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गर्लफ्रैंड

नाटक : गर्लफ्रैंड
रोहित एवं मीनाक्षी दोनो एक बड़ी IT फर्म में पिछले 2 सालों काम कर रहे है दोनो उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं रोहित के जॉइन करने के कुछ महीने बाद ही मीनाक्षी ने भी जॉइन किया । दोनो उत्तर प्रदेश से होने के बावजूद अनजान थे परंतु एक ही राज्य से होने के कारण जल्दी ही दोनों एक दूसरे के करीब आ गए पिछले तकरीबन 1 साल से दोनों में बहुत अच्छी मित्रता हो गयी है ज्यादातर वीकेंड में दोनों साथ ही दिखाई देते हैं मोठे तौर पर रोहित एवं मेंनाक्षी को बॉयफ्रेंड गर्लफ्रैंड कहा जा सकता है अब आगे :


एक दिन रोहित थोड़ी नाज़ुक तबियत (जुकाम खांसी) के साथ शाम के वक़्त अपनी गर्लफ्रैंड मीनाक्षी से मिलने जाता है

रोहित : हेलो मीनाक्षी
मीनाक्षी : हेलो रोहित
मीनाक्षी : आज सारा दिन कहाँ थे
रोहित : ???
मीनाक्षी : फ़ोन भी अटेंड नहीं किया
रोहित : दिन भर घर पर ही था थोड़ी तबियत भी खराब थी और निशा????
मीनाक्षी : निशा के साथ गुलछर्रे उड़ाते रहे और मुझसे तबियत खराब का बहाना बना रहे हो go to hell

देर रात मीनाक्षी अपनी मित्र नेहा के साथ

नेहा : रोहित कैसा है उससे मुलाकात हुई
मीनाक्षी : नहीं कुछ दिन उससे दूर रहना है उसे सुधारना है देखना कुत्ते की तरह दूम हिलाते हुए आगे पीछे आएगा
नेहा : अगर नहीं आया तो
मीनाक्षी : आएगा सब लड़के ऐसा ही करते है

उसी वक़्त रोहित अपने मित्र निशांत के साथ पेग से पेग टकराते हुए

निशांत : और रोहित मीनाक्षी कैसे है
रोहित : पता नहीं
निशांत : क्यों आज मुलाकात नहीं हुई
रोहित : हुई थी और मैन बताना चाहा था कि मैं तुम्हारे याने के निशांत के साथ था सारा दिन
निशांत : तो
रोहित : उसने पूरी बात नहीं सुनी और निशांत को निशा समझ लिए और झगड़ा हो गया
निशांत : यह कोनसी बड़ी बात है फ़ोन लगाओ और गलतफहनी डोर कर दो
रोहित : नहीं
निशांत : मामूली गलतफहमी है
रोहित : नहीं भूल जाओ मीनाक्षी को वो बहुत शकी लड़की है मेरे जुबान से लड़की जैसा नाम सुनकर लाल पीली हो गयी तो सोचो अगर लाइफ ऐसी शकी के साथ बितानी पड़ी तो नरक बन जाएगी न लाइफ तो
निशांत : बात तो सही है
रोहित : तो मीनाक्षी तो टाटा बाई बाई और नया पेग बना

कुछ और दिन बाद मीनाक्षी और रोहित पार्किंग में मील

रोहित : हेलो मीनाक्षी (दिमागी ख्याल : आज पूरी शाम फ्री हूँ डिस्को जाया जाए या बार में बैठा जाए या समंदर किनारे जाकर डूबते सूरज को देख जाए ... ... मज़ा आ गया अब मेरे पास खुद के लिए वक़्त ही वक़्त है)
मीनाक्षी : हेलो (दिमागी ख्याल : अभी बचूं को अक्ल नहीं आई कुछ दिन और इंतज़ार करना पड़ेगा)


और उस घटना को आज तकरीबन 6 महीने हो चुके हैं दोनो आज भी आफिस में टकरा जाते है हाय हेलो भी हो जाती है परंतु अब उनको बॉयफ्रेंड गर्लफ्रैंड का दर्जा नहीं दिया जा सकता मीनाक्षी आज भी बचूं यानी कि रोहित को सबक सिखा रही है और रोहित अपनी दुनिया में मस्त है । कभी किसी वीकेंड खाली हो तो आ जाये बकोडा पार्क के एरिया में और देखिए रोहित कैसे अपनी जीवन का आनंद उठा रहा है

नोट : TV add से प्रेरित




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