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साइबर क्राइम - 5

साइबर क्राइम – भाग पाँच

आर० के ० लाल

मेरी बात सुनकर मैडम रोने लगीं । उन्होंने कहा," मैं तुम्हें अपनी राम कहानी बताती हूं। मैं बुरी तरह से फंस गई हूं लेकिन मैं घर से भागकर यहां आई हूं इसलिए मेरी मदद करने वाला कोई नहीं है। मैडम ने अपनी मजबूरी बताई कि घर का खर्च चलाने के लिए मुझे एक नौकरी भी तो चाहिए, इसलिए मुझे इस तरह का काम करना पड़ रहा है। मेरे पिता गाँव में खेती करते हैं । बचपन में मैं चाहती थी कि खूब पढ़ूँ और अपने पिता के सपनों को साकार करूँ। मैडम एक छोटे शहर से कंप्यूटर से डिग्री प्राप्त करने के बाद यहां नौकरी ढूंढने के लिए आयीं थी। बहुत दिन तक कोई नौकरी नहीं मिली। बहुत मुश्किल से मुझे इस कॉल सेंटर में काम मिला। मरती क्या नहीं करती, दूसरी जॉब नहीं मिली इसलिए यहीं रह गयी और मुझे यह सब करना पड़ रहा है। शायद मेरे भाग्य में यही सब लिखा है।

फिर मैडम ने बताया कि वह यहाँ किस तरह यौन उत्पीड़न का शिकार हुयी है, मगर कुछ कर नहीं सकी। वे याद कर के बताने लगीं कि ऑफिस में मैं ज्यादातर साड़ी ब्लाउज या फिर टॉप पहनती थी। उस दिन मेरे बॉस यानि इस कंपनी के मालिक मेरी साड़ी और ब्लाउज की तारीफ करने लगे। बोले, “तुम आज बहुत सेक्सी लग रही हो”। मैंने उन्हें थैंक्स दिया क्योंकि उनका तारीफ करना मुझे कुछ अच्छा लग रहा था। मुझे पता नहीं था कि मेरे बॉस घूर कर मुझे देखते रहते हैं। यह बात बहुत दिनों बाद समझ में आई कि उनकी वासना भरी नजर तो मुझ पर है। कभी-कभी वे मुझे शाम को अपने पास बुलाते और मुझे देर तक रुकने को कहते थे। वह मुझे बार-बार अपने केबिन में बेवजह बुलाकर पूछते रहते कि उस काम का क्या हुआ । अक्सर उल्टा-सीधा भी सुनाते। इस प्रकार वह मुझे तंग करते थे। यह सब मुझे बहुत अजीब लगता था। अनजाने में उन्होंने मेरा एक वीडियो भी बना लिया जिससे मुझे डरा धमका कर अपना काम कराते हैं।

एक बार मुझे अपने केबिन बुलाकर मुझसे बोले तुम्हें कुछ बड़े लोगों और सीनियर सिटीजेन को फोन कॉल करना है उनसे कहना है कि तुम उनके बैंक से बोल रही हो। चूंकि आप एक लॉयल कस्टमर हैं इसलिए बैंक आपको विदेश यात्रा पर भेजना चाहता है। अगर आप जाना चाहते हैं तो नाम, अकाउंट नंबर आदि अपने व्हाट्स अप्प से तुरंत भेज दीजिये। अप कहाँ और कब जाना चाहते हैं यह भी बताइये । फिर उनसे कहना की आपके मोबाइल पर एक इंटरनेशनल ट्रैवल कोड आया होगा उसे बताइये। यह ओ टी पी होगा । उन्होंने अपने सामने बैठा कर एक सज्जन से बात भी कराया और उससे एक ट्रैंज़ैक्शन भी दिलाया । उन्होंने मेरी सब बातें भी रिकार्ड कर ली। इस प्रकार पहली बार मैंने एक को साइबर जाल में फंसाया था और यहीं से मेरा गलत कामों का चक्कर चल पड़ा था।

मेरे बॉस मेरी सैलरी बढ़ाने की बात करते और साथ ही उसके बदले शारीरिक रिश्ता बनाने को भी कहने से नहीं चूकते। मैं उन्हें समझने की कोशिश करती कि मैं यह सब गलत काम नहीं कर सकती मगर कोई बात नहीं बनी । यह सब जब मैंने हिम्मत करके अपनी एक सहकर्मी लड़की को बताया तो उसने कहा , “दफ़्तर में हम जैसे छोटे कर्मचारी को अक्सर यह सब सहना पड़ता है। फिर उसने कहा कि उसने तुम्हारा बलात्कार तो नहीं किया फिर क्या फायदा उसकी कहीं शिकायत करने से। मेरा साथ देने वाला कोई नहीं था। किससे कहें? नौकरी बचाने की सोचें या स्वाभिमान?

