला।

सुमित: कुछ एरर हुई?

राठोड: हा, सर्किट फट गई? ओवर हीटिंग से. (कुछ सोच कर) एक बात बताओ, तुमने जब इसे एरेस्ट किया था तब कोई मेडिकल रिपोर्ट जैसा कुछ मिला था।

सुमित: नही सर. कुछ मिला होगा तो इनके डिपार्टमेंट के पास ही होगा।

राठोड: ठीक है। देख लेते है।

(वही पे सोलंकी घर मे आता है और राठोड को आवाज़ लगाता है)

सोलंकी: सर। are you there?

राठोड:(कमरे से बाहर आते है और दरवाज़ा बंध करते हुए) हा बोलो सोलंकी।

सोलंकी(ज़रा नीची आवाज़ में लेकिन व्यग्रता से) सर, ये सुमित तो अपन जितना समझते थे उस से ज्यादा शाना निकला। ये कालरा के बारे में ..(वही टोकते हुए )

राठोड: जानता हूं, हमारे दोनों इंफॉर्मर्स को इस के फिरदौस ने ही जानकारी दी है।

सोलंकी: तेज़ नही सर, सगळा खेल ज उलट आहे। हम जितना सोच रहै थे उस से ज्यादा शाणा है सुमित।

(उसी वक्त उस बिलिडिंग के पास एक धमाका होता है और बाहर से धुआं धुंआ बालकनी के रास्ते घर मे आजाता है, जिसमे राठोड ओर सोलंकी कुछ देख नही पाते और अचानक ही कमरे से सुमित के चिलाने की आवाज़ आती है)

सुमित:(चिल्लाते हुए और गिड़गिड़ाते हुए) कोन है.. आह.. बचाओ.. आह.आआआ..

राठोड : मि सुमित, कोन है वहा?
सोलंकी: are you ok सुमित, हम आ रहे है, (खासते हुए).. उहहु.. उहहु.. रुकिए ..

(धुंए में कुछ नही दिख रहा है और यह वहां हाथ पैर मारते हुए राठोड ओर सोलंकी कमरे में पहोचते है और जो देखते है उस से उनका खून जम जाता है। सामने सीमित बेशुद्ध हो कर पड़ा है, तुरंत ही राठोड उसकी कलाई को पकड़ कर नब्ज़ देखता है और तुरंत ही सोलंकी को देख ते हुए )..

राठोड: ज़िंदा है, call the abulance , quick.

(सोलंकी तुरंत ही अपना फोन लेकर के नंबर डायल करता है. )
लेकिन शायद अब देर हो चुकी थी। किसी के लिए...