मैंने मैडम से जानना चाहा कि उन्होंने वीडियो कैसे बनाया तो वे बोलीं , “एक दिन एक कस्टमर के साथ हम लोगों की मीटिंग थी जो काफी देर तक चली। बॉस बोले चलो मैं तुम्हें घर छोड़ देता हूं। मैंने भी हां कह दिया फिर हम दोनों उनकी कार में बैठकर निकल गए। रास्ते में उन्होंने मेरा हाथ पकड़ लिया। बार बार मुझे रांग टच देने लगे। कहा आओ तुम्हें कार चलाना सीखा दूं। घर पहुँच कर सीधे पूछा कि मैं तुम्हारा प्रमोशन कर दूँगा परंतु तुम्हें मुझे खुश करना पड़ेगा। उन्होंने मुझे बांहों में कस कर पकड़ना चाहा। मैंने अपनी पूरी ताकत से उसे धकेला तो वे मेरा हाथ पकड़ लिया और दूसरे हाथ को मेरी कमर पर रख दिया। मैं पीछे हटी और उनको एक थप्पड़ मार दिया। जो कुछ हुआ, मैं उससे खुद पर काबू नहीं रख पाई थी। मैं घबरा कर भागने वाली हुई तो उन्होंने मुझे खींच लिया और मेरे साथ अश्लील हरकते की। मैंने खींचकर एक तेजी से चाटा जड़ दिया। लेकिन फिर वे जोर जबस्ती पर आ गए । उन्होंने मेरी विडियो भी बना ली। और उस वीडियो को तोड़ मरोड़ कर उसका एक अनैतिक वर्जन तैयार कर लिया जिसे मुझे दिखाया भी। मैं कुछ नहीं कर सकी। एक दिन उनका फोन आया वे बोले हेलो । अगर तुम मेरा कहना नहीं मानोगी तो तुम्हारी विडियो सोशल मीडिया पर डाल दी जाएगी। मैं रोती रही। मिन्नते करती रहे मगर इससे उनके ऊपर कोई असर नहीं पड़ा। मैंने पुलिस से उनकी शिकायत कर दी। पुलिस आयी जरूर मगर उन्होंने पुलिस को ले देकर वापस भेज दिया। पुलिस सबूत मांग रही थी जो मेरे पास नहीं था। मेरी बदनामी अलग से हुयी । अब तो मैं बॉस की पूरी गिरफ्त में थी। उनकी सभी बातें मुझे माननी पड़ती हैं । इसीलिए अब वे मेरा शारीरिक शोषण करने का प्रयास नहीं करते।

मैंने मैडम से कहा कि मुझे पता चला है कि इनके कुछ कर्मचारी फोटो कॉपी करते समय जान बूझ कर कर लोगों की आई डी की एकाध कॉपी खराब कर देते हैं और उसे डस्ट बिन में फेंक देते हैं । बाद में उसे निकाल कर उसका गलत इस्तेमाल करने का प्रयास करते हैं। आजकल तो आधार और अंगूठे के निशान से पैसे निकाल जाते हैं। विभिन्न बैंक के ग्राहक सेवा केन्द्रों से भी शिकायत मिलती है कि गहको के खाते से हज़ार दो हजार रुपये निकाल जाते हैं। लगता है कि साइबर अपराधी ग्राहकों के बीओमेट्रिक और आधार का गलत इस्तेमाल करते हों । मैडम ने कहा मुझे इस विषय में कुछ पता नहीं।

मुझे मैडम पर बहुत तरस आया। मैंने उनसे पूछा की क्या वे इन चक्करों से छुटकाता पाना चाहती हैं? मैं आपकी सहायता करूंगा। इन अपराधों से निपटने के लिए कानून बनाया गया है। इस बारे में साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ से बात करनी होगी । एक रास्ता और है कि बॉस के फोर्मूले हम उन्हीं पर लगाएं । आपके पास जितने केस हों उनका विवरण एकत्रित कर लीजिये फिर हम भी उनको ब्लैकमेल करेंगे और उनसे आपकी विडियो वापस करने को कहेंगे । हो सकेगा तो मैं आपको उनसे पैसे भी दिलाऊँगा ।

क्रमशः

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